जियान बच्चो की तरह हंसते हुए बोला! नही बिल्कुल नहीं !
और ये तुम्हारा मास्टर है मेरा नही! अपने मास्टर को देखा है इतने खडूस है की इनसे शादी करने वाली लड़की भी अफसोस करेगी । भावना जैसी कोई चीज़ ही नहीं है सोवी के पास ।मुझे तो कभी कभी लगता है की तुम्हारे मास्टर के पास दिल भी नहीं है । जियान शिन जुई को चिढ़ाने के लिए बोले जा रहा था।
तुम ऐसे कैसे बोल सकते हो मास्टर के अंदर भावनाएं नहीं है मुझे आज भी याद है जब मास्टर की मां हादसे में गुजर गई थी तब मास्टर बहुत रोए थे ,एक भावना रखने वाला इंसान ही रो सकता है , और भावनाएं सबके लिए नही होती बेवकूफ। कोई इंसान जिसके साथ भावनाए रखता है उसी के सामने बोलेगा, हसेंगा और बाते करेगा, जिसके लिए भावना ही नहीं है उसके सामने इंसान चुप रहना पसंद करता है समझे बेवकूफ कही के,,,, शिन जुई एक सांस में बोल गई।
सोवी ने कहा_शान्त हो जाओ। तुम दोनो
जियान शिन जुई की बात सुन कर अमूर्त हो गया । इसका मतलब सोवी मुझे दोस्त भी नही मानता तभी तो वो मुझसे कम बात करता है हां मुझे याद है सोवी ने मुझसे शुरु से ही कम बात की है ,इसका मतलब क्या वो मुझे बिल्कुल भी पसंद नहीं करता है? ! नही नही वो मेरा बहुत ध्यान रखता है वो मुझे अपना अच्छा दोस्त मानता है, जियान खुद के सवाल और जवाब में ही उलझा हुआ था।
शिन जुई ने चिल्लाते हुए कहा मास्टर देखिए मछली आग में पक गई है उसने मछली को आग से बाहर निकालते हुए कहा बहुत भूख भी लग रही है फिर उसने एक मछली पत्ते पर रख कर सबसे पहले सोवी को दिया और सोवी ने उसे जियान के आगे कर दिया , सोवी को ऐसा करते देख जियान की खुशी का ठिकाना नहीं था , वो मन ही मन मुस्कुराया,उसने फटाफट खाना भी शुरु कर दिया।
फिर शिन जुई ने दो पत्तो में रख कर सोवी और खुद के लिए लिया।
अरे ये क्या मास्टर आप खा क्यो नही रहे हैं?
सोवी_ ने कहा मै शाकाहरी खाना ही खाता हूं, तुम दोनो खा लो। मुझे भूख नहीं है।
मै आपकी मछली खा लूं जैसे बचपन में आपके हिस्से का खा लेती थीं।
सोवी मुस्कुराते हुए बोला हा खा लो।
जियान को ये देख कर शिन जुई और सोवी दोनो पर गुस्सा आ रहा था।
आपस मे बात करते हुए उन्हे समय का पता ही नहीं चला । ठंड का मौसम काली अंधेरी रात थी घने जंगल में जंगली जानवर के साथ साथ लावोमेन कबीले का खतरा था । शिन जुई और जियान की आंख लग चुकी थी और सोवी उन दोनो की रक्षा के लिए जग रहा था तभी अचानक से हवा की सरसराहट हुई हवा के चलने से जियान के लम्बे बाल बिखर गए थे, जियान पेड़ से टिक कर बैठा था और सो रहा था । सोवी उसके बालो के उलझनों को देख रहा था और एक पल के लिए सोवी भूल गया की शिन जुई उसके पास है हालाकि शिन जुई भी सो रही थी, सोवी ने जियान को देखते हुए खुद से कहा "जियान वाकई में बहुत खुबसुरत है। जियान मुझे हमेशा मुझे अपने सौंदर्य से खुद की ओर खीच लेता है!
तुम मुझे घूरना बंद करोगे ?जियान ने तुरंत सोवी की चोरी को पकड़ते हुए कहा।
सोवी _ ने पूछा तुम कबसे जग रहे थे?
जियान ने कहा_जब तुमने मुझे खुबसुरत कहा तबसे ।वह मुस्कुरा कर बोला ।
शिन जुई आंख खोलते हुए बोली क्या हुआ?
