निधी को वो स्वॉर्ड काफी ज्यादा पसंद आती है। यश उस रोबोट से कहता है "मुझे वो स्वॉर्ड भी चाहिए"।
"जैसा आप चाहें" वो रोबोट कहती है और किसी को वो स्वॉर्ड वहां लाने को कहती है।
(आधे घंटे बाद)
"यश तुम्हारे पास इन ज्यादा पैसे कहा से आए?" निधी पूछती है लेकिन तभी उसे याद आता है की वो एक A रैंक वॉरियर है।
थोड़ी देर में एक S रैंक वॉरियर उस स्वॉर्ड को एक बड़े से बक्से में वहां पर लेकर आता है।
"सर, ये रही आपकी स्वॉर्ड। क्युकी आप इस स्वॉर्ड को खरीद रहे है तो आपको इस स्वॉर्ड पर फिफ्टी परसेंट का डिस्काउंट दिया जायेगा तो अब इसकी कीमत सिर्फ पांच करोड़ है।" वो रोबोट कहती है और फिर यश पेमेंट करने के बाद उससे दो आर्क रिएक्टर मांगता है।
"मुझे नौ सुरजो की ऊर्जा पैदा करने वाला आर्क रिएक्टर चाहिए। और एक डायमंड ग्रेड आर्क रिएक्टर।" यश की बाते सुनने के बाद निधी उसकी तरफ देखती है।
"सिर, इस पूरी दुनिया में सिर्फ एक ही ऐसा आर्क रिएक्टर है जो इतनी एनर्जी जेनरेट कर सकता है। और उसकी कीमत पांच सौ से भी ज्यादा है। और अगर आप इसे खरीदना चाहते है तो आपके पास नेशनल डिफेंस आइडेंटिटी कार्ड होना चाहिए। और आपकी नेशनलिटी इंडिया होना जरुरी है। ये एक नेशनल हेरिटेज है जिसे आप किसे दूसरे देश को नही बेच सकते।" वो रोबोट उसे खरीदने के लिए काफी सारी कंडीशंस बताती है।
निधी तो उन्हे सुनने के बाद ही बोर हो गई। यश इन सब कंडीशंस को मान लेता है। और फिर वो रोबोट कुछ फोरम यश को देती है और कई सारे पेपर्स जिन पर उसे साइन करने होंगे।
सारी ऑफिशियल फॉर्मेलिटी पूरी करने के बाद यश पेमेंट करता है और फिर वो रोबोट कहती है "सर, आपको वो आर्क रिएक्टर जल्द एक हफ्ते के अंदर डिलीवर कर दिया जाएगा। और आपका डायमंड ग्रेड आर्क रिएक्ट आपको कल तक डिलीवर हो जायेगा। तो आप अपना परमानेंट एड्रेस बता दीजिए।"
निधी एक पेपर पर अपना एड्रेस लिखकर उस रोबोट को दे देती है और अभी भी वो काफी ज्यादा शॉक मे होती है क्युकी यश उसकी सोच से भी ज्यादा एक ही दिन में खर्च कर चुका था।
(आधे घंटे बाद)
वो दोनो निधी के घर के तरफ चले जा रहे थे और निधी यश को गुस्से में घूर रही थी, यश घबराते हुए अपना चेहरा घुमा लेता है लेकिन निधी उसके सामने खड़ी होती है।
"तुम सही सही बताओ तुम जरूर मूझसे कुछ छिपा रहे हो। तुमने मेरे लिए सबसे महंगी विंड स्वॉर्ड खरीदी और हम मिले सिर्फ एक दिन हुआ है। यश सच सच बताओ तुम ऐसा क्यों कर रहे हो।" यश के पास निधी के इस सवाल का कोई भी जवाब नही होता तो वो शांत रहने में ही भलाई समझता है और कुछ नही कहता।
निधी अंदर से खुश तो होती है लेकिन चिंता में भी होती है। वो यश को पसंद करने लगी थी लेकिन उसकी असलियत जानने के बाद वो हिम्मत नहीं जुटा पाती कहने की। तो वो उससे दूरी रखने को कोशिश करने लगती है, वो जितना भी चाहे लेकिन वो यश के और भी करीब होती जाती है।
आधा घंटा तक दोनो एक दूसरे से कोई बात नही करते और यश कोशिश करता है लेकिन उसकी हिम्मत नही होती निधी से बात करने की।
