Chapter 3 - भाग 3

अब आगे,

वही जब हिमानी ने अरु को देखा तो उसका मजाक बनाते हुए कहने लगी, "देखो फ्रेंड्स, महारानी अपनी दासी को प्रोटेक्ट करने आ रही थी मगर अपनी दासी के कहने पर अब अपना मुंह बंदकर के खड़ी है..!"

हिमानी, जानवी और अरु का मजाक उड़ा रही थी पर अरु उसको कुछ नही कह पा रही थी क्योंकि जानवी ने उसको मना कर दिया था और इसलिए वो, हिमानी की बाते चुपचाप सुन रही थी..!

वही जब हिमानी ने अरु को शांत देखा तो उसके पास आकर उसको उकसाते हुए कहने लगी, "क्या हुआ अरु बेबी तुम कुछ कहोगी नही या फिर अपनी दासी ओ सोरी तुम्हारी बेस्ट फ्रेंड के कहने पर तुम चुप ही रहोगी और वैसे भी तुम, मुझे कुछ कह भी नही सकती हो क्योंकि तुम्हारी मेरे सामने कोई औकात ही नही है..!"

हिमानी के इतना कुछ कहने पर भी अरु ने उसको कुछ नही कहा क्योंकि अरु, जानवी की सारी बाते मानती थी और उसके मना करने के बाद अरु चुपचाप वही खड़ी सब कुछ सुन रही थी..!

हिमानी ने जब देखा कि अरु पर उसकी बात का कोई असर नहीं हो रहा और वो कोई जवाब नही दे रही तो अब हिमानी अपने घमंड के साथ और अपने दोस्तो के साथ आगे बढ़ने लगी..!

हिमानी अपने दोस्तो के साथ आगे बढ़ ही रही थी तब अरु ने मौका पाकर उसके पैर में अपना पैर उलझा दिया जिससे हिमानी का बैलेंस बिगड़ गया और हिमानी सीधा मुंह के बाल उसी खाने पर जाकर गिर गई जिस पर हिमानी, जानवी को गिराना चाह रही थी..!

हिमानी का चेहरे और उसके कपड़ो पर सारा खाना लग चुका था, हिमानी की हालत को देखकर हॉस्टल की कैंटीन में बैठी सभी लड़कियां एक साथ जोर जोर से हंसने लगी..!

वही अरु और जानवी भी हिमानी की ऐसी हालत देखकर हसने लगी और वही अरु कुछ देर तक हिमानी को देखकर हंसी और फिर उसके पास जाके उससे कहने लगी, "क्या हिमानी तुम तो बहुत गिरी हुई निकली, क्या यार देखकर चला करना और देख तो तेरी ये ड्रेस और तेरा ये फूल से खिला ये चेहरा कैसे मुरझा गया है और तेरा ये एक्सपेंसिव प्रोडक्ट्स से करा हुआ सारा मेकअप बेकार हो गया है..!"

और अब अरु ने कुछ सोचने का नाटक करते हुए, फिर से हिमानी से कहने लगी, "और हां, सबसे पहले अपना ये चेहरा साफ कर लेना नही तो कॉलेज के सारे लड़के तुझे देखकर डर जायेंगे..!"

अपनी बात कहकर अरु हंसते हुए आगे बढ़ गई और जानवी का हाथ पकड़ कर हॉस्टल की कैंटीन से बाहर निकल गई..!

हां तो ये है हमारी कहानी की हीरोइन अरु और अरु का पूरा नाम "अराध्या श्रीवास्तव" था और उसकी उम्र लगभग 19 साल थी और हाइट 5"6 इंच होगी, साथ में अरु का रंग दूध से भी गोरा, कमर तक लहराते लंबे घने बाल और आंखो का रंग डार्क ब्राउन था..!

अरु बहुत ही ज्यादा शरारती और साथ में मासूम सी लड़की थी, जो अपनी छोटी सी दुनिया में ही मस्त रहने वाली लड़की थी और अरु अपनी फैमिली से बहुत ज्यादा प्यार करती थी और अरु अभी बी. कॉम फर्स्ट ईयर में पढ़ रही थी..!

