Chapter 76 - झगड़ा नहीं ... प्यार!

तीन लड़कियां: "..."

कक्षा में सभी छात्र: "..."

ये वानवान खुद अवाक थी।

तीनों लड़कियों ने एक-दूसरे को देखा और होश संभालने में काफी देर लगा दी। फिर उन्होंने जल्दी से कहा—

"डोंग ... भाई डोंग ... तुम क्या कह रहे हो?"

"आपका क्या मतलब है, ये वानवान आपके अपने लोगों में से एक है?"

"डोंग, क्या आपने कहीं कोई गलती की है?"

लिंग डोंग खीझ से भर गया, "मैंने जो कहा, शाब्दिक रूप से भी मेरा वही मतलब है। ये वानवान मेरे अपने लोगों में से एक है; किसी को भी उसे परेशान करने की अनुमति नहीं है! तुम लोग अंग्रेजी नहीं समझते हो? यदि समझते हो, तो यहाँ से दफ़ा हो जाओ।"

वे तीनों चेंग ज़ू की पक्की अनुयायी थीं, साथ ही वे लिंग डोंग के भी बहुत करीब थीं। ऐसा पहली बार हुआ था, जब लिंग डोंग ने उनसे ऐसे कठोर लहज़े में बात की थी, वे उस पर ग़ुस्सा हुई और उनकी आंखें लाल हो गईं। वो और अधिक विरोध करना चाहती थीं, लेकिन लिंग डोंग की भयानक अभिव्यक्ति को देखने के बाद, उनकी हिम्मत नहीं हुई, वो अपने पैरों को जो़र से पटक कर, तेज़ी से चेंग ज़ू के पास चली गईं।

उन तीनों के चले जाने के बाद, लिंग डोंग ने ये वानवान को फिर से देखा और उसकी कठोर अभिव्यक्ति सामान्य हो गई।!

थोड़ी देर झिझकने के बाद, लिंग डोंग स्नैक्स के बड़े बैग को लेकर आया और धीमी आवाज़ में ये वानवान से कहा, "तुम्हारे लिए।"

ये वानवान ने स्नैक्स को देखा, वह उलझन में थी, इसलिए चुप ही रही, "..."

लिंग डोंग उसकी डेस्क के सामने खड़ा था और उसकी, वहाँ से जाने की कोई इच्छा नहीं थी। वह बोलने में संकोच कर रहा था और हर बार, जब वह कुछ कहना चाहता था, तो वह अपने ही शब्दों को निगल जाता था। ऐसा कई बार हुआ पर अंत में एक गहरी साँस लेकर हकलाता हुआ बोला,"ये वानवान ... क्या आज रात, तुम स्कूल के बाद फ़्री हो?"

"आज रात?"

एक वाक्यांश अवचेतन रूप से, ये वानवान के दिमाग़ में आया, जिसे अधिकतर लोग, जब किसी से लड़ना चाहते हैं, तब कहते हैं,"स्कूल के बाद, बाहर मत निकलना।"

क्या वह मुझे, स्कूल के बाद कोई सबक सिखाना चाहता है?

लिंग डोंग ने महसूस किया कि ये वानवान गलत समझ रही थी, इसलिए उसने जल्दी से कहा,"वहाँ ... स्कूल के पास एक नया बारबेक्यू खुला है ... क्या तुम मेरे साथ वहाँ जाना चाहोगी? मेरी तरफ़ से पार्टी!"

चारों ओर छात्रों की भीड़ थी: "... !!!"

अरे नहीं! यह सब इतना विचित्र क्यों होता जा रहा है?

ये वानवान ने अपनी भौंहें टेढी़ कीं, क्या हो रहा है?

क्या यह लड़ाई नहीं है ... बल्कि प्यार है?

"रुको,रुको,रुको,रुको ... क्षमा करो, लिंग डोंग मुझे बिल्कुल समझ नहीं आ रहा है - यह कैसी चाल है?" ये वानवान सीधे मुद्दे पर आ गई।

असल में, चारों ओर भीड़ बना कर खड़े हुए लोगों को भी कुछ समझ में नहीं आया। यह समझ में आता है कि लिंग डोंग ने, झाओ जिंग झोउ की वजह से, ये वानवान को परेशान करने की हिम्मत नहीं की, लेकिन फिर भी, उसे यह सब कहने की क्या ज़रूरत थी, कि ये वानवान उसके अपने लोगों में से एक है? इतना ही नहीं अब, वह उसे रात के खाने पर बाहर ले जाने के लिए भी पूछ रहा है?

इन दो दिनों में, स्कूल में, वास्तव में क्या हुआ?

ये वानवान की बातें सुनकर, लिंग डोंग का चेहरा उतर गया, उसने नाराज़ होकर कहा, "यह कोई चाल नहीं है!"

ये वानवान ने मुस्कुराते हुए कहा, "लिंग डोंग, सीधे लोग तुच्छता का सहारा नहीं लेते। सिर्फ इतना बता दो कि तुम क्या सोच रहे हो? बस वही कहो।"

लिंग डोंग खड़ा हो गया और उसे घूरता रहा, उसने उंगलियों को इतनी जो़र से मोड़ा कि वे चटकने लगीं।

ये वानवान ने सोचा कि वह उसे मारने जा रहा है, तभी उसे अचानक सुनाई पड़ा, "ये वानवान, मैं तुम्हें पसंद करता हूँ"!

ये वानवान दंग रह गई: "..." हुह?

"पफ ... खाँसी, खाँसी ..." सी ज़िया, जो यह सब बेपरवाही से देख रहा था, अब और नहीं रुक सका, वह जो़र ज़ोर से खाँसने लगा।

कक्षा के सभी छात्र चकित रह गए उनको ऐसा लगा, जैसे उन्होंने कोई भूत देख लिया हो।

"धिक्कार है! मैंने क्या सुना? डोंग वास्तव में उस बदसूरत सनकी को पसंद करता है, वो ये वानवान!!!" लिंग डोंग के दोस्त का मुँह खुला का खुला रह गया।

एक और लड़के का चेहरा सदमे से भर गया, "डोंग, क्या तुम पागल हो?"

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