कंगन देकर श्रावणी और उर्मिलाजी ब्यूटी पार्लर वाली को संजना का मेकअप करने भेजती है।
लेकिन संजू मना कर देती है ।
संजू-दादी ,चाची मै कभी ब्यूटी पार्लर नहीं गई।गई हु तो बस आइब्रोज बनबाने ।।
उर्मिलाजी- अरे बेटा ,मेरे लिए मेकअप करा ले ।
संजू- ok दादी ।। लेकिन लाइट मेकअप ।
श्रावणी - ok जैसा तु कहे बेटा।फिर वो दोनो वहाँ से चली जाती है ।
इधर संजना की मुह दिखाई के लिए संजना और इन्द्रेश को बिठा दिया जाता है ।
लाइट पीच कलर के लहंगे मे और लाइट मेकअप मे संजू बिल्कुल परी लग रही थी।
संजू की खूबसूरती देखते ही सभी इंदर को बधाई देते है ।
इंदर मेहमानो से घिरी संजू का चेहरा देखने को बेताब है
उर्मिलाजी- श्रावनी से ,बहु संजू को उसके रूम मे ले जाओ थक गई होगी। बेचारी।।
श्रावनी- जि माजी । (और संजू को ऊपर रूम मे ले जाती हैं ।
इधर इंदर के रूम में
संजू- ओफ्फो कितनी देर करना पड़ा ये नाटक।
बस थोड़े दिन और फिर मै इंद्रेशजी से तलाक की बात करूँगि ।
नीचे हॉल में उर्मिला जी इंदर से कहते हैं।जा इंदर अपने रूम में आज तेरी शादी की रात है।नई दुल्हन को इतना इंतजार कराना ठीक नहीं है।भले ही संजना ने इंद्र को नहीं अपनाया हो । लेकिन इंदर ने संजना को मन ही मन अपना मान लिया था।और इन्दर का मन जल्दी से जल्दी संजना को देखने का कर रहा था।
जैसे ही इंदररूम में दाखिल हुआ।उसने देखा कि संजना एक सिंपल सूट में खिड़की के पास बैठी एक बुक पढ़ रही है।इंद्र का दिल टूट गया उसकी चाहत थी कि वह संजना को दुल्हन के जोड़े में देखें ।।
इंदर रूम मे आया संजना को कोई फर्क नहीं पड़ा वो चुपचाप बुक पढ़ती रही।
इंदरअपनी अलमारी में से अपना बाथरूम लेकर चुपचाप नहाने चला गया।जैसे ही इन्दर बाथरूम से बाहर आया एक भीगी भीगी सी खुशबू संजना को आई।इंदर से बोली नाइस परफ्यूम इंद्रेश जी।
इंदर- thanx चलिये,आप कुछ तो बोली।
संजना फिर से बुक पढ़ने लगती है । अब इंदर अपना बाथरूब उतारकर अपना नाइट ड्रेस पहनने जाता है।तभी उसका ध्यान संजना की तरफ जाता हैं । और शीशे मे संजू को देखने लगता है। (शीशे के बाद बेड और उसके बाद खिड़की हैं जिसके पास चेयर रखी हैं वहीं पास मे एक अलमारी मे ढेर सारी बुक्स हैं ।उनमे से हि एक बुक संजना पढ़ रही है )
संजू बुक पढ़ रही है और अपने खुले बालो को बार पीछे कर रही है ।ये देखकर इंदर संजना की मासूमियत पर मोहित हुआ जा रहा है।इसी बीच इंदर के हाथ से ड्रेसिंग टेबल पर रखा फूलदान एकदम से गिर पड़ता है।तब संजना का ध्यान उस तरफ जाता है और इंदर को थोड़ी देर एकटक देखती है ।इंदर भले हि 40 का हो लेकिन उसने खुदको एकदम फिट बना रखा हैं ।उसका जिम उसके रूम् के एक कोने मे है।स्मार्ट बॉडी और एप्स हल्के घुंघराले बाल और भूरी आंखें यह सब संजना इंदर में पहली बार देख रही थी क्योंकि संजना ने कभी इंदर को गौर से देखा ही नहींं।तभी संजना की चीख् निकल जाती है।
