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Chapter 24 - बिस्तर पर सोना या मेरे साथ , एक को चुनो

मो जिंगशेन शांत रहे, "बस बेकार के शब्द हैं, उन पर ध्यान देने की आवश्यकता नहीं है।"

जी नुआन: "..."

उसने कभी नहीं कहा कि वह उन चौंकाने वाले शब्दों पर ध्यान देगी।

"मैंने तुम्हें पहले इसलिए नहीं डाँटा था क्योंकि मेहमान थे। पहली मंजिल पर बैठक का कमरा इतना ठंडा है। नीचे आने से पहले तुमने एक कोट भी नहीं पहना था। क्या तुम वास्तव में मेरे लिए एक महीने की छुट्टी लेने की योजना बना रही हो ताकि मैं घर पर रहूँ और तुम्हें देखूँ? मो जिंगशेन उसके बर्फ-से-ठंडे हाथों को पकड़े रहा; उसका स्वर थोड़ा निर्दयी था।

"खों खों, वो, अभी मैंने सहायक शेन द्वारा लाए हुए दस्तावेज़ पर एक नज़र डाली थी। वह वाकई में बहुत महत्वपूर्ण लग रहा है। क्या तुम इसे निपटाने के लिए कार्यालय जाना चाहते हो? मैं ..."

"तुम सबसे महत्वपूर्ण हो।"

"..."

मो जिंगशेन के पहले कहे हुए शब्दों से प्रेरित होने का समय नहीं था जी नुआन के पास। उसे ऊपर ले जाया गया। कोट के बिना, उसे नीचे आने की भी अनुमति नहीं थी।

क्या यही वह कठोर पति था जिसके बारे में किवदंतियाँ थीं?

रात में मो जिंगशेन मुख्य शयनकक्ष में गया, लेकिन जी नुआन को वहाँ नहीं पाया।

उसने स्नानघर के बंद दरवाजे की ओर देखा। हालाँकि कुछ ज्यादा आवाज नहीं थी, लेकिन टब में पानी बहने की आवाज सुनायी दे रही थी।

उन्होंने अपनी कलाई उठाकर समय देखा।

दस मिनट से अधिक समय के बाद भी जी नुआन बाहर नहीं निकली।

जी नुआन वास्तव में टब में स्नान कर रही थी। पानी गर्म था और थोड़ी देर शरीर भिगोए रखने के बाद, उसकी आँखें थोड़ी स्तब्ध हो गईं और वह दूर से हवा में धुंध को देख रही थी।

उसके दिमाग में, मो पेलीं की आवाज़ एक बार फिर कौंध गयी, "वह महिला जो वास्तव में उसके दिल में है ..."

उन प्रकार के शब्दों...

मो पेलीं ने जब वह कहा था तब वह बातें बनाकर बोल रही होगी, है ना?

आखिरकार अपने दो जीवन की संपूर्णता में जिस मो जिंगशेन को उसने देखा था, उसने हमेशा उसके साथ अच्छा व्यवहार किया है। न केवल वह इसे अपनी आँखों से देख सकती थी, बल्कि वह इसे अपने दिल से महसूस भी कर सकती थी।

इसके अलावा, पहले उस वक्त, शादी को ख़त्म करने के कारणों की तलाश में उसने पहले ही मो जिंगशेन के इतिहास के बारे में जानने का प्रयास किया था। बिना किसी को बताए, उसकी जांच करने के लिए उसने दूसरों को किराये पर रखने में एक महीने से अधिक समय बिताया था।

मो जिंगशेन अननुमेय, रहस्यमय और निजी था। उसके पास बड़ी संख्या में अंगरक्षक थे जिससे जी नुआन के लिए अवसर तलाशना मुश्किल हो गया था।

हालाँकि, एक लंबी जांच के अंत में, उसने यह पाया कि कई महिलाएँ उसके पीछे पड़ी थीं, उससे प्यार करती थीं और उससे शादी करने की उम्मीद कर रही थीं। उससे मिलने के लिए एक ने आत्महत्या के जरिए उसे धमकाने का भी प्रयास किया। ये महिलाएँ महान पारिवारिक पृष्ठभूमि और महिला आदर्शों की प्रसिद्ध हस्तियाँ थीं जो सामाजिक पदानुक्रम पर उच्च स्थान पर थीं।

फिर भी, मो जिंगशेन ने कभी भी उन महिलाओं को कोई अवसर नहीं दिया। यहाँ तक कि जब उन्होंने उसे धमकी देने के लिए मौत का उपयोग करने का प्रयास किया, तब भी वह शांत रहा और उन पर कोई ध्यान नहीं दिया।

महिलाओं के सामने, उन्होंने हमेशा एक उदासीन और उपयुक्त दूरी बनाए रखी, जिससे उसे समझना और भी मुश्किल हो गया और उसके समीप जाना भी कठिन हो गया। उनका आत्म-नियंत्रण और संयम उल्लेखनीय रूप से संयमित था।

नहीं!

