कहानी अब तक-
Present time
अभिक से मुलाकात के बारे में सोचते हुए इरा के माथे पर पसीना आ गया था। और आज की अभिक की हरकत के बारे में सोच वो डर से काँप भी रही थी। उसे अभिक का जबरदस्ती किस करना याद आ रहा था। इरा सुबकते हुए " मैं अब उनसे कभी नहीं मिलूँगी। " बोल उसने अपना चेहरा पिल्लो में छुपा लिया और रोते हुए ही कब उसकी आँख लग गयी उसे भी पता नहीं चला।
अब आगे-
रात का वक़्त -
आरोही अपने रूम में बेड पर अपने teddy को गोद में लिए बैठी थी और वो अपनी ही सोच में गुम थी। तभी आरोही के फोन पर एक notification आया। आरोही ने बेमन से अपना फोन उठा चेक किया तो उसमें किसी का msg आया आया हुआ था। -
" आ रहा हूँ baby कल तुमसे मिलने तो अच्छे से तैयार रहना। " और msg के साथ send करने वाले शख़्स ने devil emoji भी 👿👿 भेजी थी।
आरोही अच्छे से जानती थी ये msg किसका था और इसका क्या मतलब था। इसलिए msg पढ़ उसका मन और भी खराब हो गया और आँखे नम हो गयी।
" कहते है किसी के साथ अच्छा करो तो भगवान हमारे साथ कभी बुरा नहीं करते। पर यहाँ तो मेरे साथ सब कुछ बुरा ही हो रहा है।
मैने तो सिर्फ help की थी पर क्या पता था मैं इतनी बुरी situation में फंस जाऊँगी। हे भगवान् अब मैं क्या करूँ। काश मैं उस devil की नजरों में कभी आती ही नहीं।... कल वो लोग आ रहे है और अगर ये रिश्ता पक्का हो गया तो तुझे उससे कोई नहीं बचा सकता आरोही। " सोचते हुए आरोही काफी परेशान हो गयी और उसने अपने हाथ अपने चेहरे पर रख अपनी आँखे बंद कर ली।
आरोही वैसे ही बैठी थी की तभी किसी ने आरोही का नाम पुकारा। उस आवाज़ को सुन " जी आयी " बोल आरोही बेमन से उठी और नीचे चली गयी।
आरोही नीचे गयी तो dinning table पर एक औरत खाना लगा रही थी। और वहीं चेयर पर एक 50 -52 साल के एक आदमी बैठे थे। जिनका नाम धनराज था। और औरत का नाम सरोज था। ये couple इरा और आरोही के parents थे।
आरोही ने अपने parents को देख एक नकली मुस्कान अपने होठो पर सजाई और उनके पास चली गयी तभी धनराज जी ने प्यार से आरोही से कहा।
" आओ बैठो बेटा dinner करो। और इरा कहाँ है सुबह के बाद से दिखी नहीं। उसे भी बुलालो dinner के लिए " ।
"जी papa. इरा शायद अपने रूम में होगी। मैं अभी बुलाकर लाती हूँ उसे। " अपने पापा की बात सुन आरोही ने कहा और इरा को बुलाने के लिए सीढ़ियों की तरफ बढ़ गयी।
आरोही जैसे ही इरा के रूम में गयी तो उसकी नजर बेड पर औंधे मुह लेटी हुई इरा पर गयी जिसने pillow में अपना चेहरा घुसा रखा था और बिना ब्लैंकेट के ही सोई हुई थी। आरोही ने इरा को ऐसे सोते देख ना में गर्दन हिलाई और उसके पास जाते हुए बड़बड़ाई-
" ये लडकी भी ना। सारे उल्टे काम करती है। शाम के time पर सो रही है फिर रात को मुझे आकर बोलेगी दी नींद नहीं आ रही। चलो movie देखते है। . .. और सो भी कैसे रही है बिना blanket के और pillow को सिर की जगह चेहरे पर लगाया हुआ है। पागल लडकी। " बोल आरोही उसे उठाने लगी।
" इरा उठो, इरा रात हो गयी है dinner करलो चलो। " बोलते हुए आरोही ने जैसे ही इरा को हाथ लगाया तो हैरान रह गयी क्योंकि इरा की body काफी गर्म थी। उसे fever आ गया था।
" O no इसे तो बहुत तेज fever है। " आरोही ने कहा और अपने माँ पापा को आवाज़ लगाई।
आरोही की आवाज़ सुन सरोज और धनराज जी जैसे ही रूम में आये तो इरा को इतना तेज fever देख वो लोग भी काफी परेशान हो गए। इरा के पापा ने जल्दी से doctor को call किया।
