साम को सचिन एक कार से अपने फ्रेंड के घर पार्टी में जा रहा था, एक इटालियन का जैकेट और सेंट बाल को स्टाइल में झाड़ा हुआ था तभी रोड के किनारा पे खुशी खड़ा होकर सचिन का इंतजार कर रही थी, सचिन अपना कार लेकर वहा पे पहुंच गया, सचिन अपना कार रोक कर खुशी से कहा," आओ बैठो लेट होगा चला जाए!."
खुशी कार की गेट खोल कर बीच मैं बैग रख दी और आगे के सीट पे बैठ गई, सचिन अपनी कार को स्टार्ट कर के वहा से निकल गई, सचिन अपना नजर सीधे रोड पे रखा था सचिन खुशी की तरफ देखता भी नही था,
खुशी अपना नजर घुमा कर बार बार सचिन के तरफ देखती थी परंतु सचिन खुशी को एक पलक भी नही देखा था, खुशी सचिन को देखते देखते सोची," हमको एक पलक भी नही देख रहा है अभी बताती हूं, कार रोको जल्दी रोको!."
खुशी सचिन से जोर से कही, सचिन अपना कार रोक कर खुशी से पूछा," क्या हुआ, अभी बहुत दूर जाना है, लेट होगा जल्दी बोलो क्या काम है!."
खुशी सचिन को एकटक नजर से देखते हुए कही," कर से बाहर उतरो!."
खुशी कार से बाहर उतर कर रोड के किनारा खड़ा हो गई, सचिन भी कार से उतरा और खुशी के पास जाकर कहा," अब तुम्हे क्या हो गया,समय देख रही हो कितना हो गया है, वहा पे जाने मैं रात हो जायेगा,!."
खुशी सचिन को देखते हुए गुस्सा में पूछी," मुझसे क्या गलती हुआ है जो मुझे देखना भी पसंद नही करते, कब से तुम्हे देख रही हूं, लेकिन तुम तो सातिर की तरह अपना नजर सिर्फ रोड पे रखे हो, मैं इतना गिर गई हूं!."
सचिन खुशी की बात सुन कर कहा," देखो अभी ये सब बात करने की वक्त नही है, ये सब तो चलते चलते भी बात कर सकते थे ना!."
खुशी सचिन की बात सुन कर कही," नही मुझे अभी बात करनी है, बताओ मुझसे प्यार करते हो या नही!."
सचिन खुशी की बात सुन कर इतमीनान से कहा," करता हूं, लेकिन कुछ!."
तभी खुशी सचिन के गले लग कर रोते हुए बोली," मुझे माफ कर दो मुझे तुमपे थापड़ नही चलाना चाहिए था, आई रियली रियली लव यू!."
सचिन खुशी से कहा," लव यू टू, अब चलो रोना बंद करो! और चलो कार में बात करते है चलते चलते!."
फिर दोनो जाकर अपने कार में बैठ गय और सचिन अपना कार को स्टार्ट कर के वहा से चल दिया, चलते चलते सचिन खुशी से पूछा," तुम्हे किसके घर जाना है, अब पहुंचने वाला है लोग, तुम्हे पहले छोड़ देता हूं!."
खुशी सचिन से कही," मुझे साहिल के घर जाना है!."
सचिन ये नाम सुनते ही आश्चर्य से पूछा," क्या साहिल का घर, अरे मुझे भी वही जाना है!."
खुशी सचिन से कही," क्या बात करते हो, तब तो दोनो जाने खुश नसीबी है!."
सचिन खुशी की बात सुन कर कहा," कैसा खुश नसीबी !."
खुशी सचिन की बात सुन कर कही," मतलब की भगवान हम दोनो को आज रात भर के लिए मिला दिए आज जी भर का बात करेंगे!."
सचिन खुशी की बात सुन कर मुस्कुरा दिया, खुशी भी सचिन की तरफ देख कर मुस्कुरा दी, थोड़ी ही दूर पे कार जाकर सचिन रोक दिया, दोनो वहा से उतर कर साहिल के पास जाने लगा,
वहा पे बाहर खूब धूम धाम से सजावट किया गया था खाना बनाने की अलग तैयारी की गई थी जहां खाना बन रहा था वहा पे साहिल खड़ा होकर हलुवाई से बोल रहा था," ये कब तक खाना तैयार हो जाएगा, सारे लोग आ चुके है, 9 PM के समय था!."
