गू मोहन ने अपनी भौंहें उठाई और बिना एक शब्द कहे टैंग मोर को उठा लिया।
जैसा ही येन डोंग ने अध्यक्ष के विशेष कमरे के दरवाज़े को खोला, गू मोहन जिसने टैंग मोर को उठा रखा था हुओ बाईचैन के बगल में रुक गया| उसने अपनी गहरी और सिकुड़ी हुई नज़रों से हुओ बाईचैन को देखा और कहा "इसे छुते हुए मेरे हाथों दुबारा पकड़े मत जाना नहीं तो मैं तुम्हारे हाथों को काट दूँगा।"
गू मोहन टैंग मोर को कमरे में ले गया।
अध्यक्ष के विशेष कमरे में।
टैंग मोर को आलीशान हस्तनिर्मित कालीन पर लिटाया गया था । गू मोहन अपनी डेस्क के सामने चला गया और उसने अपने दस्तावेजों को उस पर रख दिया। दृढ़ हाथों और पतली उंगलियों के साथ उसकी चाल स्थिर और लापरवाह थी। इस दौरान उसने अपने ग्रे ब्लेज़र को खोलकर कुर्सी पर रखा और अपने शर्ट के बटनों को खोला । उसकी नज़र मोर पर ही टिकी हुई थी जब उसने आस्तीनें ऊपर चढ़ाई। "तुम्हें अपने कमरे से बाहर निकलटे समय इतने कम कपड़े पहनने की अनुमति नहीं है।"
मम, वह... गुस्से में था।
जैसे ही मोर ने उसका बेरूखी भरे चेहरा के किनारे की झलक देखी, टैंग मोर ने अपने चेरी जैसे होंठों को दुख दिखाते हुए तरीके से दबाया जिससे उसकी नाराजगी प्रतीत होती थी। "मैंने कैसे बहुत कम कपड़े पहने हुए है? मैं तो शरीर का कोई भी हिस्सा दिखा भी नहीं रही हूँ।"
यद्यपि यह रात में पहने जाने वाली एक रेशम की पोशाक थी फिर भी इसे सामान्य माना जाता था क्योंकि यह कुछ भी उजागर नहीं कर रही थी। वास्तव में, उसने इवेंट में भाग लेते समय भी इसी तरह के कपड़े पहने थे।
गू मोहन उसकी बातें सुनने के बाद उसकी ओर बढ़ गया, काली पतलून के साथ जब भी वह एक सफेद शर्ट पहनता था तो उसमें से एक असाधारण आभा टपकती थी। "बाईचैन खुद को तुम पर उस तरह से दबा रहा था भले ही तुमने शालीन कपड़े पहने थे। मैं गारंटी देता हूँ कि अगर तुमने थोड़ा और दिखाया होता तो तुम्हारा बलात्कार हो जाता।"
टैंग मोर ने अपनी छोटी लाल नाक से सिसकी ली और उसकी पलकें झपकते हुए फड़फड़ाई। उसकी बात सुनकर चिढ़चिढ़ा सा मुँह बनाकर वह खुद में ही बड़बड़ाई, "यह मेरी गलती नहीं है कि मैं इतनी सुंदर ही पैदा हुई हूँ, यह भी मेरी गलती नहीं है कि पुरुष मेरी ओर आकर्षित होते हैं। क्या तुम्हें इतने छोटे से कारण की वजह से इतना क्रूर होने और मुझसे नाराज होने की जरूरत है? "
गू मोहन ने अपनी बड़ी हथेली को फैलाया और उसके छोटे से चेहरे को पकड़ लिया। वह केवल उसकी लाल नाक और आँखों का निरीक्षण कर रहा था जो ऐसी लग रही थी जैसे कि वह रोने ही वाली थी।
उनकी पुतलियाँ सिकुड़ गयी और उसने पूछा "आज वास्तव में क्या हुआ था? तुम रो क्यों रही हो जब मैंने तुम्हें केवल एक छोटी सी बात बताई है, हम्म?"
अगर वह खुद के साथ ईमानदार था तो वह बस थोड़ी ईर्ष्या महसूस कर रहा था। हुओ बाईचैन द्वारा उसे दीवार पर दबाने के बारे में सोचने पर ही उसके सीने में जकड़न महसूस होने लगी थी, जो गहरे गुस्से में बदलने वाली धमकी थी। यदि वह गलत नहीं था तो हुओ बाईचैन निश्चित रूप से कठोर था। वह उसे मारना चाहता था।
मेरा खून बह रहा है, गू मोहन। क्या मेरा गर्भपात हो गया? ''उसकी फैली हुई आंसूओं से दमकती आँखें और उसकी कोमल आवाज़ से वह दयनीय और असहाय की लग रही थी।
गू मोहन दंग रह गया था। अपनी नज़रें नीचे की ओर की करते हुए उसने उसकी जांघों को देखा । उसकी रेशम की नाइटी केवल उसके घुटनों तक ढकी हुई थी, उसने उसकी ड्रेस उठाने के लिए एक पतली तर्जनी उंगली को बाहर निकाला।
तुम क्या कर रहे हो? "टैंग मोर चिल्लायी और जल्दी से उसका हाथ नीचे धकेल दिया। उसे उसकी पोशाक को उठाने की अनुमति नहीं देते हुए।
"मोर, अगर तुम मुझे जाँच करने नहीं दोंगी तो मुझे पता नहीं चल पाएगा कि क्या तुम्हारा गर्भपात हुआ था?" उसने अपने मोहक होठों को कोने से उठाया और एक अजीब सी मुस्कान प्रकट की।
टैंग मोर शर्माई । वह गलती से फिर से उसके द्वारा मूर्ख बनायी गयी थी।
उसका पीला और नाजुक चेहरा अब शर्म से लाल हो गया था और उसने अपने गुलाबी होंठों को फूलाते हुए कहा, "गू मोहन, तुम बच्चे के बारे में और मेरे बारे में बिल्कुल चिंतित नहीं हो! मुझ से खून बह रहा है और तुम्हारा अभी भी मजाक करने का मन हो रहा है?"
गू मोहन अपने गले की हिलाकर बिना सोचे समझे बोला, "तुम गर्भवती नहीं हो तो तुम्हारा गर्भपात कैसे हो सकता है?"
क्या?
टैंग मोर उसे सदमे में घूर रही थी।
"उस समय जब तुमको नशीली चीज़ दी गयी थी, मैंने तुम्हारा हाइमन नहीं तोड़ा था। तुम अभी भी एक कुंवारी हो। तुम्हारे लिए गर्भवती होना असंभव है।" उसकी व्याख्या संक्षिप्त और दो टूक थी।
टैंग मोर का मुँह हैरानी में खुल गया। उसने अपना मुँह खोला और शब्दहीन होकर फिर बंद कर लिया। उसकी बातों को समझने में उसे पूरा मिनट लग गया था। इसके बाद पूरी स्थिति समझने के बाद दो कदम आगे बढ़ाते हुए उसने उसकी मर्दाना छाती पर एक मुक्का मारा। "तुमने मुझे पहले क्यों नहीं बताया। तुमने यह जानबूझ कर किया था। तुमने मुझे मेरी गर्भावस्था को डेटिंग करने का कारण बनाकर धोखा दिया। गू मोहन, तुम बदमाश हो। "
उसके सिर को अपनी तरफ खींच कर उसके होंठों पर चूमने से पहले तक गू मोहन ने मोर को उसे मारने की अनुमति दी।