इसमें कोई शक नहीं था की निमग्न जेड में बच्चों सी नादानी थी। शुरू में जब वह कोठरी में घुसी तो वह शांत थी, ध्यान से बातों को सुन रही थी और उन पर अमल कर रही थी। वैसे तो वो अभी भी नौसिखियों सी गलती कर रही थी, हर बार उन गलतियों के लिए माफ़ी भी जरूर मांग रही थी। इसी कारण, सभी को उसकी गलतियाँ बताना अच्छा नहीं लग रहा था। जब निमग्न जेड कोई गलती करती तो भूमि सप्तम और अन्य उससे भी ज्यादा बेचैन हो जाते। उन्हें डर था कि कही जानकार साथी अपना धैर्य न खो दे। बहुत से जानकारों के पास नौसिखियों के लिए इतना धीरज नहीं होता था।
पर आधी से ज्यादा कोठरियों को पार करने के बाद, भूमि सप्तम और बाकियों ने चैन की सांस ली। यूँ तो जानकार साथी की कुशलता का दर्जा काफी ज्यादा था, पर वह नकचढ़े जानकारों की तरह नहीं था। इस नए खिलाड़ी के लिए वह भूमि सप्तम और अन्य से भी ज्यादा धैर्यवान था। जिन आदेशो को निमग्न जेड समझ नहीं पा रही थी, उन्हें जानकार साथी उसके ख़ास मतलब के साथ उसे समझा रहा था।
इस नए खिलाड़ी के साथ उनकी रफ़्तार यूँ तो कम हो गयी थी। पर क्योंकि जानकार साथी ने कुछ नहीं कहा था इसलिए भूमि सप्तम और अन्य को भी कोई दिक्कत नहीं हुई। जब भी वो किसी राक्षस को मारते थे, तो वो सब नए खिलाड़ी की मदद करते थे और बेहद खुश थे।
उससे बात करके, उन्हें पता चला कि कोठरी में उसका पहली बार आना हुआ था। इससे पहले वो बस चुनौती वाले दर्जे से ही उपर तक आई थी। एक ही चुनौती बची थी, जिसमे कोठरी को पार करना था। इसीलिए वो भीड़ में शामिल होकर कोठरी के बाहर इंतजार कर रही थी और तभी इस मशहूर पार्टी में शामिल हो पाई थी। जाहिर सी बात थी, वो बेहद खुश थी।
जानकार की सलाह के साथ, कोठरी को पार करने के बाद, वो अगले दौर के लिए बढ़ गये। निमग्न जेड अब तक काफी बदल चुकी थी। बस उसने ग्लोरी लम्बे समय से खेला नहीं था इसीलिए वह नए खिलाड़ी का तमगा उतार नहीं पा रही थी।
अंत में, अनगिनत कोठरियों को पार करने के बाद, विकट देव और अन्य 20 वे दर्जे पर पहुँच गये। इस समय निमग्न जेड 19 दर्जे से थोड़ा पहले थी। ये क्सिऊ ने देखा कि वो कुछ और बार कोठरियों को पार कर ले तो निमग्न जेड भी 20 वे दर्जे तक पहुँच जाएगी।
इसी समय, उनकी मुलाकात दो छिपे हुए योद्धा से हुई। ये क्सिऊ ने अपनी पार्टी का नेतृत्व किया और उन्हें आराम से मार दिया। पर उन्होंने कोई भी बैंगनी रंग का हथियार नहीं देखा, सिवाय कुछ अनोखे से सामान के। निमग्न जेड को सही में इस बात का पता नहीं था कि ये इक्विपमेंट निचले दर्जों में काफी बहुमूल्य थे और वह उन अनोखे इक्विपमेंट की लिए मचल उठी। जानकार साथी की पारखी नजरो से वो खुद को थोड़ा शर्मिंदा महसूस करने लगे, इसलिए उन्होंने उन सामानों की कीमत निमग्न जेड को बताई। अंत में, निमग्न जेड सही में बहुत प्यारी थी। उसने उन लोगों से बताया कि वो अभी नयी थी और उसे इन गिरे हुए सामानों की जरूरत नहीं पड़ेगी, इसने सभी सामान छोड़ दिए।
भूमि सप्तम और अन्य ने तुरंत अपनी अच्छी छाप छोड़ी अपनी इस बच्ची जैसी साथी पर और उन्होंने उससे कहा कि वो उसका ये एहसान याद रखेंगे। ये सामान बेचने के बाद मिलने वाला पैसा उससे जरूर बांटेंगे।
