जी नुआन ने अचानक अपनी भौंहों के बीच एक चुंबन महसूस किया।
"ऐसा मत सोचना कि मेरा इरादा वास्तव में कुछ और है। तुम अभी भी बीमार हो, बात मानो और सो जाओ।" उसने मो जिंगशेन की कोमल आवाज अपनी भौंहों के बीच महसूस की। यह देखकर कि उसकी आँखें अभी भी खुली थीं, उसने धीरे से कहा, "जल्दी से सो जाओ।"
इस बार जी नुआन ने सच में बात करना बंद कर दिया। उसने अपनी आँखें बंद कर लीं और मो जिंगशेन के शरीर की ताज़ा लुभावनी गंध अपनी साँसों में भरने लगी।
यह अपनेपन का एहसास था जो एक व्यक्ति को चैन देता था।
अगली सुबह, जी नुआन सुबह ९:०० बजे जागी।
उसने अपना हाथ अपने माथे पर रखा। ऐसा लगा जैसे उसका बुखार पहले से कम हो गया था, लेकिन ठंड के लक्षण अभी भी थे।
वह कंबल हटा उठकर बैठ गई। जैसे ही वह बिस्तर से उतरने वाली थी, वह हैरान हो गई और सर नीचे कर अपने शरीर को देखने लगी।
उसने एक मुलायम रेशमी पायजामा पहना हुआ था। कल, नहाने के बाद, वह स्पष्ट रूप से एक तौलिए में लिपटी सो गई थी।
यह ... क्या आंटी छें ने मेरे कपड़े बदले? या फिर…
दरवाजा अचानक खुल गया। उसने बिखरे बालों के साथ मो जिंगशेन को कमरे में आते देखा।
स्वचालित पर्दे धीरे-धीरे खिसककर खुल गए और सुनहरी धूप उसके शरीर पर पड़ी।
उसके सामने खड़ा आदमी शांत और मधुर स्वभाव का था। इस हद तक रिझाऊ कि लोगों को स्तब्ध कर दे।
मो जिंगशेन ने उसे एक अनूठे और भोले हाव भाव के साथ बिस्तर पर बैठे देखा। "क्या पहले से बेहतर लग रहा है?"
"क्या समय हो गया? तुम दफ्तर में नहीं गए?" जी नुआन अपनी स्तब्धता से बाहर निकल, जवाब देने के बजाय पूछने लगी। उसने बात करते हुए, अपना फोन बिस्तर की बगल से उठाया।
सुबह के ०९:३०?
पहले ही ९:३० बज चुके थे!
हालाँकि मो जिंगशेन को हर दिन कंपनी में रहने की आवश्यकता नहीं थी, लेकिन उसे जितना याद था, वह शायद ही कभी कार्य दिवस पर काम करना छोड़ता था और मुश्किल से ही कभी एक-आध छुट्टियाँ लेता था।
"आज कंपनी में कुछ खास नहीं हो रहा है। अगर मैं नहीं भी जाऊँ तो कोई फरक नहीं पड़ेगा।" मो जिंगशेन बिस्तर के पास गया और थर्मामीटर उठाकर उसका तापमान नापा जबकि वह अभी भी स्तब्ध दिख रही थी।
जी नुआन अभी भी उसके काम में खलल डालने के लिए खुद को फटकार रही थी, लेकिन उसने मो जिंगशेन को कहते सुना, "३७.६ डिग्री, तुम अभी कैसा महसूस कर रही हो?"
"पहले से बेहतर है, कल रात के मुकाबले अभी इसे सहन करना उतना कठिन नहीं है।" जी नुआन ने अपना माथा छूने के लिए हाथ उठाया। "इस तापमान को बुखार नहीं माना जा सकता, है ना?"
"अभी भी थोड़ा बुखार है। आज बाहर मत जाओ। घर पर रहकर अपनी दवा लो और आराम करो।" मो जिंगशेन ने उसके कंधे को दबाया और धकेल कर उसे वापस बिस्तर पर बैठा दिया। "तुम्हारा जो भी खाने का मन हो, आंटी छें से यहीं मँगवा लेना। इधर-उधर नहीं घूमना, हह?"
"मैं इतने गंभीर रूप से बीमार नहीं हूँ और इसे अब बुखार नहीं माना जा सकता ..."
