जियांग यानरान के माता-पिता कुछ ही समय में वहाँ पहुंच गए।
दरवाजे पर खटखटाहट सुनकर ये वानवान ने खुद को संभाला और फिर तुरंत दरवाज़ा खोलने के लिए चली गई।
"कहाँ है यानरान? हमारी यानरान कहाँ है?!"
"मेरी बेटी कहाँ है?"
श्री और श्रीमती जियांग इतने चिंतित थे कि उन्हें देख कर ऐसा लग रहा था कि वो पसीने से नहा चुके हो।
"अंकल, आंटी, आप आख़िर में यहाँ आ गए। यानरान बिस्तर पर लेटी हुई है - जल्दी चलिए और उसे देखिए!" ये वानवान ने कहा।
दोनों तुरंत बिस्तर के पास पहुंचे और अपनी बेटी को वहाँ पड़ा देखकर उनका दिल टूट गया।
जियांग यानरान काफी मरियल सी दिखी; उसका चेहरा पीला पड़ गया था, और रंगहीन लग रहा था, उसकी आँखें पूरी तरह से लाल और सूजी हुई थीं। मिस्टर एंड मिसेज जियांग को शायद कोई संदेह नहीं रहा।
"यानरान, तुमने इतनी बेवकूफी क्यों करी? वास्तव में क्या हुआ है?"
"यानरान, जल्दी से अपने डैडी को बताओ- क्या स्कूल में किसी ने तुम्हें धमकाया है?"
जियांग यानरान ने अपने चिंतित माता-पिता को सदमे से देखा। अपने परिवार को देखने के बाद, वह उन भावनाओं को रोक नहीं ले सकी, जिन्हें वह अब तक दबा रही थी और अपनी माँ के आलिंगन में समा गई, वह तकलीफ़ से रोने लगी, "डैडी ... मम्मी ... मुझे बहुत बुरा लग रहा है ... बहुत भयंकर..."
श्रीमती जियांग का दिल अपनी बेटी के रोने से टूट गया,"डार्लिंग लड़की! ओह, मेरी डार्लिंग बेटी! तुम मम्मी और डैडी को चिंता के कारण बीमार कर देना चाहती हो क्या? वास्तव में क्या हुआ?"
ये वानवान किनारे पर खड़ी थी, उसके चेहरे पर भी आँसू बह रहे थे, "अंकल, आंटी, आपको यानरान के लिए बोलना चाहिए। यानरान को स्कूल में इतनी बुरी तरह धमकाया गया था"।
श्री जियांग का चेहरा गुस्से से भर गया, "मेरी बेटी को धमकाने की, किसने हिम्मत की?!"
ये वानवान ने उत्तर दिया, "यह सोंग जिहांग और शेन मेंगकी हैं।"
डैडी जियांग की अभिव्यक्ति बदल गई, "ज़िहांग और शेन मेंगकी? यह कैसे हो सकता है? जिहांग कभी भी यानरान को नहीं धमकाएगा और क्या मेंगकी यानरान की सबसे अच्छी दोस्त नहीं है?"
ये वानवान ने जल्दी से समझाया,"यह बिल्कुल सच नहीं है।सोंग ज़िहांग ने कभी भी यानरान को पसंद नहीं किया और यहां तक कि यानरान की सबसे अच्छी दोस्त, शेन मेंगकी के साथ भी गुप्त रूप से मिला हुआ है। यानरान की सबसे अच्छी दोस्त होने पर भी शेन मेंगकी ने न केवल उससे सब छुपाया बल्कि सोंग ज़िहांग से प्यार भी किया, यह जानने के बाद भी कि यानरान और सोंग जि़हांग की सगाई हो चुकी है ... "
श्री जियांग ने सख्ती से कहा, "यह असंभव है! मैं इस बच्चे के चरित्र बहुत अच्छे से जानता हूँ - जिहांग का प्यार हमारी यानरान के लिए सच्चा है।"
श्रीमती जियांग ने कहा, "हां, हम इसे हर रोज़ खुद देखते हैं"।
ये वानवान अपने दिल में व्यंग से हँसी। सोंग ज़िहांग किसी पर भी अच्छा प्रभाव छोड़ने में माहिर था - कोई आश्चर्य नहीं कि जियांग यानरान चिंतित थी कि उसके माता-पिता उसपर विश्वास नहीं करेंगे।
ये वानवान शिकायतें करती रही, "अंकल, आंटी आपको बेवक़ूफ़ बनाया गया। सोंग जिहांग शुरू से ही आपके सामने नाटक कर रहा था। जब भी दोनों परिवारों के बड़े लोग सामने नहीं होते थे, तब वह यानरान के साथ रुखाई से पेश आता था और उसने यानरान को यह भी बताया कि वह किसी और को पसंद करता है"।
लेकिन यानरान बहुत भोली है उससे बहुत प्यार करती थी; वह इस बारे में किसी की परवाह नहीं करती थी और जब सोंग जिहांग उसे देखकर बस मुस्कुरा देता था तो वह समझती थी कि वह चांद के पार पहुँच गई है। उसे लगा कि शायद वह किसी दिन उसे बदल पाएगी।
एक लड़की के रूप में, उसे खुश करने के लिए, यानरान सर्दियों में सुबह जल्दी उठकर उसका पसंदीदा नाश्ता खरीदने के लिए अंधेरे में दस मील दूर जाती थी। गर्मियों में, वह चिलचिलाती धूप में हर दिन उसको चीयर करने के लिए बास्केटबॉल कोर्ट जाती थी!
वह एक राजकुमारी है और घर पर लाड-प्यार में रही है, लेकिन उसे खुश करने के लिए वह पूरी बास्केटबॉल टीम की नौकर थी; वह चुपचाप उन सभी को नाश्ता और पानी पहुँचाती थी और यहां तक कि उनकी पसीने से तर और बदबूदार जर्सियाँ भी धोती थी!"