पार्टी के शोरगुल के बीच, एक कोने में रश्मिका और अम्बर एक-दूसरे के साथ बैठकर हंसते-मुस्कुराते हुए डिनर कर रहे थे , अम्बर ने प्यार से रश्मिका के लिए प्लेट में से गुलाब जामुन उठाया और रश्मिका की ओर बढ़ा दिया , रश्मिका ने शर्माते हुए उस गुलाम जामुन का लेती हैं |
अम्बर रश्मिका के होंठों पर गुलाब जामुन का रस लगा देखकर अपने अंगूठे से सफा करके डीप वाॅइस में बोला " बेबी अब मुझ रात में अब अकेले नींद नहीं आती , जल्दी से मेरी बन जाओ , ताकि हम एक बस्तर पर...."
रश्मिका अम्बर के होंठों पर उंगली रख कर बोली " अम्बर मुझे ऐसे डबल मीनिंग वाली बातें बिल्कुल भी पसंद नहीं हैं , तो प्लीज़ मेरे सामने ऐसी बातें फिर मत करना " अम्बर रश्मिका की बात सुनकर मुस्कुराते हुए हां में सिर हिलाता हैं |
वहां बैठे लोगों की नजरें उन पर थी, लेकिन रश्मिका और अम्बर एक-दूसरे में खोए हुए थे , बीच-बीच में अम्बर जोक छोड़ रहा था , जिसके कारण रश्मिका हंस रही थी ,
उनकी केमिस्ट्री इतनी प्यारी और मजबूत लगा रही थी, कि कोई जाल भून कर आग बबूला हो गया था , दक्ष अब भी बार काउंटर पर बैठ कर वाइन ड्रिंक कर रहा था |
डिनर करने के बाद रश्मिका कुछ जाने-माने बिजनेस मैन के साथ खड़ी होकर बिजनेस की बातें कर रही थी , रश्मिका मुस्कान ने सभी को अपनी ओर अट्रैक्ट कर लिया था ,
रश्मिका ने एक मजेदार किस्सा सुनाया, जिससे सब लोग हंस पड़े , उसकी हर बात पर बिजनेस मैन उसकी तारीफ करते हुए सिर हिलाते रहे |
दक्ष एक सांस में वाइन का गिलास खाली करके गुस्से में दांत भींच कर बोला " मफिन को पराए मर्दों के साथ चिपकने का पड़ा शोक हैं ना , अब मैं बताओगा मेरी बात के खिलाफ जाने का क्या नतीजा होता हैं " दक्ष की आंखें में जुनून और गुस्से के मिले जुले भाव मौजूद थे |
वही अम्बर जो इस वक्त एक फोन कॉल करने के लिए पार्टी हाॅल से बाहर चला गया था, वही दक्ष अपनी जगह से खड़ा होता हैं , और रश्मिका की और बढ़ जाता हैं , रश्मिका उन बिजनेस मैन से हंस - हंस कर बात कर रही थी ,
तभी वहां दक्ष आता हैं , और रश्मिका की नाज़ुक कलाई पकड़ कर उसे खींचते हुए अपने साथ ले जाता हैं , वहां मौजूद लोगों दक्ष को रोकने की हिम्मत नहीं रखते थे |
दक्ष के चेहरे पर गुस्से की लकीरें साफ झलक रही थीं, उसकी आँखों में चिंगारियां चमक रही थीं , रश्मिका दक्ष से हाथ छुड़वाने की कोशिश करते हुए धीमी आवाज़ में बोली "Mr. Sanyal how dare you hold my hand, let go of my hand, I don't want to create any drama here "
दक्ष रश्मिका को पार्टी हाॅल से बाहर ले जाते हुए धीमी मगर खतरनाक आवाज़ में बोला " If you don't want people at the party to know about our one night stand, then keep walking with me quietly "
दक्ष की धमकी सुनकर रश्मिका डर जाती हैं , रश्मिका कोई आम लड़की नहीं थी , वो टैक्सटाइल बिजनेस किंग मिस्टर अभिनंदन मेहरा की मंजली बेटी थी , वो देश के रिस्पेक्टफुल लोगों में से एक थे ,
अगर ये वन नाइट स्टैंड वाली बात बाहर आई, तो मेहरा फैमिली की इज्ज़त और बिजनेस दोनों पर बहुत बुरा असर पड़ता |
रश्मिका चुपचाप दक्ष के साथ चलती रहती हैं , रश्मिका को अंदर ही अंदर बहुत डर लग रहा था , पर वो अपने डर को अपने चेहरे पर नहीं आने दे रही थी |
