गु जिंग्ज का दिल उसके होंठों को देख कर धड़क गया। उनका आकार एकदम परफेक्ट था और वो एकदम पके हुए फल की तरह नम और नरम थे। हालांकि,उनमें एक अलग सा प्रलोभन भी था।उसने अपना सिर घुमाया और धीरे से उसके पास गया।
हालाँकि, जैसे ही वह करीब आया,लिन चे की बड़ी-बड़ी आँखें जो पहले एकदम शांत थीं, अचानक से खुल गईं।
जैसे ही उसने लिन चे की चमकती हुई आंखों में देखा,उसका चेहरा एकदम ठंडा पड़ गया।
उस पल, उसने ने महसूस किया कि उसकी आँखों के सामने की दूरी थोड़ी अस्पष्ट थी। और वह अपनी आँखें मलने लगी।
दवा के असर की वजह से उसे कुछ भी समझ नहीं आ रहा था।
"तुम? " जैसे ही लिन चे ने उसके कामुक और भरे हुए होठों को देखा, उसके दिल में कुछ अजीब सा महसूस हुआ।
"ठीक से सो जाओ।" जिंग्ज़ ने एक सूखी खाँसी करी और अपनी आँखों को हाथों से ढँक लिया।
इसके तुरंत बाद,लिन चे की सांस फिर से बराबर हो गई।
दूसरी ओर, गु जिंगज़ ने अपना सिर दूर कर दिया और फिर से अपने बगल वाली महिला की तरफ नहीं देखा।
लेकिन जब उसने एक बार फिर से अपनी आँखें बंद कीं, तब उसकी छाती पर फिर से हमला हुआ।
वह लड़खड़ा गया लेकिन उसे लग रहा था कि धीरे-धीरे उसे , अब कभी-कभार होने वाले इन हमलों की आदत हो गई है। वह जल्द ही सो गया।
दूसरे दिन,जब लिन चे सोकर जागी तो गु जिंग्ज़ पहले ही जा चुका था।
जैसे ही वह नहा धोकर तैयार हुई गु जिंग्ज उसके लिए नाश्ता ले आया।
लिन चे की जांघ में अब कोई दर्द नहीं था और इसलिए उसका मूड भी बेहतर हो गया था। उसने गु जिंगज़ को देखा और कहा," मैंने तुमसे कहा था ना, इस बेड पर हम दोनों आराम से सकते हैं , देखो तुम कितने फ्रेश दिख रहे हो।"
गु जिंग्ज़ उसे चुपचाप देखता रहा। उसने इस बारे में कोई बात नहीं की कि, जब वह सुबह उठा तो लिन चे उसके शरीर पर पूरी तरह से चढ़ी हुई थी और कैसे उसकी लार जिंग्ज़ की गर्दन पर फैली हुई थी।
बस लार वाले विचार ने उसे उसकी गर्दन पर एक खुजली का एहसास कराया।
इसके तुरंत बाद, डॉक्टर लिन चे की पट्टियों को फिर से बदलने के लिए आए। उसके घाव को देखते हुए बोले,"अब ये काफी ठीख हो गया है ।" हालाँकि, निशान अभी भी छुपा हुआ था पर गु जिंग्ज़ ने बुरा सा मुंह बना रखा था।
"डॉक्टर, मेरी पत्नी की जांघ पूरी तरह से कब ठीक होगी?"
डॉक्टर ने गु जिंग्ज़ की धीमी आवाज़ सुनी,और जल्दी से कहा, "यह-- "
इससे पहले कि वह जवाब दे पाते, गु जिंग्ज का सेल फोन बजने लगा।
गु जिंग्ज ने देखा, वह मो हुइलिंग का फ़ोन था।
अभी भी डॉक्टर की प्रतिक्रिया सुनने के इंतजार में, उसने कॉल को अस्वीकार कर दिया।
स्थिति को भांपते हुए, डॉक्टर ने कहा, "दरअसल ये ---"
लेकिन ठीक उसी समय, उसका सेल फोन फिर से बजना शुरू हो गया।
गु जिंग्ज ने अपने सेल फोन को थोड़ी बेचैनी से देखा। मो हुइलिंग का नाम स्क्रीन पर चमक रहा था। लिन चे ने अपना सिर उठाया और कहा, "गु जिंग्ज़, पहले फोन उठाओ हम बाद में इस पर बात करेंगे।"
गु जिंग्ज के चेहरे पर तनाव दिखने लगा। उसने अनिच्छा से बाहर जाकर, अपना फोन उठाने से पहले लिन चे को देखा।
उसने फोन उठाया, उसकी आवाज़ में थोड़ा सी व्याकुलता दिखी- "हुइलिंग, क्या बात है?"
मो हुइलिंग ने चंचलता से कहा,"पहले मेरा फ़ोन क्यों काटा ?"
