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Chapter 2 - हमें उसे छुना है

अब आगे 👉 👉 👉 👉 👉 👉 👉 👉 👉 ।।

 

 शेखावत मेंशन के अंदर ______

 सभी इस वक्त लिविंग रूम में बैठे हुए ही थे कि तभी एक गार्ड उनके पास आया ।

 संध्या जी उसे देखकर " क्या हुआ श्यामू "

 वहीं वो गार्ड जिसका नाम श्यामू था वो सर झुक कर आदरपूर्वक " बड़ी मालकिन वो दरवाजे के पास एक गर्भवती महिला आई है वो लगातार ये बोले जा रही है कि हमें कोई काम दे दो चाहे तनख्वाह कम देना पर एक छोटी सी रहने कि जगह और काम देदो "

 वहीं श्यामू कि बातों को सुन कर संध्या जी कुछ सोचते हुए " उन्हें अंदर लेकर आओ "

 " जी बड़ी मालकिन " श्यामू इतना कहकर वो वहां से चला गया ।

करीब कुछ मिनटों बाद श्याम एक औरत को अपने साथ लेकर आया जिसे देखकर पता चल रहा था कि वह इस वक्त गर्भवती हैं 

वहीं वो औरत अपने पेट को साड़ी के पल्लू से छुपा कर ‌ संध्या जी के सामने हाथ जोड़कर " मालकिन हमें कोई काम और रहने कि जगह देदो "

 वही उसे देखकर संध्या जी औरत को देखकर सख्ती से" तुम्हारा पति कौन है जो तुम्हारे ऐसी हालत में काम करवा रहा है ।"

 उनकी बात सुनकर औरत रुंधी आवाज में"हमारा अपना कोई भी नहीं है और हमारे पति कुछ समय पहले ही चल बसे मालकिन हम पर दया करो "

 वही उसे औरत की बात सुनकर संध्या जी "ठीक है तुम ऐसा करो ऊपर थर्ड फ्लोर पर दो बच्चे हैं तुम्हें उनकी देखभाल करना है पर याद से तुम उनके पास मत जाना वरना वो तुम्हें गुस्से में वो हर्ट कर सकते हैं " फिर कुछ देर रुक कर वैसे तुम्हारा नाम क्या है "

 " स्मृति आनन्दा " औरत हिचकिचाते हुए बोली जिसे सुनकर संध्या जी " और तुम्हारा खानदान "

औरत कुछ जवाब दे पाती उससे पहले शिवांश जी संध्या जी को रोक कर " क्या मा आप भी उससे कूल जाती पूछने लगीं अरे जाने दो ना उसे "

 " ठीक हैं " संध्या जी इतना कहकर एक सर्वेंट को अपने पास बुलाकर " जाओ इन्हें छोटे मालिक का कमरा दिखा दो "

 " जी बडी मालकिन " सर्वेंट इतना कहकर स्मृति जी को अपने साथ लेकर थर्ड फ्लोर पर चला गया और वहां पास उन्हें प्रियांश क्रियांश का रुम दिखाकर नीचे आ गया ।

 औरत हल्के से डोर नौक " कर क्या मैं अंदर आ सकती हूं " ।

वहीं रूम के अंदर प्रियांश और क्रियांश दोनों ही बैठे हुए कुछ काम के बारे में डिस्कस कर रहे थे पर अचानक से ऐसे किसी औरत की आवाज सुन कर वह दोनों गुस्से में लाल हो गए फिर भी अपने गुस्से को कंट्रोल कर सख्त आवाज में " कम इन ।"

वहीं स्मृति जी परमिशन मिल जाने के बाद कमरे में एंटर हुई 

 स्मृति " जी छोटे मालिक हमें बडी मालकिन ने आपकी देखभाल करने के लिए रखा है " उसने अभी इतना कहा ही था कि उसे अपने पेट में हलचल महसूस हुई जिसे महसूस का स्मृति जी भूल गई कि वह इस वक्त कहां पास खड़ी है।

 स्मृति जी अपने पेट पर हाथ रख कर " अरे क्या कर रहे हो रही हो अरे मत करो अहह रुक जाओ तुम हमेशा तो ऐसा नहीं करती पर आज क्यों "

वहीं प्रियांश क्रियांश जिनका ध्यान अभी तक स्मृति जी की बातों पर था उनका ध्यान अचानक से स्मृति जी के पेट पर पड़ा और उन्हें स्मृति जी के पेंट से खुद को अट्रेक्ट होते हुए महसूस किया और एक टक स्मृति जी के पेट को देखने लगे ।

वहीं स्मृति जी के पेट के अंदर का बच्चा उनके पेट में किक मारने लगा जो काफी तेज था 

वहीं काफी देर स्मृति जी के शांत करने पर उनके पेट में किक मार रहा बच्चा शांत हो गया ।

तब जाकर स्मृति जी का ध्यान प्रियांश क्रियांश पर पड़ा उनको देखते ही स्मृति जी हड़बड़ा गई ।

 स्मृति जी " सॉरी सॉरी वह हमेशा ऐसा नहीं होता आज पता नहीं कैसे अचानक होने लगा वैसे आपको कुछ चाहिए तो हमें बताएं ।"

वही स्मृति जी की बात सुन कर प्रियांश क्रियांश जों कब से अपनी नजर स्मृति जी के पेट पर टिकाए हुए थे वो एक साथ बोले " हम उसे छूना चाहते हैं ।"

 वही अचानक से उनकी बात सुनकर स्मृति जी शॉक्ड रह गई और उन होने एक बारी फिर उन दोनों की ओर देखते हुए नासमझी से " आप दोनों ने क्या कहा मुझे समझ नहीं आया ।"

वहीं स्मृति जी को अपनी बात ना मानते हुएं देखकर प्रियांश क्रियांश मैं इस बार गुस्से में स्मृति जी के पेट कि ओर इशारा कर " हमें उसे छूना है ।"

वहीं उनकी बात सुन कर और उनके इशारे को देखकर एक बार फिर स्मृति जी शॉक्ड रह गई ।

 तो क्या जवाब देगी स्मृति जी और क्यों हो रहे प्रियांश और क्रियांश स्मृति जी के पेट से जानने के लिए पढ़ते रहिए .....