"अच्छा, तो मैं अब यहाँ से निकलता हूँ" कोठरी छोड़ते हुए, ये क्सिऊ ने सबसे अलविदा कहा।
"जानकार भाई, तुम कोई वर्ग नहीं चुनोगे?" 20 वे दर्जे पर पहुँचने पर सभी को एक वर्ग चुनकर शुरुआती गाँव छोड़ना होता था।
"अभी नहीं, तुम लोग कर लो पहले"
"जानकार साथी, सम्पर्क में रहना" भूमि सप्तम ने कहा।
"अलविदा, महान देवता" निमग्न जेड सबसे यूँ घुल-मिल गयी थी मानो उन्होंने आधी जिन्दगी साथ बितायी हो। इससे भी ज्यादा लगातार भूमि सप्तम और बाकी साथी द्वारा विकट देव और उसकी ताकत के किस्से और तारीफे सुन सुन कर उसने निश्चय किया था कि वो उसे महान देवता बुलाएगी।
ये क्सिऊ हँसा और उन्हें अलविदा कहकर चला गया। चारों शान्ति के साथ शुरुआती गाँव में लौट आये। जब ये क्सिऊ ने विकट देव को हरे जंगल की कोठरियों में लौटा लाया था, उसी समय उसने चेन गुओ के खाते का कार्ड लगाया। वह 10 वे सर्वर में 5 वे दर्जे के चेसिंग हेज़ खाते से घुस चुका था।
हालांकि ग्लोरी में दो अलग अलग खेल एक साथ नहीं खोले जा सकते थे, पर ये दो अलग कंप्यूटर से दो अलग खाते से खेलने से भी नहीं रोक सकता था। ये क्सिऊ ने अब तक यही सोचा था। जब तक दो या दो से ज्यादा खिलाड़ी एक पार्टी में रहेंगे, तो वो छिपे हुए सरगना से मिल सकते थे। ये क्सिऊ को अभी भी कुछ सामान और चाहिए था बागड़ बिल्ले से।
छिपा हुआ सरगना पहले दौर में बाहर नहीं आया। बिना कुछ कहे ही उसने सीधे कोठरी छोड़ दी। दोनों ही पात्र बेहद बुरी स्थिति में पहुँच गये थे। इस स्थिति में, स्वास्थ्य अंक और मायावी अंक दोनों ही पूरी से तरह खत्म हो चुके थे और उनके गुण 80% प्रतिशत तक गिर चुके थे। वो अब किसी काम के नहीं रह गये थे और उन्हें उबरने में अब कम से कम 10 मिनट लगता। पर ये रास्ता तब भी सरल था, बजाय कोठरी से जाने के। विकट देव ने पहले ही हरे जंगल से कोई अनुभव नहीं लिया था। असल में, वो चेसिंग हेज़ के दर्जे को उपर उठाना चाहता था पर चेन गुओ ने कहा था कि जो मन आये वो करो, इसलिए वो अपने मन की कर रहा था।
वो उठा, उसने एक सिगरेट जलाई, पानी पिया, थोड़ा इधर उधर घूमा और जब वो लौटा तो विकट देव और चेसिंग हेज़ उबर चुके थे। कोठरी में घुसते ही छिपा हुआ सरगना, तुरंत प्रगट नहीं हुआ, इसलिए ये क्सिऊ ने फिर से कोठरी छोड़ दी।
एक दौर में 10 मिनट, तो 1 घंटे में 6 दौर पार किये जा सकते थे। अगर उसने कोठरी पार कर ली, तो उसे हर बार 15 से 20 मिनट लगेंगे, तो वो हर बार काफी समय बचा लेगा। यह तरीका केवल शुरुआती गाँव तक ही आजमाया जा सकता था। शुरुआती गाँव के बाद, कोठरी में एक सीमा थी। 1 दिन में 5 बार, एक दिन में 3 बार, 1 दिन में 1 बार या 1 हफ्ते में 1 बार, हर कोठरी का अपनी अलग सीमा थी।
इस बार ये क्सिऊ ने मदद करने वाली किताब देखी, उन 10 मिनट में। वो लगभग भूल चुका था, शुरुआती दौर के बारे में। हमेशा कोठरी से भाग के किताब देखना भी अच्छी आदत नहीं थी।
10 मिनट बाद, वो हरे जंगल में घुस गया पर छिपा हुआ सरगना अभी भी बाहर नहीं आया था। ये क्सिऊ ने कोई जल्दबाजी नहीं दिखाई और फिर से बाहर निकल गया उस मदद वाली किताब को देखने।
चार बार, पांच बार....
