जैसे ही युन शीशी ने उस दुर्गंध वाली जगह पर कदम रखा, धुएं से उसका दम घुटने लगा।
जैसे-जैसे वो अंदर गई, उसने देखा कि पुरुष और महिलाएँ अपने शरीरों के साथ कारनामे कर रहे हैं। हवा में एक भारी दुर्गंध भरी थी। प्राइवेट कमरों में लोगों के झुण्ड भोग-विलास में लगे हुए थे।
एक वेटर के बताने पर, वो उस निजी कमरे में चली गई जिसका उस व्यक्ति ने फोन पर उल्लेख किया था। कमरे के अंदर पैर रखते ही उसकी नाक तुरंत धुएं और शराब की बदबू से सड़ गयी। कमरा पूरी तरह से धुएं से भर गया था। साउंड सिस्टम फुल आवाज़ पर बज रहे थे। कुछ अजीबोगरीब हेयरस्टाइल वाले गुंडे,जिन्होंने कमर के ऊपर कुछ नहीं पहना था, खुद को शराब के नशे में डुबोये हुए थे।
कमरे में नज़र घुमाते ही उसकी नज़र नशे में धुत युन ना पर पड़ी,जो सोफ़े के एक तरफ पड़ी हुई थी। वो बेहोश थी।
कुछ गुंडों ने युन शीशी को आते देख लिया,और अपना सिर उठाकर,जोर से सीटी बजाते हुए कहा,"वाह, देखो वो सच में आ गयी !"
"हम्म! यह लड़की काफी सुंदर है! मज़े लेने के लिए उसका शरीर काफी अच्छा है! वैसे भी ये उन चुड़ैलों से बेहतर दिखती है!"
उसने किसी को अंदर आते हुए सुना,"सच! तुम सही कह रहे हो,आजकल इतनी मासूम लड़कियां देखने को नहीं मिलती हैं ! में सोच रहा हूँ कि, ये बिस्तर में कैसी होगी! शर्त लगा लो,शानदार ही होगी!"
वे अशलील शब्द सुनने में अप्रिय लग रहे थे।
उनकी भद्दी बातें सुनकर,युन शीशी का दिल थोड़ा कांपने लगा। उसने एक तेज़ आवाज़ सुनी और महसूस किया कि उसके पीछे वेटर ने विनम्रतापूर्वक दरवाजा बंद कर दिया था। उसे वहां खड़े रहकर थोड़ा अजीब लग रहा था, वो एक कदम भी नहीं चल पा रही थी।
ईमानदारी से, अपनी पिछली नौकरी में उन बदमाशों के साथ मुठभेड़ के बाद,युन शीशी उनसे डर गयी थी। इसलिए,अभी वो सच में वहाँ से जाना चाहती थी, और वो ऐसा करने के लिए चली गई।
एक आदमी जिसकी बांह पर हरे अजगर वाला टैटू बना हुआ था, अचानक खड़ा हो गया,और मेज के पार से उसे घूरने लगा। वो उसकी ओर लपका और उसने एक ही बार में युन शीशी की कलाई पकड़ ली। उसने एक चालाकी भरी मुस्कान के साथ कहा,"तुम अभी तो आयी हो, फिर जा क्यों रही हो? तुम्हारी छोटी बहन का क्या होगा ?"
युन शीशी ने झिझकते हुए एक बार दरवाज़े और फिर युन ना की तरफ देखा,और हिम्मत जुटा कर बोली,"मैं- मैं उसे वापस ले जाऊँगी। हम जा रहे हैं...।"
"ऐसे ही चली जाओगी?" वो आदमी मुस्कुराया और अपनी भौँह उठाई। "अभी मत जाओ! तुम सारा मज़ा बर्बाद कर दोगी ! आओ हमारे साथ पहले एक ड्रिंक लो!"
उस आदमी ने उसके कंधे पर हाथ रख दिया। फिर उसने सोफे पर बैठे कुछ आदमियों की तरफ इशारा किया और कहा,"आओ, मैं तुम्हें सबसे मिलवा देता हूँ ! यह उस गली का मालिक है,जहाँ यह बार है,ली डोंगकियांग ! उसके पास वाला तेंदुआ है। और वो टाइगर है ..."
युन शीशी उसके हाथ के वज़न के कारण सीधी खड़ी नहीं रह पा रही थी। उसने अपना आप को उस आदमी की पकड़ से छुड़ाया और बोली,"मैं यहाँ पीने के लिए नहीं आयी हूँ! मैं यहाँ ... युन ना को घर ले जाने आयी हूँ!"
यह सुनकर वो आदमी झल्ला उठा,"नहीं पिओगी? ठीक है, फिर! मेरे साथ कुछ और करो!"
उसकी लालची आँखें युन शीशी के सीने पर नज़र गड़ाए हुए थीं, और फिर वो अपना हाथ युन शीशी के चेहरे पर फेरने लगा!
युन शीशी बहुत सहजता से आगे झुक गयी,और उस आदमी के बढ़ते हुए हाथों को रोका। उसने अपनी भौंहें सिकोड़ लीं और बोली,"तुम क्या करने की कोशिश कर रहे हो?!"
"मैं क्या करने की कोशिश कर रहा हूं? बेशक,मैं तुम्हारे साथ कुछ करने की कोशिश कर रहा हूं !" उस आदमी ने अपना सिर तिरछा किया और मजाकिया अंदाज में जवाब दिया।
एक आदमी,जिसके चेहरे पर चाकू के निशान थे,उसके पीछे से चिल्लाया,"इस लड़की का नाम क्या है... युन शीशी,है ना ! एक बेवकूफ की तरह वहाँ मत खड़ी रहो, आओ यहाँ आकर बैठो! वेटर इनके लिए और व्हिस्की की बोतलें खोलो !"
युन शीशी ने आवेग में आकर अपना सिर हिलाया और फिर हिचकिचाहट में युन ना की तरफ देखा।"मैं नहीं पियूँगी ! मैं जा रही हूँ!"
यह बोलकर, वो जाने के लिए मुड़ गयी। उस आदमी ने उसकी कलाई पकड़ ली,और जबरदस्ती उसे पीछे खींच लिया।
वो डर के मारे रोने लगी और जमकर संघर्ष करने लगी, लेकिन वो अपनी थोड़ी सी ताकत से उस आदमी को कैसे रोक सकती थी जिसने उसका हाथ कसकर पकड़ा हुआ था?
उस आदमी ने गन्दी नज़रों से युन शीशी को सिर से पाँव तक घूरा और कहा,"अरे, अरे,ऐसा मत कहो। तुम्हारी यह बहन अभी भी जवान और मासूम है, इसलिए उसकी बड़ी बहन के रूप में,क्या तुम्हें उसे इस दुनिया के नियम नहीं सिखाने चाहिए?"
युन शीशी ने अपनी भौंहें तान लीं।"तुम्हारा क्या मतलब है?"
"मेरा क्या मतलब है?"आदमी जोर से हंसा। उसके पीछे किसी ने मज़ाकिया अंदाज़ में कहा," तुम्हारी बहन,यहाँ के नियमों को नहीं जानती है, वो बिना पैसे लिए, कुछ पाउडर के लिए हमारे पास आई थी, और रोज़ हमारे साथ चिपकी रहती है। उसके ऊपर हमारा 200,000 युआन बकाया है - उससे एक रुपया कम नहीं,और एक रुपया ज्यादा नहीं!"
(वो खतरनाक लोग युन शीशी का क्या हाल करते हैं, जानने के लिए आगे पढ़िए....)