वही होटल की पार्किंग एरिया में कुछ परछाई धीमे-धीमे हिल रही थीं, काले कपड़ों में चार गुंडे अपनी गाड़ी के पास खड़े होकर एक सिगरेट के धुएं में छिपी साजिश को अंजाम देने की प्लानिंग बना रहे थे, उनके चेहरों पर चिंता नहीं, बल्कि एक खौफनाक मुस्कान थी, मानो वह शिकार को पकड़ने का इंतजार कर रहे हों |
उन गुंडों में से एक जो उनका लीडर लग रहा था, धीरे से बोला " रश्मिका अभी होटल से बाहर आएगी, उसे देखते ही हम उसे घेर लेंगे , अगर कोई बीच में आया , तो उसको जान से मार देना हैं,
आज कोई गड़बड़ नहीं होनी चाहिए " दूसरा गुंडा बोला " बस हमें सही मौके का इंतजार करना है " तीसरा गुंडा इधर-उधर देखता हुआ बोला " लेकिन हमें जल्दी करना होगा, कहीं कोई गार्ड या पुलिस वाला इधर न आ जाए "
दक्ष का चेहरा गुस्से से लाल हो रहा था, उसकी आँखों में आग की लपटें साफ़ दिखाई दे रही थीं , मासूम रश्मिका उसके पीछे-पीछे घबराई हुई चल रही थी , वह समझ नहीं पा रही थी कि ऐसा क्या हुआ जो दक्ष इतने गुस्से में है , रश्मिका डर से कांपते हुए धीमी आवाज़ में दक्ष से पूछती हैं " मिस्टर सान्याल लीव माए हैंड "
लेकिन दक्ष बिना कुछ कहे उसे खींचते हुए आगे बढ़ता रहा, उसका हाथ रश्मिका के हाथ पर कसकर पकड़ा हुआ था, जैसे वो उसे कहीं दूर लेकर जाना चाहता हो, रश्मिका के चेहरे पर दर्द की लकीरें उभर आईं, लेकिन वो कुछ कहने की हिम्मत नहीं जुटा पाई |
लिफ्ट के पास पहुँचते ही दक्ष ने जोर से बटन दबाया, मानो उसके अंदर का गुस्सा उसी बटन पर उतर रहा हो, लिफ्ट के दरवाजे खुलते ही, उसने रश्मिका को अंदर खींच लिया, रश्मिका का दिल तेज़ी से धड़कने लगा, उसकी आँखों में आँसू छलकने लगे थे |
लिफ्ट के बंद होते ही, रश्मिका ने दक्ष से धीरे से कहा " " प्लीज़ लीव मी " दक्ष ने एक गहरी सांस ली और अपनी मुठ्ठी कसते हुए बोला " श्श्श्श्श्श्श.... मुझे कुछ नहीं सुना " रश्मिका का चेहरा सफेद पड़ गया, वो पूरी तरह से डर हुई थी ,
उसने कभी सोचा भी नहीं था कि ऐसा दिन आएगा ,उसने हिम्मत इक्विटी करके डरते-डरते कहा " मिस्टर सान्याल ये मिसअंडरस्टैंडिंग हैं , हम वो लड़की नहीं हूॅं "
दक्ष की आँखों में गुस्सा कम होने का नाम नहीं ले रहा था , वो अपने गुस्से को काबू नहीं कर पा रहा था, उसने लिफ्ट के बटन को एक बार फिर जोर से दबाया, मानो वो गुस्से को किसी तरह बाहर निकालना चाहता हो, लिफ्ट धीरे-धीरे ऊपर जा रही थी, और दोनों के बीच एक अजीब सी चुप्पी फैल चुकी थी |
लिफ्ट जब होटल के टॉप फ्लोर पर पहुंच गई, दक्ष अपनी लाल आंखों से एक नज़र डर से कांप रही रश्मिका को देखता हैं , और लिफ्ट का एक बटन प्रेस करता हैं , जिससे लिफ्ट वही स्टाप हो जाती हैं , जब तक दूसरी बार बठन प्रेस नहीं होगा , लिफ्ट फिर से शुरू नहीं होगी , रश्मिका दक्ष से कुछ कहने की कोशिश कर ही रही थी |
तभी दक्ष रश्मिका को लिफ्ट की दीवार से सट कर गुस्से में दांत भींच कर बोला " मफिन तुमने उस आदमी से अपनी इंगेजमेंट क्यों नहीं तोड़ी ? रश्मिका अपनी नीली आंखों से दक्ष को देखते हुए बोली " ह.....हम.....आ...प..आप के कहने पर अपने फिआंसे को क्यों छोड़े , हु आर यू ?"
रश्मिका की बात सुनकर दक्ष का गुस्सा एक लेवर और ऊपर पहुंच जाता हैं , और वो सीधे रश्मिका के पैरों के बीच देखते हुए बेशर्मी के साथ बोला " मैं वहीं हूॅं , जिसने तुम्हारे समुद्र की गहराइयों को पुरी रात नाप हैं , अब तुम्हें पता चला , हु आई एम ?"
