Chapter 13 - chapter 13

नैन्सी नदी के किनारे मुड़कर देखती है.. विराज अपने बेटे को नदी मैं से निकाल कर किनारे पर लाता है और नैन्सी की तरफ देखकर उस पर जोर से चिल्लाता है

" तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई?कु ... "

नैन्सी एक और किक विराज को मारती है जिससे वो दोबारा नदी मैं गिर जाता है | वो  अपना सिर नदी के ऊपर से उठाता है लेकिन नैन्सी उसका सिर पकड़ कर उसे फिर से नदी में डूबा देती है |

बंटी जो अभी नदी के किनारे आया ही था अपनी आंखें बाहर निकाल कर नैन्सी  को गुस्से से घूरता है लेकिन नैन्सी ने  जिस तरह कुछ समय पहले उसे धक्का देकर पानी मैं फेंका था.. वो दृश्य याद कर वे चुप रहता है |

विराज नदी में से अपना सिर जैसे ही पानी के ऊपर उठाता..  नैन्सी उसके सिर के बाल एक हाथ से पकड़कर उसे पानी मैं डूबा देती है |

विराज बड़े वाईसेप्स और मजबूत मांसपेशी वाला व्यक्ति है.. लेकिन नैंसी के नाजुक हाथों के सामने वो हिल भी नहीं पा रहा है |

विराज के हाथ पानी में फड़फड़ाने लगे.. वही दूसरी तरफ  नैन्सी विराज को एक हाथ से पकड़ कर मन ही मन काउंटिंग करती है.. 1.. 2.. 45.. 56..70

नैन्सी ने उसके बाल जोर से पकड़ कर पानी से बाहर खींचा और उसे थोड़ी सांस लेने दी..विराज  के चेहरे पर डर के भाव है.. जैसे ही वो नैन्सी के चेहरे को देखता है उसे विश्वास नहीं होता कि ऊपर से कोमल और नाजुक दिखने वाली लड़की अंदर से इतनी ताकतवर है जिसकी चुंगल से वह अपना सिर हिल भी नहीं पा रहा है |

[ इतनी ताकत इसके अंदर कैसे आई? ]

" तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मेरे बेटे को परेशान करने की? हां ? लगता है अब तुम जीना नहीं चाहते "

नैन्सी की उग्र आवाज सुनकर और उसके चेहरे पर गुस्से के एक्सप्रेशन देखकर विराज  और भी डर जाता है और उससे हाथ जोर कर माफी मांगने लगता है |

" मुझे माफ कर दो मैं गलत था.. मुझे माफ कर दो..आई एम सो...हह्म्म "

नैन्सी ने उसका सिर फिर पानी में डूबा दिया.. विराज फिर अपने हाथ - पैर पागलों की तरह पानी मैं मारने लगता है लेकिन वह फिर भी नैन्सी के चुंगुल से अपने आप को नहीं निकाल पाता  |

नैन्सी फिर से काउंटिंग करना चालू करती है 1.. 2.. 3.. 55.. 60..72

विराज के हाथ इतनी तेज पर फड़फड़ा रहे  हैं जिससे पानी के छींते  नदी की सतह पर भी जा रहे है.. विराज को पछतावा होने लगा कि उसने ब्लैक को क्यों परेशान किया.. उसने अपनी जिंदगी में इतनी निर्दयी महिला कभी नहीं देखी.. निर्दयी महिला तो क्या उसने इतना निर्दयी आदमी भी कभी नहीं देखा |

नैन्सी ने फिर से विराज  के बाल झटके से खींचे.. ताकि वह फिर से सांस ले सके |

" क्या तुम अब भविष्य में मेरे बेटे को परेशान करोगे ? "

विराज सोच समझ कर जवाब देता है अगर उसने कुछ गलत बोल दिया तो नैन्सी  पलक झपकते ही उसे खत्म कर देगी |

" नहीं करूंगा.. बिल्कुल भी नहीं करूंगा.. मैं और मेरा बेटा ब्लैक को कभी भी परेशान नहीं करेंगे.. मैं गलत था.. मुझे जाने दो प्लीज.. मुझे जाने दो "

नैन्सी ने विराज को एक हाथ से घसीटा और उसे जमीन पर दयनीय अवस्था में फेंक दिया.. उसने अपना एक पैर हवा मैं  उठाया और विराज को किक मारी.. किक पड़ते ही विराज को ऐसा महसूस हुआ कि उसके  घुटने की हड्डी कुचल गई है |

" मेरे बेटे से माफ़ी मांगो "

