अब आगे,
आराध्या के जाने के बाद,
अब जानवी ने गुस्से से राघव से कहा, "अगर सच में आप अरु को पसंद करते ना तो उसकी बात का मान भी रखते पर मुझे नही लगता है कि आपको उसकी किसी भी बात से कोई मतलब है, आपको तो बस उसको अपनी गर्लफ्रेंड बनाने से मतलब है और अगर आपने आज के बाद फिर से अरु को परेशान किया ना तो अरु का तो पता नही पर मै खुद ही जाकर आपकी शिकायत प्रिंसिपल सर से कर दूंगी, समझ में आया आपको...!"
अपनी बात कहकर जानवी भी आराध्या के पीछे उसको ढूंढने चली गई..!
जानवी और आराध्या के उस कैंटीन से जाने के बाद,
राघव ने गुस्से से अपना हाथ उस डेस्क पर मार दिया और गुस्से से ही अपने आपसे कहने लगा, "पता नही ये खुद को समझती क्या है, और इतना समझाया पर इसको तो कुछ समझ में ही नही आता है और मुझे "राघव शर्मा" को प्रिंसिपल सर के पास जाने की धमकी देकर गई है, इस आराध्या को तो मै इतनी आसानी से छोड़ने वाला नही हु, इसे तो ऐसा सबक सिखाऊंगा न कि जिंदगी भर याद रखेगी और बहुत घमड़ है ना तुझे अपनी खूबसूरती पर जो मुझे धमकी देकर गई है न तो देख मै तेरे साथ क्या करता हु...!"
अपनी बात बोलकर राघव भी गुस्से से उस कैंटीन से बाहर निकल गया..!
दूसरी तरफ, अराध्या और जानवी का कॉलेज के गार्डन में,
आराध्या को ढूंढते हुए जानवी गार्डन में पहुंच गई तो वो देखती है कि आराध्या एक बेंच पर बैठी हुई थी, उस समय आराध्या ने जानवी से पीठकर रखी थी इसलिए अब जानवी ने आराध्या के पास जाकर उससे पूछा, "अरु, तू ठीक तो है ना...?"
जानवी के ऐसे कंधे पर हाथ रखने और उससे पूछने पर आराध्या अब झट से जानवी के गले से लग गई और उसने रोते हुए जानवी से कहा, "नही, मै ठीक नही हु और उन्होंने मुझे समझ क्या रखा है, वो मेरे सीनियर है तो क्या कुछ भी कहेंगे और मै वो सब मानूंगी..!"
आराध्या की बात सुनकर, जानवी की भी आंखे नम हो चुकी थी, आराध्या हमेशा मुस्कराती रहती थी पर उसके मुस्कान के पीछे एक दर्द छिपा हुआ था जिसको सिर्फ जानवी ही जानती थी क्योंकि ये मुस्कान सिर्फ लोगो को दिखाने के लिए और अपने दर्द को छुपाने के लिए ही थी और असल में वो कॉलेज के ऐसे लोगो से बहुत परेशान हो गई थी..!
और उसकी भी क्या गलती है कि वो पूरे कॉलेज में सबसे सुंदर और खूबसूरत है और वो किसी से हंसकर बात कर रही है तो क्या वो लड़का उसका कोई भी मतलब निकल सकता है और उसको किसी भी रिलेशनशिप में आने के लिए मजबूर कर सकता है..!
जानवी ने कुछ देर तक आराध्या को अपने गले से लगाए रखा और फिर अपनी आंखो की नमी पहुंचते हुए उसने आराध्या को उस गार्डन की बेंच पर बैठाते हुए उससे कहा, "अब क्या तू पूरा दिन उस "राघव" की बातो पर ही रोते हुए निकल देगी...!"
जानवी की बात सुनकर, आराध्या ने उसको अपना पहला वाला एटीट्यूड दिखाते हुए अब जानवी से कहा, "चल उनकी बातो से उदास हो मेरी जूती और मुझे कोई फर्क नही पड़ता है उनकी बातो से और वो खुद को समझते क्या है कि मै उनकी बाते सुनकर उदास होगी और वो मुझे बार बार रिलेशनशिप मे आने के लिए मजबूर करेंगे तो क्या मै उनकी बात मान लूंगी, नही बिलकुल भी नही मै कभी भी उनके साथ रिलेशनशिप मे नही जाऊंगी...!"
