हाई स्कूल के दौरान, हुओ मियां के जीवन में किन चू सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति था, जिसके साथ उसने सभी प्रकार की भावनाओं का अनुभव किया था - मोह, प्रेम, घृणा... अब वह लौट आया है, सात साल के लिए किसी से कुछ कहे बिना गायब रहने के बाद। वह गलत समय पे और गलत जगह पर, गलत व्यक्ति के आगे प्रस्ताव रख रहा था। यह एक ऐसी घटना थी जिस के बारे में हुओ मियां ने कभी सपने में भी कल्पना नहीं की थी।
"किन चू , यह सब बंद करो, हम अब बच्चे नहीं हैं।" उससे दूर होकर अपनी आवाज़ कठोर करते हुए हुओ मियां ने कहा।
"मैं मजाक नहीं कर रहा हूं, मियां," किन चू ने दोहराते हुए हू मियां को देखा।
"तो तुम मेरी भावनाओ क साथ खेल रहे हो? क्या यह सब करने में तुम्हे मज़ा आ रहा है?" हुओ मियां अपनी बेबसी पर शुष्क रूप से हँसी।
"मुझे यह सब करने में कोई आनंद नहीं आ रहा है।"
"तो तुम्हारे कहने का मतलब है तुम सीरियस हो?" हुओ मियां ने मज़ाक उड़ाते हुए कहा।
किन चू ने जवाब नहीं दिया, लेकिन जिस तरीक़े से वह उसे देख रहा था मियां को सब समझ आ गया।
हुओ मियां ने एक गहरी साँस ली और उसे देखते हुए कहा, "ठीक है, किन चू, जो तुमने अभी-अभी कहा उसे फिर से दोहराओ।"
"हुओ मियां, चलो शादी कर लेते है।" किन चू मियां को जनता था इसलिए उसने बिना कुछ सोचे आपनी बात तुरन्त दोहरा दी।
"किन चू, मेरी बात सुनो। मैं शादी कर रही हूँ, लेकिन तुम से नहीं। तुम्हें इस कल्पना से बाहर आने की सख्त ज़रूरत है क्योंकि अब हमारे बीच कुछ नहीं होने वाला है। तुम्हें याद है ना, मैंने कहा था की तुम अगर इस दुनिया के आखरी लड़के भी होंगे तो भी मैं तुम्हारे पास वापस नहीं आऊंगी। तुम शायद यह नहीं जानते, पर तुम एकमात्र ऐसे इंसान हो जिससे मैंने इतनी नफरत की है। तुमने मुझे बहुत चोट पहुंचाई है, मुझे लगभग बर्बाद कर दिया, लेकिन तुम यह कभी नहीं समझ पाओगे कि मुझे कैसा लगा, क्योंकि तुम मैं नहीं हो। तुम कभी भी उस बुरे सपने से नहीं गुजरे जिससे मैं गुज़री हूँ। हम दोनों की ज़िंदगिया अब अलग है, मेरा एक बॉयफ्रेंड है जो मुझसे बेहद प्यार करता है। मुझे मेरे हल पर छोड़ दो, मैं तुमसे अब कभी नहीं मिलना चाहती। मेरे लिए तुम एक श्राप हो जिससे मैं सिर्फ दूर रहना चाहती हूँ।"
हुओ मियां ने सोचा कि उसने अपनी सारी बाते स्पष्ट कर दी है, इसलिए वह वापस जाने लगी।
उसी समय, किन चू ने अचानक उसका हाथ पकड़ लिया...
"मुझे जाने दो! किन चू, तुम मुझसे और क्या चाहते हो?" इससे पहले कि हुओ मियां कुछ और कह पाती किन चू ने उसे अपनी बाहों में भर लिया।
उसने हुओ मियां को इतना कस कर गले लगाया कि उसका सिर किन चू की चौड़ी छाती पर आकर ठहर गया; उसकी सफेद कमीज से वर्साचे ब्रांड के परफ्यूम की हल्की खुशबू आ रही थी। एक पल के लिए, हुओ मियां उसकी बाहों में बेहद सहज और सुरक्षित महसूस कर रही थी। उसकी आँखों में आँसू यादों के साथ चमक उठे।
खुद पर हैरान हुओ मियां को अपने भीतर से एक आवाज़ सुनाई दी- "हुओ मियां, क्या तुम पागल हो गई हो? क्या तुम्हें याद नहीं कि इस इंसान ने तुम्हारे साथ क्या किया था?"
"यह एक शैतान है! तुम क्यों इस इंसान से बात करके अपना समय बर्बाद कर रही हो? तुम्हारी शादी निंग ज़िहुआन से होने वाली है!" यह सोचकर हुओ मियां अचानक अपने होश में वापस आई।
"किन चू, मुझे जाने दो, तुम पागल हो गए हो क्या! अगर तुमने मुझे छोड़ा नहीं तो मैं मदद के लिए चीखूंगी!" हुओ मियां ने आपनी भौंहे ऊंची करते हुए धमकी दी।
फिर भी, किन चू ने उसकी कोई बात नहीं सुनी - उसने मियां को अपनी बाहों में कस लिया...
उसने उसे ऐसे गले लगाया जैसे उसे कोई खोया खज़ाना वापस मिल गया हो। किन चू को ज़्यदा बात करना पसंद नहीं था, वह इस तरह अपनी बाहों में हुओ मियां को पा कर बहुत खुश था। वापस आने के बाद उसका एक ही लक्ष्य था, की अब कोई भी उसे हुओ मियां से दूर न कर पाए।
तभी, हू मियाँ ने पीछे से एक परिचित आवाज़ सुनी, "तुम यह क्या कर रही हो?"