लिन चे गंभीरता से गु जिंग्यु के साथ अपने स्क्रिप्ट का फिर से अभ्यास करने लगी। गु जिंग्यु अपना सिर बार-बार ऊपर नीचे करके उसकी तरफ देखता रहा, पर लिन ने उसको एक बार भी नहीं देखा और उसे ये महसूस कराया जैसे वो वहां पर है ही नहीं ।
गु जिंगयु अपनी ठोड़ी पर हाथ रखकर आराम से बैठ गया और लिन चे को ध्यान से देखने लगा।
जब लिन चे ने महसूस किया की उसने घूरना बंद कर दिया, तो उसने अपना सिर उठाया और चिंतित स्वर में पूछा, "सीनियर जिंगयु, आप मुझे क्यों देख रहे हैं?"
गु जिंगयु ने पूछा,"क्या तुम्हें लगता है कि मैं बदसूरत हूं?"
आश्चर्यचकित, लिन चे ने कहा, "नहीं ऐसा तो नहीं है।"
गु जिंगयु ने कहा," तो फिर तुम कभी मेरी तरफ क्यों नहीं देखती?"
लिन चे ने अपनी स्क्रिप्ट की ओर इशारा किया- "क्यूंकि मुझे स्क्रिप्ट देखनी थी ।।।"
"तो यह सच है कि तुम मुझे पसंद नहीं करती। क्या तुम पर मेरा इम्प्रैशन बहुत बुरा है?" ये कह कर उसने अपने मन में सोचा " क्या मै स्क्रिप्ट जितना अच्छा नहीं हूँ " ?
लिन चे ने कहा, "यह कैसे हो सकता है! मैंने हमेशा आपको बहुत पसंद किया है, सीनियर जिंग्यु। आप इंडस्ट्री के रोल मॉडल हैं। मैं आपकी बहुत इज़्ज़त करती हूं ! आपके प्रति मेरा सम्मान दरअसल उस नदी की तरह है जिसका कोई अंत नहीं है । "
गु जिंगयु ने कहा,"अगर यह सच है, तो तुम्हें मेरे पीछे- पीछे घूमना चाहिए , कल से मुझे चाय परोसो, पानी पिलाओ, मुझे पॉर्रिज बना कर खिलाओ, और मेरा खाना बनाओ।"
लिन चे ने कहा, "हुह?"
गु जिंगयु ने कहा,"क्या तुम्हें यह सब नहीं करना चाहिए?
लिन चे ने कहा,"लेकिन अगर मैं यह सभी काम करती हूं, तो क्या आपके असिस्टेंट को नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा ?"
"हाहा, तो तुम उसका ख्याल रखते हुए यह सब नहीं कर रही हो?"
"हाँ, हाँ। नहीं तो, मैं वास्तव में आपके पीछे-पीछे चलना शुरू कर देती। मैं सीरियस हूँ,सीनियर जिंग्यु ।"
गु जिंगयु ने बेमन कहा, "ठीक है, मैं मान लेता हूँ ।" लिन चे बेचारा सा मुंह बनाकर मुस्कुरा दी।
गु जिंगयु ने कहा, "तुम रोते हुए बहुत बुरी लगोगी।"
लिन चे का चेहरा अजीब सा हो गया । वह उसके साथ इतने सामान्य तरीके से बातचीत करके दरअसल सहज थी।
गु जिंगयु के बारे में जो अफवाहें थी, वो बिलकुल गलत थी ,वह बिलकुल वैसा नहीं था। उसके साथ रहना उतना मुश्किल नहीं था, इसलिए उसे ये पता करना था कि एंटरटेनमेंट रिपोर्टों में क्यों कहा गया था कि उन्हें बात करना और लोगों से मिलना पसंद नहीं था।
उसके साथ बातचीत करके लगा,कि वह वास्तव में काफी मिलनसार हैं।
गु जिंगयु केवल तभी खड़ा हुआ जब फिल्मिंग के लिए उसकी बारी थी।उन्होंने निर्देशक को खासतौर पर कह दिया था कि वह आज फ्री हैं, इसलिए लिन चे के साथ उनके कल होने वाले दृश्यों को आज ही फिल्माया जाए ।
लिन चे के साथ उनके दृश्यों में रोमांस का कोई तत्व नहीं था। काफी समय तक रिहर्सल करने के बाद, वे पहले से ही अपनी लाइनों से परिचित थे और एक ही बार में सही रूप से फिल्मांकन पूरा कर लिया।