जी नुआन को अभी भी अपने शब्दों को खत्म करना बाकी था जब उसे बाहर किसी के पैरों की आहट सुनाई दी। सहायक ने दरवाजे से पुकारा, "मिस्टर मो, आपके लिए एक फोन है।"
मो जिंगशेन ने जी नुआन की तरफ देखा, नज़रों से उसे आज्ञाकारी रूप से कमरे में रहने का संकेत करके वह कॉल का जवाब देने बाहर चला गया।
जी नुआन ने बिस्तर पर बैठ अपने बिस्तर के बगल से कप उठाकर एक घूँट भरा, जिससे उसके गले को आराम मिला। फिर उसने क्षीय तियाँ को संदेश भेजने के लिए अपना फ़ोन उठाया।
कल, उसने क्षीय तियाँ से वादा किया था कि वह आज अस्पताल में उससे मिलने आएगी। लेकिन उसकी इस हालत में, मो जिंगशेन उसे निश्चित रूप से बाहर हवा में जाने की अनुमति नहीं देगा।
इसके अलावा, उसके शरीर को, जो ठंड जल्दी खाता था, वास्तव में अच्छी देखभाल की जरूरत थी। हर बार सर्दी से इतना बीमार पड़ना अच्छा नहीं था। वह इतनी नाजुक नहीं हो सकती थी।
नीचे, मो जिंगशेन ने चाय की मेज के ऊपर रखा फोन का चोंगा देखा और संगमरमर की सीढ़ियों उतरकर नीचे चला गया।
उसने हल्के से पूछा, "किसका है?"
सहायक ने आदर से कहा, "मिस मेंगरान का।"
मो जिंगशेन के कदम रुक गए। वह सहायक की ओर शांति से देखने के लिए मुड़ा।
सहायक ने हड़बड़ा कर बताया, "इससे पहले, मिस मेंगरान ने अचानक फोन किया था। वास्तव में मैं भी उत्सुक थी कि उसने मैडम के फोन पर कॉल करने के बजाय घर पर क्यों फोन किया। मेरी जुबान फिसल गयी और मैंने उसे मैडम की बीमारी के बारे में बता दिया। उसके बाद, मिस मेंगरान ने पूछा कि क्या श्री मो कंपनी के लिए रवाना हो गए हैं। मैंने कहा कि आप मैडम का साथ देने के लिए घर पर ही रुक गए हैं। उन्होंने आपको फोन पर बुलाने के लिए कहा। "
मो जिंगशेन की मुखाकृति भावशून्य हो गई। वह फोन लेने की बजाय शांति से बोला, "भविष्य में अगर हमें जी परिवार की दूसरी बेटी का फोन आता है तो मुझे सूचित करने की कोई आवश्यकता नहीं है।"
सहायक ने अपना सिर जल्दी से हिलाया। "मैं समझ गयी, श्री मो। तो, यह फोन कॉल ..."
"उससे कहो कि मैडम की हालत अब पहले से ठीक है। मुझसे उसकी स्थिति के बारे में पूछने की कोई आवश्यकता नहीं है। अगर वह वास्तव में चिंतित है, तो उसे स्वयं जी नुआन से बात करने के लिए कहो।"
मो जिंगशेन वापस जाने के लिए मुड़ गया।
जी मेंगरान अभी भी कॉल के दूसरी तरफ इंतजार कर रही थी। मो जिंगशेन के फोन उठाने पर वह उसे जो कुछ भी बताना चाहती थी, उसने उसका मानसिक मसौदा भी तैयार कर लिया था।
अभी, वह यू गार्डन लगातार नहीं जा सकती थी। हालाँकि वह जा नहीं सकती थी, पर उसे मो जिंगशेन के साथ ठीक से बात करने के अवसर चाहिए थे। जी नुआन का परिवर्तन वास्तव में थोड़ा अजीब था। वह इसके बारे में मो जिंगशेन की राय को नहीं जानती थी।
उस दिन, जी नुआन ने कहा था कि वह तलाक नहीं चाहती थी। लेकिन जो चीजें उसने पहले की थीं वे सभी हद से बाहर थीं। क्या मो जिंगशेन वास्तव में इसे सहन करना जारी रख सकता है?