उस रात उसने उसे इस कदर प्रताड़ित किया कि उसकी आवाज़ बैठ गई थी। उसने तब भी उसे छोड़ा नहीं!

और कल, भले ही उसे इतना तेज बुखार था, फिर भी वह सब कुछ करने में कामयाब रहा!

नियंत्रण मेरा सर!

स्नानघर का दरवाजा अचानक खुल गया। जी नुआन ने जो पहले स्तंभित हो टब में टेक लगाए हुए थी, आश्चर्य में ऊपर देखा। उसने हैरानी से लंबे पैर वाले व्यक्ति को देखा जो सीधे अंदर चला आया था।

धुंध में आदमी का लंबा छायाचित्र देख पाना कुछ मुश्किल था।

अपने होश में वापस लौटने से पहले उसने अपनी आँखें झपकाईं और आखिरकार उसका ध्यान इस बात पर गया कि वह टब में बहुत लंबे समय तक थी। वह इतनी स्तब्ध थी कि उसकी प्रतिक्रिया कुछ धीमी थी।

"क्या कर रहे हो? मैं नहा रही हूँ।"

उसके लंबे गीले बाल उसकी पीठ पर काले समुद्री शैवाल की तरह फैले हुए थे। उसके चेहरे पर पानी की छोटी बूंदों में स्नानघर की रोशनी प्रतिबिंबित हो रही थीं।

मो जिंगशेन ने केवल एक पल के लिए उस पर नजर डाली और तौलिया खींच उसे टब से बाहर निकाल लिया। जी नुआन को विरोध करने का अवसर भी नहीं मिला, क्योंकि वह पहले से ही एक गठरी की तरह लपेट दी गयी थी।

बिना एक शब्द कहे, वह उसे बाहर ले आया।

"मो जिंगशेन, मैं नहा रही हूँ। तुम अचानक क्यों घुस आए ..."

"मैंने तुम्हें पहले ही लगभग बीस मिनट दे दिए थे। इतने लंबे समय तक गर्म पानी में शरीर को भिगो रखा था, क्या तुम फिर से बेहोश होना चाहती हो?"

जी नुआन ने उसका तेज़ स्वर सुना लेकिन समझ नहीं पा रही थी कि वह अचानक अपना आपा क्यों खो रहा था।

उसने अपनी भौंहों को सिकोड़ लिया। "तो तुम मुझे बाहर से ही बुला सकते थे ..."

मो जिंगशेन ने उसे बिस्तर पर लिटाया और उसके शरीर से तौलिए को खींच दिया।

जी नुआन का शरीर को अचानक ठंड महसूस हुई। यह एहसास होते ही कि वह कुछ भी पहने हुए नहीं थी वह तेजी से बिस्तर पर लुढ़क गई और खुद को चादर में लपेट लिया।

"क्या आपने मुझे कल स्नान करने में मदद करने के लिए नहीं कहा था?" मो जिंगशेन ने उसका तौलिया एक तरफ फेंक दिया।

"लेकिन मैं इसे आज खुद कर सकती हूँ..."

मो जिंगशेन ने, ऐसे पेश आते हुए जैसे कि उसने कुछ भी नहीं सुना हो, जी नुआन के शरीर से चादर को नीचे गिरा दिया। उसके आकस्मिक अजीब व्यवहार के कारण जी नुआन को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि उसे क्या करना चाहिए।

क्या ऐसा हो सकता है कि क्योंकि वह कल रात अच्छी तरह से सो नहीं सका, यह देखकर कि वह आज बेहतर महसूस कर रही थी, वह उसकी भरपाई चाहता था?

