हान सेन, स्वर्गीय पुत्र और उसकी गैंग के साथ कुछ किराये के गुण्डे भी आए थे। यह ग्रुप स्टील आर्मर पड़ाव से पहाड़ों की ओर निकला।
कुछ अच्छा होने की उम्मीद कम थी, पर वे सभी लोग एक अच्छे ईनाम के लिए कोशिश करके देखना चाहते थे।
पहले, अगर हान सेन को शिन हुआन और स्वर्गीय पुत्र ने रोका न होता, तो उसने भी ईनाम के लिए खतरा मोल ले लिया होता।
हान सेन के पास कोई वजह नहीं थी कि ऐसा खतरा ले, पर अब साफ़ था कि स्वर्गीय पुत्र और लुओ शिनयांग उसका इस्तेमाल करना चाहते हैं। हान का मन कर रहा था कि उन दोनों को मार डाले।
हान सेन इसका अंदाज़ा लगाते हुए कि वो लोग क्या करनेवाले हैं, चुपचाप पीछे चलता रहा। लोगों को भर्ती करते समय, गैंग ने कहा था कि वे एक निष्किय प्राणी का शिकार करने जा रहे हैं, और कई साधारण और प्राचीन प्राणी भी होने के कारण उन्हें और लोग चाहिए थे।
हान सेन को इसपर भरोसा नहीं था। किसी निष्किय प्राणी को मारने के लिए, रोज़ की गैंग बहुत काफ़ी थी। स्वर्गीय पुत्र के दर्ज़न भर गुर्गे अकेले निष्किय प्राणी मार सकते थे, और स्वर्गीय पुत्र का तो सवाल ही नहीं था। उनकी कहानी के मुताबिक और किसी की कोई ज़रूरत नहीं थी।
लुओ शिनयांग और लोगों ने ऐसे ही रास्ते में आनेवाले प्राणियों का शिकार नहीं किया, और किराए पर लाए लोगों को थोड़ा मांस दे दिया, जिससे हर कोई खुश हो गया।
ग्रुप को इस मोहीम में छह-सात दिन बीत गए, पर उनका रुकने का कोई इरादा नहीं था। आठवें दिन, उन्होंने पहाड़ों के पास पड़ाव डाला।
पड़ाव से बहुत दूर तक, कोई इन्सान नज़र नहीं आ रहा था। रास्ते में कई अलग-अलग प्राणी मिले ।स्वर्गीय पुत्र और उसकी गैंग ने रास्ते में कई प्राचीन प्राणी मार डाले थे और थोड़ा मांस खाने के लिए भी रखा था।
"लगता है, हम पहुंच गए हैं, पर ये लोग करने क्या वाले हैं?" हान सेन ने कुछ सुना नहीं था, पर सभी के चेहरे संजीदा थे। ये कोई मामूली मोहीम नहीं थी।
उन्होंने पड़ाव में एक दिन आराम किया और अगली सुबह पहाड़ के दर्रे को पार किया। दर्जन मील चलने के बाद,उन्होंने घाटी में एक बहुत ही गहरी और अंधेरी खाई देखी, जिसका तल कोई देख नहीं पा रहा था।
सभी ने मशाल जला ली। गैंग ने किराये के लोगों को आगे लिया और खाई में उनके पीछे चलने लगे।
किराए के लोगों को मालूम था कि अब उनकी जान खतरे में थी और उनके कदम डगमगा रहे थे।
" कितना धीरे चल रहे हो कुत्तों! बाकी के पैसे नहीं चाहिए क्या?" लुओ शिनयांग ने कुछ लोगों पर पीछे से कोड़े बरसाए और चिल्लाया।
उन लोगों ने नीचे जाने की रफ़्तार बढ़ा दी।
हान सेन उनमें से एक था। नीचे चलना ज़्यादा मुश्किल नहीं था, और नीचे पहुंचने तक रास्ते में कुछ नहीं हुआ। नए रंगरूट वापस हंसने-बोलने लगे।
खाई के तल में बहुत अंधेरा था, और सभी को मशाल की ज़रूरत पड़ी। उस बड़ी सी जगह में एक अंडरग्राउंड नदी बह रही थी।
