ये वानवान नींद में नहीं थी, इसलिए उसने झील के किनारे बैठकर चीजों के बारे में सोचा।
वह विचारों में खोई हुई थी, तभी एक अप्रिय पदचाप उसे अपने पीछे सुनाई पड़ी।
एक व्यक्ति बड़बड़ाता हुआ और शपथ लेता हुआ आया और फिर उसके पीछे तिरछी मुद्रा में बैठ गया।
"धिक्कार है, झाओ जिंग झोउ! आप जानवर हैं? एक छात्र को गाली देने के लिए मैं आपकी रिपोर्ट करने, शिक्षा ब्यूरो जा रहा हूं! साइको!"
छोटी झील रात में बहुत शांत थी, इसलिए ये वानवान ने लड़के के सभी शाप सुने।
यह आवाज और इन शापों को सुनकर, बोलने वाला व्यक्ति लिंग डोंग लग रहा था, जिसने उसके साथ, प्रैंक करने के लिए, कक्षा के दरवाजे पर, पानी की बाल्टी लगाई थी, चेंग ज़ू का गॉडब्रदर था।
लगता है कि झाओ जिंग झोउ उसपर अत्याचार कर रहे थे! झाओ जिंग झोउ वास्तव में निराश नहीं हुए - उन्होंने उसे सप्ताहांत पर भी नहीं जाने दिया।
ये वानवान एक बड़े पेड़ की छाया के नीचे बैठी थी, इसलिए लिंग डोंग उसे नहीं देख सकता था। हाँलांकि ये वानवान चांद की रोशनी में लिंग डोंग के मुरझाए हुए चेहरे को बहुत स्पष्ट रूप से देख सकती थी; उसकी आँखों में दो विशाल काले घेरे थे, हाथ में बीयर की कैन और गणित की परीक्षा के प्रश्नपत्रों का एक गन्दा सा ढेर था, जिस पर वह पैर रख कर चल रहा था, जिससे उन सभी पर पैरों के काले निशान पड़ गए थे।
"ये वानवान, बदसूरत सनकी! उसने मुझे बहुत दुखी किया है! बस रुको और देखो! अगर मैं तुम्हें मार न डालूँ तो मेरा नाम लिंग नहीं! लिंग डोंग ने बीयर की कैन को कुचल दिया, उसके चेहरे पर उदासी छा गई।
अपना नाम सुनकर ये वानवान के मुँह के कोने मुड़ गए।
यह मेरी समस्या कैसे है?
सिर्फ इसलिए कि वे मुझे प्रैंक करना चाहते थे और मुझे वह सब, आज्ञाकारी की तरह होने देना चाहिए था?
यह लिंग डोंग बहुत धौंस ज़माने वाला, बहुत ही रौबदार और अविवेकी था। उसके पिता स्कूल के निदेशक थे, इसलिए उसके द्वारा सताए हुए लोग उस चोट को सहन कर लेते थे, यहाँ तक कि टीचर्स भी उसकी ओर से आंखें बंद करके बैठे थे और उसे सुधारने की कोई हिम्मत नहीं करता था।"
यह उसका भाग्य था कि इस बार वह झाओ जिंग झोउ जैसे जिद्दी शिक्षक से टकरा गया था। अगर कोई और होता, तो उसे सिर्फ डांट-फटकार के साथ जाने दिया जाता।
यदि झाओ जिंग झोउ का लक्ष्य वह थी, तो स्कूल में उसके दिन आसान नहीं होंगे ...
"ओह, बदसूरत सनकी, तुमने मुझसे छल करने की हिम्मत की। तुम मेरे साथ गेम खेलना चाहती हो? मैं तुम्हें मौत के मुंह में ले जाऊंगा, चलो देखते हैं कि क्या तुम अब भी इतनी हेकड़ी दिखा सकती हो ..."
लिंग डोंग उसे एक बदसूरत सनकी कहता रहा और नशे में प्रलाप सा करता रहा। जब ये वानवान ने इसका अंत सुना, तो वह और रुक नहीं सकी। इसलिए उसने हल्के से खाँसते हुए कहा, "लिंग डोंग, आपको लगता है कि आपने एक जाल बिछाया, जिसे झाओ जिंग झोउ द्वारा रौंद दिया गया। यह कहीं से भी मेरी गलती, कैसे है?"
"आह-" बिना किसी चेतावनी के अपने पास यह आवाज सुनकर, लिंग डोंग इतना डर गया कि वह बेंच से गिर गया। वापस ऊपर चढ़ने में उसे बहुत समय लग गया। काँपती हुई आवाज के साथ उसने कहा, "धिक्कार है! तुम ... तुम इंसान हो या भूत ?!"
ये वानवान थोड़ी अवाक थी, "जैसे कि तुमने भूत देख लिया हो, ऐसा ही नाटक करो।
"तुम ... तुम ये वानवान हो?" लिंग डोंग उसे ठीक से नहीं देख सकता था, लेकिन जैसे ही उसने आवाज को पहचाना, उसके भाव बिगड़ गए।
उसे कोई आश्चर्य नहीं था कि ये वानवान इतनी रात तक बाहर क्यों थी, लड़के ने तुरंत चिड़चिड़े सुर में बात की, "बदसूरत सनकी! तुमने कैसे कहा! अगर उस दिन क्लास में आने में, तुमने इतना समय नहीं लगाया होता तो मैं इतना दुखी नहीं होता। (मेरा काम बन गया होता)।
मैं तुम्हें बता रहा हूँ, तुम मर चुकी हो! जब तक मैं किंग हे में हूं, तब तक तुम अच्छे दिन की उम्मीद मत करो! मैं तुम्हें मौत का स्वाद चखा दूँगा।
ये वानवान ने अपना माथा रगड़ा, इसे भूल जाओ, इन बच्चों के साथ तर्क-वितर्क क्या करना?
ये वानवान को जाते हुए देखकर, लिंग डोंग बेचैन हो गया। उसने बीयर की कैन उठाई, उसे पकड़ने के लिए डगमगाया और ये वानवान की बांह पकड़ ली, "बदसूरत सनकी, मैंने नहीं कहा कि तुम जा सकती हो! यहीं रुको..."
इससे पहले कि वह अपनी बात खत्म कर पाता, लिंग डोंग ने अचानक अपनी आँखें खोल दीं और उस चांदनी में अविश्वसनीय रूप से सुंदर सा एक चेहरा देखा और हक्का-बक्का रह गया ...