जियान_ ने कहा तुम्हारे मास्टर मुझे खुबसुरत बोल रहे थे, क्यूंकि ये मेरी खुबसूरती से जलते हैं वह हंसते हुए बोला।
सोवी को अचानक से बहुत असहज महसूस हो रहा था क्यूंकि जियान उसके बारे मे क्या सोचेगा वह सोच कर परेशान था ।
शिन जुई बोली "हा तुम तो लड़कियों की तरह ही खूबसूरत हो, लेकिन मेरे मास्टर तुमसे क्यों जलेगे भला ?! वो खुद बहुत खूबसूरत है । जियान और शिन जुई की बहस चल ही रही थी की हवा की सरसराहट और तेज हो गई वो तीनो कुछ समझ पाते की हवा एक बड़ा बवंडर में तब्दील हो गया था, हवा के तेज बहाव ने कई पेड़ो को उखाड़ दिया देखते देखते उसकी गति बढ़ती जा रही थी । जियान ने चिल्लाते हुए कहा सोवी शिन जुई को पकड़ लो ताकि वो हवा के तेज बहाव से बिछड़ न जाय । वो तीनो रात के अधेरे और हवा के बहाव से एक दुसरे को देख नही पा रहे थे सोवी ने शिन जुई का हाथ जोर से पकड़ लिया ,और उसने जियान को भी पकड़ लिया तभी बवंडर उन लोगों के पास आ पहुंचा और तीनो उसी बवंडर में फस गए , सोवी समझ गया था ये बवंडर प्राकृतिक नही है बल्कि लावोमेन के काली आत्माओं द्वारा तैयार किया गया बवंडर है ,सोवी ने हवा के तेज बहाव में खुद पर नियंत्रण पाते हुए अपने माथे पर बढ़ी ताबीज के मंत्रो को हवाओ की दिशाओं के साथ रचना शुरु किया चुकी सोवी अध्यात्म शक्ति का मालिक था, उसके लिए ये करना बहुत मुश्किल नहीं था, बवंडर को नियंत्रण करके।सोवी ने देखा शिन जुई और जियान दोनो ही उसके पास नही थे हवाओ के कम होने के बाद जंगल की तबाही को देख कर लग रहा था मानो पेड़ो पर किसी ने कहर बरसाया हो।
सोवी ,शिन जुई और जियान को पास न देख कर बहुत परेशान हो गया था वह बहुत तेज़ी से इधर उधर देखने लगा और शिन जुई और जियान को पुकारने लगा।
मै यही हूं तुम्हारे पीछे । बार बार चिल्लाना बंद करो! जियान की आवाज सुन कर सोवी ने तुरंत पीछे देखा तो जियान खड़ा था उसके सर और हाथ पैर पर चोट आ गईं थीं सोवी जियान के ऐसे हालत को देख कर जल्दी से उसके पास गया ।
सोवी ने घबराते हुए "जियान तुम्हे तो खून निकल रहा है और काफ़ी चोट भी है वह बहुत परेशान हो गया था !
जियान _ ने कहा " बस भी करो सोवी , चोट एक योद्धा का गहना है तुम खुद एक योद्धा होकर ऐसे बात कर रहे हो? जियान तल्खी भरी आवाज के साथ बोला । हमे पहले तुम्हारी शिष्य को ढूढना चाहिए । सोवी जियान को देख कर बहुत चिंतित था लेकिन शिन जुई को तलाश करना उससे भी जरूरी था ।
जियान ने कहा हमें अलग अलग होकर ढूंढना चाहिए क्योंकि जंगल बहुत बड़ा है एक साथ देखेगे तो समय लग सकता है ।
सोवी _ ने कहा " नही हमे साथ ही रहना चाहिए मैं तुम्हे अकेले छोड़ने का जोखिम नहीं ले सकता हूं।
जियान_ ने कहा क्यो मै कोई लड़की हूं क्या! वह मुस्कुरा कर बोला, सोवी ने गुस्से में जियान की तरफ देखा।
जियान ने कहा "हा ठीक है! ठीक है !साथ ही चलते हैं।
सोवी ने कहा " शिन जुई हवा के बहाव के कारण हमसे बिछड़ गई है हवा का रुख सामने की ओर था, तो शिन जुई भी सामने ही बह गईं होगी हमे आगे चलना चाहिए।
वो दोनो आगे चलने लगे सोवी शिन जुई का नाम पुकार रहा थे, जियान सोवी को देख कर सोच रहा था आख़िर मुझ जैसा योद्धा जो हमेशा अपनी मनमर्ज़ी करता है हमेशा सोवी की बात क्यो मान लेता है ?आख़िर क्या हो गया है मुझे।
मास्टर मैं यहां हूं शिन जुई सामने गड्ढे में गिर गई थी सोवी की आवाज सुन कर वह तेज से चिल्लाई।
जियान और सोवी ने आकर देखा तो वह गड्ढे में गिर गई थी ओर कीचड़ में सन गई थी।
जियान, शिन जुई को ऐसे देख जोर जोर से हंसने लगा ।
हंस क्यों रहे हो बेवकूफ ?मुझे बाहर निकालो! सोवी ने जल्दी से शिन जुई को हाथ दिया शिन जुई बाहर आ गई ।
सोवी ने पूछा तुम्हे चोट तो नही आई?
जियान बीच में बोल कहा "झरने के पास चल कर कीचड़ साफ कर लो । वरना तुम्हारी बातो की तरह तुमहारे मुह पर भी कीचड़ लगा हुआ रहेगा!
तीनो झरने के पास गए शिन जुई पानी से कीचड़ साफ करने लगीं जियान वही पत्थर पर बैठा था , तब सोवी ने जियान के पास आकर कहा "अब तो मैं तुम्हारे घावो को देख सकता हूं?