विराज अपने दर्द भरे चेहरे के एक्सप्रेशन से ब्लैक से माफी मांगता है 

"मुझे माफ कर दो ब्लैक..  मैं गलत था.. मैं तुमसे माफी मांगता हूं.. मुझे माफ कर दो "

इतना कहकर वह अपने बेटे बंटी का कॉलर पकड़ लेता है और उससे ब्लैक के सामने ले जा कर कहता है |

" जल्दी करो ब्लैक से माफी मांगो.. अगर तुमने अब ब्लैक को परेशान करने की हिम्मत की तो मैं तुम्हारी हड्डी पसली तोड़ दूंगा "

अपने डैडी की बुरी हालत देखकर बंटी डर जाता है और ब्लैक से माफी मांगता है |

" आई एम सॉरी ब्लैक "

ब्लैक अभी भी सदमे में है.. अपने मुरझाए हुए चेहरे के साथ वह नैंसी की तरफ देखता है |

नैन्सी एक और किक  विराज को जोर से मारती है और कहती है

" निकलो यहाँ से "

नैंसी के गुस्से को देख कर विराज अपने बेटे का हाथ पकड़ लँगड़ाते हुए वहां से निकल जाता है |

वीर ब्लैक को अपनी पीठ पर बिठा लेता है और नैन्सी के साथ घर आ जाता है |

नैन्सी  अपने बेटे की  नब्ज चेक करती है ताकि उसे पक्का विशवास  हो जाए कि ब्लैक ठीक है और बस थोड़ा सदमे मैं है.. ब्लैक की नब्ज देख कर उसने राहत की सांस ली |

वीर सोचता है

[ इस गुंडे की मरने की इच्छा होगी अगर उसे पता होता नैन्सी   सेवन स्टार ऑर्गेनाइजेशन जो वर्ल्ड में नंबर वन है.. उसकी लीडर है तो शायद वो डर से वही खड़े -खड़े मर जाता ]

नैन्सी..  वीर की तरफ देखकर कहती है

"किचन में जाकर काढ़ा बनाओ.. मौसम आज ठंडा है.. मुझे चिंता हे कहीं ब्लैक को सर्दी ना हो जाए "

" जी बॉस " यह कहकर वीर किचन में काढ़ा बनाने चला जाता है |

नैंसी ने ब्लैक के कपड़े चेंज करके.. अपने कमरे में बेड पर लेता दिया |

ब्लैक के मुरझाए हुए चेहरे को देख नैन्सी को बहुत तकलीफ हो रही है.. वह ब्लैक से कहती है |

" क्या बंटी तुम्हे हमेशा इसी तरह परेशान करता है?  तुमने मुझे क्यों नहीं बताया? "

ब्लैक अपने मुरझाए हुए चेहरे से नैन्सी  से कहता है

" वह हमेशा मुझे परेशान करता है और कहता है मेरे डैडी नहीं है "

यह सुनकर नैन्सी का दिल जकड़ जाता है उसकी भावनाएं भले ही उसके चेहरे पर नहीं झलकती.. लेकिन ब्लैक उसका बच्चा है और इस दुनिया में उसके सबसे ज्यादा करीब ब्लैक ही है ..नैन्सी उसकी सबसे ज्यादा परवाह करती है.. ब्लैक को तकलीफ में देखकर उसे भी तकलीफ होती है |

नैन्सी अपना हाथ ब्लैक की गाल पर रखकर उसे सेहलाती है

" अगर भविष्य में कोई भी तुम्हें इस तरह से परेशान करे तो मॉमी को बताना..ओके? "

ब्लैक.. नैंसी का हाथ अपने दोनों हाथों में लेकर कहता है

" मॉमी क्या आप डैडी से कह सकती हो कि वो मुझसे मिलने यहां आ जाए "

ब्लैक की बात सुनकर नैन्सी दुविधा में पड़ जाती है और सोचती है

[ मेरा मेहरा जब सुबह घर से गए थे तो वह अच्छे मूड में नहीं थे ]

हालांकि.. उसके बेटे के उदासी भरे चेहरे को देखती है तो हां में अपना सिर हिलाती है और कमरे से बाहर आकर किचन में चली जाती है यहां से वो फ्रीज मैं से एक राइस वाइन की बोतल निकालती है |

" कल मिस्टर मेहरा को यह वाइन बहुत पसंद आई थी "

इतना कहकर नैन्सी वॉटर लेक रिसोर्ट चली जाती है जिसके डेवलोपमेन्ट के लिए अर्जुन यहां आया है |

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