Chapter 4 - भाग 4

अब आगे,

आराध्या की बात सुनकर, जानवी ने अराध्या से कहा, "क्या तू पागल हो गई है और चल मेरे साथ और सारे लेक्चर लेते है और उसके बाद ब्रेक टाइम में खा लेना जो तेरा मन करे, ठीक है अब चल..!"

जानवी की बात सुनकर, अब आराध्या ने अजीब सा मुंह बनाते हुए जानवी से कहा, "हां..हां मुझे पता है अभी हमारा लेक्चर है, पर देख ना लेक्चर में जाने का क्या फायदा, मेरा मतलब है कि हम ऑलरेडी 20 मिनट्स लेट है और सारे प्रोफेसर ने रूल बनाया है कि अगर हम क्लास स्टार्ट होने से पहले नही पहुंचते है तो वो लोग हमें क्लास के बाहर ही खड़ा कर देंगे और साथ में प्रिंसिपल से शिकायत भी कर देंगे और देख न हम तो पूरे आधा घंटा लेट है तो वो खडूस प्रोफेसर हमें क्लास के अंदर तो लेगा नही बल्कि उल्टा बाहर खड़ाकर देगा, तू ही बता ना तो फिर क्या फायदा है हमारा लेक्चर लेने का और चल ना कॉलेज की कैंटीन में कुछ खाते हैं उस हिमानी की वज़ह से मैने कुछ भी नही खाया है और मुझे बहुत ज्यादा भूख लग रही है और तुझे तो पता ही है कि मुझे भूख बर्दश नही होती..!"

आराध्या की बात सुनकर, अब जानवी ने अराध्या से कहा, "अच्छा बाबा, ठीक है चल चलते हैं तेरा पहला प्यार तेरे खाने के लिए..!"

और फिर दोनो कॉलेज की कैंटीन के लिए निकल गए और आराध्या आगे आगे चल रही थी और जानवी उसके पीछे पीछे चल रही थी और साथ में कुछ सोचते हुए उसने अपने आपसे कहा, "ये लड़की अपने साथ साथ मेरी भी पढ़ाई का नुकसान करवाती रहती हैं फिर भी ये इतना रिलैक्स कैसे रह लेती है इसको किसी भी चीज से कोई टेंशन क्यू नही होती और ये क्यू किसी चीज की टेंशन नहीं लेती, चाहे वो इसकी क्लास हो या फिर इसके एग्जाम या फिर इसका रिजल्ट, पता नही ये बिना किसी टेंशन के केसे रह लेती हैं..!"

जानवी ये सब सोच ही रही थी कि उसके कानो में आराध्या की आवाज आई और अब अराध्या ने जानवी से कहा, "अरे कितने धीरे धीरे चल रही है तेरी वजह से हमारा नेक्स्ट लेक्चर भी मिस हो जाएगा..!"

आराध्या की बात सुनकर, अब जानवी ने चिड़ते हुए अराध्या से कहा, "अच्छा, कह तो ऐसे रही हैं जैसे तो तुझे बहुत फर्क पड़ता है न, लेक्चर के मिस होने से..!"

अराध्या और जानवी के कॉलेज की कैंटीन में,

आराध्या, जानवी की बात सुने बिना ही कैंटीन के अंदर चली गई और वहा पर खाली सीट पर बैठ गई और जैसे ही उसने जानवी को कैंटीन में अंदर आते देखा तो आराध्या चिल्लाते हुए जानवी से कहने लगी, "अरे जानवी, यहां आजा...!"

आराध्या की बात सुनकर, जानवी ने अराध्या की तरफ देखा और फिर उसके बराबर वाली सीट पर जाकर बैठ गई तो आराध्या ने अब अपने कॉलेज की कैंटीन के वेटर को बुला लिया और अपने कॉलेज की कैंटीन वेटर को अपना ऑडर दे दिया..!

कुछ देर बाद,

आराध्या का दिया हुआ ऑडर आ चुका होता था और दोनो कोल्डड्रिंक पीने के साथ साथ अराध्या का पसंदीदा व्हाइट सॉस पास्ता खा रहे थे, तभी वहा एक लड़का आया जिसको देखकर आराध्या ने अपना चेहरा दूसरी तरफ कर लिया..!

