जैसे ही लिन चे कार में बैठी, वो गु जिंग्ज की बाहों में बेहोश हो गई।
लिन चे को नहीं पता था कि वो अचानक इतनी कमजोरी क्यों महसूस कर रही थी, लेकिन गु जिंग्ज ने उसकी पुरानी चोटों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया, जो पूरी तरह से ठीक नहीं हुई थी।
भले ही उसकी चोटें बाहर से ठीक हो गईं थीं, लेकिन उस दौरान उसका काफी खून बह गया था। इसलिए वो अब तक कमजोर थी।
गु जिंग्ज उसे घर वापस ले आया और उसे बिस्तर पर लिटा दिया। जैसे ही उसने उसके फटे होठों को देखा, उसकी आंखें गहरी हो गईं।
"पागल लड़की ... हमेशा खुद को मुसीबत में डालती है।"
उसने अपने हाथ से उसके माथे को धीरे से सहलाया, जिससे लिन चे को अच्छा लगा।
जैसे ही गु जिंग्ज दूर जाने लगा, उसे लगा कि लिन चे का हाथ बेहोशी में उसकी उंगली को पकड़ रहा है। गु जिंग्ज ने उसके पीले चेहरे को गहराई से देखा और रूकने का फैसला किया। उसके दांत किटकिटा रहे थे, क्योंकि उसे ठंड लग रही थी। उसने अपने हाथ का पिछला हिस्सा उसके माथे पर रखा। वो बहुत गर्म था। उसने कंबल उठाने से पहले कुछ देर सोचा और उसके बगल में लेट गया।
उसे याद आया कि जब वो बच्चा था और उसे तेज बुखार आता था, उसका पूरा शरीर गर्म हो जाता था, और उसके हाथ और पैर बर्फ की तरह ठंडे रहते थे। उसकी मां भी ऐसा ही करती, उसके हाथ पैरों को तब तक रगड़ती थी, जब तक वे गर्म न हो जाते और उसका बुखार कम हो जाता था।
उसने उसे कसकर पकड़ लिया और उसे गले लगा लिया।
उसने बिस्तर के बगल में लगी घंटी दबाई और एक नौकरानी को बुलाया।
"चेन युचेंग को बुलाओ।"
डॉक्टर चेन जल्द ही पहुंचे।
नौकरानी ने कहा,"मैडम बीमार हैं।"
चेन युचेंग ने बड़बड़ाया, "कब उन्होंने मुझे दूसरे मरीजों को देखने दिया है?"
वो अंतरराष्ट्रीय स्तर के प्रसिद्ध डॉक्टर थे। गु परिवार ने उन्हें ढूंढ़ लिया। अपनी रिसर्च के दौरान, उन्हें केवल गु जिंग्ज के पर्सनल डॉक्टर होने की अनुमति दी गई थी। कई वर्षों तक अगर कोई और रिसर्च की आवश्यकता नहीं थी, तो भी उन्होंने किसी और को नहीं देखा।
जैसे ही चेन युचेंग ने दरवाजा खोला उन्होंने गु जिंग्ज को बिस्तर पर लेटे हुए देखा। उनकी बांहों में एक लड़की लेटी हुई थी, जो बिल्ली के बच्चे की तरह लग रही थी।
"सॉरी, सॉरी। मुझे नहीं पता था कि आप लोग....",चेन युचेंग ने जल्दबाजी में दरवाजा बंद कर दिया।
अंदर, गु जिंग्ज का चेहरा काला पड़ गया।
"अंदर आ जाइए," उसने दरवाजे पर पुकारा।
चेन युचेंग ने इसके बारे में सोचा, "वो लोग कुछ नहीं कर रहे थे। उन्होंने पूरे कपड़े पहने हुए थे। इसलिए, जब उसने गु जिंग्ज की आवाज सुनी, तो उसने फिर से दरवाजा खोल दिया।
गु जिंग्ज ने उसकी बांहों में लेटी हुई लड़की की तरफ देखते हुए कहा, "किसी कारण से इसे बुखार आ गया है।"
थाने में सिर्फ एक रात बिताने के बाद, वो घर लौटने पर बेहोश हो गई। उसे नहीं पता था कि उसके साथ क्या हुआ है।
चेन युचेंग ने देखा कि गु जिंग्ज उसे लेकर कितना चिंतित था, इसलिए वो जल्दी ही उसे देखने के लिए आगे बढ़ा।
जांच के बाद, चेन युचेंग ने कहा, "मिस्टर गु। आपकी पत्नी को सिर्फ जुकाम है।"
"..." गु जिंग्ज ने पूछा, "सिर्फ ज़ुकाम?"
