इस चैप्टर को समझने के लिए आपको इसके पिछले चैप्टर को पढ़ना परेगा आई होप आपको बहुत अच्छा लगेगा।
Present।
दोपहर समय 1PM में। कॉफी शॉप। गोवा में।
खुशी और सचिन दोनो कॉफी शॉप के अंदर टेबल पे बैठा था।
खुशी और सचिन के आगे एक ग्लास में कॉफ़ी रखा था वहा पे दो पाइप भी कॉफी पीने के लिए रखा था।
खुशी एक पाइप उठा कर अपने मुंह डाल कर कॉफी पीने लगी।
सचिन चुप चाप खुशी को देख रहा था। तभी खुशी, सचिन से बोली," पियो ना लो ये पाइप!."
सचिन मुस्कुराते हुए खुशी के हाथ से वो पाइप ले लिया और अपने मूंह में डाल कर कॉफी पीने लगा।
खुशी और सचिन दोनो साथ में काफी पी रहे थे खुशी और सचिन दोनो पाइप से कॉफी खींच रहे थे ।
कॉफी खींचते हुए सचिन का नजर खुशी के आंख पे पड़ा और सचिन, खुशी को एक टक नजर से देखने लगा।
और सपने में खो गया। सपने में सचिन खुशी को किस करने लगा और प्यार करने लगा।
तभी खुशी,सचिन के सर पे अपने हाथ से छू कर बोली," क्या कर रहे हो पियो जल्द!."
सचिन, खुशी के छूते ही होस में आ गया। सचिन खुशी को देख कर कॉफी पीने लगा।
साथ ही खुशी भी अपना मुंह का पाइप डाल दी। सचिन और खुशी दोनो आपस में नजर मिलाने लगे।
और वैसे ही आंख से आंख मिला कर दोनो खो गए थे।
तभी वेटर दो लेमन जूस लेकर खुशी और सचिन के पास चला आया था।
वो वेटर इतमीनान से कहा," बहन, ये जूस !."
तभी सचिन और खुशी दोनो आवाज सुन कर हट गया।
तो वो वेटर लेमन जूस के ग्लास वही पे रख दिया और वहा से चला गया।
खुशी और सचिन दोनो लेमन जूस पीने लगे। फिर थोड़ी देर में एक वेटर बिल लाकर खुशी को बोला," सिस्टर ये आपका बिल!."
खुशी उस वेटर के हाथ से बिल लेकर बोली," वो के तुम जा सकते हो!."
वो वेटर वहा से चला गया। खुशी और सचिन दोनो वहा से उठा और बाहर निकलने के लिए चल दिया।
जब गेट पे खुशी और सचिन दोनो गया तो खुशी, सचिन से कहीं," तुम बाहर रुको हम आ रहे है!."
सचिन खुशी को देखते हुए बोला," वो के!."
खुशी वहा से काउंटर पे चली गई। सचिन कॉफी शॉप के बाहर जानने के लिए गेट पे गया।
तो सिक्योरिटी सचिन को रोक लिया। सचिन गुस्सा हो गया और गुस्सा में बोला," लो चेक कर लो पिस्तौल लेकर आया हूं!."
वो एक्युरिटी सचिन को देखते हुए कहा," ऐसा क्यों बोल रहे है सर!."
सचिन, उस सिक्योरिटी से कहा," चुप चाप चेक करो!."
वो सिक्योरिटी सचिन का सारा बॉडी को चेक किया तो कुछ नही मिला,
वो सिक्योरिटी सचिन से कहा," आप जा सकते है सर!."
सचिन वहा से निकल कर अपने बाइक के पास जाकर खड़ा हो गया।
तभी एक ब्लैक कार आकर सचिन के पास रुक गया। सचिन को नही पता था की ये कौन आया था ।
उस कार से पांच सात लड़का निकला जिसका उम्र बातिश साल के आस पास सबका था।
वो सारे लड़का गुंडा की तरह हरकत कर रहा था। वो सारे लड़का कॉफी शॉप के अंदर जाने लगा।
सचिन चुप चाप खड़ा हो कर वो सारे लड़को को देख रहा था।
सचिन समझ गया था की किसी को जरूर मारने या पकड़ने आया था।
खुशी काउंटर पे जाकर पैसा जमा की और वहा से जैसे बाहर निकलने के लिए चली ।
तभी वो सारे लड़का खुशी को पकड़ लिया। और वहा से लेकर बाहर निकल गया।
सिक्योरिटी भी उन सारे लड़को को चेक नही किया क्यू की सिक्योरिटी को पता था की सब गुंडा गर्दी कर्ता है।
वो सारे लड़का खुशी को पकड़ कर अपने कार के पास ले कर चला गया था।
सचिन अपने चेहरा दूसरे तरफ घुमा कर खड़ा था। सचिन, खुशी को नही देख पाया और वो सारे लड़का खुशी को कार में बैठा लिया और वहा से चला गया।
सचिन को काफी देर हो गया था सचिन खड़ा था खुशी के इंतजार में।
तभी सचिन के कान में धीरे से आवाज आई," सचिन!."
