कि रातों को जागने वाला हर कोई आशिक नही होता //
जो सूरज से पहले उठकर सपनो के लिए जागना आसान नहीं नहीं होता है//
की मंजिल से कह दो वो औकात रहे //
यह तूफान है जिसका दरिया पार नहीं होता//
कि शिक्षा से ही सपने सब साकार होते है //
जिसने नहीं देखे उसके खाक होते है//
शिक्षा से ही लोगो ने इतिहास लिखे है//
और शिक्षा वो समुंद्र है जो कभी पार नही hote hai/