Chapter 45 - chapter 45

अगले दिन।

रणबीर ने अर्जुन के गैरेज में सबसे कम कीमत की लक्जरी कार निकाली जिसकी कीमत तीन लाख थी और उसे यूनिवर्सिटी के कैफेटेरिया के सामने खड़ी कर दी ...जैसे ही अर्जुन कार से बाहर निकला..तो उसने नैंसी को काले बाइकर कपड़ो में देखा जो कैफेटेरिया के सामने खड़ी है.. बिग बॉस आभा (aura) के बावजूद भी .. वह वास्तव में काफी प्यारी लग रही है

"तुम यहाँ कर रही हो ?"

अर्जुन ने उदासीनता ( indifferent) से पूछा।

नैंसी ने अपने बैग से एक प्यारी पीली टॉय कार निकाली।

"क्या आप इसे समझाना चाहेंगे..मिस्टर मेहरा ?"

अर्जुन ने अपनी आइब्रो उठायी उसके एक्सप्रेशन से ऐसा बिलकुल भी नहीं लग रहा था जैसे वो इस कार के बारे में कुछ जानता है

"हम्म? तुम्हारा इससे क्या मतलब है?"

नैंसी ने ताना मारा

" आर यू गोइंग टू कीप प्लेइंग डम्ब.. मिस्टर मेहरा? मेरा बेटा आपको ढूंढने गया था और मुझे उसके पास से एक टॉय कार मिली जो आपने उसे दि थी जिसमे एक ट्रैकर है .. क्या आपको नहीं लगता कि आपको मुझे इसका एक्सप्लनेशन देना चाइए ?"

अर्जुन.. रणवीर की ओर देखने के लिए मुड़ा।

रणवीर ".."

[क्या में बलि का बकरा बनने बाला हूँ ?]

" आई एम सॉरी.. मिस्टर मेहरा !"

रणवीर ने कहा.. उसकी आवाज टूट रही है।

नैंसी ".."

अर्जुन का सुंदर चेहरा डार्क और सीरियस हो गया ।

" तुम्हारा क्या मतलब है?"

"आपने मुझे ब्लेक को एक छोटी टॉय कार खरीदने के लिए कहा था.. लेकिन मैंने आपकी अनुमति के बिना इसमें एक ट्रैकर लगा दिया था.. इसलिए में दोषी हूं!"

नैंसी ".."

[ ड्रामा किंग.. तुम्हे अर्जुन के अस्सिस्टेंट होने के बजाय एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में एक्टर होना चाइए... इसमें कोई शक नहीं है.. कि तुम सुपरस्टार बनोगे ]

अर्जुन कोल्ड और कठोर लग रहा है

" अगली बार तुम ऐसी कोई गलती नहीं करोगे... तुमने सुना मैंने क्या कहा ?"

रणबीर ने लगातार सिर हिलाया।

"ओके... मिस्टर मेहरा ।"

अर्जुन ने नैंसी को देखा।

"तो..तुम्हे क्या लगता है? मुझे रणवीर के साथ क्या करना चाइए ? अगर तुम चाहती हो कि मैं रणवीर को काम से निकाल दू तो मैं उसे तुरंत निकाल दूंगा।"

नैंसी ... [फिर एक बार और मुझे इमोशनल ब्लैकमेल करने की कोशिश की जा रही है.. हम्म? ]

रणवीर ने नैंसी को दयनीय निगाहों से देखा।

नैंसी ने दांत पीसकर चेतावनी देते हुए कहा,

"यह आखरी बार है ।"

यह सुनकर रणबीर के चेहरे पर खुशी की लहर दौर गयी

" थैंक्यू मिस नैंसी ...आप बड़े दिल वाली और दयालु हैं- "

" डेट्स एनफ "

नैंसी ने अपनी ट्रॉउज़र की जेब में हाथ डाला और वहां से जाने के लिए मुड़ी ... उसका दोनों ड्रामा किंग.. बॉस और असिस्टेंट की एक और शब्द सुनने में कोई दिलचस्पी नहीं hai