"जी हां। थोड़ा सा बुखार, नाक बंध और गले में सूजन है। ये सभी ज़ुकाम के स्पष्ट लक्षण हैं।"
गु जिंग्ज़ ने थोड़ी देर रूककर कहा, "आप जा सकते हैं।"
चेन युचेंग अचम्भे में थे। पहले उन्हें जल्दबाजी में बुलाया गया। लेकिन जब गु जिंग्ज को पता चला कि ये सिर्फ एक ज़ुकाम है, तो उन्हें निकला जा रहा था?
"सर, आसपास कई सामान्य चिकित्सक हैं। शायद अगली बार आप उन्हें बुला सकते हैं।"
गु जिंग्ज चुप था। उसकी निगाह अभी भी लिन चे पर ही टिकी थी और उसने सामान्य रूप से कहा, "हां, मुझे ऐसा लगता है कि मुझे अब कई सालों से कोई समस्या नहीं है। फिर भी रिसर्च का कोई नतीजा नहीं निकला है। मैं इन दिनों बहुत बेहतर हूं, लेकिन ये आपकी वजह से नहीं है। मैं अगली बार से एक सामान्य चिकित्सक बुला लूंगा। आपको अब और नहीं आना पड़ेगा।"
"..." चेन युचेंग ने जल्दी से उत्तर दिया, "मैं तो मजाक कर रहा था। सामान्य चिकित्सक उतने समझदार नहीं होते हैं। मैडम की बीमारी एक गंभीर मामला है। अच्छा हुआ जो आपने मुझे फोन कर दिया।"
गु जिंग्ज ने उसे वहां से जाने का संकेत देने के लिए अपना सिर उठाकर उसकी तरफ देखा।
चेन युचेंग तुरंत चले गए।
भले ही गु जिंग्ज ने सुना कि ये सिर्फ ठंड थी, फिर भी उसे चैन नहीं पड़ रहा था। वो उसे बार-बार अपने आप से चिपका कर गले लगाता रहा और उसके हाथ-पैर गर्म करता रहा।
लिन चे केवल अपने ठंडे शरीर को महसूस कर सकती थी, जैसे कि वो अभी भी पुलिस स्टेशन में थी।
उसे लगा कि उसे कोई खींच रहा है। कोई चुपचाप उसका हाथ पकड़कर उसे उठाने में मदद कर रहा था।
अचानक, उसे याद आया कि वो किन क्विंग के पास खड़ी थी। उसने अपनी पूरी ताकत से अपना मुंह खोला, और बोलने की कोशिश कर रही थी। उसने बेहोशी की हालत में कहा,"किन क्विंग..."
गु जिंग्ज पहले तो दंग रह गया। फिर वो उसके होंठो के करीब गया और ध्यान से सुना।
उसने बड़ी मुश्किल से नाम दोहराया। ये वास्तव में किन क्विंग ही बोल रही थी ...