मो जिंगशेन ने कंबल खोले और उसे उढ़ाते हुए शांति से बोला, "जी नुआन, दंपति के बीच विश्वास सबसे महत्वपूर्ण कारक है। किसी के भी खाली शब्द तुम्हारी भावनाओं को प्रभावित करने में सक्षम नहीं होने चाहिए।"

उसके शब्द बहुत शांत थे। जी नुआन ने उसकी सरल और स्पष्ट मुखाकृति की ओर देखा।

इससे पहले जब वह स्नानघर में थी तो उसने उन चीज़ों के बारे में कुछ ज्यादा ही सोच लिया, जिसके बारे में उसे नहीं सोचना चाहिए था ...

क्या मो जिंगशेन मन की बात पढ़ सकता है? या वह आसानी से दूसरे लोगों के दिलों को समझ सकता था?

"सोना नहीं चाहती? क्या तुम पूरी तरह से ठीक हो गयी हो?"

"..."

"यदि तुम्हारी सोने की इच्छा नहीं है तो क्यों न हम कुछ और करते हैं।"

जी नुआन के हाथ जो कंबल पर रखे हुए थे थोड़ा पीछे हटने से रुक नहीं सके, "नहीं! अभी पूरी तरह से ठीक नहीं हुई हूँ ..."

मो जिंगशेन झुके और उसकी ठुड्डी को उठाकर उसे निहारा।

जी नुआन बोलने ही लगी थी कि उसने अवसर का इस्तेमाल किया और नीचे झुककर उसे चूम लिया।

आश्चर्यजनक गहरे चुंबन की वजह से वह कुछ हद तक संभ्रमित हो गई। सिर्फ जब उसका निर्वस्त्र शरीर पीछे की ओर कंबल के अंदर संकुचित हुआ तभी उसने प्यार से उसके होंठों को काटा और फुसफुसाकर बोला, "बिस्तर पर सो जाओ या मेरे साथ सो जाओ, एक को चुनो।" 

जोर की आवाज के साथ जी नुआन ने जल्दी से कंबल खींचकर खुद को सिर तक ढक लिया।

बेशक, वह बिस्तर पर सोएगी!

मो जिंगशेन के अचानक उद्धत व्यवहार के कारण, उसे डर था कि वह इसे नहीं ले पाएगी।

जब वह सोकर उठी तो सूरज की रोशनी पूरे बिस्तर पर फैल चुकी थी। उसने पलक झपकाते हुए खिड़की की ओर देखा और फिर समय देखने के लिए फोन उठाया।

मो जिंगशेन हमेशा उससे पहले जाग जाता था। इस समय, वह पहले से ही कंपनी में जा चुका होगा। कल वह विशेष रूप से उसे साथ देने के लिए रुका था, लेकिन आज दोपहर को कंपनी की एक निश्चित साप्ताहिक बैठक थी।

घर पर दो दिन आराम करने के बाद, जब वह अपने हाथ मुँह धोने गई तब वह उत्साह से भरी थी।

जब वह कपड़े बदलने के लिए शयनकक्ष में लौटी तो तकिये के पास रखा हुआ फोन बज उठा। वह इस पर नज़र डालने के लिए पास गई और पाया कि यह जी परिवार से फोन था।

बिना कोशिश किए, उसने अनुमान लगाया कि उसके पिता को खबर मिल गई होगी।

अन्यथा उनके गंदे और प्रबल स्वभाव के आधार पर, वह उसे बिना किसी कारण के फोन नहीं करते।

"मैंने सुना है कि तुमने हां तियानयुआन से दो कंपनियाँ खरीदी हैं?"

"एन।" लंबे समय तक अपने पिता की आवाज नहीं सुनने के बाद जी नुआन को कुछ अजीब लगा।

"इतना बड़ा मुद्दा, तुमने परिवार के साथ इस पर चर्चा क्यों नहीं की? हां तियानयुआन, वह कचरा, उसे कभी भी व्यापार करना आया ही नहीं! इस वक्त, देश में व्यावसायिक संपत्ति पनप नहीं रही है। उसके हाथों में जो दो कंपनियां हैं, दिवालिएपन के कगार पर हैं! फिर भी तुमने इसके लिए तीस मिलियन युआन खर्च कर दिए। ऐसी कंपनी की कीमत एक मिलियन युआन भी नहीं है! "

"पिताजी, इस मुद्दे पर चर्चा करने से पहले मेरे घर लौटने की प्रतीक्षा करें।" जी नुआन का स्वर शांत था। फोन पर वह इस तरह की चीजों के बारे में बहस नहीं करना चाहती थी।

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