Chapter 9 - तुम मूर्ख हो!

इस परिचित आवाज को सुनकर लिन क्यू का चेहरा ऐसा लग रहा था जैसे उसने कोई भूत देख लिया हो। वह जल्दी से खड़ा हुआ और अपनी कुर्सी से टकरा गया।

"हे भगवान! ये ... ये वानवान ?

"ऐसा कैसे हो सकता है?"

 "क्या तुमने प्लास्टिक सर्जरी करवाई?" आश्चर्य से लिन क्यू का मुँह खुला का खुला रह गया। 

लेकिन, यह भी नहीं सही नहीं है, सर्जरी इतनी जल्दी कैसे हो सकती है? जब लिन क्यू ने उसे कुछ दिन पहले देखा था तब भी वह उतनी ही बुरी दिख रही थी ।

ये वानवान गुस्से में फट पडी़ "प्लास्टिक सर्जरी तुमने कारवाई होगी!मैं हमेशा से ऐसी ही दिखती हूँ। और तुम मुझे ठीक से बताओ कि मैं मोटी कैसे हूँ?

सी येहान के भावहीन चेहरे पर बेहोशी जैसा भाव दिखाई दिया।

उस लड़की को देख कर ऐसा लगा मानो उसकी आँखे आग बरसा रही हों—काफी समय हो गया था उन्हें इतना प्रचंड हुये।

क्रोध से भरी ये वानवान को अचानक लगा कि किसी ने ठंडे हाथों ने उसके माथे को थपथपाया हो, जैसे कोई गुस्से में भरे जानवर को पालतू बनाने की कोशिश कर रहा हो।

उसी समय, एक नर्म आवाज़ उसके कानों में सुनाई पडी़ "तुम मोटी नहीं हो।"

ये वानवन ने आश्चर्यचकित हो उठी और उसने सी येहान को देखा।

क्या उसकी सोचने की ताक़त ख़त्म हो गई थी? सी येहान इतना...विनम्र … कैसे हो सकता है?

ये वानवान ने अपने विचार के प्रवाह को रोका और महसूस किया कि वह बहुत ग़ुस्से में थी "मैं अब बिल्कुल भी मोटी नहीं हूँ..." यह कहते हुए उसे बहुत शर्म आई।

सी येहान ने कहा, "तुम पहले भी मोटी नहीं थी"।

लिन क्यू गंभीर हो गया, "9 वें भाई, ईमानदारी से दुबारा कहो!"

ये वानवान ने गुस्से में अपने दांत पीस लिए...

सी येहान ने लिन क्यू को देखते हुए धीरे से कहा,"मैंने चेंग डोंग में ज़ी ज़ेझी को जमीन का एक टुकड़ा दिया है।"

लिन क्यू अचानक हक्का -बक्का रह गया -- "क्या? 9 वें भाई इस बारे में मजाक मत करो। क्या तुमने इसे मुझे देने का वादा नहीं किया था? क्या तुमने पहले ही इसे जी़ जे़झी को दे दिया या तुमने अभी एक सेकेंड पहले यह फैसला लिया है? 

सी येहान: "मैंने अभी फैसला किया है।"

लिन क्यू --उफ़! सिर्फ इसलिए क्योंकि मैंने अभी-अभी ये वानवान को मोटी कहा ?

तुम ...तुम मूर्ख हो!" लिन क्यू ने विरोध किया ।

सी येहान ने इस बात का न तो विरोध किया, बल्कि इस ख़िताब का आनंद ही उठाया। एक भावहीन चेहरे के साथ, उसने कहा, " तुम रास्ते में रुकावट हो, अब तुमको यहाँ से चले जाना चाहिए।

 सी येहान न केवल मूर्ख है बल्कि वह उसका अपनी प्रेमिका की तरफ झुकाव भी है और अपने ही भाई को रुकावट भी मानता है।

लिन क्यू का दिल टूट गया और वह रोता हुआ वहाँ से चला गया।

लिन क्यू के चले जाने के बाद, ये वानवान और सी येहान डायनिंग रूम में अकेले रह गए थे। 

 जब तक लिन क्यू वहाँ था ये वानवान आराम से थी , लेकिन जब वह चला गया, तो वह तनाव में आ गई। अचानक अब वहाँ सिर्फ सी येहान ही दिख रहा था ।

"कुछ और खाओ"।

उसकी प्लेट में उसके पसंदीदा नाश्ते की दुकान का एक और 'जिओ लॉन्ग बाओ आ गया था।

ये वानवान में परस्पर विरोधी भावनाएँ थीं।

जब से वो वहाँ पर आई थी, टैबसे उसके स्वरूप में बदलाव का सी येहान पर बिलकुल भी कोई विशेष प्रभाव नहीं पड़ा था।

लिन क्यू कि तरह प्रतिकृया देना बहुत स्वभाविक है,है ना? 

ये वानवान इससे ज़्यादा खुद नहीं रोक पाई और पूछा, "सी येहान, क्या तुम्हें आज मुझमें कुछ अलग नहीं लगा?"

सी येहान ने अपनी प्लेट मे एक झींगा पकौड़ा रखा और कहा -"क्या?"

ये वानवान: "मेरी सूरत!"

सी यहान ने अपनी भौंहें सिकोड़ कर कहा, "क्या फ़र्क़ है?"

ये वानवान दंग रह गई "..."

क्या यह आदमी अंधा है?

उसने उसके अविश्वसनीय भाव को देखा और थोड़ा हंस दिया। उसने उसकी नाजुक ठुड्डी को सहलाया, उसके होंठों पर अपनी उंगली फिराई और गहरी रोमांटिक आवाज में कहा, "अभी भी उतनी ही प्यारी लग रही हो ।

ये वानवान: "..."

मुझे इस रूप में देखो ।

उसे मेरा पिछला भयावह रूप अच्छा लगता है? और अब मैं जैसी दिखती हूँ, उसमें कोई फ़र्क़ नहीं है ?

ये वानवन उसकी सुंदरता के बारे में इस अजीब सोच से सदमें में थी ।

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