तभी एक हलुवाई उधर से खीर चलाते हुए कहा," मालिक सब हो गया है बस खीर ही बाकी है, आप खाने के लिए तैयार कर सकते है!."
साहिल वहा से पंडाल में जाने लगा, तभी साहिल को सामने खुशी और सचिन दिखा तो साहिल खुशी के मारे उछल पारा, साहिल दोनो के पास जाकर सचिन से हाथ मिलाते हुए कहा," वा वो कैसे हो दोस्त, मुझे तो यकीन ही नहीं हो रहा था की तुम आओगे,!."
सचिन भी अपना हाथ साहिल के तरफ बढ़ा कर कहा," कैसे बात करते हो, मैं नही आता तो फिर कौन आता!."
फिर दोनो एक दूसरे को देख कर हसने लगे, फिर साहिल खुशी के तरफ अपना हाथ बढ़ा कर पूछा," तुम कैसे हो खुशी, और ये तुम्हे कहां मिल गया!."
खुशी अपनी हाथ साहिल के तरफ बढ़ा दी और हस्ते हुए कही," में ठीक हूं, ये मुझे रास्ता में मिल गया तो सोची इसी के साथ चला जाति हूं!."
साहिल मुस्कुराते हुए कहा," अच्छा है, कोई दिकत तो नही हुआ रास्ता में! अच्छा चलो सब अंदर सब लोग तुम लोग का इंतजार कर रहे है! चलो चलो , ये सामान मुझे देदो!."
साहिल खुशी के हाथ से वो बैग ले लिया जो खुशी लेकर साथ आई थी, और फिर दोनो को ले जा कर अंदर एक सोफा पे बैठा दिया, " बैठो तुम दोनो हम इस बैग को रख कर आते है!."
सचिन और खुशी दोनो वहा पे बैठ गय और साहिल बैग को अपने रूम में ले जाकर रख दिया, और वहा से वापस सचिन और खुशी के पास चला आया,
साहिल दोनो के पास बैठ कर सचिन से पूछा," तब तुम्हारा जॉब कैसा चल रहा है!."
सचिन साहिल को देखते हुए कहा," मस्त चल रहा है, ऐसे 🎂 केक कब तक कटाएगा ,!."
साहिल सचिन की बात सुन कर कहा," बस थोड़ी देर में!."
तभी एक लड़का इन तीनों के पास आया और साहिल को उठा कर डांस के लिए चल दिया, साहिल के दुवार पे DJ भी लगा था,
साहिल के बहुत सारे दोस्त थे जो डांस कर रहे थे, साहिल सचिन को भी पकड़ कर चलने को कहा," चलो सचिन आज डांस करते है!."
सचिन खुशी के पास से ही साहिल से कहा," नही तुम डांस करो हमको नहीं आता है!."
साहिल सचिन के हाथ खींचते हुए कहा," प्लीज भाई मेरे लिए आज नाच दो प्लीज!."
साहिल और वो लड़का दोनो सचिन को खिंचा और DJ के पास लेकर चल दिया, तीनो सॉन्ग बजा कर खूब जोर दार से डांस कर रहे थे,
साथ में गांव के सारे लोग भी डांस कर रहे थे, खुशी उसी सोफा पे बैठी थी तभी साहिल की मां आकर खुशी से पूछी साहिल को देखी हो,!."
खुशी साहिल की मां सेकही," हा वो तीनो डांस कर रहा है, बुला दे!."
साहिल की मां कही," हा जाकर कह दो की केक काटने के लिए सबको बुला लाय!."