ओह गॉड । और अपने दोनो हाथ अपने चेहरे पर रख लेती है।क्युकी इंदर बस अंडरवियर मे था ।
इंदर-ओह् sorry बोलकर बाथरूम मे चला जाता हैं ।
अब संजना बेड के एक साइड लेट जाति है ।
इंदर बाथरूम से बहार आता हैं ।वो धीरे से तकिया उठाता है और वही पास पड़े सोफे पर सोने के लिए जाने लगता है ।तभी संजू की आवाज आती है ।
संजू- कहा जा रहे हैं आप ।
इंदर-जि आप यहां आराम से सोये मै वहाँ सो जाऊँगा ।
संजना- यही लेट जाइये आप ।इतना बड़ा तो बेड हैं ।
इंदर-कोइ नई आप लेटे रहिये ।
संजू-बात् मानिये,पीठ अकड़ जाएगी।यही लेट जाइये।
लम्बी बहस के बाद दोनो बेड के अलग अलग किनारो पर लेट जाते है ।
इधर दोनो को हि नींद नहीं आ रही होती है ।
इंदर- संजनाजी आपने अपनी जॉब से छुट्टी ली हैं क्या?
संजू-जी बॉस ने गिफ्ट मे 15 days की लीव दी है ।
इंदर - लीव गिफ्ट
दोनो हस पढ़ते हैं ।
इंदर-आप् हसती हुई बहुत अच्छी लगती हैं
संजना- thanx, good night । बोलकर सो जाती है ।
इंदर को संजू से बात करना बहुत अच्छा लगता हैं ।वो कुछ समय और संजू के साथ बिताना चाहता है ।लेकिन।।।।।।।
इंदर- good night और् सो जाता है ।
तभी रात मे एक जोरदार पैर इंदर के पैर पर पड़ता है ।इंदर की आँख खुलती है ।और इंदर के पेर पर संजना का पैर होता है ।अब इंदर संजना का पैर कैसे हटाए ।।जैसे तैसे वो पैर हटाता है।
थोड़ी देर बाद ---
इंदर के सीने पर संजना का हाथ होता है ।
अब इंदर ये हाथ हटाना नहीं चाहता हैं ।क्यूकी वो इस हाथ का स्पर्श महसूस करना चाहता हैं ।ऐसे हि सो जाता हैं ।।
सुबह के 4 बजे-
सुबह 4 बजे इंदर जिम करता है ।वो धीरे से संजू का हाथ हटाता है ।और बर्कआउट करने लगता हैं ।संजना की नींद टूटती हैं ।और वो नींद मे हि बड़बड़ाती है।
संजू-मोम् कॉफ़ी दे दो ।ऑफिस के लिए देर हो रही है ।फिर सो जाती हैं ।इतना सुन कर इंदर संजू से बोलता हैं ।।।। good मॉर्निंग
good morning शब्द सुनते हि बिखरे बालो के साथ आंखे मुंदकर अंगाई लेती हुई इंदर के गले लगती हैं और कहती है।good morning ।फिर उसके कंधे पर सर रखती है ।उस वक़्त इंदर के पुरे शरीर मे सिरहन दौड़ जाति है । वो संजना के बालो मे अपना हाथ फिराने वाला होता है तभी संजू फिर से बोलती है।good morning पापा।
फिर इंदर रुक जाता है ।ओह ये नींद मे अपने पापा को याद कर रही है ।
इंदर-पापा नहीं इंदर ।
ये सुन संजू कि निंद झट से खुलती है ।
संजू-ओह् सोरी इन्द्रेश जी ।
इन्द्र - ok कोई बात नहीं।
संजू -वो मुझे सुबह मा के हाथ की कॉफ़ी पिने की आदत है।और पापा को गले लगा कर गुड morning बोलती हु।
इसलिए अगर मुझसे कुछ गलत हुआ हो तो माफ कीजियेगा3।
इनदर-मै नहाने जाता हु। ऑफिस के लिए देर हो है।
और नहाने चला जाता है ।