जब लड़की के कोमल होंठों ने उसके होंठों का स्पर्श किया तो सी येहान की आँखें सिकुड़ गईं।
उसकी आँखें और गहरी हो गईं और ऐसे लगा कि वो उसको निगल ही लेगा।
ऐसा स्वैच्छिक चुंबन पहले कभी नहीं हुआ था...यह इतना खूबसूरत और मधुर था कि उसका दिल मचलने लगा ...
"बस इतना ही?" सी येहान थोड़ी डरावनी कर्कश में बोला, ज़ाहिर है वह असंतुष्ट था।
ये वानवान ने हल्के से कहा, "यह सिर्फ एक झलक थी, मैं आपको और अधिक नहीं दे सकती क्योंकि मैं कोई मीठा ख़रबूज़ा नहीं हूँ।
"ओह..." सी येहान हल्के से मुस्कुराया।
सी येहान की कातिलाना नज़रों से वह सुरक्षित दूरी पर चली गई। पर जानबूझ कर अपनी बात ज़ारी रखी "असल में... मैं सिर्फ इतना चाहती हूँ कि मैं अन्य लड़कियों की तरह रहूँ और प्यार करना सीखूँ।
मैं वादा करती हूं कि मैं फिर कभी नहीं भागूँगी। तुम भी मुझे वो करने को मत मजबूर मत करना जो मैं करना नहीं चाहती, और न ही तुम हर समय गुस्से में और डरावने रहोगे? ठीक है?
पहले मुझ पर गू यूज़े का जुनून सवार था और मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था, लेकिन मैं अब समझ गई हूं।
मुझे लगता है कि 9 वें मास्टर के रुतबे के मुताबिक़, जब तक हम एक सामान्य रिश्ता बना पाते हैं, मैं निश्चित रूप से समय के साथ एक 'मीठा तरबूज़' बन सकती हूँ"।
ये वानवन तब तक बोलती गई जब तक मुँह सूखने लगा। "असल में... मीठे तरबूज़ काफी स्वादिष्ट होते हैं, मुझे लगता है कि तुम्हें एक बार चखना चाहिए। अगर तुमने उन्हें खाया ही नहीं है, तो पता कैसे चलेगा कि तुम्हें वो पसंद हैं या नहीं?" वह उसके जवाब का उत्सुकता से इंतजार कर रही थी ।
सी येहान ने उस "छोटे से मीठे तरबूज़" को अच्छा दिखाने की कोशिश में लगे हुए हल्के से मुस्कुराते हुए देखा । फिर उसने बलपूर्वक कहा "अगर यह सड़ जाए तो क्या होगा?"
ये वानवन ने होठों को ऊपर की तरफ उठाया। उसने अपना पसीना पोंछा और कहा, "ऐसा नहीं होगा, ऐसा नहीं होगा! मैं पूरी कोशिश करूंगी और बढ़िया बनूँगी! मैं निश्चित रूप से एक सुंदर मीठा तरबूज़ बन जाऊंगी!"
कुछ पल सन्नाटे में गुज़रे और बस ये वानवान हार मानने ही वाली थी कि सी येहान ने कहा "ठीक है" ।
सी येहान की बात का जवाब देने से पहले ये वानवान कुछ समय के लिए भौंच्चकी रह गई। वह बहुत खुश हो गई- तुम मान गए? तो क्या मैं स्कूल जा सकती हूँ? दूसरे बच्चों की तरह छात्रावास में रह सकती हूँ? मैं जो करना चाहूँ वह कर सकती हूं ...?"
तो ....तो मैं अपनी चीजों को पैक करने के लिए जा रही हूँ! मैं कल स्कूल के छात्रावास में जाऊँगी। लेकिन जब भी मुझे समय मिलेगा मैं सब्जी के बगीचे को देखने आऊँगी।
अपनी बात पूरी करके वह उछलती हुई जल्दी से वहाँ से चली गई, क्या पता कब सी येहान अपना मन बदल दे?
वानवान कितने उत्साह से गई, यह देखकर सी येहान उदास हो गया, जैसे उसे अपने फैसले पर उसे पछतावा हुआ।
लेकिन जब सी येहान की उंगलियों ने अपने होंठों पर, वानवान के मधुर चुंबन को फिर से छुआ तो उसकी आँखों कि उदासी गायब हो गई।
वानवान, यह आखिरी बार है, जब मैं तुम पर भरोसा कर रहा हूं।
और यह तुम्हारा आख़िरी मौका भी है।
अगर तुमने मुझे धोखा दिया ….
कमरे में वापस:
ये वानवान ने जल्दी से अपनी सभी किताबों और सामान को पैक कर लिया।
यह वाकई एक बहुत बड़ी बात है, यह एक सपने जैसा है।
फिर, उसका सेल फोन बजने लगा। शेन मेंगकी का फोन आया था।
ये वानवान के चेहरे पर गुस्सा दिखाई दिया और उसने कॉल का जवाब दिया, "हैलो?"
कॉल कनेक्ट होने के बाद, शेन मेंगकी की खीजी हुई आवाज़ आई, "वानवान, मैं तुम्हें फोन करती रही तुमने जवाब क्यों नहीं दिया? तुम ठीक हो न? तुम युवा मास्टर गू यूज़े के साथ क्यों नहीं गई? क्या तुम जानती हो कि मैंने गू यूज़े को समझाने की कितनी कोशिश की है?"
"मैं यह सब फोन पर ठीक से समझा नहीं सकती। हम कल स्कूल में इसके बारे में बात करेंगे!"
" क...क्या? सी येहान ने तुम्हें रोका नही?" वह तुम्हें स्कूल जाने की अनुमति भी दे रहा है?" शेन मेंगकी का लहज़ा बदल गया।
यह जानने के बाद भी कि ये वानवान गू यूज़े के साथ भाग जाना चाहती थी, सी येहान ने उसे इतनी आसानी से कैसे जाने दिया?
या फिर... सी येहान ने उसे नापसंद करना शुरू कर दिया है...इसलिए वह नहीं चाहता कि वह अब जिन गार्डन में रहे?
ये वानवन ज़्यादा बातें बताना नहीं चाहती थी, उसने बस इतना ही कहा - "हाँ मैं कल डोरमेट्री में वापस जाऊँगी।"
शेन मेंगकी ने उत्सुकता से पूछा, "क्या यह इसलिए क्योंकि सी येहान ने तुम्हें और गू यूज़े को एक साथ देखा था और गलत समझा था, इसलिए वह तुम्हें वहाँ से बाहर निकालना चाहता है?"
ये वानवान मुस्कुराई और उसको जवाब देने के लिए अपना समय लिया, "तुम्हें कैसे पता चला कि सी येहान ने मुझे और गु यूज़े को एक साथ देखा? वह उन दिनों घर पर नहीं था, क्या तुम नहीं जानतीं?"
"मैं... मैं बस अनुमान लगा रही थी, चलो खैर, जब तुम स्कूल वापस आओ तो मुझे सब विस्तार से बताना।"