Chereads / MY CHAOTIC GIRLFRIEND / Chapter 12 - Chapter 02 : Sweet chat (part 5)

Chapter 12 - Chapter 02 : Sweet chat (part 5)

यश थोड़ा नर्वस हो जाता है और उसे रोकने की कोशिश करता है और वो रुक जाती है लेकिन फिर वो यश का हाथ पकड़कर उसे अपने साथ उन्ही छोटे पिल्लों के पास ले जाति है।

वो एक पिल्ले को अपनी गोद में लेती है ओर उसे खिलाने लगती है, "यश, ये देखो है ये कितने प्यारे है। इस वाले का नाम मैक्स, इसका जैक, और तीसरे वाले का जॉर्ज। मैक्स इन सब में सबसे ज्यादा प्यारा है और एग्रेसिव भी लेकिन सिर्फ डैडी के अलावा बाकी लो के लिए।"

निधी को मुस्कुराता देख उसे अच्छा लगता है और वो भी उसके साथ बैठ जाता है और पिल्लों को खिलाने लगता है। थोड़ी देर बाद वीरेंद्र उन पिल्लों के लिए खाने के साथ आया।

"हेय निधी तो तुम आखिर एक हफ्ते बाद लौट आई" वीरेंद्र कहता है और फिर पिल्लों को खाना डालने लगता है। निधी कुछ ज्यादा खुश नही होती।

वो बस रूखे मन से कहती है "हां में दोपहर को ही लौट आई थी, आपको आने में देर हो गई"

यश थोड़ा अजीब महसूस करता है क्युकी निधी अपने पिता से मिलने के बाद ज्यादा खुश नही होती। "पागल लडकी तुम्हे क्या हुआ? तुम क्यों एकदम से मुंह फूला के बैठ गई?" यश पूछता है लेकिन निधी बात को टाल देती है।

थोड़ी देर बाद वो लोग घर चले जाते है। "निधी क्या यही वो लड़का जिससे तुम हमे मिलाना चाहती थीं? ये काफी सुंदर और प्यारा लग रहा है। तुम्हारी पसंद अच्छी है।" निधी की मॉम यश को देखकर बोलती है और निधी थोड़ा नर्वस हो जाती है और यश को कुछ भी समझ नहीं आता।

"माँं, मैने सुबह से कुछ भी नहीं खाया। क्या आप खाने को टेबल तैयार करेंगी, प्लीज" निधी अपनी मॉम को किचन में लेकर चली जाती है।

"माँं, आप भी बिना सोचे समझे कुछ भी बोल देती है। आपको नही पता लेकिन वो एक A रैंक वॉरियर है और मै एक C रैंक वॉरियर।" निधी रेफ्रिजरेटर से एक जूस का पैकेट निकलती है और ग्लास में करके पीने लगती है। वो अभी थोड़ा शरमा रही थी और उसके गाल लाल देख कर उसकी मॉम उसे अपनी तरफ देखने को कहती है।

"मेरी प्यारी इधर देखो, तुम्हे शरमाने की जरूरत नहीं है। वो लड़का काफी हैंडसम और हॉट है। इतने हैंडसम तो तुम्हारे डैडी भी नहीं थे जब हमारी शादी हुई थी। अगर तुम उसे पसंद करती हो तो सोचो मत और सीधा जाकर अपने डैड को बोल दो।" निधी की मॉम निधी को समझाते हुए कहती है।

"मॉम ऐसा नहीं है, मै उसे कैसे पसंद कर सकती हूं। वो इतना भी खास नही है। मैने माना उसमे वो सारी बाते है जो एक अच्छे पति में होनी चाहिए लेकिन फिर भी, मुझे वो पसंद नही" निधी अपना मुंह फेरकर कहती है क्युकी वो झूट बोल रही थी। उसे नही मालूम लेकिन वो यश को पसंद करने लगी थी।

"चलो ठीक है, तुम नही बताना चाहती तो कोई बात नही तुम्हारी उम्र में मै भी तुम्हारी तरह थी। तुम सोचने के लिए वक्त चाहिए, सही कहा ना मैने?" निधी की मॉम निधी मुंह पर पास लगा जूस एक रुमाल से पोछती है। निधी भी अब सोचने लगी थी। और उसे वो पल याद आते है जब यश उसे पहली बार मास्क पहने हुए देखकर दर गया था और घबराते हुआ पीछे हट गया था। वो मुस्कुराने लगती है और फिर अपनी मॉम को पीछे से गले लगा लेती है।

"क्या हुआ तुम एक दम से इतनी खुश क्यू हो गई?" उसकी मॉम निधी के गाल सहलाते हुए बोलती है।