सचिन घूम कर देखा तो वो सारे लड़का खुशी को कार में बैठा कर ले जा रहे थे।
सचिन को लगा की खुशी को ले जा रहा था। लेकिन फिर भी सचिन वहा से कॉफी शॉप के गेट पे भागते हुए गया।
तभी वो सिक्योरिटी सचिन को रोक कर कहा," मैडम को वो गुंडा उठा ले गया सब. आपको बहुत आवाज दी लेकिन आप तो अपने मगन में थे !."
सचिन उस सिक्योरिटी का बात सुन कर वहा से अपने बाइक के पास गया।
सचिन अपने बाइक पे बैठ कर बाइक को स्टार्ट किया और वहा से खुशी के पीछे करने लगा।
कुछ दूर जाने के बाद वो सारे लड़के में से एक लड़का का नजर सचिन पे पड़ा जब वो लड़का साइडर सीसा में देखा तो
, वो लड़का सचिन को देख कर पूछा," वो कौन लड़का है जो हम लोग का पीछा कर रहा है!."
खुशी, उस लड़का का बात सुन कर कही," मुझे नही पता, तुम मुझे यहां पे उतर दो प्लीज!."
वो लड़का खुशी का बात सुन कर पूछा," लेकिन क्यू, तुम्हारे पिता जी को क्या जवाब देंगे!."
खुशी गुस्सा में बोली," क्या पिता जी पिता जी राट रखे हो!."
तभी सचिन उस कार के आगे अपना बाइक को ले जा कर आगे रोक दिया।
वो कार ड्राइवर अपना कार का ब्रेक लगा दिया। और वो लड़का सचिन को देखते हुए कहा," तो ये हमीं लोग का पीछा कर रहा था!."
फिर वो लड़का कार से उतरते हुए कहा," अभी बताता हू !."
फिर वो लड़का कार से उतरा और सात में दो तीन गुंडा भी उतरा तो सचिन इतमीनान से पूछा," तुम लोग खुशी को कहा ले जा रहे हो!."
वो लड़का सचिन का बात सुन कर गुस्सा में कहा," तुम कौन हो और सामने क्यू आय हो!."
सचिन, उस लड़का का बात सुन कर कहा," में कौन हूं वो तो खुशी बताएगी। लेकिन तुम कौन हो ये खुद अपने मुंह से बताएगा !."
वो लकड़ा सचिन का बात सुन कर गुस्सा हो गया। फिर वो लड़का अपने एक आदमी से कहा," जाके इसको बता की हम कौन है!."
उस लकड़ा का आदमी अपने हाथ में चाकू लेकर सचिन की तरफ चला तभी सचिन दौर कर उस लड़का के पास आया और 🦘 जम्प कर के उस लड़का के छाती पे मारा।
वो लड़का वही पे गिर गया। सचिन उस लड़का से गुस्सा में कहा," अभी एक को मारा अब दो को मारेंगे फिर तीन को मारेंगे ऐसे ही सबको खतम कर देंगे!."
तभी वो लकड़ा सचिन का बात सुन कर बोला," ये तुम्हारी इतनी हिमत की तू मुझे धमकी देगा!."
फिर एक दूसरे गुंडा को कहा," ये जा रे, उसे दिखा दे की मर्द किसे कहते है!."
फिर उस लकड़ा का आवाज सुन कर दूसरा गुंडा सचिन के तरफ चला ।
सचिन उस गुंडा का कश कर पिटाई कर दिया वो गुंडा वही पे गिर गया।
फिर सचिन उस लड़का के पास गया जो सचिन से बहस कर रहा था।
वो लड़का डर गया था सचिन को देख कर। सचिन खुशी का हाथ पकड़ के अंदर से खींचा और इस गुंडा के पास लाकर खड़ा कर दिया।
सचिन जोर से बोला," अगर आज के बाद किसी ने इसको टच किया तो जान से जायेगा। क्यू की में खुशी से प्यार करता हूं और खुशी आज से मेरा मेरी है और मेरी रहेगी।अगर किसी ने हाथ लगाने की कोशिश की तो समझो खतम हो गया!."
और गुस्सा में अपना हाथ एक कार के सीसा पे मार दिया वो कार के सीसा चकना चूर हो गाय।
सचिन नॉर्मल होकर खुशी का हाथ पकड़ कर खींचते हुए बोला," चलो खुशी हमारे साथ!."
तभी खुशी एक जोर का थापड़ लगा दी सचिन के गाल पे।
सचिन चुप चाप अपना सर नीचे कर खड़ा हो गया।
सचिन खुशी से नजर भी नही मिला पा रहा था।
खुशी वहां से जाकर अपने मर्जी से कार में बैठ गई।
और कार वहा से निकल गई।
सचिन वहा से खड़ा खड़ा खुशी को देखते रह गया।
To be continued...
क्या होगा अब कहानी का अंजाम क्या सचिन का प्यार जहां से शुरू हुआ वही पे खतम हो जाएगा क्या खुशी सच्ची को थापड़ क्यू मारी जब खुशी सचिन से प्यार करती थी जानने के लिए पढ़े " खुशी के आंसू!." और जुड़े रहिए हमेसा webnovel पर।