"हेलो, मिस मेंगरान। मुझे वास्तव में खेद है, श्री मो फिलहाल मैडम की देखभाल कर रहे हैं। वह फोन उठाने का समय नहीं निकाल पा रहे हैं," सहायक ने घोषणा की। "श्री मो का कहना है कि अगर मिस मेंगरान मैडम की स्थिति के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहती हैं, तो आप मैडम से खुद पूछ सकती हैं।"
सहायक में उसी रुखाई से बात कहने की हिम्मत नहीं थी और उसने अपने शब्दों को, जितना हो सकता था उतना नर्म रखा।
हालाँकि, जी मेंगरान उन शब्दों के पीछे का अर्थ समझ सकती थी! स्पष्ट था कि वह उसका फोन नहीं उठाना चाहता था!
इससे पहले फोन पर उसने मो जिंगशेन को पास आते हुए सुना था। वह फोन कॉल लेने के लिए नीचे आया था लेकिन, अंत में, उसने ऐसा नहीं किया!
पहले से ही मो जिंगशेन ने कभी भी उसकी परवाह नहीं की। वह बार-बार यू गार्डन में जाना चाहती थी, जिससे वह उसके सामने ज्यादा से ज्यादा उपस्थित हो सके ताकि वह उसकी अच्छाइयाँ देख सके। आखिरकार, चाहे वह कैसा भी ढोंग करे, वह जी नुआन से तो बेहतर ही दिखाई देती थी, जो हमेशा अनुचित और तलाक पर जोर देते रहती थी। निश्चित रूप से, देर सबेर, मो जिंगशेन के मन में उसके लिए कोमल भावनाएँ उत्पन्न हो जाएँगी।
हालाँकि, उसे अभी तक प्रगति करना बाकी थी, और वह पहले ही यू गार्डन में प्रवेश नहीं कर सकती थी। उसके पास अब मो जिंगशेन के करीब रहने का अवसर भी नहीं था।
अब जब उसने फोन लेने से इनकार कर दिया, तो उसे जी नुआन और मो जिंगशेन के बीच की घनिष्ठता का भी पता नहीं चल सका!
जी मेंगरान इस हद तक गुस्से में थी कि उसका चेहरा विकृत हो गया था। उसने गुस्से में कहा, "तुमने मेरा संदेश कैसे दिया था? क्या मैंने यह नहीं कहा था कि मैं भाई जिंगशेन को कुछ जरूरी चीजें बताना चाहती हूँ। मैं अपनी बहन की स्थिति के बारे में बहुत अच्छे से अवगत हूँ। हर बार जब वह ठंड पकड़ती है, तो वही होता है। मुझे और अधिक पूछने की क्या जरूरत है? अधिक पूछने की जरूरत है? जाओ, भाई जिंगशेन को बताओ कि मैं उसे यह बताना चाहती थी कि ... "
"मिस मेंगरान, अगर आपके पास कोई भी जरूरी काम है तो कृपया श्री और श्रीमती के हैंडफ़ोन पर कॉल करें।। इस हैंडसेट फोन पर आमतौर पर केवल मो परिवार के बुजुर्ग ही कॉल करते हैं। आप सीधे उन्हे कॉल कर सकते हैं और सूचित कर सकते हैं। मुझे वास्तव में खेद है, मेरे पास अन्य काम भी हैं जो मुझे करने की आवश्यकता है।" सहायक ने जल्दी से कहा और फोन काट दिया।
"हैलो! तुम! तुम्हें फोन काटने की अनुमति नहीं है, तुम ..."
फोन कटने की आवाज ने जी मेंगरान का मन और भी खराब कर दिया और उसने फोन को जोर से अपने बिस्तर पर फेंक दिया।
युवावस्था से ही जी नुआन हमेशा अपने पिता के साथ झगड़े करना पसंद करती थी। हालाँकि, अंत में उन्होंने उसे ही प्राथमिकता दी। ऐसा क्यों था कि मो जिंगशेन से जिसे शादी करने को मिली वो वह नहीं थी!
ऐसा क्यों था कि जी नुआन अपनी ओर से बिना कोई प्रयास किये इन सभी चीजों की मालकिन थी!
क्या पहले उसका दिखावा इतना स्पष्ट था? आखिर क्यों जी नुआन ने अचानक उसे बाहर धकेल दिया!
भले ही जी नुआन ने स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कहा था मगर जी मेंगरान महसूस कर सकती थी कि उनके रवैये में जबरदस्त बदलाव आया था!
लेकिन अगर बदलाव आ भी गया तो इससे क्या फर्क पड़ता है?
मो जिंगशेन और जी नुआन के रिश्ते का अंत अच्छा नहीं होगा!
एक दिन, मो जिंगशेन यकीनन उसका होगा!