Chapter 123 - क्रूर और दुष्ट

"तुम्हारे डैडी ठीक कह रहे हैं यानरान। अगर तुमको कुछ भी हुआ, तो हमें नहीं पता कि हम ज़िंदा कैसे रह पाएंगे!"

"सॉरी ... सॉरी ... डैडी ... मम्मी ... मैं बहुत स्वार्थी हूं ...मैं ऐसा फिर कभी नहीं करूँगी..."

जियांग यानरान अपने माता-पिता के सामने बहुत देर तक रोती रही और फिर उसने अपने दिल की भड़ास बाहर निकाल दी।

ये वानवान ने उन तीनों के शांत होने का थोड़ा इंतज़ार किया फिर कहा, "अंकल, आंटी, आप इसे न्याय कैसे दिलाएँगे?"

मिस्टर जियांग ने 'हुंह' की आवाज़ निकाली, "ज़ाहिर है हम उस सोंग परिवार के क्रूर और दुष्ट कमीने की इच्छा के अनुसार सगाई तोड़ देंगे!"

जियांग यानरान चिंतित दिखी, "लेकिन हमारे दोनों परिवारों का इतना लंबा रिश्ता रहा है और कई कारोबार और प्रोजेक्ट भी साथ में जुड़े हुए हैं...

मिस्टर जियांग ने अपनी बेटी को आश्वस्त करते हुए कहा, "यानरान तुम इस बारे में चिंता मत करो और डैडी को इसे संभालने दो। शुक्र है कि हमें अभी पता चल गया - अगर हमें एक दिन की भी देर हो जाती, तो हमारे एक अरब रुपये सोंग के खाते में स्थानांतरित हो जाते! मैं पैसे लेकर कुत्तों के सामने फेंक दूँगा बजाय इसके कि यह सब उन्हें इतनी आसानी से मिल जाए।

मिस्टर जियांग की प्रतिक्रिया देखकर, ये वानवान को राहत मिली, "मिस्टर जियांग, आप कमाल के हैं! यानरान, तुमको अब चिंता करने की ज़रूरत नहीं है! तुमको अंकल, आंटी की खातिर खुद को संभालना होगा"।

"वानवान ठीक कह रही है, डैडी की बेटी इतनी कमज़ोर कैसे हो सकती है? दूसरे हमें नीचा दिखाएँ, ऐसा नहीं होने देना चाहिए!"

श्रीमती जियांग ने चिंतित भाव से अपनी बेटी को बिस्तर पर लेटे हुए देखा, "अब हमें क्या करना चाहिए? हम बहुत लंबे समय तक स्कूल में नहीं रह सकते। यानरान क्या तुम दो दिनों के लिए हमारे साथ घर चलना चाहोगी?"

जियांग यानरान ने अपना सिर हिलाया और दृढ़ता से कहा,"डैडी, मम्मी, मैं ठीक हूं। मैंने सभी चीजों के बारे में सोचा है और मैं अपनी पढ़ाई में बाधा नहीं डालना चाहती।"

अपनी बेटी को यह कहते हुए सुनकर, उन्हें लगा कि उसने चीज़ों को ठीक कर लिया है। पति-पत्नी दोनों को राहत मिली।

"वानवान, फिर हम तुमको इस समय यानरान की देखभाल करने के लिए परेशान करने जा रहे हैं। तुमको कैसे धन्यवाद दिया जाए कह नहीं सकते!"

"हाँ! धन्यवाद आपका! आपकी वजह से यह सब हो सका"।

इस जोड़ी ने ये वानवान को बार-बार धन्यवाद दिया। चूंकि वे अभी भी यानरान के बारे में चिंतित थे, इसलिए उन्होंने वहाँ से जाने से पहले उसे फिर से समझाया और अनिच्छापूर्वक वहाँ से चले गए।

हालाँकि उन्हें अपनी बेटी को छोड़कर जाना अच्छा नहीं लग रहा था, लेकिन उन्हें उसके लिए न्याय लेना था, इसलिए उनको तुरंत वापस जाना पड़ा!

इस जोड़े के चले जाने के बाद, जियांग यानरान ने अचानक ये वानवान की ओर गंभीरता से देखा, "ये वानवान ..."

ये वानवान मुड़ी और पूछा, "यह क्या है?"

जियांग यानरान की आँखें थोड़ी लाल थीं, "थैंक यू! थैंक यू सो मच!"

अगर ये वानवान नहीं होती, तो जैसा मेरा स्वभाव है, मैं शायद इसे मम्मी और डैडी से छुपा कर रखती। यहाँ तक कि अगर मैं उन्हें बताने के बारे में सोचती भी, तो शायद तब तक बहुत देर हो चुकी होती।

ये वानवान मुस्कुराई और चिढ़ाया, "तुम मुझे केवल कह कर धन्यवाद नहीं दे सकती, यदि तुम सच में मुझे धन्यवाद देना चाहती हो, तो तुमको अपना शरीर मुझे समर्पित करना होगा~"

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