निर्देशक ने गु जिंगयु की यह कहते हुए तारीफ की कि, "जिंगयु आपने बहुत अच्छी एक्टिंग की है। आपने बिना किसी हिचकिचाहट के, एक के बाद एक फिल्मांकन खत्म किया।"
गु जिंगयु लंबे समय से इस तरह की तारीफ सुनने का आदी था । उन्होंने पानी पिया, जो उनके असिस्टेंट ने उन्हें दिया था और कहा,"ऐसा नहीं है, मुझे लगता है कि लिन चे की एक्टिंग भी बहुत अच्छी थी । हमारे बीच में एकदम सही तालमेल है। वह बुरी नहीं है। " उसकी बादाम जैसी आँखें गोल हो गयीं जैसे ही उसने लिन चे को देखा।
उनके बगल में खड़ा निर्देशक चुप हो गया।फिर, उसने लिन चे की तरफ देखकर कहा, "हाँ, हाँ। यह वास्तव में उसकी खूबी ही थी की हमने उसे चुना। हालाँकि वह नयी है,पर उसका एक्टिंग बुरी नहीं है । उसमें क्षमता है।"
यह सुनकर लिन चे ने गु जिंगयु को कृतज्ञता से देखा। एक अभिनेत्री को अपने शुरुआती दिनों में थोड़ा सा प्रोत्साहन, वास्तव में लंबे समय के लिए खुश कर देता है।
"धन्यवाद,सीनियर जिंगयु। धन्यवाद, निर्देशक ," उसने फौरन कहा।
गु जिंगयु ने लिन चे को देखा, "तुम मुझे सीनियर जिंगयु क्यों बुलाती हो? सिर्फ जिंगयु ही बुलाया करो।"
गु जिंगयु को देखकर लिन चे मुस्कुराई। उसने और भी दृढ़ता से महसूस किया कि वह वास्तव में एक अच्छा इंसान था।
दूसरी ओर, निर्देशक उनके पीछे था जो यह दर्शा रहा था कि अभी क्या हुआ था। उसने लिन चे की तरफ देखा और सोचा कि यह छोटी सी महिला बहुत भाग्यशाली है। यह कैसे हो सकता है कि आमतौर पर इतने पेचीदा गु जिंगयु, इतने कम समय से उसे जानने के बाद भी उसके लिए इतना सोच रहे थे?
शुरू में निर्देशक ने लिन चे को इसलिए चुना था, क्योंकि उसे लगा था कि उसकी छवि बहुत उपयुक्त है। वह देखने वालों के लिए एक नया चेहरा था जिसे भूलना मुश्किल था। लेकिन उसने गु जिंगयु से उम्मीद नहीं की थी कि वह उसके साथ इतना ख़ास व्यवहार करेंगे।
जैसे ही फिल्मांकन खत्म हुआ, अचानक से गु जिंग्ज़ ने फ़ोन किया और लिन चे से पूछा कि वह कहाँ है?
घबराई हुई, लिन चे ने पूछा, "क्यों क्या हुआ ?"
गु जिंग्ज़ ने कहा, "मैं तुम्हें लेने आ रहा हूं।"
लिन चे उसे वहां का पता देने से पहले थोड़ा रुक गयी। उसने गु जिंग्ज़ से उम्मीद नहीं की थी की वह उसे घर ले जाने के लिए आयेगा।
थोड़ी देर बाद, गु जिंग्ज पहुंचा ।
आज, वह एक कम चमकीली काली बेंटले चला रहा था,जो ऐसे लग रही थी जैसे बिज़नेस के लिए है ।
हालांकि, लाइसेंस प्लेट अभी भी दिखावटी थी, प्लेट नंबर था 12321। ये कैसी बेकार पसंद थी ?
लिन चे कार में बैठी और पूछा, "तुम मुझे यहाँ से लेने के लिए क्यों आये हो ?"
गु जिंगज़ ने उसकी ओर देखा। उसने अभी-अभी अपने सीन खत्म किए थे, इसलिए उसने अभी भी मेकअप किया हुआ था। वो एक सफ़ेद कमल की तरह बेहद ख़ास और खूबसूरत लग रही थी ।
दूर देखते हुए जिंग्ज़ ने कहा,"ओह, गु परिवार चाहता है कि मैं तुम्हें वापस लाऊं, इसलिए मैं तुम्हें लेने आया था।" लिन चे को समझ आ गया ।
लिन चे आराम से बैठी हुई थी, उसने कहा, "वे क्यों चाहते हैं कि मैं अचानक वापस जाऊं? क्या यह वास्तव में ठीक है अगर मैं वापस जाऊं?"
गु जिंग्ज़ ने कहा, "तुम्हे उनसे अभी या बाद मेँ मिलना तो होगा ही ,तो चिंता किस बात की ?"
