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Chapter 7 - friends shayari

जिसे नजर लगे वो नजराना दे दूं

जिसे तोड़ ना सके वो तारा दे दूं

आकाश में चांद भी तेरा दीदार करता है

तू मिल तो सही ये मेरे यार वो चांद भी तेरे कदमों में लाकर रख दूं

भरोसा वो शब्द है जिसका अजीब रिश्ता है

एक बार हो जाय तो वही होता है

भूल गए है वो लोग जो इसका फायदा उठाते है

धोखा हमने भी उन लोगों से खाया है

जो आज पूछते हैं विश्वास क्यों नहीं करता है