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Chapter 61 - एग्ग का शिकार (1)

ग्लोरी में, एक समूह में सदस्यों की सीमा 10 थी। पार्टी का हर सदस्य अपनी पार्टी बना सकता था, पर समूह में कुल पार्टी की सीमा भी 10 थी।

ये क्सिउ के पार्टी से जुड़ने के बाद, उसने देखा कि पार्टी में कुल 10 लोग थे। वो लगभग सभी को पहचानता था: नीलधारा, गोलू नाविक, फूलों की लालटेन, चमकता विद्युत, चन्द्र प्रभा, घुमड़ते बादल। वो सब एक दूसरे को जानते थे, इसलिए वो सब भी उससे अपरिचित नहीं थे, तो सभी एक-एक करके उससे हेलो कहने गए। उसने बाकी तीन को पहले नहीं देखा था। उड़ते बादल, तुनकमिजाज वर्ग; अनंत बहाव, लॉन्चर वर्ग; और एक वो जिसे आप नाम से ही जान सकते थे कि अश्लील था, अंधेरा कमरा, एक पंडित।

नीलधारा ने एक एक करके सबका परिचय करवाया। वहाँ दो पार्टियाँ और थी 20 लोगों की पर नीलधारा ने उनके लिए उसे परेशान नहीं किया। असल में, अगर सिर्फ खूनी बन्दूकबाज एग्ग को मारना होता, तो 10 लोगों की एक ही पार्टी काफी थी। इस बार, वो 30 आदमी लेकर आये थे जो मुख्य समस्या की कठिनाई की गहराई बता रहा था: जंगली सरगना को, शिकार की तरह चुरा कर मारना। ये भी कहा जा सकता था कि नील नदी संघ ने अपने सारे योद्धा इस लड़ाई में भेज दिए थे। 10 वे सर्वर की अभी की अंकतालिका में सबके नाम, आगे ही देखे जा सकते थे।

ये क्सिउ ने सब पर नजर दौड़ाई और अचानक कहा, "क्या मैं सहस्त्र रचना की जगह ले रहा हूँ?" नीलधारा चौंक गया। उसने नहीं सोचा था कि ये क्सिउ इस हद तक ध्यान दे रहा होगा। ये सच था। सहस्त्र रचना को सही में इसी लिए लाया गया था कि वो खूनी बन्दूकबाज एग्ग का शिकार कर सके पर फिर वो विकट देव से टकरा गया...। नीलधारा ने महसूस किया कि ये एक और मौका था बातों को समझाने का और उसने आसानी से कहा, "उसकी चिंता मत करो। हम अपने काम पर चलते थे"

"खूनी बन्दूकबाज फिर अंडे कब देगा?" ये क्सिउ ने नीलधारा से पूछा।

"हमे 5 मिनट पहले सूचना मिली है, इसलिए हमने सारे साथियों को इकट्ठा कर लिया। थोड़ी ही देर में हम भाग कर यहाँ आ गए" नीलधारा ने कहा।

"हमे इतने लोगों की जरूरत पड़ेगी?" ये क्सिउ हँसा। शिकार चुराने तक के लिए, इतने लोगों की जरूरत नहीं पड़ती। शिकार को घेरकर अगर इतने लोग खड़े हो जाएंगे तो बहुत से लोगों को जगह भी नहीं मिलेगी शिकार को नुकसान पहुँचाने की।

"ये, किसी तरह के हादसे को टालने के लिए है" नीलधारा ने सन्देश भेजा।

ये क्सिउ जानता था कि ये सरगना से बचने के लिए नहीं था, ये सब और लोगों से बचने के लिए था। इस खेल का सबसे खतरनाक हिस्सा, नहीं खेलने वाले पात्र, कभी नहीं थे। ये हमेशा खिलाड़ी ही थे।

"अगर हमारे पास खबर आ रही है तो मुझे पूरा विश्वास है कि औषधि उद्यान और भयावह महत्वाकांक्षा को भी खबर हो गयी होगी" नीलधारा ने कहा। कोठरियों के कीर्तिमानों के लिए लड़ने के अलावा जंगली सरगना के कीर्तिमान के लिए भी तीनों महान संघ ध्यान देते रहते थे। संघ ने उन्हें जंगली सरगना के कीर्तिमान की अहमियत बहुत पहले ही समझाई थी।

"वो पहले ही यहाँ आ चुके है" ये क्सिउ ने अपना नजरिया बदला और दाएं, बाएं देखा। उसने पाया, उनसे थोड़ी ही दूर पर एक दूसरी भीड़ है खिलाड़ियों की जो जल्दी में है। वो साफ तौर पर उसी दिशा में भाग रहे थे, जिस दिशा में नील नदी संघ की टुकड़ियां भाग रही थी।

