"अरे! क्या चल रहा है? मैंने सोचा कि आज एक अच्छा शो होगा! लिंग डोंग, ये वानवान की मदद क्यों करेगा?"
"कौन जानता है? यह पूरी तरह से पागलपन है!"
"शायद झाओ जिंग झोउ की यातना सहने के बाद उसे असलियत समझ में आ गई है।
"ऐसा कैसे हो सकता है कि लिंग डोंग, छोटे मालिक को कोई डर हो? यह ही काफी है कि वह चीज़ों को ख़राब नहीं करता है!"
...
तमाम चर्चाओं के बीच, ये वानवान लिंग डोंग की कुर्सी पर बैठ गई।
वह मुसीबत के लिए तैयार थी, लेकिन जो हुआ वह उसकी उम्मीदों से परे था।
क्या लिंग डोंग, वास्तव में झाओ जिंग झोउ की यातना सहने के बाद अपनी औक़ात समझ गया था?
या ...
ये वानवान ने याद किया कि लिंग डोंग ने, कल रात गलती से देख लिया था कि वह मेकअप के बिना, कैसी दिखती थी।
उसका व्यवहार इस बात (बिना मेकअप उसे देखने के) से संबंधित नहीं हो सकता है, है ना?
कुछ ही देर में, घंटी बजी यह क्लास शुरु होने की सूचना थी, कक्षा फिर से शांत हो गई। ये वानवान ने इससे आगे कोई विचार नहीं किया।
उसने अपने दराज़ में फोन को देखा, उपेक्षित सा।
येहान ने, उसे ज़ू यी के साथ स्कूल भेजने के बाद, पिछली रात से अभी तक, ये वानवान से संपर्क नहीं किया था।
कल जैसी उसकी प्रतिक्रिया थी, उसके अनुसार उसे और गुस्सा नहीं करना चाहिए, है ना?
दरअसल, उसने कल एक जोखिम उठाया था।
अगर सी येहान गुस्से में पूरी तरह से होश खो चुका होता और उसे समझाए बिना उसे बंद कर देता, तो परिणाम और भयानक होते।
सौभाग्य से, उसके अब तक के प्रयास व्यर्थ नहीं गए। सी येहान ने शेन मेंगकी की बातों पर पूरी तरह से विश्वास नहीं किया और खुद चीज़ों की जांच करने गया था।
अभी तक छात्रों ने अपनी बात मन में छुपाकर रखी थी लेकिन, कक्षा के बाद, छात्र ये वानवान की तरफ घूरते रहे और फुसफुसाते रहे।
चेंग ज़ू और उसके तीन निडर अनुयायियों को ये वानवान की ओर झगड़ालू की तरह से जाते हुए देखकर, हर कोई फिर से सतर्क हो गया।
"बदसूरत सनकी, बाहर आओ! हमारे पास तुम्हारे लिए कुछ है!" तीखी ठुड्डी वाली लड़कियों में से एक ग़ुस्से से चिल्लाई।
अधिकतर, क्लास के बाद बुलाए जाने पर, उनको,लड़कियों के वॉशरूम में बुला कर उन्हें परेशान किया जाता था।।
ये वानवान इन बचकाने झगड़ों को महत्व नहीं देना चाहती थी, क्योंकि यह उसके मूड को भी प्रभावित करता था।
उसने उन्हें शांत निगाह से देखा और, इत्मीनान से जवाब दिया, "ज़रूर!"
"किसका इंतजार कर रही हो, जल्दी करो!" लड़की इंतजार नहीं कर सकी और दो लड़कियाँ मिलकर उसे खींचती हुई ले जाने लगीं।
सी ज़िया, जो टेबल पर सोया हुआ था, उसने जब यह दृश्य देखा तो उसकी भृकुटि तन गई। जैसे ही वह कुछ कहने वाला था, उसके पीछे से एक गहरी और ठंडी आवाज सुनाई दी -
"किसने कहा कि तुम लोग उसे छू भी सकते हो?"
लिंग डोंग हाथ में एक बड़ा प्लास्टिक बैग लेकर कक्षा के दरवाज़े पर खड़ा था, उसकी अभिव्यक्ति भयानक थी।
हालांकि लिंग डोंग उतना हसीन नहीं था जितना सी ज़िया था, पर वह अपने तरीके का हसीन दिख रहा था। फर्क सिर्फ इतना था कि उसका स्वभाव सी ज़िया से बिल्कुल अलग था। वह एक अक्खड़ भेड़िये की तरह था, क्रूरता उसके पूरे शरीर में व्याप्त थी और जब वह लड़ता था, तो असामान्य रूप से शातिर हो जाता था। हर दिन उसे देखकर लोग उससे डरते थे। उसके हाव-भाव देख कर, हर किसी की हड्डी तक काँप जाती थी।
यह देखकर कि लिंग डोंग उनके पीछे खड़ा था, तीनों लड़कियों को उसकी डरावनी अभिव्यक्ति ने चौंका दिया, "डोंग ... भाई डोंग!"
लड़कियों में से एक ने समझाने का साहस किया, "डोंग,यह बदसूरत सनकी लड़की बहुत नफरत के लायक़ है। न केवल उसने चेंग ज़ू की भूमिका को छीन लिया, बल्कि उसने तुमको बहुत परेशान भी किया। हम केवल वानवान से बदला लेने के लिए उसको एक सबक सिखाना चाहते थे।" "
लिंग डोंग की निगाह तीनों लड़कियों और कक्षा में हर किसी पर पड़ी। हर शब्द पर बहुत जो़र देकर उसने कहा, "चूंकि आप में से कोई भी, अभी मुझे समझ नहीं पाया है, इसलिए मैं, इसे फिर से कहूंगा। अब से, ये वानवान मेरे अपने लोगों में से एक है! जो कोई भी उसे परेशान करेगा, वह मेरे खिलाफ है, ऐसा माना जाएगा- लिंग डोंग! "