गु जिंग्ज ने तुरंत उसे छोड़ दिया, वो खड़ा हो गया और उसके बिस्तर में लेटी हुई लड़की को घूरने लगा।
"किन ..." उसने फिर से धीरे से कहा। गु जिंग्ज ने कंबल उठा लिया।
"लिन चे, उठो। होश में आओ। मैं कौन हूं?" उसने जबरदस्ती लिन चे को बिस्तर से खींच लिया, उसकी काली आंखें गुस्से से चमक रही थीं।
लिन चे ने अपनी आंखें खोलीं, उसे अभी भी चक्कर आ रहे थे । गुस्से से भरा चेहरा देखकर वो धीरे से उठ गई।
ये गु जिंग्ज था।
"ओह तुम हो?" उसे ये जानकर आश्चर्य हुआ कि वो वहां आया था।
उसका फोन तो लगा नहीं था। फिर उसे कैसे पता चला कि उसके साथ क्या हुआ था?
गु जिंग्ज ने अपनी आंखे घुमाईं और मुस्कराते हुए कहा, "क्यों? तुम्हारे प्यारे किन क्विंग के बजाए मुझे यहां देखकर तुम्हें अच्छा नहीं लगा?"
लिन चे हैरान हो गई। गु जिंग्ज की आंखों में नफरत की आग को देखकर, उसे याद आया कि उसने उसे कैसे कहा था कि वो युवाओं को गुमराह करती है और इश्कबाज है।
वो अभी भी लिन चे के कंधों को पकड़े हुए था। वो ठंडा लग रहा था और उसका चेहरा उससे काफी दूर था।
लिन चे ने उसके हाथों को दूर धकेल दिया।
"मुझे जाने दो। तुम क्या कर रहे हो?"
लिन चे ने उसे धक्का देने की हिम्मत की थी?
उसने गु जिंग्ज को एक तरफ धकेल दिया, लेकिन उसने उसकी कलाई पकड़ ली, "क्यों? तुम्हें ये सोचकर घृणा हो रही है कि ये मैं हूं जो तुम्हें छू रहा है न कि किन क्विंग। ये गलत है। किन क्विंग पहले से ही किसी और का मंगेतर है। तुम उसे पसंद करती हो लेकिन उसे मालूम तक नहीं है। लिन चे, अब उसे छोड़ दो।"
लिन चे उसके तीखे शब्दों को सुनकर हताश हो गई थी।
उसने अपनी पूरी ताकत के साथ गु जिंग्ज के हाथ को दूर करने की कोशिश की, "मुझे जाने दो, गु जिंग्ज। मैं सिर्फ एक धोकेबाज हूं। मुझे छूकर अपने हाथ गंदे मत करो।"
गु जिंग्ज को गुस्सा आ गया था। उसे संघर्ष करते देखकर उसकी आंखें चमक उठीं। दोनों हाथों से उसने उसके कंधों को पकड़ कर उसे नीचे धकेल दिया।
दोनों नरम बिस्तर पर गिरे गु जिंग्ज का शरीर उसके ऊपर था और उसे अपनी मर्दानगी से दबा रहा था।
लिन चे चिल्लाई, "गु जिंग्ज, चले जाओ। तुम एक ... मूर्ख, बास्टर्ड हो। मुझे जाने दो!"
वो सारा दिन एक अच्छा शब्द खोजने की कोशिश कर सकती थी, जो वास्तव में उसका अपमान कर सके।
हालांकि, वो कमजोर थी, लेकिन उसने अपनी पूरी ताकत से संघर्ष किया। उसके सामने वो बिल्कुल कमजोर थी, लेकिन उसने फिर भी उसे ऐसे दूर धकेलने की कोशिश की, जैसे किसी ने उसकी मजबूत छाती पर एक रूई का गोला मारा हो। पर वो हिला भी नहीं।
लिन चे ने महसूस किया कि उसके पास कितनी गजब की ताकत थी। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि लिन चे ने क्या किया, वो चट्टान की तरह मजबूत था और हिलने को तैयार नहीं था। परेशान होकर, उसने अपना घुटना ऊपर उठाया और सीधे नीचे की ओर लक्ष्य किया …