"धत्त" नीलधारा ने अपना नजरिया बदला और उसने भी देखा। वो बहुत थोड़े ही नाम पहचान पाया, "वो औषधि उद्यान से है"

ये क्सिउ बेबस था उसके प्रभाव को मानने के लिए। उसने भी कुछ आई.डी देखी पर उसे सब एक जैसी लगी। नीलधारा के लिए नाम से ही सबको पहचान लेना, उसे एक अनुभवी दुश्मन के खिताब से नवाजे जाने के लिए काफी था। वे सब एक दूसरे से काफी परिचित थे।

जब नीलधारा ने दूसरी तरफ के लोगों को पहचाना तो दूसरी तरफ से भी लोगों ने नील नदी संघ को पहचान लिया। नीलधारा को औषधि उद्यान के 10 वे सर्वर के नेता पेड़ के अंकुर की तरफ से तुरन्त ही एक सन्देश प्राप्त हुआ, "पुराने साथी, नीलधारा, अगर तुममे कोई भी अंतिरिक शक्ति होती, तो तुम साफ तौर पर देख लेते की हम यहाँ पहले आये थे"। दोनो ही तरफ के लोगों को खूनी बन्दूकबाज की स्थिति पता थी। अभी, औषधि उद्यान साफ तौर पर करीब थे। उनके दर्जे और इक्विपमेंट लगभग एक जैसे थे। नील नदी संघ की बढ़त लेने की उम्मीद बहुत ज्यादा अच्छी नहीं थी।

"भाग जाओ यहाँ से" नीलधारा ने जवाब दिया। जंगली सरगना कभी भी पहले आओ पहले पाओ पर काम नहीं करते थे, पर पेड़ के अंकुर को ये सब बकवास करना पसंद था।

"तुम कितने लोग लेकर आये हो" पेड़ के अंकुर ने कहा।

"तुम्हारे जितने ही" नीलधारा ने कहा। 

"साथ खेलना चाहोगे?" पेड़ के अंकुर ने पूछा।

"साथ खेलने से तुम्हारा क्या मतलब है?"

"तुम और हम यहाँ आ चुके है तो भयावह महत्वाकांक्षा भी पीछे नहीं होगा। हम दोनों ही कुछ खिलाड़ी, उन्हें रोकने के लिए भेजे देते हैं। फिर हम दोनों ही अपनी ताकत के बल पर सरगना को बांट लेंगे। क्या कहते हो?"

"ठीक है" नीलधारा ने बिना ज्यादा सोचे जवाब दिया।

"कितने लोग?"

"आधे!"

"ठीक है"

आधे मिनट के बाद….

"तुम्हारे लोग कहाँ है?" पेड़ के अंकुर ने कहा।

"तुम्हारे?" नीलधारा ने जवाब दिया।

"मैंने उन्हें चुन लिया है, मैं तुम्हारा इंतजार कर रहा हूँ"

"मैं हूँ वो, जो तुम्हारा इंतजार कर रहा हूँ"

और आधे मिनट की खामोशी के बाद।

"ऐसा लगता है कि तुम मुझ पर भरोसा नहीं कर रहे हो। फिर मुझे जाकर भयावह महत्वाकांक्षा के साथ खेलना होगा" पेड़ के अंकुर ने कहा।

"जाओ। सही पूछो तो, मैंने पहले ही भयावह महत्वाकांक्षा से समझौता कर लिया है। वो सामने खड़े होकर तुम्हे कुचलने का इंतजार कर रहे है। ध्यान रखना" नीलधारा ने जवाब दिया।

पेड़ के अंकुर ने फिर कोई सन्देश नहीं भेजा।

दोनों ही बेबस थे। ये पहली बार नहीं था, जब दोनों मिले थे। तीनों महान संघ सालों से एक दूसरे से लड़ रहे थे, तो वो एक दूसरे को समझते थे। अगर वो सही में एक दूसरे की मदद करना चाहते तो वो एक दूसरे पर तंज न कसते। कुछ शब्दों में निष्कर्ष पर पहुँचना उनके लिए सम्भव नहीं था। वो एक दूसरे पर भरोसा नहीं करते थे। ये देखा जा सकता था कि इन कुछ सालों में, उन्हें एक दूसरे से लड़ने में, युद्ध करने में या एक दूसरे पर आपदा लाने में कोई दिक्कत नहीं हुई थी।

