कई तरह का संगीत बज रहा था| इसी के बीच निंग क्षी अपनी कुर्सी पर बैठी हुई थी, उसके हाथ में वाइन का ग्लास था और वह वाइन को इस तरीके से पी रही थी जैसे दूसरी ही दुनिया में हो।
वाइन उसके लाल होठों को छूते हुए उसकी पतली सुराहीदार गरदन से होते हुए उसके गले तक जा रही थी| इस अवस्था में निंग क्षी बहुत ही ज्यादा मादक दिख रही थी।
यह दृश्य इतना ज्यादा खूबसूरत दिख रहा था कि सेट पर मौजूद सारे आदमी बिना पलकें झपकाए बस निंग क्षी को देख रहे थे।
कैमरामैन ने भी जान बूझकर क्लोज़अप के लिए कैमरा ज़ूम कर दिया था।
"हवाएँ पर्वतों पर से गुज़र रही है, बारिश जग को भिगो रही है.... "निंग क्षी शराब के नशे मे लड़खड़ाते हुए ये गीत गुन गुनाने लगी थी|
अगले ही पल उसने अपना कप ज़ोर से फेंका और नाचने लगी।
उसकी पतली नाज़ुक कमर किसी नागिन की तरह बल खाते हुए मटक रही थी|
"मुझे मेरे लिए इतना बुरा नहीं लगता जितना मेरे गाँववालों के लिए लगता है| मुझे जंग पर जाना है, मेरा कर्तव्य निभाना है।" गाने के इन बोलो के साथ निंग क्षी ने टेबल पर शराब का प्याला उठा लिया ओर एक ही बार में पी लिया ।
निंग क्षी जो कर रही थी वो दरअसल मे सामान्य नाच कम जंग का नृत्य ज्यादा था जो युद्ध के मैदान में किया जाता था| वो एक मादक नृत्यांगना से सैनिक मे परिवर्तित हो गयी थी और यह परिवर्तन बहुत अद्भुत था।
राजकुमारी डे असल में सैनिक मेंग चंगगे थी, कई पीढ़ियों से मेंग परिवार देश के लिए लड़ता आया था, पर अंत मे पूरे के पूरे परिवार का कत्ल कर दिया गया सिवाए मेंग चंगगे के। इसीलिए वह महल में घुस आई थी ताकि आपने दुश्मन को मारकर अपना बदला ले सके ओर इस दुनिया पर राज कर सके।
खतरे से बिलकुल अंजान राजा मेंगे चेंगगे की खूबसूरती के जाल में फँस गया और उसकी तरफ खिंचा चला आया| उसने एक कप पकड़ा ओर बहुत समय तक सिर्फ निंग क्षी को घूरता ही रहा ।
राजा की आंखो में राजकुमारी के लिए आकर्षण ओर वासना देखकर राजकुमारी क्षीयन और अन्य लड़कियाँ जल भुनकर रह गईं।
रात की गहराई में सोई हुई, हवा और बारिश के स्वरों को सुनते हुए सपना देखती हूँ, मैं बर्फ से जमी नदी को हथियारों से लदे घोड़े पर सवार हो के पार कर रही हूँ।
निंग क्षी ने आखिरी की लाइन तीन बार गाई । एक बार यूं ही, एक बार दुख भरे स्वर में और आखिरी बार गर्व से।
ऐसा गाकर वह राजा की गोद में लेट गई, उसे पूरी तरीके से मोहित कर दिया पर अपने अंदर की बदले की आग को बुझने नहीं दिया।
इस दृश्य ने ऐसा समा बांधा कि डायरेक्टर कट बोलना ही भूल गया।
डायरेक्टर गुओ ने सबसे पहले ताली बजाई ओर कट चिल्लाया।"निंग क्षी क्या नाची तुम, मज़ा आ गया। सारे कलाकारों के चेहरे के भाव एक दम सही थे, मिस्टर फेंग आपके भी , जिआ तुम्हारे चेहरे के भाव आज जा कर एक दम सही आए।
जिआ किंगकिंग का चेहरा एक दम काला हो गया ये सुन के, उसने डायरेक्टर की बात पर कोई प्रतिकृया नहीं दी।
क्यूकी उसके चेहरे पर जो भाव आए थे, वो अभिनय नहीं था ,वो दिल से निकाल रहे थे , निंग क्षी से राग ओर द्वेष के कारण।
मिस्टर फेंग ने हँस के जवाब दिया " डायरेक्टर गुओ मैं अभिनय नहीं कर रहा था , मैं सही मे खो गया था निंग क्षी मे । फेंग यीबों एक बहुत ही मंझा हुआ बूढ़ा कलाकार था, जो की राजा का किरदार निभा रहा था।
"मैंने पहले ही कहा था , मेरी छोटी बहन निंग क्षी बहुत ही अच्छी कलाकार है।" अब निंग क्षुएलुओ भी तारीफ करने लगी , पर ऊपरी मन से। अंदर ही अंदर उसे इतना ज्यादा ग़ुस्सा आ रहा था की वो क्या करे क्या न करे ऐसा लग रहा था उसे।
ये सब हो जाने के बाद निंग क्षी अपनी सहायिका को एक कोने मे ले गयी ओर डांटा " ये क्या हो रहा है, दोपहर होने को आई ओर एलर्जि का कोई नामो निशान नहीं?
सहायिका डर गयी , ओर कहने लगी " मेंने खुद डाला था पाउडर सभी मे थोड़ा थोड़ा, शायद देर से हो रिएक्शन।"
हो ही नहीं सकता, अगर उसने उसका एक दाना भी लगाया होता तो आधे घंटे के ही अंदर उसके चेहरे पर लाल दाने आने शुरू हो जाते। निंग क्षुएलुओ ने कहा। वो पहले भी ये हथकंडा अपना चुकी है कई सालो पहले जब निग क्षी का जन्म दिन था।
" तो इसका मतलब है उसने वो मेक उप लगाया ही नहीं होगा।"सहायिका ने अंदाजा लगाया।
तुम्हें कोई ओर नुस्खा भी तैयार रखना चाहिए था " तुमने उसके कपड़ो मे कुछ दल देना चाहिए था।"निंग क्षुएलुओ ने हताशा से कहा।
" अब मुझे क्या मालूम था की ऐसा हो जाएगा। अगली बार से ध्यान रखूंगी ।
निंग क्षुएलुओ अपने गुस्से को दबाने की पूरी कोशिश कर रही थी, इस बार वो चूक गयी , पर अगली बार नहीं चुकेगी, आगे अभी बहुत से मौके आने वाले है, या ये भी हो सकता था, की अगली बार उसे कुछ करना ही न पढे क्यूकी जिआ किंगकिंग जिस तरीके से निंग क्षी को नफरत की निगाह से देख रही थी उससे लग रहा थे जैसे वो निंग क्षी को कच्चा ही चबा जाएगी ।
निंग सी तूने ये रोल कर के बहुत ही बढ़ी गलती कर दी है, मे तुझे पहले इतना उचा उठाऊँगी की बाद मे जब मुह के बल गिरो गी तो कही की भी न बचोगी ।