Chapter 60 - चतुरता में मात देना

इस समय, हान मो, नान जी का साथ नहीं दे सकती थी। उसे निष्पक्ष बना रहना था।

उसने थैला उठाया और नान जी का सूट निकाल लिया।

बो सिजिंग ने उत्साह में नान याओ की बांह पर चुटकी ली। उसने अपनी आवाज नीची की, "याओयाओ, अच्छा कार्यक्रम शुरू होने वाला है। चलिए देखते हैं नान जी को हान मो के शब्दों के कैसे थप्पड़ पड़ते हैं!

जियाओटिंग ने दिन में पहले ही नान जी के सूट की जेब में लिन वेन्यू की महंगी हीरे की अंगूठी रख दी थी।

नान याओ ने ठंडी निगाह से देखा, नान जी की ओर देखा और मुस्कराई। नान जी कभी भी उससे नहीं जीत सकती थी, चाहे वो चार साल पहले हो या अब।

जिस तरह से चीजें हो रही थीं, नान जी को चोरी के लिए कैद किया जाएगा जबकि उसने कुछ भी गलत नहीं किया था। वो इस स्थिति से बाहर निकलने में सक्षम हो, ऐसा तो तब ही होगा जब नर्क में एक ठंडा दिन होगा। अगर वो पुलिस की कैद से बाहर निकलने में कामयाब हो भी गई तो भी उसे निश्चित रूप से ब्लैकलिस्ट किया जाएगा। नान जी खत्म हो गई थी!

हान मो ने नान जी के सूट की जेबों की तलाशी ली। जियाओटिंग ने हान मो को तलाशी लेते देखते हुए अपने आंसू पोंछे। जब हान मो ने पहली बार जेब में हाथ डाला तो उसको देखकर उसके दिल में खलबली मच गई।

वो अब सही जेब खोज रही थी और अंगूठी अंदर होगी।

एक बार अंगूठी मिल जाने के बाद उनके पास सबूत होगा।

हान मो ने दोनों जेबों की तलाशी पूरी की और जेब उल्टी कर दीं, जिससे कहीं भी कुछ रह ना जाए। उसने अपना सिर हिलाया। "मैं अंगूठी नहीं ढूंढ पाई। वेन्यू, तुमने नान जी के साथ गलत किया है।"

जियाओटिंग का दिल डूब गया।

ये असंभव था। लिन जी द्वारा लात मारे जाने के बाद जब नान जी उसकी मदद करने आई थी, तब उसने व्यक्तिगत रूप से अंगूठी को नान जी के सूट की दाहिनी जेब में रख दिया था।

उससे कोई गलती नहीं हुई थी।

जियाओटिंग फर्श से उठी और खुद अंगूठी की तलाश करने के लिए आगे बढ़ी। हालांकि, उसने सूट के अंदर और बाहर दोनों जगह खोज की लेकिन उसे अंगूठी नहीं मिली। उसका दिल कंपकंपा गया और विचलित हो गया। ये कहां जा सकती है?!

बो सिजिंग की अभिव्यक्ति भी बदल गई थी। वो भीड़ में घुस गई और उसने नान जी के पर्स को छीन लिया। उसने पर्स के अंदर से सब कुछ बाहर निकाल दिया। "उसने निश्चित रूप से अंगूठी को कहीं अधिक असंगत छुपा दिया होगा क्योंकि उसने सीनियर लिन की अंगूठी चुराई थी।"

बो सिजिंग ने ध्यान नहीं दिया था कि लोगों का नान जी से ध्यान हट गया था और वे उसे अजीब तरह से देख रहे थे, क्योंकि उन्हें उसकी हरकत पर संदेह था। बो सिजिंग क्यों अंगूठी को इतनी बुरी तरह से खोजना चाहेंगी?

नान जी अपना पर्स वापस लेने के बजाए किनारे पर खड़ी थी। उसकी भुजाएं मुड़ी हुई थीं और उसने दृश्य को ठंडी अभिव्यक्ति के साथ देखा। उसका सारा सामान फर्श पर बिखरा हुआ था।

कुछ क्षण बाद, बो सिजिंग जोर से चिल्लाई, "मुझे मिल गई!"

उसने पर्स के अंदरूनी हिस्से में से एक चमचमाती अंगूठी निकाली और उसे जल्दी से सबके सामने उठाया। उसका चेहरा विजयी था। "देखो, सब लोग। हमने उसके कब्जे में चोरी की अंगूठी ढूंढ ली है। पुलिस को बुलाओ! हमें इस चोर को गिरफ्तार करवाना होगा।"

लिन वेन्यू ने नान जी को घृणा के साथ देखा, ये देखकर कि उसकी अंगूठी मिल गई थी। वो बो सिजिंग के सामने गई। "इसे मुझे दे दो, जल्दी।"

बो सिजिंग ने जल्द ही लिन वेन्यू को अंगूठी सौंप दी।

अंगूठी को देखने के बाद लिन वेन्यू जम गई।

बो सिजिंग उलझन में थी, ये देखकर कि लिन वेन्यू खाली अंगूठी को घूर रही थी, लेकिन कोई अन्य अभिव्यक्ति नहीं दे रही थी। उसने अच्छा बनने का नाटक करते हुए कहा, "सीनियर लिन, इस प्रकार के लोगों के साथ आपको और अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। आप वास्तव में किसी पुस्तक को उसके कवर से नहीं आंक सकते हैं। नान जी जैसे लोग नैतिक रूप से भ्रष्ट हैं, और हम कभी समझ नहीं सकते कि वे कैसे सोचते हैं।" उसने हान मो की ओर रूख किया, जिसकी भौंहे मुड़ी हुई थीं, "चीफ हान, जब उसने ऐसी नीच हरकत की है, तो नान जी प्रसारण कंपनी में काम नहीं कर सकती है, भले ही वो साक्षात्कार में सफल रही हो, है ना?"

हान मो ने लिन वेन्यू को देखा और पूछा, "वेन्यू, क्या ये तुम्हारी अंगूठी है?"

लिन वेन्यू ने एक जटिल अभिव्यक्ति के साथ अपना सिर हिला दिया। "ये मेरी नहीं है।"

क्या?!

ये लिन वेन्यू की अंगूठी नहीं थी? फिर ये अंगूठी किसकी थी?

नान जी मुस्कराते हुए उठी और लिन वेन्यू के हाथों से अंगूठी ले ली। "ये अंगूठी मुझे मेरी मां ने दी थी। स्वाभाविक रूप से, ये सीनियर लिन की अंगूठी नहीं है।"

अपनी अंगूठी वापस पाने के बाद, नान जी ने जानबूझकर बो सिजिंग की कोहनी में टक्कर मारी जब वो आश्चर्य में डूबी सिजिंग के पास से निकल रही थी। बो सिजिंग का पर्स गलती से फर्श पर गिर गया और उसमें पड़ा हुआ छोटा-मोटा सामान फर्श पर गिर गया।

एक विशेष रूप से चमकती चीज लिन वेन्यू के पैरों के सामने लुढ़कते हुए आई।

लिन वेन्यू ने इसे उठाया और देखा। क्या ये उसकी चोरी की गई हीरे की अंगूठी नहीं थी?"

बो सिजिंग मानो गूंगी हो गई थी और उसकी आंखे थाली की तरह चौड़ी थीं।

लिन वेन्यू की अंगूठी उसके बैग से कैसे लुढ़की?

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