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Chapter 3 - पहली मुलाकात

यह जाने के बाद अंशी गुस्से से अपने घर से बाहर निकलती है और अपनी कार ड्राइव करके रॉय मेनशन जाती है लेकिन जब अंश के बॉडीगार्ड उसे अंदर नहीं जाने देते तू अपनी शक्तियों का यूज करके उन सभी को बेहोश करके रॉय मेंशन में एंट्री लेती है और जाते ही एटीट्यूड के साथ सोफे पर बैठ जाती है और अंश को आवाज देती है , , कहां छुपे बैठे हो अंश रॉय आज दुनिया का सबसे अजीब करिश्मा हुआ है तुम्हारी सबसे बड़ी दुश्मन तुम्हारे घर में आकर बैठी है मुझसे मुलाकात नहीं करोगे जानना नहीं जाओगे कौन है वह जो तुम्हें हर बार मुंह की खाने पर मजबूर करती है ।




अंशी की आवाज सुनकर जब अंश नीचे आता है तो कुछ समय के लिए अंशी को देखकर वह मोहित हो जाता है और वह एक टक उसे ही देखता रहता है तभी अंशी उसके करीब जाती है और उसे जगाते हुए कहती है कहां खो गए अंश रॉय तुम यह जानना नहीं चाहोगे कि तुम्हारी सबसे बड़ी rival तुमसे मिलने यहां क्यों आई है तो अंश मुस्कुराते हुए कहते हैं , , तुम खुद ही बता दो कि तुम मुझसे मिलने क्यों आई हो में तो जानना चाहूंगा की इतनी खूबसूरत लड़की अंश से मुलाकात करनी क्यू आयी है । मैं भी तो यह जानना चाहूंगा कि मुझ में ऐसी क्या बात है कि अंशी महेश्वरी मुझसे मिलने आई है ।



तो अंशी गुस्सा होते हुए कहती है , क्योंकि मुझे तुम्हारी मदद चाहिए और अगर तुम मदद करने के लिए तैयार हूं तो यह लोग कॉन्ट्रैक्ट पर अभी तुरंत साइन करो इस पर इतना कहकर अंशी एक कॉन्ट्रैक्ट अंश के हाथ में थमा देती है और वापस से ज्यादा सोफे पर बैठ जाती है तो अंश थोड़ा चौक ते हुए पूछता है , , , अंशु महेश्वरी को मेरी मदद चाहिए और आखिर ऐसा क्या है इस कॉन्ट्रैक्ट में जो तुम खुद यहां तक चली आई ।




तो अंशी उसे गुस्से से कहती है , , , मैं बोलकर कहूंगी उससे अच्छा तुम खुद पढ़ लो इससे मेरा टाइम बचेगा और मेरे मेहनत भी अंशी की यह बात सुनकर और अंश उस कॉन्ट्रैक्ट को पढने लगता है और उसमें लिखे चीजों को पढ़कर उसे बहुत गुस्सा आने लगता है और वह कॉन्ट्रैक्ट वहीं जमीन पर फेंक देता है अंश गुस्से से अंशी के पास जाता है और उसे सोफे से उठाता है और कहते हैं , , तुम लड़की ही होना यह क्या बकवास है , तुम ऐसा कुछ सोच भी कैसे सकती हो ' और तुम्हें क्या लगता है कि मैं तुम्हारे इस कॉन्ट्रैक्ट को मान लूंगा बिल्कुल नहीं ' ' ' इससे पहले कि मैं कुछ और गलत कर दूं निकल जाओ मेरे घर से अभी और इसी वक्त ।



अंशी उसी गुस्से से कहती है , , , कॉन्ट्रैक्ट तुम्हें यह साइन करना ही पड़ेगा अब वह तुम्हारी अपनी मर्जी से करोगे यह जबरजस्ती यह तुम्हारी खुद की मर्जी है तो अंश कहता है , , , मैं तुम्हें कुछ कह नहीं रहा इसका मतलब यह नहीं कि मुझे कहना नहीं आता मैं लड़कियों की रिस्पेक्ट करता हूं इसीलिए तुम्हारी बातों को सुन रहा हूं इससे पहले कि मेरा सब्र टूट जाए निकल जाओ यहां से वरना जो आज तुम्हारे साथ होगा वह तुम सोचती रहोगी ।