"थैंक्यू.. थैंक्यू ।"

रणबीर लगातार सिर झुकाकर उसे धन्यवाद दे रहा है

अर्जुन की संकरी आंखें कुछ जिज्ञासु लग रही है

उसने पहले तो यह मानने से इनकार कर दिया था कि वो बेनामी से मायथिक रूलर है.. लेकिन अब, उसने महसूस किया कि यह लड़की शांत, स्मार्ट और पावरफुल है

[ वह वास्तव में पावरफुल लग रही है ]

अर्जुन दो बातें जानना चाहता है पहली क्या वो मायथिक रूलर है या नहीं?.. दूसरी उसने ब्लेक को जन्म कैसे दिया

हैरानी की बात तो यह है कि न तो नैंसी को और न ही उसे इसके बारे में कोई जानकारी है

तो क्या इसके पीछे कोई और है ?

नैंसी ने लाइब्रेरी का दरवाजा खोला..उसे वर्क परमिट देने के बाद, लाइब्रेरी के क्यूरेटर उसे पर्सनली लाइब्रेरी के टूर पर ले गया ।

नैंसी के पास काम के लिए काफी खाली समय है .. वह हर दिन लाइब्रेरी में घूमती रहती है ताकि पहली मंजिल की सुरक्षा पक्की कर सके

लाइब्रेरी में आराम से टहलने के बाद, वो बुक रजिस्ट्रेशन काउंटर पर बैठ गयी... उसकी गहरी आँखे लाइब्रेरी में आने-जाने वाले हर एक व्यक्ति को ध्यान से देख रही है ।

अब नया सेमेस्टर शुरू हो गया है इसलिए लाइब्रेरी के अंदर और बाहर बहुत से लोगो की चहल -पहल है

कबीर की उम्र 26 साल है जो लगभग 6 फीट लंबा है.. उसने अपनी कलाई पर एक टैटू बनवा रखा है ।

कलाई पर चाकू से वार पड़ने के कारण शायद उसने अपना टैटू मिटा लिया होगा

बुक रजिस्ट्रेशन काउंटर पर लोग लगातार किताबें उधार और वापस कर रहे है ।

नैंसी ने उनकी सारी कलाइयों को ध्यान से देखा।

यदि वे अपनी बुक्स लाइब्रेरियन को सौंप दें..तो वह उनकी कलाइयों के अंदर का भाग देख सकती है

उसकी आंखें स्कैनर की तरह है.. उनमें से एक भी उसकी नजरों से बच नहीं सका।

शाम का समय है.. एक आदमी बेसबॉल टोपी पहने कुछ किताबें रजिस्टर करवाने के लिए आगे आया।

नैंसी को लगा कि कोई उसे देख रहा है जब उसने देखा तो बेसबॉल कैप पहने हुए लड़के ने अपना सिर नीचे कर लिया।

उसके हाथ की हरकत ने भी उसका ध्यान आकर्षित किया है

लड़के ने शुरू में अपने बायें हाथ से किताबों को पकड़ रहा था जब उसने नैंसी की अपनी ओर देखते हुए तो उसने किताबें अपने दायें हाथ में रख ली .

लड़का बुक काउंटर पर गया और लाइब्रेरियन को किताबें सौंप दी ताकि लाइब्रेरियन किताबों को रजिस्टर में लिख सके...और वो उन्हें वापिस ले सके

किताबों के रजिस्ट्रेशन के बाद उसने अपनी टोपी को दबाया और जल्दी से लाइब्रेरी से बाहर निकल गया।

नैंसी उठकर उसके पीछे चली गयी.. उसने तुरंत उस आदमी का दाहिना हाथ पकड़ लिया और उसे दीवार से दबा दिया।

अर्जुन जो अभी-अभी उसे कॉफ़ी देने के लिए आया है.. यह सीन देख कर उसी जगह पर खड़ा हो गया ।

रणवीर ने दोनों हाथों में कॉफ़ी पकड़ी थी.. वो भी यह सीन देख कर न जाने के लिए आगे बढ़ा और ना ही पीछे हटा

[ मिस नैंसी क्या कर रही है ?]