गु जिंग्ज का ध्यान अभी भी डॉक्टर की बातों पर था और उसने फोन में कहा,"मैं बिजी था।"
मो हुइलिंग ने कहा, "तुम मेरा जन्मदिन मनाने नहीं आए और उसके बाद भी तुमने मेरी परवाह नहीं की। जिंग्ज़, आखिरकार चल क्या रहा है?"
गु जिंगज़ ने उसके जन्मदिन के दिन को याद किया। उस दिन हुई कार दुर्घटना के कारण, वह उससे नहीं मिला और उसके बाद, वह लिन चे की चोट का ध्यान रखने में बिजी हो गया था।
"मैं थोड़ा बिजी हो गया हूँ।" क्योंकि दुर्घटना के बारे में किसी को भी सार्वजनिक रूप से बताया नहीं गया था, इसलिए गु जिंगज़ ने मो हुइलिंग को भी नहीं बताया।
"और मैं बीमार , तो क्या अभी भी तुम मेरे पास नहीं आओगे?" मो हुइलिंग ने दबी हुई आवाज़ में कहा।
"तुम बीमार हो?" गु जिंग्ज ने पूछा।
मो हुइलिंग ने रोते हुए कहा,"मैं चाहती हूं कि तुम मेरे पास आओ और मुझे कंपनी दो। मुझे परवाह नहीं है कि तुम किसके साथ बिजी हो। जिंग्ज़, अगर तुम मुझे देखने नहीं आए, तो मैं बिलकुल ठीक नहीं हो पायूँगी। अभी तो , मुझे ऐसा लग रहा है कि मैं जल्द ही मरने वाली हूं। "
क्या यह वास्तव में इतनी गंभीर बात थी कि इस बात के लिए कि वह मरने वाली थी?
गु जिंग्ज़ के वार्ड में लौटने के बाद, उसने लिन चे से कहा, "हुइलिंग के साथ कुछ हुआ है। मुझे जाना पड़ेगा और उसे देखना पड़ेगा।"
लिन चे ने उसे देखा और सिर हिलाया। "ओह,जल्दी जाओ। मुझे देखने के लिए यहाँ बहुत सारे लोग हैं। वैसे भी कुछ नहीं होगा।"
गु जिंग्ज ने सिर हिलाया और वहां से जाने से पहले उसे ध्यान से देखा। उसने अपने हाथ से उसका कंबल ठीक किया और उसके पैर को सही अवस्था में रख दिया ।
"मैं तुम्हारा ध्यान रखने के लिए किसी को भेजता हूँ। जब तुम सोती हो तो बहुत ज्यादा हिलती हो। ध्यान रखना की तुम अपने घाव पर हाथ ना मार दो।"
लिन चे ने आश्चर्य में कहा, "मैं अपनी नींद में कब हिली?"
कल रात जो हुआ वह गु जिंग्ज़ के दिमाग में आया। उसने गहरी सांस ली और कहा,"तुम कहती हो कि तुम हिली नहीं, पर तुम इतनी गहरी नींद में थीं की लगभग स्वर्ग में चली गयी थी। खैर, थोड़ा ज्यादा सावधान रहना। इतना बेचैन मत हो। यदि इससे फिर से खून बहाना शुरू हो गया तो तुम्हारा पैर किसी काम का नहीं रहेगा।"
"ठीक है, बोलना बंद करो। जल्दी जाओ, मिस मो को देखो। क्या तुम्हें उनके पास जल्दी नहीं पहुंचना
है?"
सोचने के बाद, गु जिंग्ज ने वही किया जो लिन ने कहा था। उसने सिर हिलाया और बाहर चला गया।
आधा घंटे बाद मो हुइलिंग के घर पहुंचा।
मो हुइलिंग का कमरा राजकुमारी के कमरे जैसा था। बाहर उसकी आवाज़ सुनते ही वह अपने कंबल में लेट गई।
जब उसने उसकी कार की आवाज़ सुनी, तो उसने झट से अपने कपड़ों को देखा।
गु जिंग्ज़ जल्दी से अंदर गया जहाँ उसने मो हुइलिंग को बिस्तर पर लेटे हुए देखा, उसके शरीर के आधे हिस्से प्रदर्शित हो रहे थे। हालाँकि उसने कहा कि वह बीमार थी,पर बिस्तर पर लेटे रहने के दौरान भी उसके चेहरे पर मेकअप था। कंबल के नीचे, उसके रेशमी नाईट गाउन ने उसे केवल थोड़ा सा कवर किया था। वह उसे रेशम जैसी नरम निगाहों से देख रही थी, जिससे वह बेहद मोहक लग रही थी।
गु जिंग्ज बिलकुल ब्लेंक हो गया। वह उसे वहाँ लेटे हुए देख रहा था। उसने धीरे से कहा, "जिंग्ज़ अगर तुम जल्दी नहीं आते, तो तुम मुझे आज देख नहीं पाते।"
गु जिंग्ज जल्दी से उसके पास गया और पूछा "तुम बीमार कैसे हो गयीं, तुम तो पूरी तरह से ठीक थीं ?"
