"मुझसे यह पूछने की तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई? खबरदार अगर तुमने मुझसे यह कहा की तुम उससे मिल चुकी हो।" यांग मीरॉन्ग ने हुओ मियां पर तंज कस्ते हुए कहा।
हुओ मियां के पास कहने के लिए कोई शब्दों नहीं थे। यह सच है कि वह किन चू से पहले मिल चुकी थी, लेकिन वह अनजाने में था।
पर, मियां की माँ कभी भी उसकी पूरी बात नहीं सुनती। अभी मियां का उन्हें कुछ भी कहना उन्हें और क्रोधित करता।
यह सोचते हुए मियां नमृता से बोली, "माँ, अभी आप आराम करो, मैं आप से कल आकर बात करुँगी।"
"मुझे तुम्हारी दया की कोई आवश्यकता नहीं है। यदि तुम में ज़रा भी शर्म बची है, तो मुझे अपनी शकल अब कभी मत दिखाना, और अगर दिखाई तो यह करके तुम खुद ही मुझे मौत के नज़दीक पाओगी! ठीक वैसे ही जैसे तुमने अपने अंकल जिंग के साथ किया था।"
उसकी माँ के इन कठोर शब्दों ने हुओ मियां के दिल को बहुत चोट पहुंचाई।
वह सात साल से खुद को अंकल जिंग की मौत के लिए जिम्मेदार ठहरा रही थी। और इन सात सालों में, कोई भी उससे ज़्यादा पागल नहीं हुआ होगा।
यह सोचते हुए वह चुप हो गई। हुओ मियां घूमी, दरवाजा खोला और वहाँ से चली गई।
"दीदी, मैं तुम्हारे साथ बाहर आता हूँ।"
यह जानकर कि उसकी बहन के दिल को काफी चोट पहुंची है, जिंग ज़िक्सिन ने उसका पीछा किया।
"दीदी, माँ का स्वभाव काफी खराब है। उन्होंने जो भी कहा है तुम उसके बारे में मत सोचना। पिछले कुछ सालों से वह ऐसी ही हैं। इसके अलावा, मैंने यह पढ़ा था की, इस उम्र में महिलाओं के मासिक धर्म के बंद होने के कारण वह अजीब बर्ताव करती है। तो यह भी एक वजह है जो माँ के व्यहवार पर प्रभाव डालती है।"
"अरे, छोटे! तुम यह किस तरह की किताबें पढ़ रहे हो?" हुओ मियां हँसी और अपने भाई को देखती रही।
"दीदी, यहाँ जो हो रहा है तुम उसकी चिंता मत करो। मैं माँ का ख्याल रखूँगा, तुम अपना काम आराम से कर लो।"
हुओ मियां ने सिर हिलाया। "मैं कल काम पर नहीं जाऊंगी और माँ की देखभाल के लिए आ जाऊंगी, इसलिए तुम कल स्कूल वापस जाओगे। और यह लो, तुम्हारे अगले महीने के लिए जेब खर्ची।"
हुओ मियां ने अपने पर्स से एक हजार युआन निकाले और अपने भाई को दे दिए।
"दीदी, मुझे इसकी कोई ज़रूत नहीं है, मैंने पिछले महीने के पैसा बचा रखे है, इसके अलावा, मैं स्कूल में कुछ देर के लिए काम कर लेता हूँ, इसलिए आपको मुझे पैसे देने की कोई ज़रूरत नहीं है। आप शादी करने वाली हो, तो आपको और निंग ज़िहुआन को पैसे की बहुत ज़रूत पड़ेगी।
"इसे ले लो, अगर मेरी शादी हो भी गई, तब भी मैं तुम्हें देने के लिए थोड़ा कुछ तो बचा ही लूंगी। ज़िक्सिन, मुझे पता है कि तुम मेरे लिए चिंतित हो, इसलिए सावधानी से पैसे खर्च कर रहे हो। लेकिन, तुम्हें पैसे वहाँ तो खर्च करने ही पढ़ेंगे ना जहाँ ज़रूरी है। तुम्हारी अभी बढ़ती उम्र है इसलिए तुम्हें अच्छा खाने की ज़रूत है।" यह कहते ही, हुओ मियां ने अपने भाई के सिर पर प्यार से हाँथ फेरा।
"मैं जनता हूँ, दीदी। आप भी।"
हुओ मियां भारी मन से अस्पताल से बहार निकली।
उसने किन चू से अपनी माँ और भाई को इतनी जल्दी खोजने की उम्मीद नहीं थी। वह क्या करने की कोशिश कर रहा था?
शायद, उन दोनों को वास्तव में बात करने की ज़रूत थी...
मियां ने अपना फोन निकला, और उसमें से पुराने नम्बरों को देखने लगी। एक अपरिचित नंबर जिसके अंत में 8866 था, वह निश्चित रूप से किन चू का था।
एक पल की झिझक के बाद उसने उस नंबर पर फोन किया।
जैसे ही किसी ने फ़ोन उठाया, हुओ मियां ने गुस्से में सवाल किया, "किन चू! आखिर तुम मुझसे चाहते क्या हो?"
"क्षमा चाहता हूँ, राष्ट्रपति किन अभी एक बैठक में हैं! क्या मैं पूछ सकता हूँ कि कौन बोल रहा है?" एक अपरिचित आदमी की आवाज सुनाई दी।
हड़बड़ाहट के कारण, हुओ मियां ने कुछ नहीं कहा।
"मैं राष्ट्रपति किन का सहायक यांग बोल रहा हूँ। क्या मैं उनके लिए कोई संदेश ले सकता हूँ?"
"नहीं, धन्यवाद," मियां ने यह कहते हुए जल्दी से फ़ोन काट दिया।
जीके मुख्यालय, कार्यकारी बैठक कक्ष के अंदर-
किन चू एक काले रंग की पोशाक पहने हुए था, जो की इटली का एक रिवाज़ था, जिसमें शानदार हीरे जड़े हुए थे, पर उनके चेहरे के भाव किसी उलझे हुए किरदार की तरह लग रहे थे।
उसके खूबसूरत चेहरे पर न तो कोई मुस्कान थी और न ही गर्मजोशी। उसके चेहरे पर रहस्य के भाव थे।
देश लौटने के अगले दिन उसने जीके के सीईओ का पदभार संभाला। उसके पिता, निगम के अध्यक्ष थे, और अपने काम से जल्द ही मुक्त होने वाले थे, अपने बेटे को पारिवारिक व्यवसाय सौंप कर वह बेहद खुश थे।
"राष्ट्रपति किन, ग्रीनफ़ील्ड मैनर की परियोजना पहले ही अध्यक्ष द्वारा अनुमोदित कि जा चुकी है। इस पर बस आपके हस्ताक्षर की ज़रूत हैं। यदि आप इसे एक बार देख लेंगे... जब भी आपके पास समय हो, क्या आप दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर कर दें, तो हम इसके निर्माण काम को आगे बढ़ा सकेंगे" भूमि विकास विभाग के निदेशक ने सतर्कता से पूछताछ की।