फिर उसने अर्जुन की ओर देखने के लिए अपना सिर घुमाया और उसके चेहरे पर जलने के एक्सप्रेशन देखे

नैंसी इस बात से पूरी तरह अनजान थी कि अर्जुन उसे पीछे से घूर रहा है..उसका इरादा अपनी पहचान उजागर करने का भी नहीं है अगर उसने गलत आदमी जो कबीर के अलावा कोई और निकला तो इससे उसके दुश्मन को उसकी भनक पड़ जायगी

उसने चुलबुली होने का नाटक किया और कहा,

"हेय.. मुझे लगता है कि तुम बहुत सुंदर हो।"

अर्जुन की आँखों में अंधेरा छा गया।

रणबीर फुसफुसाए,

"शांत मिस्टर मेहरा... शांत ।"

लड़के ने शर्मीले लहजे से जवाब दिया,

"उम, क्या... तुम क्या कर रही हो?"

नैंसी ने उसकी दाहिनी कलाई को ध्यान से देखा।

कोई टैटू नहीं है

कोई निशान भी नहीं है जिससे लगे की टैटू हटाया गया है

अगर उसने स्किन ग्राफ्टिंग करवाने के लिए किसी स्पेशलिस्ट डॉक्टर को हायर किया होता.. तो निःसंदेह यह बताना इम्पॉसिबल होता।

"मुझे लगता है कि तुम सच में अच्छे दिखते हो.. क्या तुम मुझे अपना व्हाट्सएप नंबर दे सकते हो ?"

नैंसी ने उसकी कलाई छोड़ते हुए शरारत से मुस्कुराते हुए पूछा

"मैं ... में.. मुझे माफ़ करें। मैं... मैं व्हाट्सएप नहीं चलता हूँ ।"

नैंसी थोड़ी मुस्कुरायी और उस लड़के को जाने दिया।

" आई एम सॉरी.. मैंने तुम्हे परेशान किया ..तुम जा सकते हो "

जैसे ही नैंसी ने उसे छोड़ा वो तुरंत डर की वजह से वहां से भाग निकला

कुछ लड़कियां जो पास से गुजर रही थीं, मिट्टी की मूर्तियों की तरह जम गईं..उनकी यूनिवर्सिटी की लड़कियां कब से इतनी बोल्ड हो गईं?

जैसे ही नैंसी मुड़ी, उसने सीरियस दिखने वाले अर्जुन को देखा.. वह उसके पास से गुजरने ही वाली थी कि अर्जुन ने उसकी कलाई पकड़ ली

नैंसी ने अर्जुन को मासूमियत से भरे चेहरे से देखा

"हाँ?" .

अर्जुन के माथे की नीली नसें उभर आई थी.. उसने एक भी शब्द नहीं बोला।

रणवीर ने उसे कॉफ़ी दी और कहा

" मिस नैंसी..मिस्टर मेहरा ने आपके लिए कॉफ़ी खरीदी है "

अर्जुन ने अपने दाँत पिसते हुए कहा,

"हाँ..मैंने तुम्हारे लिए एक कप कॉफ़ी खरीदी है।"

नैंसी ने कॉफ़ी लेने के लिए हाथ आगे बढ़ाया

" थैंक्यू.. मिस्टर मेहरा ।"

इसके बाद वह लाइब्रेरी के अंदर चली गयी.. जैसे ही वह लाइब्रेरी के अंदर गयी कोई उसकी ओर दौड़ पड़ा..जिससे वह अपनी पकड़ खो बैठी और कॉफ़ी का कप जमीन पर गिरा गया

उसने अभी तक एक घूंट भी नहीं पिया था

नैंसी कप को उठाने के लिए आधी झुकी..वो कप को उठाने ही वाली थी कि उसने देखा कि किसी ने कप के ऊपर अपना एक सैंडल रख दिया

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