मियां दूसरी ओर मुड़ी और उलझे हुए भाव के साथ खिड़की के बहार देखने लगी।
थोड़ी देर बाद मियां ने जवाब दिया, "मुझे उससे प्यार है या नहीं, इससे क्या फर्क पड़ता है? जो होना था वह हो चूका है। चीज़ें इस कदर बिगड़ चुकी है की अब ना तो उन्हें वापस लिया जा सकता है, ना बदला जा सकता है।"
झू लिंगलिंग ने हुओ मियां की आवाज़ में एक भारी उदासी सुनी। उसे अपनी दोस्त के दिल का दर्द महसूस हो रहा था।
"मियां, जब हम हाई स्कूल में थे, तो मुझे तुम्हें और किन चू को एक साथ देखकर परीकथाओं के सच होने का विश्वास होता था। तुम दोनों साथ कितने अच्छे लगते थे... फिर ये सब क्या और कैसे हो गया? कितने अफ़सोस की बात है! मैं तुमसे अब कुछ ऐसा कहने जा रही हूँ, जिसे सुन कर शायद तुम मुझ पर गुस्सा करो। मैंने हमेशा से यह महसूस किया है कि निंग ज़िहुआन तुम्हारे लिए नहीं बना है, मेरा मतलब है, हाई स्कूल में, तुम... "
इससे पहले कि लिंगलिंग अपनी बात खत्म कर पाती मियां ने उसकी बात आधे में ही काट दी।
"लिंगलिंग, यह बातें करना बंद करो, यह सब अतीत की बातें हैं। कोई फर्क नहीं पड़ता कि मैं किन चू के बारे में कैसा महसूस करती हूं, अब हम फिर से एक साथ नहीं हो सकते, तुम सात साल पहले हुए किस्से को जानती हो, और यह भी जानती हो की मेरे साथ क्या हुआ था। मैं पहले ही अपना परिवार खो चुकी हूँ, इससे बुरा और क्या हो सकता है? मैं वास्तव में चाहता हूँ की उस वक़्त मेरी मौत हुई होती।"
यह सब कहते हुए, हुओ मियां का गला भर आया।
झू लिंगलिंग को पता था कि सात साल पहले क्या हुआ था। यह वह घटना थी जिसने मियां को उसकी असल शक्सियात को छुपा कर, एक आम इंसान की तरह अपनी ज़िन्दगी जीने पर मजबूर कर दिया था।
झू लिंगलिंग ने हुओ मियां के कंधे पर अपना हाथ रखा और दिलासा देते हुए कहा, "मियां, मेरी बात सुनो। सात साल पहले जो हुआ उसके लिए खुद को दोष देना बंद करो। क्या तुमने इन सभी वर्षों में चीज़ों को ठीक करने की कोशिश नहीं की क्या? मुझे नहीं लगता कि इन सब के लिए तुम किन चू को दोषी ठहरा सकती हो। तुम अच्छी तरह से जानती हो कि वह इतने सालों से देश के बहार है। यह देखते हुए कि वह अब भी तुम्हरे लिए क्या महसूस करता है, मुझे नहीं लगता कि यहाँ जो भी कुछ हुआ हो उसके बारे में उसे कुछ पता होगा।"
"तो क्या हुआ? वह भी किन परिवार का एक सदस्य है, नहीं है क्या? क्या वह उन दोषो को मिटा सकता है जो उसके परिवार ने किए है?" हुओ मियां की आँखें लाल हो चुकी थी।
"मियां..." झू लिंगलिंग कुछ कहना चाहती थी। पर, जब उसने हुओ मियां को हाथ उठाते हुए देखा तो वह रुक गई।
"लिंगलिंग, तुम्हें कुछ और कहने की ज़रूरत नहीं है। तुम मेरी सबसे अच्छे दोस्त हो, और मुझे पता है कि तुम तुम जो कह रही हो मेरे भले के लिए ही है, लेकिन... तुम उन चीज़ों को नहीं समझ सकती जिन्हें मैं अनुभव कर रही हूँ। मुझे इस बारे में खुद सोचने दो, ठीक है?"
"ठीक है, मुझे उम्मीद है कि, तुम जो भी कुछ तय करोगी, खुद के लिए अच्छा ही करोगी। मैंने पिछले कुछ सालों में तुम्हें बहुत परेशान देखा है। मैं दिल से चाहती हूं कि तुम पुरानी शक्तिशाली और पराक्रमी 'हुओ मियां' बन जाओ, जो किसी और को उसे प्रभावित नहीं करने देती थी।"
हुओ मियां मुस्कुराई लेकिन उसने जवाब नहीं दिया।
वह लिंगलिंग के साथ खाने पर आकर एक अच्छा समय गुज़ारना चाहती थी, लेकिन किन चू के बारे में बात करके उसकी भूख मर गई थी।
थोड़ा सा खाना खा के वह अपने दोस्त के घर से लौट आई।
वापस जाते समय, उसने सोचा कि उसे फिर से निंग ज़िहुआन से बात करनी चाहिए। आखिरकार, मियां की गलती पहले थी।
जैसे ही उसने अपना फोन निकाला और ज़िहुआन को फ़ोन लगने ही वाली थी की!
फ़ोन की स्क्रीन पर उसके छोटे भाई का नंबर नज़र आया,
उसने तुरंत उठाया, "ज़िक्सिन।"
"दीदी, जल्दी सुनो। तुम्हें अस्पताल आने की जरूरत है। माँ गिर गई हैं।" दूसरे तरफ से जिंग ज़िक्सिन की आवाज चिंता के साथ आई।
"क्या? माँ गिर गई? कैसे? कौन सा अस्पताल है? मैं अभी आती हूँ।"
"हम 'फोर्थ पीपल' अस्पताल, जो घर के पास है, सातवीं मंजिल पर आ जाओ, कमरा नंबर ७०९ है।"
"ठीक है, मैं वहीं आतीहूँ।"
यह बोलते हुए मियां ने फ़ोन रखा और ड्राइवर को कहा- "सर, कृपया गाड़ी घुमाए और 'फोर्थ पीपल' अस्पताल चलिए!"
बीस मिनट बाद-
हुओ मियां जल्दी जल्दी सीढ़िया चढ़ते हुए अस्पताल के ७०९ के कमरे में घुसीं।
मियां की माँ बिस्तर पर पड़ी थी, वह अभी भी बेहोश थी, उनका चेहरा पीला पड़ चूका था और ऑक्सीजन मास्क पहने हुए थी।
उनके बगल में एक काले नाइके ट्रैकसूट पहने लड़का बैठा था। उसके बाल थोड़े लंबे थे और उसके चेहरे की विशेषताएं नाजुक थी।
वह हुओ मियां का सौतेले भाई, जिंग ज़िक्सिन था, और वे अपनी मां की ओर से संबंधित थे।
"दीदी, तुम यहाँ हो।"
"ज़िक्सिन, माँ को क्या हुआ? क्या तुम स्कूल नहीं गए? तुम अस्पताल में क्यों हो?"