ये क्सिऊ ने यूँ देखा जैसे वो अपना पूरा दिन इसी में बर्बाद कर देने वाला था। जब वो 5 वी बार घुसा तब भी छिपा हुआ सरगना नहीं निकला। अंत में 6 वी बार में सिस्टम ने घोषणा की बागड़ बिल्ला निकल आया था। ये क्सिऊ ने राहत की सांस ली और लड़ने लगा। किताब के अनुसार, जैसे ही चेसिंग हेज़ अंदर घुसी थी, उसका काम वही खत्म हो चुका था और उसे बिना हिले वही दरवाजे पर ही ठहर जाना चाहिए था। पर ये क्सिऊ ने सोचा कि अगर उसे भी आगे ले आये तो उसे भी कुछ अनुभव मिल जायेगा। नतीजतन उसने दोनों को साथ चलाना जारी रखा। पहले उसने चेसिंग हेज़ को एक सुरक्षित जगह पर लाकर खड़ा कर दिया और फिर विकट देव ने उसके आस पास के राक्षसों को मार गिराया, जिससे उसे कुछ अनुभव हासिल हो जाये। पात्रों को दायें बायें बदलता वह काफी व्यस्त था।
सभी मेहमान जो भी आरामगाह से निकलते हुए उसे देख रहे थे, वह सभी आश्चर्यचकित थे।
"भाई, तुम अपने कंप्यूटर पर अकेले खेलो तो ज्यादा बेहतर होगा। दो कंप्यूटर पर एक साथ खेलना, कुछ पागलपन सा नहीं है?"
ये क्सिऊ मुड़ा और हँसा पर वो कुछ बोला नहीं और खेलता रहा। जब तक बागड़ बिल्ला बाहर था, उसे किसी भी बात की चिंता नहीं थी। जिस चीज की ये क्सिऊ को जरूरत थी, वह हर बार 100% गिरती थी, बस मात्रा कम ज्यादा हो सकती थी। अंत में, ये क्सिऊ की किस्मत अच्छी थी और उसे 4 बागड़ बिल्ले के नाख़ून मिले। पहले दौर के दो को जोड़ा जाये तो अब तक उसके पास 6 हो चुके थे। ये क्सिऊ को कुल 8 की जरूरत थी, तो एक और दौर काफी होता।
बागड़ बिल्ले को मारने के बाद, ये क्सिऊ ने खूबसूरती से कोठरी छोड़ दी। वो अभी भी "1 दौर 10 मिनट" वाले तरीके पर कायम था।
पहला दौर कुछ नहीं। दूसरा दौर कुछ नहीं। तीसरे दौर में फिर से किस्मत ने धोखा दिया पर इस बार, सिस्टम से एक संदेश उभर कर सामने आया। उसने उसे देखा और पाया की नीलधारा उसका दोस्त बनना चाहता था। उसे समझ नहीं आया कि वो उसे स्वीकार करे या नकार दे।
नीलधारा? कौन था वो? ये क्सिऊ ने विकट देव के आसपास देखा। उसने इस तरह का कोई नाम नहीं देखा। उसने सोचा की शायद 20 वे दर्जे का खिलाड़ी हरे जंगल में खड़ा है इसलिए ऐसा हो रहा होगा, वो सोच रहा होगा की एक ऊँचे दर्जे का खिलाड़ी उसके साथ दोस्त बन जाये। ये क्सिऊ ने उसे नजरअंदाज कर दिया। अंत में उसने एक अनुरोध और देखा। उसने उसे भी नजरअंदाज कर दिया। फिर एक, फिर नजरअंदाज, फिर एक...
वो लगातार उसकी सिफारिश ठुकराता जा रहा था। 10 मिनट में इस खिलाड़ी नीलधारा ने मित्र बनने के, कुल 18 अनुरोध विकट देव को भेजे।
नजरअंदाज करना नकारना नहीं था। नजरअंदाज किया संदेश, फिर से भेजा जा सकता था। ये क्सिऊ उस खिलाड़ी के दृढ़ प्रतिज्ञा से बहुत प्रभावित हुआ। इसलिए उसने एक संदेश को खोला और उसके अनुरोध को स्वीकार कर लिया।