"मॉम, लेकिन डैड को आप जानती है, वो कभी भी कोई घर में आने नही देते जो उन्हें पसंद नहीं। तो आपको सच में लगता है की वो ऐसे लड़के को अपना दामाद बनाएंगे जो उन्हें पसंद नहीं" निधी परेशान होते हुआ पूछती है और फिर उसकी मॉम उसका माथा चूमती है और उसे अपने गले से लगा लेती है।

वो कहती है "तुम्हारे डैड स्ट्रिक्ट है लेकिन बुरे नही। वो सिर्फ तुम्हारी भलाई चाहते है। तुम्हे नही मालूम लेकिन वो हर वक्त तुम पर नजर रख रहे थे। और वो लड़का राजीव जिसे तुम्हे हंटिंग जोन में परेशान किया था उन्होके उसके डैड को सारी बाते बताकर तुम्हारी उसके साथ जॉन वाली शादी तोड़ दी। मै तुम्हारे डैड को तुमसे ज्यादा जानती हूं। वो टीम खुश देखना चाहते है और तुम बस उनसे बात करके देखो यश के बारे में।" अपनी मॉम की बाते सुनकर निधी थोड़ा खुश होती लेकिन उसे चिंता भी थी के यश उस पसंद करता है या नही।

वो पूछती है "मॉम मै पहले जानना चाहती हूं की यश मुझे पसंद करता भी या नही। मै नही चाहती की कोई गलतफहमी पैदा हो।"

"जैसी तुम्हारी मर्जी। तुम अब कोई छोटी बच्ची नही हो, तुम अब बीस साल की हो गई हो, तुम खुद के लिए अच्छे बुरे में अंतर कर सकती हो। चलो अब मुस्कुराओ और ये खाना खाने की टेबल पर लगा दो।" निधी खाने के बर्तन टेबल पर लेजा कर लगा देती है। और सबको आने के लिए आवाज दे देती है।

थोड़ी देर में सभी लोग आ जाते है सिवाए यश के। यश घर के बाहर बैठा अपनी हैंडगंस के साथ बैठा कुछ सोच रहा होता है और फिर थोड़ी देर बाद निधी बाहर आती है और खाना खाने के लिए बुलाती है।

यश अपनी जगह से उठता है और उसके साथ अंदर जाने ही वाला होता है की निधी एक दम से कुछ कहने के लिए मुड़ती है और वो दोनो एक दूसरे से टकरा जाते है और दोनो ही फ्लोर पर गिर पड़ते है।

निधी यश के उपर होती है और यश उसके नीचे। निधी के कोमल और बड़े बूब्स यश की बॉडी से दबने लगते है। वो दोनो ही ब्लश कर रहे होते है और धीरे धीरे अपने होंठ एक दूसरे के होंठो के करीब लाते हैं।

निधी अपनी लटे कान के पीछे करती है और यश को चूमने उस होंठो के और करीब जाति है और वो दोनो एक दूसरे को चूमने ही वाले थे के एकदम से कोई खांसता है और निधी जल्दी से खड़ी हो जाती।

"तुम दोनो थी तो होना, चोट तो नही लगी?" मॉम पूछती है और फिर निधी शर्माते हुए बहाना बनाकर अंदर चली जाती है और यश बिचारा घबराहट में ठीक से बोल भी नहीं पा रहा होता।

"मैडम आपने जो भी देखा वो बस एक एक्सीडेंट था, वैसा नहीं है जैसा आप सोच रही है। मै आपको अच्छे से एक्सप्लेन कर सकता हूं।" यश को घबराहट में देख निधी की मॉम उसे शांत होने को कहती है।

फिर वो लोग अंदर आ जाते है और खाना खाने लगते है। यश और निधी अभी भी एक दूसरे को आंखो में आंखे डालकर बात नही कर रहे होते क्युकी दोनो शर्मिंदा थे जो भी कुछ देर पहले हुआ उसके लिए।

खाना खाने के बाद सब लोग अपने कमरे में चले गए और निधी की मॉम निधी को यश को यश का कमरा दिखाने को कहती है और चली जाती है।

"यश ये है तुम्हारा कमरा, तुम्हे इसमें कोई दिक्कत नही होगी। और अगर कुछ चाहिए हो तो मुझे बता देना। मेरा कमरा तुम्हारे कमरे के बगल वाला ही है। और अगर तुम स्मोकिंग करनी हो तो छत पर कर सकते हो लेकिन ध्यान रख डैडी को सिगरेट की जले हुए टुकड़े ना मिले।" निधी ये कहकर अपने कमरे में जाने लगती है लेकिन तभी यश उसका हाथ पकड़कर उस अपनी तरफ खीच लेता है।