नील नदी संघ इस समय औषधि उद्यान से हल्का धीमे थे पर ये अंतर बहुत ज्यादा मायने नहीं रखता था। औषधि उद्यान भले ही पहले आ गया था, वो तुरन्त ही नहीं लड़ने वाले थे। अगर उन पर पीछे से वार हुआ तो, वो क्या करेंगे? उनके सन्देश भले ही काफी दोस्ताना लगते हो लेकिन अगर सही में लड़ाई हुई तो वो एक दूसरे पर कोई दया नहीं दिखाने वाले थे। खेल ऐसे ही होता था। खुशी और दर्द, साथ-साथ।

दोनो जन समूह ने एक दूसरे से दूरी बनाए रखी और वे खूनी बन्दूकबाज के जगह पर, एक के बाद एक, पहुँच गए। हालांकि जब वे वहाँ पहुँचे तो खिलाड़ियों की एक और भीड़ वहाँ पहले से ही खड़ी थी। भयावह महत्वाकांक्षा के खिलाड़ी, आशा के विपरीत, सबसे तेज निकले। बस भयावह महत्वाकांक्षा ने अब तक कोई कदम नहीं उठाया था। इस समय, वे बस अनजान खिलाड़ियों का एक गुच्छा थे जो खूनी बन्दूकबाज से लड़ने आये थे। पर एक नजर में ही, साफ तौर पर बताया जा सकता था कि ये कुछ अचानक बनी पार्टियां थी, जिन्हें बस अभी इस सरगना का पता चला था और वो कोशिश करने में लगे थे। नीलधारा ने कुछ देर देखा और फिर तय किया, "उनका सामना मौत से होगा"

खूनी बन्दूकबाज एग्ग, सफेद चमड़े के कवच से ढका हुआ था। इसके राख से ढके चेहरे पर कोई भाव नहीं थे। साफ तौर पर ये न मरने वाला राक्षस था। उसने अपने हाथ में एक रिवाल्वर ली हुई थी और वो औरों की तुलना में काफी तेज था, चारो तरफ भागता हुआ और गोलियां चलाता हुआ। इसी समय, अचानक बनी खिलाड़ियों की भीड़ में से सारे मारे जाने लगे और दहशत में चीखने लगे। उनके पास उसे रोकने का कोई तरीका नहीं था और शिकारी खुद शिकार हो गए।

भयावह महत्वाकांक्षा काफी देर पहले ही आ गए थे पर वो बाहर खड़े थे, शांति से सब देखते हुए। खूनी बन्दूकबाज के हमले के दायरे से बाहर वो मजबूती से खड़े रहे। औषधि उद्यान और नील नदी संघ ने आने के बाद भयावह महत्वाकांक्षा का ही रास्ता अपनाया। उन्होंने उन खिलाड़ियों के जीने या मरने की परवाह नहीं की। उन्होंने खूनी बन्दूकबाज को देखा तक नहीं, उनका ध्यान सिर्फ एक दूसरे पर था।

ये देखकर की दो संघ आ चुके थे, भयावह महत्वाकांक्षा में से कोई बहुत तेजी से निकला और नील नदी संघ के ओर बढ़ने लगा।

क्या वो हमारे साथ बातचीत करना चाहते है? नीलधारा ने खामोशी से सोचा। वो बेबसी से औषधि उद्यान को देख रहा था। वो भी नहीं हिल रहे थे और उनकी अवस्था देखकर लग रहा था कि वो भयावह महत्वाकांक्षा के उस खिलाड़ी को देख रहे थे जो नील नदी संघ की तरफ बढ़ा चला आ रहा था।

वो खिलाड़ी आखिर पहुँच ही गया। जैसे ही वो उससे मिलने जाने वाला था, उसने उस खिलाड़ी को चिल्लाते सुना, "विकट देव तुम यहाँ क्या कर रहे हो?"

"उत्साह देखने आया था" ये क्सिउ ने कहा।

"ये जगह बहुत अच्छी नहीं है। आओ, आओ, आओ। क्यों न तुम हमारे पास आ जाओ?"

जैसा कि दिखाई पड़ा, वो बेशर्म आदमी, अनंत रात था।

नीलधारा के फेफड़े गुस्से से फटने वाले थे। वो उन्हें यूँ समझ रहा था मानो वो हवा हो। क्या हमारा साथ बढ़िया नहीं था? भाड़ में गया तुम्हारा साथ। ये पूरा क्षेत्र ही कटा हुआ कब्रिस्तान है। यहाँ कुछ भांग, गांजे के पौधे थे, कुछ सूखे पेड़, टूटे हुई कब्र और टूटे फूटे ताबूत, सभी जगह ऐसी ही थी। इसमे क्या अच्छा और क्या बुरा?

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