तू अंशी कहती है , मतलब कि तुम अभी तक मुझे अच्छे से जानते नहीं जब मैं तुम्हारे पास यह कॉन्ट्रैक्ट लेकर इतनी आसानी से आ सकती हूं तो सोचो मैंने और क्या-क्या सोचा होगा इस कॉन्ट्रैक्ट को साइन करवाने के लिए इसलिए सीधे-सीधे कह रही हूं कॉन्ट्रैक्ट साइन कर दो वरना मेरा तो पता नहीं लेकिन तुम्हारी बहन जो अभी अरविंद हॉस्पिटल में बेड नंबर 424 में सोई हुई है उसके साथ क्या क्या होगा यह तुम नहीं जानते उसकी यह बात सुनते ही अंश डर जाता है और कहते हैं , तु.. म्हे कै.. से पता कि मेरी बहन अरविंद हॉस्पिटल में है तो अंशी कहती है , , तुम्हें क्या लगता है मैं इतनी बेवकूफ हूं कि तुम्हारे बारे में बिना पता किए तुम्हारे घर आ जाऊंगी जब तुम्हें ना जानते हुए मैं तुम्हें रोज हरा सकती हूं तो सोचो तुमसे यह सब करवाने के लिए मैं तुम्हारे बारे में क्या-क्या नहीं जानती होंगी ।


तो अंश थोड़ा परेशान होते हुए कहते हैं , , लेकिन तुमने यह सब करवाने के लिए मुझे ही क्यों चुना है दुनिया में तो बहुत से लड़के होंगे तो तुम मेरे पीछे क्यों पड़ी हो तो अंशी गुस्से में कहती है , कहते हैं ना किसी के लाइफ में किसको क्या हो उसे खुद नहीं पता होता लेकिन जब किस्मत में दो चीजों को एक साथ लाना चाहिए ना तो वह उसके लिए कुछ भी कर सकती है तो तुम यही समझ लो कि हमारी किस्मत जुड़ी हुई है इतना कहकर अंशी उसके करीब जाती है और उसके शर्ट के बटन खोलने लगती है तो अंश उससे दूर धकेल ते हुए कहता है , , यह क्या हरकत है दूर रहो मुझसे लेकिन अंशी उसके बातों पर ध्यान नहीं देती और उसके शर्ट के बटन खोल देती है तभी उसका ध्यान उसके सीने पर बने पंख के निशान पर जाता है जिसे देखकर अंशी मुस्कुराने लगती है और अपने हाथ उस निशान पर रखती है और खुश होते हुए अंश को कहती है इसकी वजह से यह वह कड़ी है जिसने मुझे और तुम्हें जोड़ा है और जब तक मेरा काम पूरा नहीं हो जाता तब तक तुम मुझसे दूर होने के बारे में सोच भी नहीं सकते और अगर भागने की कोशिश की तो उसी वक्त तुम्हारी बहन नैना को मार दिया जाएगा यह बस धमकी नहीं है यह मेरा फैसला है जितनी जल्दी हो सके इस बात को मान लो और इस कॉन्ट्रैक्ट को साइन करो इतना कहकर अंशी वहां से जाने लगती है तभी अंश से रोकते हुए कहता है , 'लेकिन मेरी भी कुछ करते हैं अगर तुम उसे मानने के लिए तैयार हो तो मैं इस कॉन्ट्रैक्ट को साइन कर दूंगा ' तो अंशी बिना मुड़े उससे कहती है , , , तुम्हारी जो भी शर्ते हैं मुझे मंजूर है मैं तुम्हारे साथ इसी घर में रहूंगी और जब तक तुम मेरे साथ हो तुम्हारी बहन को कुछ नहीं होगा लेकिन तुम्हारी आखिरी शर्त वह मुझे मंजूर नहीं है क्योंकि हमारा कॉन्ट्रैक्ट उसी पर बना है यह बात सुनकर अंश शॉक्ड रह जाता है और अंशी वहां से चली जाती है ।