लिन चे ने कहा, "क्या वो मुझे पसंद करेंगे ?"
गु जिंग्ज़ ने उसे देखा और कहा,"बेशक ।"
वे किसी को भी पसंद करेंगे, सिवाय मो हुइलिंग के, गु जिंग्ज़ ने सोचा।
गु जिंग्ज़ के घर की तुलना में गु परिवार की हवेली बड़ी थी। वह जगह बहुत ही बड़ी थी और वहां जाकर वह अत्यधिक तनाव महसूस कर रही थी।
उसकी चिंता को देखते हुए, गु जिंग्ज ने उससे कहा, "मेरे परिवार के सदस्य तुम्हें खा नहीं जायेंगे। रिलैक्स।"
लिन चे ने कहा, "यह मेरे ससुराल वालों से मिलने का मेरा पहला मौका है। बेशक, मुझे घबराहट होगी।"
गु जिंग्ज़ मुस्कुराया। "तो तुम घबराती भी हो। यह तो बहुत ख़ास बात है।"
लिन चे ने उसकी तरफ घूरा। "बेशक। मैंने कहा है कि मैं बहुत प्रोफेशनल हूं। चूंकि मैं आपकी पत्नी बनने के लिए सहमत हूं, मैं निश्चित रूप से अपने कर्तव्यों को पूरा करूंगी। इन कर्तव्यों में,आपके परिवार वालों का मुझे पसंद करना भी शामिल है।"
फिर, विशाल मेटल गेट्स खुल गए और बटलर उनका स्वागत करने आया।
"सेकेंड यंग मास्टर, यंग मैडम " कहकर बटलर ने आदरपूर्वक उनका नेतृत्व किया। जब उसने अंदर सख्त सुरक्षा देखी,तो वह अचानक बहुत अधिक तनाव महसूस करने लगी थी ।
घर में प्रवेश करने के बाद उसने देखा, घर का इंटीरियर डिजाइन एकदम आधुनिक था और संगमरमर के फर्श चमक रहे थे। इससे पहले कि वे आगे बढ़ते , एक बेहद खूबसूरत महिला उनकी तरफ आयी।
"तुम लिन चे हो! आखिरकार हम मिल ही लिए। उन्होंने कहा," जिंग्ज़ ने पिछले कुछ दिनों से तुम्हें बहुत सख्ती से छिपा रखा था। वरना , मैं पहले ही तुमसे मिल लेती," और उन्होंने लिन चे का हाथ बहुत प्यार से पकड़ लिया।
साइड में खड़े गु जिंग्ज ने उनका परिचय दिया,"यह मेरी मां है।"
जब लिन चे ने यह सुना,तो वह उसी वक़्त मुस्कुरायी और बोली, "माँ।"
यह सुनकर,मु वानकिंग के चेहरे पर तुरंत एक मुस्कान खिल गई। "अच्छा है बहु , तुमने मुझे माँ कहा। अब मुझे तुम्हें एक लाल पैकेट भी दे देना चाहिए ।" जैसे ही उन्होंने यह कहा, नौकरानी उसके पास आयी और पहले से तैयार एक लाल पैकेट उसे सौंप दिया।
लिन चे हैरान थी और थोड़ा शर्मिंदा महसूस कर रही थी। गु जिंग्ज़ ने वहीं खड़े होकर चुपचाप से सिर हिलाया,जो वो तोहफा लेने का इशारा था ।
उसने सोचा कि,उसे यह लेना ही पड़ेगा, यह शायद उनके परिवार में एक रिवाज़ है। वह मुस्कुराई और जवाब दिया, "धन्यवाद, माँ।"
"ठीक है,ठीक है,आओ, मैं तुम्हें सब से मिलवा दूं।"
म्यू वानकिंग लिन चे का हाथ पकड़कर आगे ले गयी और उसे एक सफ़ेद बालों वाले बूढ़े व्यक्ति से मिलवाया, जो पहली नज़र में ही बहुत सम्मानजनक लग रहे थे। माँ ने लिन चे को उन्हें 'दादाजी' कहकर संबोधित करने के लिए कहा।
लिन चे ने बात मानी और उन्हें दादाजी कहा। उसने गु जिंग्ज को भी आदरपूर्वक उन्हें दादाजी कहते सुना।
इसके तुरंत बाद, उसके हाथ लाल पैकेट से भर गए।
गु जियानदे ने लिन चे को देखा। हालाँकि यह उनकी पहली मुलाकात थी, उन्होंने पहले संतुष्टि भरी निगाहों से लिन चे को देखा और फिर कहा,"तुम बहुत अच्छी हो,जिंग्ज़ के साथ अच्छी तरह से रहना।"