खुशी वहा से उठ कर चल दी DJ के पास, तीनो खूब स्मार्ट डांस कर रहे थे, उन दोनो से जा दा स्मार्ट डांस सचिन कर रहा था, खुशी सचिन को देख कर एक नजर से देखने लगी और मुस्कुराने लगी,
डांस करते करते सचिन के नजर खुशी पे पड़ी तभी सचिन शर्मा कर वहा से हट गया, साहिल और वो लड़का भी वहा से हट गया, तो खुशी साहिल के पास जाकर कही ," अंटी बुला रही चलो सब केक काटने!."
साहिल वहा और वो लड़का दोनो वहा से केक काटने के लिए चल दिया, खुशी वहा से सचिन के पास जाकर मुस्कुराते हुए कही," डांस तो बेजोड़ करते हो, फिर क्यों बोलते हो की डांस नही आता है!."
सचिन खुशी से कहा," वो तो ऐसे ही डांस कर लेते, इतना बड़ाई मत करो चलो!."
फिर खुशी सचिन के बाह पकड़ ली और वहा से केक काटने के लिए साहिल के पास चल दिया, साहिल और साहिल के मां दोनो चाकू लेकर खड़े थे साहिल के पास में वो लड़का भी खड़ा था,
तभी साहिल अपना नजर घुमा कर सचिन और खुशी को देखा तो साहिल जोर से कहा," खुशी सचिन आओ यह पे आओ!."
सचिन और खुशी दोनो साहिल के पास गया तो साहिल अपना फोन सचिन के हाथ में थमा दिया और कहा," फोटो खींचो!."
साहिल और साहिल के मां दोनो केक काटने लगे सचिन फोन से फोटो और वीडियो शूट करने लगा, फिर सब लोग वहा के जोर से बोलने लगे," हैप्पी बर्थडे टू यू, हैप्पी बर्थडे टू यू!."
फिर सब लोग बलून फोरने लगे, सचिन अभी भी फोटो शूट कर रहा था तभी खुशी 🎈 बैलून को फोर्ते फोर्ते सचिन के देह पे गिर गई,
सचिन गुस्सा में देखा तो खुशी थी फिर सचिन अपना गुस्सा को काबू कर लिया, और मुस्कुरा कर सचिन को को खुशी और खुशी को सचिन देखने लगा, साहिल केक काटा और सबको पारा पारी मुंह में खिला कर फोटो खींचने लगा,
खुशी और सचिन भी एक साथ काफी फोटो खींचे, फिर सब लोग खाने के लिए जाकर एक टेबल पे बैठ गया, सब लोग खाना खा कर अपने अपने घर चला गया,
सचिन, साहिल, खुशी और वो लड़का भी एक साथ बैठ कर खाना खाने लगा, तभी खुशी के फोन बजा तो खुशी फोन उठा कर वहा से बाहर एक कोना में जाकर फोन पे कही," हेलो, हा भईया बोलिए!."
दूसरी तरफ खुशी के भईया थे जिनका नाम सेराज था, सेराज कहा(os) हा खाना खा ली हो!."
खुशी कही," हा भईया आप खा लिए!."
सेराज कहा (os) हूं कब तक आ रही कल, लड़के वाला आ रहे है तुम्हे देखने!."
खुशी अपने भईया के बात सुन कर आश्चर्य से पूछी," क्या लड़के वाले, लेकिन भईया इतना भी जल्दी क्या है, सोचने का तो वक्त दीजिए!."
सेराज खुशी के बात सुन कर गुस्सा में कहा(os)," अब सोचने वचने का कोई वक्त नही, फैसला ले लिए है तुम्हे कल कैसे भी आना होगा, अब फोन रखता हूं?!."
सेराज का कॉल कट गया, खुशी अपना फोन अपने सीना से लगा कर और आंख बंद कर के रोने लगी, तभी खुशी को आवाज सुनाई दिया," क्या हुआ खुशी इतनी टेंशन में क्यों हो!."
खुशी इस आवाज को सुन कर झट से अपना आंख खोली तो सामने सचिन था,
To be continued...
क्या होगा इस कहानी का अंजाम क्या खुशी सचिन को बताएगी की उसकी शादी फिक्स हो रही है यदि बताएगी तो फिर सचिन क्या करेगा जानने के लिए पढ़े" खुशी के आसूं" और जुड़े रहिए मुझसे और मेरी pocket novel से।