"नदी पार करो और दूसरे छोर पर गुफा में जाओ।" लुओ शिनयांग ने दूसरे छोर की ओर चाबुक से इशारा किया।
"लुओ, मैं तैर नहीं सकता। नदी बहुत गहरी है," एक जवान रंगरूट ने कहा।
"तैरना क्यों है? हमारे पास इंफ्लेटेबल बोट है। रोइंग करके जाओ।" लुओ शिनयांग ने अपनी सवारी की पीठ पर रखा पार्सल खोला, जिसमें सच में इंफ्लेटेबल बोट थी। बोटें फुलाने के बाद, एक में चार से पांच लोग बैठ सकते थे।
गैंग बोट को रोइंग करके पार जाने लगा। पानी की रफ़्तार ज़्यादा नहीं थी , और नीचे की ओर बोट जाने का कोई खतरा नहीं था। दो नावें जल्दी ही नदी के बीच में पहुंच गईं।
अचानक से, छपाक की आवाज़ के साथ पानी से एक काले प्राणी के पाइथॉन जैसे शरीर का आधा हिस्सा ऊपर आया। उसका शरीर किसी बकेट से भी चौड़ा था और चमकदार बारीक काली धारियों से भरा था। उसका मुंह इतना बड़ा था कि किसी बैल को भी निगल लेता।
यहां निगलने के लिए कोई बैल नहीं था। उस विशाल प्राणी ने एक नए रंगरूट को निगल लिया और अपना पूरा वज़न नाव पर डाल दिया। सभी लोग पानी में जा गिरे।
हर कोई डर से वापस पीछे रोइंग कर रहा था। जिन्होंने नाव नदी में नहीं डाली थी, उन्होंने अपनी नावें फेंकी और वापस भागने लगे।
पलक झपते ही दो सबसे तेज भागनेवालों का लुओ शिनयांग और एक दूसरे गुर्गे ने चाकू से सर काट डाला। लुओ शिनयांग ने बाकी लोगों की ओर चाकू दिखाया और चिल्लाया, "यहां एक ही राक्षस है, इसलिए जो उस छोर पर जाता है, वो बच सकता है। और पैसे लेकर भागनेवाले हर किसी को मैं मार डालूंगा। मरना या जीना, तुम्हें चुनना है।"
हर किसी के मन में अब लुओ शिनयांग का खौफ था और वे वापस रोइंग करने लगे।
"कमीनों, तुम लोग इस राक्षस को इन्सान खिलाना चाहते हो।" हान सेन ने मन ही मन बद्दुआ दी। जो लोग पानी में गिरे थे, वे दूसरे छोर पर तैरने की कोशिश करते रहे, पर किसी ने अचानक उन्हें अंदर खींच लिया।
वहां इतना अंधेरा था कि किसी ने नहीं देखा कि उनके साथ क्या हुआ, पर खून की चारों ओर फैलती गंध से हर कोई अंदाजा लगा सकता था।
रंगरूटों में आगे जाने की हिम्मत नहीं हो रही थी, और लुओ शिनयांग ने फिर उन्हें चाकू दिखाकर मजबूर किया। वे नदी में नहीं रुकना चाहते थे, और उन्हें तेज़ी से रोइंग करनी थी।
हान सेन ने रोइंग करते हुए मशाल जला ली। राक्षस अगर पानी से बाहर आ जाता, तो उसे जान बचाने के लिए पवित्र खून का पशु आत्मा कवच बुलाना ही पड़नेवाला था।
राक्षस ने एक ओर नाव गिरा दी, और उसपर बैठा हर कोई चीखने लगा। उसके बाद सिर्फ़ लहरों की आवाज़ आई।
"जीना चाहते हो,तो तेज़ी से रोइंग करो। " हान सेन ने अपनी नाव पर बैठे दोनों लोगों पर चिल्लाया, जो उसे तेज़ी से रोइंग करते देखकर हैरत में थे।
"*** बेजान कलमुंहे।" उसने धीरे से गाली दी।
हान सेन की चीख से दोनों में जान आई और वे तेज़ी से रोइंग करने लगे। बार बार पानी छपकने और चीखने की आवाज़ें आती रहीं। कोई गिनती नहीं थी, कि उस सांपनुमा राक्षस ने कितनों को लपेटा था।