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Chapter 12 - attitude shayari WhatsApp

1 कहानी बिगड़ जाया करती है शक के दायरे में

रिश्ते टूट जाया करते अपने बनाने में

रिश्ते जरा ध्यान से बनाना अक्सर लोग धोखा खाते इसे निभाने में

2 जर्रे जर्रे में तेरा नाम लिखा है

मत पूछ क्या पैगाम लिखा है

जिसे मिटाने में लग गई तुम्हारी सारी हस्तियां

उसी ने संविधान लिखा है

3 सोते हुए शेर को और

ठहरे हुए कहर को जगाने की कोशिश मत करना

क्योंकि मौसम बिगड़ते देर नहीं लगती

4 यकीन मानिए मेरे भाई मत भागो उनके पीछे

जिन्हे प्यार तुम से नहीं

तुम्हारी दौलत से हो

5 मिट गई वो हस्तियां हमे मिटाने में

डूब गई वो कस्तियाँ हमे डूवाने में

हम तो चांद है चमक जायेंगे।

दीपक नहीं जो बुझ जायेंगे

6 वो दोस्त ही तो है जो दर्द समझता है

वो प्यार ही तो हैं जो सब करता है

बदनाम करने की कोशिश न कर ऐ जालिम

वो दोस्ती ही तो है जो तुम्हारे लड़ जाता है

7 गिराने में लगे हो जिसे लोग

वो बहुत strong हैं

जो हाथ न आए वो ही सिकंदर है

8 रफ्तार का पता जब लगता है

जब जिंदगी दांव पर लगी हो

9 दोस्ती हो यां प्यार जरा ध्यान से करना

जब धोखा देते है ना

तो आवाज नही दिल रोता है

10 जिस रफ्तार से तुम उड़ रहे हो

जरा ध्यान से उड़ना

यहां उड़ाने वाले कम काटने वाले ज्यादा है

11 हम जयभीम वाले है छोरी

हमे फर्क नहीं पड़ता तेरे attitude से

तू क्या उम्मीद रखती हैं और

12 अपना swag थोड़ा अलग है डार्लिंग

तू क्या सोचती हैं घंटा फर्क नहीं पड़ता

हम सपने में नहीं सीधा घर आते हैं

13 जाटव का छोरा और हमारा tora

अलग पाएगी

भाईचारा हमारी पहचान है और

बाबा साहब हमारी जान है

14 कि पढ़ने में होशियार और हक की बात करता था

मानुवादिओ ने सिर्फ इसलिये मार दिया

की बाबा साहब की फोटो रखता था