ये वानवान ने सोचा कि शायद वह मौजूदा हालात के बारे में, ज़्यादा ही सोच रही है।
पता नहीं, कि उसके साथ क्या गलत था, पर उसका हाथ पकड़ना बेहतर था, ताकि वह पीछे न छूट जाए।
इतनी बड़ी जगह पर, पीछे छूट जाना और खो जाना बहुत आसान है।
उसका हाथ पकड़ लेने के बाद, सी येहान केवल धीमा हो गया, लेकिन बोला कुछ नहीं और उसे लेकर पुराने घर के चक्कर लगाए।
जब वह दूसरे राउंड के लिए, जाने की तैयारी कर रहा था, तो ये वानवान अब और इसे बर्दाश्त नहीं कर सकी। "सी येहान, मेरे पैर थक गए हैं। क्या हम थोड़ी देर बैठ सकते हैं?"
सी येहान ने उसकी ओर देखा, लगता है कि वह रुकना नहीं चाहता, लेकिन अंत में, सी येहान ने उसे लकड़ी के एक लंबे बेंच पर बैठा दिया।
ये वानवान ने आराम की एक लंबी साँस ली, उसका हाथ छोड़ दिया, अंगड़ाई ली और बुदबुदाई, "दादी माँ सच में बहुत अच्छी हैं। मुझे डर था कि वह मुझे शुरू में एकदम से पसंद नहीं करेंगीं।"
सी येहान ने अपनी खाली हथेली को एक पल के लिए देखा, फिर अपनी निगाह ये वानवान पर टिकाई, "कोई रास्ता नहीं है।"
दरअसल, ये वानवान जानती थी कि उसके अच्छे व्यवहार के अलावा, दादी माँ पर उसकी छाप, सी येहान के कारण ही पड़ी थी। जैसा कि कहा जाता है, जो पेड़ से प्यार करता है, वह उसकी शाखा से भी प्यार करता है।
जब तक ये वानवान वही गलती, दुबारा नहीं करती या सीमा-रेखा को पार नहीं करती, इस बार की मीटिंग सबसे अच्छी रहेगी। बेशक, सी येहान को कुछ स्नेह दिखाने से कुछ तकलीफ़ नहीं होगी।
"अरे हाँ, सी येहान, दादी आपको लिटिल 9 वें कहती हैं और अन्य लोग आपको 9 वें युवा मास्टर क्यों कहते हैं?" ये वानवान ने जिज्ञासा से पूछा।
वह जो जानती थी, उसके अनुसार, सी येहान का एक बड़ा भाई ही था, इसलिए क्या वह लाइन में दूसरे स्थान पर नहीं था?
सी येहान कुर्सी पर झुक गया, ऊपर आसमान के सितारों पर नज़र गड़ाए हुए बोला, "जब मैं छोटा था तब से मैं कमजोर और बीमार रहता हूँ, इसलिए यह भाग्य से बचने का एक तरीक़ा था।
यह सुनने के बाद, ये वानवन समझ गई, "तो यह कारण था। मैंने पहले भी यह कहावत सुनी है। इसलिए आपके परिवार के लोग, आपको 2 वें युवा मास्टर के बजाय 9 वें युवा मास्टर बुलाते हैं, ताकि यमराज, आपकी आत्मा को नहीं ले जा सके, हुंह?"
"हम्म।"
"यह सच है या नहीं, पर सावधान रहना बेहतर है।"
इस सब के बाद भी, सी येहान अभी भी जीवित था और एक ऐसा शैतान बन गया था, जिससे भूत और मनुष्य दोनों डरते थे, वह जीता-जागता नरक का राजा था।
यह कहा जाता था कि सी येहान और उसके पिता पर पहले हमला किया गया था और उसके पिता की मौके पर ही मौत हो गई थी। उस घटना में घायल होने के बाद, वह कभी ठीक नहीं हो पाया था।
यह देखते हुए कि कैसे, सी येहान ने इतनी कम उम्र में इतनी त्रासदी झेली, उसने मुश्किल से अपनी ज़िंदगी बचाई, ऊपर से उसकी अनिद्रा को देखते हुए, ऐसा लगता है कि संभवतः इस धरती पर उसके गिने-चुने दिन ही बचे हैं। इसलिए, यह कोई आश्चर्य की बात नहीं थी कि बड़ी मैडम, उससे अटूट प्यार करती थीं।
अच्छे माहौल के कारण, ये वानवान ने जिज्ञासा से एक वर्जित प्रश्न पूछा, "सी येहान, तुम जैसा एक अच्छा लड़का आसानी से, सो क्यों नहीं सकता?"
ये वानवान ने, सी येहान के जवाब का इंतजार किया, लेकिन कुछ भी जवाब नहीं आया, और जैसे ही उसने सोचा कि वह अतिशय बोल गई थी, उसे अपने कंधों पर भार महसूस हुआ।
उसने अपना सिर घुमाया और देखा कि सी येहान, उसके कंधे पर झुका है, उसकी दोनों आँखें बंद हैं, वह लंबी और शांत साँसें ले रहा था ... वह सो गया था।
"एर ..." ये वानवान की मुखाकृति गहरी हो गई और उसने अपना प्रश्न निगल लिया।
ऐसा लग रहा था कि सी येहान आराम से सो रहा है इसलिए, ये वानवान ज़रा भी नहीं हिली और उसे सोने दिया।
रात सर्द थी और अगर, वह इस तरह सोता रहा, तो उसे ठंड लग जाएगी.....
चिंतित ये वानवान ने ध्यान नहीं दिया कि दो लोग पास ही खड़े थे।
बड़ी मैडम को, एहसास हुआ कि वे दोनों काफी समय से वापस नहीं आए हैं, इसलिए वह उन्हें ढूंढने के लिए, घर के नौकर के साथ आँगन में गई।
सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह थी कि दोनों बच्चे बेंच पर बैठे थे,उनके पोते ने अपनी आँखें बंद कर ली थीं,वह उस लड़की के कंधे पर झुका हुआ था। वह सो रहा था ...
कैसे ... यह कैसे हो सकता है?!