गु मियां ने सु कियानक्सुन को पकड़ा। उसने सु कियानक्सुन को पीछे से गले लगते हुए घर में घुसी और घर का अंदर का अंदर से निरीक्षण किया। ना सिर्फ घर की मरम्मत की गई थी , लेकिन घर पहले से बड़ा हो गया था। यह सब क्या हो रहा था ?"
सु कियानक्सुनभी भी घर के अंदर घुसी। जिस घर में वह और उसका छोटा भाई रहते थे, जो केवल पचास वर्ग फुट का था, आकार में दुगुनी से अधिक वृद्धि हुई थी।
लिविंग रूम जिसमे एक ही पलंग रखने की जगह थी ,अब लगभग पचास साठ वर्ग फ़ीट हो गया था। लिविंग रूम में बहुत ही शानदार और बढ़िया यूरोपियन प्रकार के सोफे थे । सारी खिड़कियां बदल कर सब की सब फर्श से छत तक की खिड़कियां लगा दी गई , जिससे घर सूरज की किरणों से भर गया था।
"यह घर दो घरो का मिश्रण है ,ना ?यहाँ तक कि कारीगरी और फर्नीचर सबसे उत्तम चीज़ का बना था. कियानक्सुन, यह किसने किया ?"
सु कियानक्सुन ने सर हिलाया। भले ही वो नहीं जानती थी कि किसने घर की मरम्मत की थी , उसके दिमाग में एक नाम आया।
जैसे ही सु कियानक्सुन ने अपने भोहों को ऊपर उठाया , गु मियां ने उसको घुरा। गु मियां ने जांच पड़ताल करते हुए पूछा ," क्या वो लॉन्ग सिजु हो सकता है ?"
सु कियानक्सुन एक पलके लिए थम गयी." मुझे... मुझे नहीं पता। "
अगर तुम नहीं जानती तो तुम उससे पूछ सकती हो। तुमसे फ़ोन पर लिख कर क्यों नहीं पूछ लेती ? अगर वास्तव में वो ही है,तो ऐसा दिखता है कि वो तुम्हारे साथ अच्छा व्यवहार करता है। " गु मियां लिविंग रूम में गयी और शानदार सोफे पर बैठ गयी ।
" वाह , यह कितना आरामदायक है !"
यह किसने किया ?
सु कियानक्सुन चुप ही रही। बेशक से वो लॉन्ग सिजु को लिख कर मैसेज नहीं भेज सकी। इन दिनों , जब भी वो लिखे हुए मैसेज के बारे में सोचती थी , उसे वो मुक्का याद आता था जो लॉन्ग सिजु ने उसके पेट के नीचे मारा था , जिसने उसे लगभग मार डाला था और वो वहाँ पर हल्का सा दर्द महसूस करती थी।
सु कियानक्सुन ने सिजु से इस बारे में नहीं पूछा। उसने प्रॉपर्टी कंपनी को फोन किया और उनके प्रतिनिधि ने कहा कि केवल वो ही जानती थी कि इस घर की अभी अभी मरम्मत हुई है और उसे वास्तव में इसके अलावा कुछ नहीं पता। उसने यह भी सु कियानक्सुन को बताया कि हालाँकि , उसके बगल का घर भी किसी ने अभी अभी खरीदा है।
जब गु मियां ने देखा कि सु कियानक्सुन कितनी परेशान दिख रही थी , उसने उससे सलाह दी कि ," इतना ज़्यादा मत सोचो। क्योकि अब घर की मरम्मत हो ही गई है , तुम्हारे और जीए के पास जगह हो गई है रहने की। यह अच्छी बात है ना ? इस बारे में इतना सोचने की क्या जरुरत है ? चलो चलते है और रात का खाना खाते है !"
सु कियानक्सुन ने अपने फ़ोन को नीचे रखा। वो अब केवल एक ही चीज़ कि जब वो वापिस जाएगी तो लॉन्ग सिजु बारे में पूछेगी ताकि उसको पता चल सके कि क्या हुआ था।
सीढ़ियों से नीचे उतरते हुए सु कियानक्सुन और गु मियां ज़िया चक्सी से टकरा गए। वो अपने कार के पास खड़ा हो कर धूम्रपान कर रहा था। जब उसने सु कियानक्सुन को बाहर आते देखा ,वो तुरंत उसके पास गया। उसके चेहरा थोड़ा सा उदास लग रहा था। " सु कियानक्सुन, मेरे पास तुम्हे कुछ बताने को है। "
गु मियां तुरंत सु कियानक्सुनके सामने खड़ा हुई और थोड़ा सा मुस्कराई। " ज़िया चक्सी , तुम्हारे पीछे पागल ? इस वक़्त , सु कियानक्सुन को इस बात से कोई मतलब नहीं था। वो सुनना नहीं चाहती थी जो भी तुम्हे कहना था। "
"यह मामला सु कियानक्सुन और मेरे बीच का है। इसका तुमसे कोई मतलब नहीं होना चाहिए। " ज़िया चक्सी ने ने गु मियां को गुस्से में देखा।
"कियानक्सुन मेरी सबसे अच्छी दोस्त है। कोई भी बात जो उससे जुड़ी होगी, उससे मेरा भी मतलब होगा। तुम और उस कमीनी औरत किआओ येरन ने उसे हमेशा परेशान किया है। तुम क्या सोचते बचाने के लिए उसके आस पास कोई नहीं है ?" जब गु मियां ने यह सब कहा , वो और भी ज़्यादा गुस्सा हो गयी।
गु मियां , मैं तुमको याद दिला दू कि अच्छा होगा कि तुम खुद को इतना महान मत समझो। गु का परिवार कुछ भी नहीं है और मुझे उनकी कोई चिंता भी नहीं है। "
" ही ही.... यह सच है। गु का परिवार केवल विनम्र छोटा सा परिवार है। हम उस आदमी की तुलना कैसे कर सकते हैं जो किआओ परिवार में शादी करने जा रहा है? "
"तुम .. "
"मियां मियां , चलो छोड़ो , चलो चलते है। ज़िया चक्सी , मुझे तुम्हे कुछ नहीं कहना है !" सु कियानक्सुन को वास्तव में इस आदमी के बारे कोई चिंता नहीं थी। उसने गु मियां का हाथ पकड़ा और लॉन्ग के परिवार की कार की ओर चलने लगी।
ज़िया चक्सी उसका पीछा ही करने ही वाला था , लेकिन जब उसने सु कियानक्सुन को एक शानदार कार में घुसते हुए देखा जिसकी कीमत मिलियन आर एम् बी होगी , वो वही रुक गया। उसका चेहरा और भी उदास हो गया था। येरन ने उसे बताया था कि सु कियानक्सुन बूढ़े आदमी की प्रेमिका बन गयी थी , लेकिन उसने मानने से इंकार कर दिया था कि वह उसके बजाय एक बूढ़े आदमी के साथ होंगी !
गु मियां ने कार के पास बाहर खड़े हुए आदमी को मायूस हो कर देखा। " देर सवेर , ज़िया चक्सीको इस बात का पछतावा होगा। वह नहीं जानता था कि उसकी आंखों के सामने हीरे को कैसे संजोया जाए और और इसके बजाय कचरे के ढेर के साथ जाना चुना। वह वास्तव में अंधा था !