थोड़ी देर में वो लोग एक फर्म लैंड पहुंच जाते है। ये फार्म हाउस निधी के डैड का है, फार्म से होते हुए वो लोग एक दो मंजिल के 60×60 s.ft के घर के सामने पहुंच जाते है।
निधी दरवाजे पर डोरबेल बकती है, "यश" जबान ना मिलने पर वो पीछे मुड़कर देखती है तो यश एक छोटी से पिल्ले का सिर सहला रहा होता है छोटा पिल्ला अपनी पूछ खुशी में हिलाता है और फिर यश मुस्कुराते हुए उसे बिस्किट्स खिलाता है। उसे मुस्कुराता देख निधी उसकी मुसकुराहट में खो सी जाती है। यश के अलावा सारी चीजे उसके लिए धुंधली सी हो जाति है।
पिछे से उसे कोई धीरे से उसके सिर में मारता है। वो सपने से बाहर अति है और पीछे मुड़ती है और अपनी मां को देखकर उन्हें खुशी से गले लगा लेती है।
"ओ मॉम, मैने आपको बहुत मिस किया था। आप तो अब और भी ज्यादा सुंदर हो गई हो" निधी उन्हे हंसाने के लिए कहती हैं और फिर दोनों मां बेटी अंदर चली जाती है। यश अभी भी उस छोटे पिल्ले से साथ खेल रहा होता है।
(एक घंटे के बाद)
दोपहर से शाम हो चूंकि थी और यश अभी भी उन छोटे पिल्ले के साथ खेल रहा था। थोड़ी देर बाद एक आदमी पीछे से आता है अच्छे से पूछता है "ये काफी प्यारे है ना। तुम्हे क्या लगता है"
"ये प्यारे तो है लेकिन काफी शरारती भी। लेकिन ये एग्रेसिव नही है लेकिन इनकी स्ट्रेंथ एक नॉर्मल डॉग से सौ गुना ज्यादा है। इसने मेरी उंगली पर अपना दांत भी गड़ा दिया था।" यश की बाते सुनने के बाद वो आदमी उसके बगल में बेंच पर बैठ जाता है।
"तुम सही हो, और पहले जिसने इन्हे पहचान लिया। ये एक A रैंक मॉन्स्टर कितनी स्ट्रेंथ रखने वाले दो म्यूटेटेड डॉग्स के बच्चे हैं। आर्मी इन डॉग्स को मॉन्सटर्स के खिलाफ लड़ाई में यूज करती है। मेरे पास भी दो डॉग्स है जो की अब आर्मी से रिटायर हो चुके है। और तुम ये जो पिल्ले देख रहे हो ये फ्यूचर सोल्जर्स है।" वो आदमी कहता है फिर और जानने के लिए यश उनसे बात और अपनी उत्सुकता के चलते कई सारे सवाल पूछता है।
तकरीबन एक घंटा बात करने के बाद वो आदमी यश से उसका इंट्रोडक्शन पूछता है "लड़के तुम्हारा नाम क्या है और मैने तुम्हे पहले कभी यहां पर नही देखा"
"सर, मेरा नाम यश है और मै यहां पर एक दोस्त के साथ आया हूं" यश कहता है लेकिन उस आदमी को कोई भी आस पास दिखाई नही देता तो वो पूछता है और फिर यश भी इधर उधर देखने लगता है और चिंता में पड़ जाता है।
"वैसे में इस इलाके में जितने भी घर है सबको जानता हूं, तुम्हे अपने दोस्त का नाम पता है?" वो आदमी पूछता है और फिर यश उन्हे निधी का नाम बताता है।
"तुम कह रहे हो तुम निधी के फ्रेंड हो, सच में क्युकी में जहां तक जनता हूं वो किसी भी लड़के से दोस्ती नहीं किया करती। " वो आदमी कहता है लेकिन यश जवाब देते हुए कहता है "वेल, वो सच में मेरी दोस्त है अगर आपको यकीन नही तो आप पूछ लीजिए।
यश की बाते सुनकर वो आदमी थोड़ा खुश हो जाता है और कहता है "यश, मेरा नाम ठाकुर वीरेंद्र सिंह है। और मै निधी का पिता हूं"