Chereads / My Poem's & Shayris (Hindi) Vol 1 / Chapter 57 - Poem No 18 सदा बेहतर होता है

Chapter 57 - Poem No 18 सदा बेहतर होता है

सदा बेहतर होता है

जीवन को प्रेम की आँखों से देखना

यहाँ गलतियाँ भी होगी और

गलत भी समझा जायेगा

यहाँ तारीफे भी होगी और

खोसा भी जायेगा

जो इंसान कपट और चाल

से मुक्त हुआ हो उसके जीवन

में अंधेरा कभी नहीं होता

सदा बेहतर होता है

जीवन को प्रेम की आँखों से देखना

----Raj