आराध्या की बात सुनकर अब जानवी के चेहरे पर एक मुस्कान आ गई और अब जानवी ने आराध्या के गाल को खींचते हुए उससे प्यार से कहा, "शाबाश, ये हुई ना मेरी अरु वाली बात तो चल अब लेक्चर अटेंड करने चले नही तो ये वाला लेक्चर भी मिस हो जाएगा..!"
जानवी की बात सुनकर आराध्या ने एक अजीब सा चेहरा बना लिया क्योंकि आराध्या को लेक्चर अटेंड करना बिलकुल भी पसंद नही था और उसके हिसाब से लेक्चर अटेंड करना बहुत बोरिंग होता था..!
आराध्या, जानवी के कहने पर लेक्चर लेने तो जाती थी पर लेक्चर लेने के बजाए वही डेस्क पर हेड डाउन करके सो जाती थी और कभी कभार तो जानवी को ही आराध्या को जबरदस्ती लेक्चर लेने लेकर जाना पड़ता था नही तो आराध्या का बस चले तो वो कभी भी कोई लेक्चर ले ही न..!
आराध्या के अजीब से चेहरे को देखकर अब जानवी ने उसको आंखे दिखाते हुए अराध्या से कहा, "अरु ऐसे अजीब से चेहरे बनाने से कुछ नही होगा, लेक्चर तो तुझे लेंगे ही पड़ेंगे, चल अब जल्दी से चल मेरे साथ...!"
अपनी बात कहकर अब जानवी ने आराध्या को जबरदस्ती खड़ा करा और उसको खींचते हुए उस गार्डन से अपनी क्लास तक ले गई..!
गर्ल्स हॉस्टल में, आराध्या और जानवी का कमरा,
जानवी और आराध्या अपनी पढ़ाई पूरी कर अब सोने के लिए पूरी तरह से तैयार थे, इस समय आराध्या ने नाइट सूट पहना हुआ था, जिसमे भी हमारी आराध्या बहुत ही खूबसूरत और क्यूट सी लग रही थी, जानवी अपनी बुक्स को टेबल पर रख अब अपने बेड पर आकर लेट गई थी, जानवी अपने बेड पर लेटी हुई थी..!
और आराध्या अपने बेड पर लेटकर अपना मोबाइल फोन चला रही थी तो जानवी को अपने बेड पर सोता देखकर उसने अपना मोबाइल फोन चार्जिंग पर लगा दिया और भागकर जानवी के बेड पर आ गई और उसके पास लेट गई और खुद को जानवी के ब्लैंकेट से कवर कर लिया..!
वही जब जानवी ने आराध्या की इस हरकत को देखा को उसको आंखे दिखाते हुए अराध्या से कहने लगी, "तेरा बेड है न तेरे पास सोने के लिए तो फिर रोज रोज मेरे बेड पर सोने के लिए क्यू आती हैं...?"
जानवी की बात सुनकर, अब आराध्या ने उसके कंधे पर अपना सिर रखा और जानवी से कहा, "क्योंकि मुझे अकेले नींद नही आती हैं और मुझे तेरे पास सोना अच्छा लगता है..!"
आराध्या की बात सुनकर, जानवी ने थोड़ा सा चिड़ते हुए अराध्या से कहा, "बड़ी आई ये कहने वाली कि मुझे तेरे पास सोना अच्छा लगता है जबकि सच तो ये है कि तुझे अकेले सोने में डर लगता है इसलिए तू रोज मेरे पास सोने आ जाती हैं..!"
जानवी की बात सुनकर अब आराध्या ने मुंह बनाते हुए जानवी से कहने लगी, "ऐसा कुछ भी नही है बल्कि मुझे तो तुझे गले से लगाकर सोने में बड़ा मजा आता है बस इसलिए ही मै, तेरे पास आकर सोती हु वर्ना डर वर नही लगता है मुझे किसी से भी...!"
To be Continued...❤️✍️
तो अब राघव, आराध्या को ऐसा कौनसा सबक सिखाने की बात कर रहा होगा..?