दक्ष की बात सुनकर रश्मिका अपना चेहरा दूसरी तरफ करके गुस्से में बोली " छी..... आप कितने बेशर्म हैं , आप जरा भी शर्म नहीं आती , एक लड़की के सामने ऐसी बातें करते हुए " दक्ष रश्मिका की चिन पकड़ कर अपने तरफ करके कोल्ड वॉइस में बोला " muffin When you can lie even after having fun with me the whole night, then why can't I tell the truth "
दक्ष रश्मिका के चिन पर बाइट करता हैं , रश्मिका सिसक उठती हैं , दक्ष रश्मिका की आंखों में देखकर बोला " मेरे समझने के बाद भी उस आदमी के साथ पार्टी में आ गई , और उसके साथ यहां अय्याशी कर रही हो , और पार्टी में आए दूसरे मर्दों को भी रिझा रही हो , तुम दक्ष सान्याल की प्रॉपर्टी हो , कोई बाजा...."
चटके..." How dare you say such nasty things about me?" रश्मिका ने गुस्से के कारण कांपते हुए बोली , वही दक्ष का चेहरा एक तरफ झुका गया था , अपना एक हाथ उसके गाल पर था , दक्ष उस ही हल में सांप की तरह फुंकारते हुए बोला " You will have to pay the price for this slap "
दक्ष की बात सुनकर रश्मिका बुरी तरह से डर गई थी, क्योंकि इस वक्त दक्ष किसी शैतान से काम खतरनाक नहीं लग रहा था , दक्ष सीधा खड़ा हो कर रश्मिका के करीब आ जाता हैं |
रश्मिका दक्ष के सीने पर हाथ रखकर, उसे खुद से दूर करते हुए कांपती आवाज़ में बोली " आप को क्यों एक छोटी सी बात समझ नहीं आ रही , हम वो लड़की नहीं हैं, प्लीज़ हमारा पीछा छोड़ दीजिए , प्लीज़..."
दक्ष रश्मिका की बात सुनकर अपने एक हाथ से उसके दोनों हाथों को उसके सिर के ऊपर करके अपने सख्त होंठ उस के नरम होंठों से जोड़ देता हैं , और रश्मिका को रफली किस करने लगता हैं |
दक्ष किस से ज्यादा बाइट कर रहा था , जिस वजह से रश्मिका की आंखों में नमी उतर आई थी , रश्मिका की दर्द भरी आहें किस के कारण उसके मुंह में दबा कर रहा गई थी |
दक्ष के हाथ गुस्से में रश्मिका की कमर को मसल रहे थे , दक्ष की छुवान से रश्मिका बेचैन हो उठी थी , रश्मिका अपना चेहरा दूसरी तरफ करने की कोशिश करती हैं , तो दक्ष रश्मिका को लिफ्ट की दूसरी दीवार से सट देता हैं |
दक्ष एग्रेसिव होकर रश्मिका को किस के जरिए अपनी बात ना मानने की पनिशमेंट दे रहा था , दक्ष के अपने एक हाथ को रश्मिका के पेट से सरकते हुए नीचे की ओर ले जा रहा था |
रश्मिका अपने सेंसेटिव एरिया पर दक्ष की उंगलियो के हल्के से टच को ही महसूस करके अपनी तितली जैसी आंखों से आंसू बहने लगती हैं , रश्मिका को ये बस जर भी अच्छा नहीं लग रहा था , रश्मिका खुद को दक्ष की पकड़ से छुटने के लिए अपनी बाॅडी को यहां-वहां मूव करने लगती हैं , ताकि दक्ष की पकड़ से वो छुट जाए "
दक्ष अपना हाथ वापस ऊपर की ओर ले आता हैं , 20 मिनट की पेन फूल किस के बाद दक्ष रश्मिका से दूर हो कर कोल्ड वॉइस में बोला " अगली बार अगर मेरी बात ना मानने की गुस्ताखी की तो सज़ा और भी सख्त होगी , अंडरस्टैंड "
रश्मिका लम्बी - लम्बी सांसे ले रही थी , और अपनी सांसो को संभाल रही थी , जिसकी वजह से उसके उभार मूव हो रहे थे , और दक्ष बेशर्मी की तरह एक टक वही देख रहा था , दक्ष की आंखों में गुस्से के अलावा कोई इमोशंस नजर नहीं आ रहे थे |
दक्ष हल्का सा झुक कर रश्मिका के उभारों पर लाइट किस करके दूर हो जाता हैं , रश्मिका दक्ष की इस हरकत को देखकर डर कर उससे कुछ कदम दूर हो जाती हैं |
दक्ष अपने लोअर लिप पर अंगूठा घूमते हुए बोला " अगर अगली बार किसी पराए मर्द के आस -पास दिखी , तो तुम्हारे लिए अच्छा नहीं होगा " दक्ष की गुस्से से लाल आंखें देख कर रश्मिका डर के मारे अपनी आंखें बंद कर लेती हैं ,
और हां में सिर हिलाती हैं , दक्ष तिरछी मुस्कान मुस्कुराते हुए बोला " गुड " दक्ष लिफ्ट का ओन बटन प्रेस करता हैं , और लिफ्ट नीचे की और जाने लगती हैं , वही रश्मिका खुद को कोस रही थी , वो उस दिन अपनी फ्रेंड्स के साथ डिस्को क्यों गई |
दक्ष का जुनून क्या मोड़ लेगा ? जाने के लिए पढ़ते रहिए.....
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