और वो लड़का, आराध्या और जानवी के पास वाली सीट पर जाकर बैठ गया और आराध्या को देखने लगा और वही आराध्या ने जब देखा कि वो लड़का उसको ही देखे जा रहा था तो अब उसने उस लड़के से पूछा, "क्या है और आप मुझे क्यू देखे जा रहे है..?"

आराध्या की बात सुनकर, अब उस लड़के ने अराध्या से कहा, "अरु, मुझे तुमसे कुछ बात करनी है..!"

उस लड़के के मुंह से अपना निक नेम सुनकर, अब आराध्या का पारा चढ़ गया और उसने उस लड़के पर गुस्से करते हुए कहा, "आप मुझे अरु कहकर नही बुला सकते, ये कहने का हक सिर्फ और सिर्फ जानवी का है, समझ में आया आपको..!"

हां तो उस लड़के का पूरा नाम "राघव शर्मा" था और उसकी उम्र 21 वर्ष थी और उसकी हाइट 5"8 होगी और वो, अराध्या का सीनियर था जो उसको अराध्या की फ्रेशर पार्टी में देखकर ही पागल हो चुका था और साथ में राघव एक अमीर बाप की बिगड़ी हुई औलाद है जो अपने बाप के दम पर कुछ भी पा लेता था..!

इसलिए अब राघव ने अपने गुस्से में आराध्या से कहा, "ओ कम ऑन आराध्या, मै तुम्हे तुम्हारी फ्रेशर पार्टी में देखकर ही पहली बार मे पसंद कर चुका था इसलिए तो पिछले दो महीनों से तुम्हारे पीछे पड़ा हुआ हु पर तुम हो कि मुझे एक मौका ही नही दे रही हो अपने आपको साबित करने का तो फिर मैं तुम्हे कैसे समझाऊं कि मै अब बदल चुका हु..!"

अब आराध्या ने राघव से कहा, "मुझे पता है कि आपको मुझसे क्या बात करनी है लेकिन मैने आपको हजार बार बोल दिया है कि मुझे इन सब रिलेशनशिप में कोई इंटरेस्ट नहीं है और मुझे बस दो ही रिलेशन पर भरोसा है और वो है फैमिली और दोस्ती और मैने आपको अपना दोस्त भी बनाया था, जबकि पूरा कॉलेज आपके बारे मे कुछ भी सही नही बता रहा था फिर भी मैंने आप पर भरोसा करा लेकिन अगर आप मुझे बार बार रिलेशनशिप में आने पर मजबूर करते रहेंगे तो मै आपसे अपनी दोस्ती भी तोड़ लूंगी और अगर आप फिर भी अपनी हरकतों से बाज़ नही आए तो मै मजबूर होकर आपकी शिकायत प्रिंसिपल सर से कर दूंगी...!"

आराध्या की पूरी बात सुनकर, राघव को बहुत गुस्सा आ गया क्योंकि उसने आजतक जो भी चाहा उसको पा ही लिया था पर आराध्या उसकी गर्लफ्रेंड बनने को तैयार नहीं थी..!

राघव की बाते सुनकर अब आराध्या ने गुस्से से राघव से कहा, "मै आज आखरी बार आपसे कह रही हूं कि मुझे आपकी गर्लफ्रेंड बनने मे जरा सा भी इंटरेस्ट नहीं है, समझ में आया आपको "मिस्टर राघव शर्मा"...!"

आराध्या ने अपने गुस्से में इतनी जोर से बोला था कि उसके कॉलेज की कैंटीन में सबने ये बात अच्छे तरह से सुन ली थी जिस वजह से राघव की पूरे कैंटीन में बैठे स्टूडेंट जो की कुछ जूनियर थे और कुछ उसके ही क्लास के स्टूडेंड थे उन सबके सामने बेज्जती हो गई थी और वही ये सब बोलकर आराध्या अपनी कुर्सी से उठ खड़ी हुई और उस कैंटीन से सीधे बाहर निकलकर गार्डन की तरफ मुड़ गई..!

To be Continued...❤️✍️

तो अब राघव, आराध्या से अपनी बेइज्जती का बदला कैसे लेगा और क्या आराध्या कभी राघव की गर्लफ्रेंड बनने के लिए तैयार होगी..?