अरु को सिर्फ अपने और अपने साथ रहने वालो से ही मतलब था और अरु को दूसरो के मामलो में बोलने का कोई शौक नही था पर अगर कोई उसकी बेस्ट फ्रेंड जानवी उफ्फ जानू को कोई कुछ भी कह दे तो अरु से बर्दाश के बाहर हो जाती थी और अरु, जानू के लिए कुछ भी कर सकती थी..!

हिमानी को सबक सिखाने के बाद,

आराध्या और जानवी के साथ हॉस्टल से सीधे कॉलेज के लिए निकल गई, आराध्या और जानवी का कॉलेज उनके हॉस्टल से 20 मिनट की दूरी पर ही था इसलिए दोनो पैदल ही जाया करती थी..!

रोड पर चलते हुए आराध्या बार बार, हिमानी की हालत को यादकर जोर जोर से हंस रही थी और आराध्या को ऐसे हसते हुए देखकर अब जानवी ने उससे कहा, "नही आराध्या ऐसे किसी की हालत पर नही हंसते हैं..!"

और अब जानवी ने, आराध्या को डाटते हुए उससे कहा, "अब हंसना बंदकर और क्या जरूरत थी तुझे उस हिमानी से पंगा लेने की और तुझे हजार बार कहा है कि अपनी ये उल्टी सीधी हरकते मत किया कर, कभी मुसीबत में फंस जायेगी ना किसी दिन तब पता चलेगा तुझे और अगर उस हिमानी ने अपना बदला लेने के लिए तेरे साथ कुछ कर दिया तो तू क्या करेगी..!"

जानवी की बात सुनकर, अब आराध्या ने अपनी हंसी कंट्रोल करते हुए और जानवी की बातो से अनजान बनते हुए उससे कहा, "मैने..मैने क्या किया जो तू मुझे बोल रही है और वो हिमानी तो अपने आप ही गिरी थी, मैने कुछ नही किया..!"

आराध्या की बात सुनकर, अब जानवी ने उससे कहा, "ओह हेलो ये पागल न किसी और को बनाना और रही बात हिमानी के गिरने की तो मैने खुद अपनी आंखो से देखा था कि तूने अपना पैर उसके पैर के साथ अड़ा दिया था और उसी वजह से से वो जमीन पर गिर गई और कम से कम मुझसे तो झूठ मत बोलाकर..!"

जानवी की बात सुनकर, आराध्या ने अपनी हंसी को कंट्रोल करते हुए उससे कहा, "अच्छा बाबा ठीक है, मै मानती हूं कि मैने ही अपना पैर उस हिमानी के पैर के साथ अड़ा दिया था और जिससे वो जमीन पर गिर गई और हां मैने कुछ गलत नहीं किया है बल्कि उसने जो तेरे साथ किया मैने तो उसका बदला उससे सूत समित लिया है और तू ही तो मेरी इकलौती दोस्त हैं इस पूरे कॉलेज में और उसके साथ भी कोई बेवजह बातामीजी करेगा तो मै बर्दाश नही करूंगी और हां बल्कि, उसका मुंह जरूर से तोड़ दूंगी..!"

आराध्या की बात सुनकर, अब जानवी के चेहरे पर एक मुस्कान आ गई और जानवी अच्छे से जानती थी कि आराध्या दिल की बुरी नही थी बस अगर उससे जुड़े लोगों के साथ कोई बेवजह बुरा व्यवहार करता था तो वो उससे बरदाश नही होता था वर्ना उसको किसी ने कोई फर्क नहीं पड़ता था कि कौन क्या था और क्या करता था...!

और ऐसे ही बाते करते करते दोनो अपने कॉलेज पहुंच गए और कॉलेज पहुंचते ही जानवी अपनी क्लास के तरफ जैसे ही मुड़ने को हुई तभी आराध्या ने जानवी से कहा, "वहा कहा जा रही है चल ना कॉलेज की कैंटीन में चलते हैं और वैसे भी हम दोनो ने ब्रेकफास्ट भी नही किया है तो दोनो साथ में व्हाइट सॉस पास्ता के साथ मस्त कोल्ड ड्रिंक पिएंगे..!"

To be Continued...❤️✍️

अब हिमानी अपने साथ हुई बतमीजी का बदला लेने के लिए अरु के साथ क्या करेगी और क्या सच में अरु ने कोई मुसीबत मोल ले ली है जिसका भुगतान उसको आगे जाकर मिलेगा..?