मो हुइलिंग को पहले से ही पता था कि वह आ रहा है, इसलिए उसने विशेष रूप से किसी को कमरा साफ करने के लिए कह दिया था। उसने एक अच्छी खुशबू वाला परफ्यूम छिड़का और जानबूझ के एक सेक्सी नाइटगाउन भी चुना। उसके ताज़े नहाये हुए शरीर से उसकी कोमलता और सुंदरता झलक रही थी। उसने उसे धीरे से देखा और मुस्कुराते हुए कहा,"मुझे नहीं पता। मैं केवल यह जानती हूं कि जिस दिन तुम नहीं आए थे, मैं पूरी रात रोई थी। उसके बाद, मैं कुछ भी नहीं खा सकी। मैंने कई डॉक्टरों को बुलाया, लेकिन उन सभी को कुछ भी समझ नहीं आया। मुझे लगा कि मैं मरने वाली हूं। "
वह कैसे मरने वाली थी?
वो तो लिन चे थी जो लगभग मरने वाली थी।
गु जिंगज़ कुछ कर नहीं सकता था लेकिन लिन चे के बारे में सोच रहा था। जैसा ही उसने मो हुइलिंग को देखा, उसे थोड़ा गुस्सा आ गया। "हुइलिंग, मैं उस दिन तुम्हारे जन्मदिन की पार्टी में नहीं आ सका क्योंकि मेरे साथ अचानक कुछ गड़बड़ हो गई थी। मैं वास्तव में सब कुछ छोड़ कर नहीं आ सकता था। और फिर वो किसी के जीवन और मृत्यु का मामला था। मेरे पास अन्य मामलों के लिए अतिरिक्त समय नहीं था। जिसमें तुम्हारा मामला भी शामिल है,जो मुझे अचानक यहाँ आने के लिए मजबूर कर रहा था। मुझे वास्तव में यहाँ नहीं आना चाहिए था। मैं केवल इसीलिए आया क्योंकि तुमने कहा था कि तुम बीमार हो।"
वह वास्तव में बीमार नहीं थी ।
उसने महसूस किया कि मो हुइलिंग वास्तव में इस बार बहुत विचारहीन थी।
मो हुइलिंग ने देखा; गु जिंग्ज वास्तव में नाराज थे।
इससे पहले वो हुइलिंग पर कभी इस तरह से नाराज़ नहीं हुए थे।
मो हुइलिंग को एक पल को भी ये नहीं लगा कि लिन चे का इन् सब से कुछ लेना देना है,बल्कि उसे सच में लगा कि गु जिंग्ज़ को कुछ बहुत अर्जेंट और सीरियस काम होगा इसीलिए वह इतना नाराज़ हुआ।
वह फूट-फूट कर रोने लगी। चेहरे पर बहते हुए आंसुओं के साथ वह झट से बोली,"जिंग्ज़, मुझे कुछ पता नहीं था कि तुम्हारे साथ क्या हुआ है। मुझे तुम्हारी बहुत चिंता थी। मैं तुमसे बहुत प्यार करती हूँ। इस कारण मैं भी बहुत परेशान थी।" अगर तुम्हारे साथ कुछ गलत हो रहा था, तो तुम मुझे बता सकते थे। और तुम्हें तो यह भी नहीं पता कि मैं उस दिन पूरी रात रोयी थी मैं तुम्हारे नंबर कॉल करती रही,पर तुमने मेरा एक भी कॉल नहीं उठाया। "
गु जिंग्ज़ ने जब मो हुइलिंग को दुखी होकर रोते हुए देखा तो उसका दिल नरम हो गया। उसने धीमी आवाज़ से उससे कहा, "ठीक है, सॉरी हुइलिंग। मैंने बहुत गुस्से में तुमसे बात की क्योंकि मैं बहुत चिंतित था। यह मैं ही था जिसने उस दिन चीजों को ठीक से नहीं संभाला और तुम्हें परेशान किया।"
मो हुइलिंग अभी भी लगातार रो रही थी।
गु जिंगज़ केवल उसके कंधे को थपथपा सकता था। "ठीक है, हुइलिंग। मैं वास्तव में माफी माँगता हूँ।"
उसे ईमानदारी से माफी मांगते हुए सुनकर, मो हाइलिंग ने सोचा I
जैसा कि उम्मीद थी, वह उसका रोना सहन नहीं कर पाया।
उसने दुखी होकर अपने निचले होंठ को काटते हुए कहा,"जब तक तुम्हे पता हैं ।"