Chapter 46 - तुम मेरे नन्हें फरिश्ते हो

"निंग क्षी, मैं और स्क्रीन रायटर वाङ तुम्हें काफी पसंद करते हैं, पर फ़िल्में भावनाओ से नहीं पैसे से बनती हैं और ये ज़मीनी हकीक़त है, सब जानते है| कई बार फिल्म मे कौन काम करेगा यह हम नहीं ये निवेशक निर्धारित करते है।" गुओ ने बताया।

निंग क्षी शांति से सब सुने जा रही थी| गुओ का एक-एक शब्द किसी पत्थर की तरह उसे चुभ रहा था। क्या उसे वाकई निकाल दिया गया है? यदि हाँ, तो चांग ली ने शूटिंग पर क्यूँ बुलाया?

"कल रात चेयरमैन निंग यहुआ मुझसे मिले थे| उन्हें लगता है कि तुम इस रोल के लिए अनुभवी नही हो "... ऐसा बोल गुओ कुछ देर के लिए रुक गया।

निंग क्षी से अब रहा नहीं जा रहा था, उसे लग रहा था कि फोन में घुस के डायरेक्टर गुओ को निकालकर हिला दे, ताकि जो भी है एक बार में बता दे, यूँ रुक रुक के बता रहा है, मुझ से सब्र नहीं हो रहा है।

"पर तुम बहुत ही किस्मत वाली हो, एक दूसरा निवेशक तुमसे काफी प्रभावित है और उसने तुम्हें निकालने से साफ इंकार कर दिया है।"

"सही में? "निंग क्षी के मृत शरीर में जैसे फिर से जान आ गई, "डायरेक्टर गुओ आपने तो मुझे डरा ही दिया था, इतना सस्पेन्स बनाया की एक मिनट और यही चलता तो मुझे दिल का दौरा ही आ जाता।" निंग क्षी ने उत्साहित हो कर कहा।

गुओ हँसने लगा, "तुम नौजवानों का दिल इतना कमजोर है।"

निंग क्षी बोली, "क्या आप मुझे सीधे सीधे शब्दों में बताएँगे कि मुझे निकाला गया है या नहीं ?"

''अरे भाई बताया तो नहीं निकाला गया, दरअसल हुआ यह कि एक दूसरे निवेशक ने इसमे 50 मिलीयन लगाए है, जो कि निंग परिवार और स्टार लाइट एंटरटेनमेंट के लगाए पैसों का दोगुना है तो उसने तुम्हें निकालने से मना कर दिया...बस बात खत्म।"

'पहले तो निंग परिवार और स्टार लाइट ये दो ही निवेशक थे, ये तीसरा निवेशक कहाँ से आ गया?" निंग क्षी को यह बात अजीब लगी।

"ये तीसरा निवेशक आखिरी मौके पर आया। इसके बारे में तुम बाद में जान जाओगी।"

"ओ के! धन्यवाद मिस्टर डायरेक्टर।"

निंग क्षी ने जैसे ही फोन रखा कमरे के अंदर खरगोश की तरह प्यारा सा लिटिल ट्रैशर आ गया। जिसे देख के निंग क्षी उछल पड़ी और प्यार से गले लगा के चूम लिया।

"ओ मेरा बच्चा, तुम मेरे लिए कितने लकी हो मेरे प्यारे लिटिल, तुम हमेशा मेरे लिए कुछ अच्छा ही करते हो।"

दूर खड़ा लू टिंग देख रहा था।किस तरह निंग क्षी झूम के लिटिल को चूम रही थीं। जबकि यह सब उसके प्रयासों से हुआ था।

"चलो कोई बात नहीं, खुश है न बस यही बहुत है।"

पास आ कर बोला, "क्या बात है, बहुत चहक रही हो सुबह सुबह।"

"बात ही ऐसी है, मुझे फिल्म से निकाला नहीं गया अभी अभी डायरेक्टर ने बताया। आख़िरी मौके पर कोई तीसरा निवेशक आ गया जिसे मेरा काम काफी पसंद आया।"

"चलो ये तो अच्छी बात है, बधाई हो।"

"ज़रूर इस इन्वेस्टर की आँखे पारखी होगी, दिल का अच्छा होगा, और खुद भी दिल का बहुत अच्छा होगा|" निंग क्षी ने ऐसा अनुमान लगाया।

लू टिंग की भी आँखें यह सुनकर चमक उठी...."वाह,सही में क्या?"

"हाँ, सही में|"

निंग क्षी ने पूछा, " पर मैं अब ज़्यादातर शूटिंग मे व्यस्त रहूँगी, कभी कभी शाम को भी, तब लिटिल क्या करेगा।"

निंग क्षी द्वारा बाँहो मे भरने और किस करने से लिटिल इतना खुश था कि उसे यह खबर भी बुरी नहीं लगी|

वह दौड़कर अपने रूम में गया| निंग क्षी घबरा गई कि कहीं फिर से वह अपने आप को कमरे मे न बंद कर ले, पर थोड़ी देर में वह टेबलेट लेकर आया ,जिस पर लिखा था " लड़ाई ,यह देख निंग क्षी खुश हुईं।

और लिटिल को गले लगा लिया " ओह बच्चे तुम सही मे मेरे नन्हें फरिश्ते हो।"

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