चन्द्रमा की तरह
रुख बदलता है प्रेम
कभी कुछ ज्यादा
तो कभी कम
फिर भी प्रेम है
यह कैसे समझाऊं मै
चन्द्रमा की तरह
रुख बदलता है प्रेम
----Raj
चन्द्रमा की तरह
रुख बदलता है प्रेम
कभी कुछ ज्यादा
तो कभी कम
फिर भी प्रेम है
यह कैसे समझाऊं मै
चन्द्रमा की तरह
रुख बदलता है प्रेम
----Raj