थोड़ी देर बाद-
इरा के parents और आरोही वहीं रूम में खड़े थे और doctor इरा को चेक कर रहे थे। तभी doctor खड़े हुए और इरा के पापा को देखते हुए बोले-
" आपकी बेटी को काफी तेज fever है लेकिन घबराने वाली कोई बात नहीं है। इस मौसम में कभी - कभी ऐसा हो जाता है। आप बस इनके खाने- पीने का ख्याल रखिये और इन्हे medicines time पर दे दीजियेगा। " बोल doctor वहाँ से चले गए।
Doctor के जाने के बाद सरोज जी इरा के पास आयी और उसके सिर पर हाथ फेरने लगी। और फिर उसे अच्छे से ब्लैंकेट ओढ़ा कर वो तीनों रूम से बाहर निकल गए।
इसी वक़्त दूसरी तरफ-
एक black sports car आ एक mansion के आगे रुकी। उस car से अभिक अपने पूरे attitude के साथ बाहर निकला और car की keys को अपनी उंगलियों में घुमाते हुए बिना अपने आस- पास ध्यान दिये हॉल में आया और सीढ़ियों की तरफ जाने लगा। अभिक अभी अपना पहला कदम सीढ़ियों पर रखता कि तभी उसके कानों में किसी की भारी आवाज पड़ी ।
"स्टॉप अभिक"।यह आवाज सुन अभिक के कदम अपनी जगह रुक गए और उसने पीछे पलट कर देखा तो वहां एक 27- 28 साल का एक शख्स सोफे पर एक पैर पर दूसरा पैर चढाये बिल्कुल स्टाइल से बैठा हुआ था ।
उसके फैसियल फीचर्स भी काफी sharp थे और उसका aura भी बिल्कुल अभिक की तरह ही लग रह रहा था। अभिक ने जैसे ही उस शख्स को देखा तो वह बिना किसी एक्सप्रेशन के-
ऋत्विक तुम यहां क्या कर रहे हो और तुम abroad से वापस कब आए। " बोलते हुए अभिक ने उसे शख्स की तरफ अपने कदम बढ़ा दिए। वहीं अभिक को खुद की तरफ आता देख वह शख्स जिसका नाम ऋत्विक था वह भी सोफे से खड़ा हो गया और अपने पैंट के पॉकेट में हाथ डाल बिना किसी एक्सप्रेशन के बोला-
"अभी 2 घंटे पहले वापस आया हूं मैं और आते ही मुझे यहां आना पड़ा क्योंकि तुम dad की बातों का कोई जवाब नहीं दे रहे थे" ऋत्विक की बात सुन अभिक ने कुछ नहीं कहा और उसके सामने आ खड़ा हो गया। दोनों ने एक नजर बिना किसी एक्सप्रेशन के एक दूसरे को देखा और फिर दोनों गले लग गए।
तभी अलग हो अभिक सोफे पर बैठता हुआ बोला-
" तुम अभी आये और आते ही dad ने तुम्हे यहाँ भेज दिया मेरी खोज ख़बर लाने के लिए। ये dad भी ना। इनका कुछ नहीं हो सकता। .. मुझे भी कितनी बार call कर चुके है सुबह से। " अभिक ने boring लहजे में कहा तो उसकी बात सुन ऋत्विक भी सामने पड़े सोफे पर बैठता हुआ बोला-
" अभिक don't react like this. तुम अच्छे से जानते हो अगर तुमने पहले ही dad को बता दिया होता की कहाँ हो और सिंघानिया mansion कब तक आओगे तो dad ना ही तुम्हे बार- बार call करते और ना ही उन्हे मुझे यहाँ भेजने की जरूरत पड़ती तुम्हे लाने के लिए। "
I am not a child ऋत्विक जो कहीं गायब हो जाऊँगा। In fact मैं तो दूसरों को गायब करता हूँ और ऐसे करता हूँ की फिर उस इंसान का नामोनिशां तक धरती पर नहीं मिलता। " बोल अभिक ऋत्विक को देखते हुए टेढ़ा मुश्कुराया और लापरवाही से सोफे पर सिर टिका कर बैठ गया।
अभिक की बात सुन ऋत्विक ने उसे घूरते हुए सर्द आवाज़ में बोला-
" मैं अच्छे से जानता हूँ की तुम क्या हो और क्या करते हो। ये तुम्हे मुझे बताने की जरूरत नहीं है और तुम बच्चे नही हो लेकिन सिंघानिया खानदान के बेटे जरूर हो इसलिए उस घर के प्रति भी तुम्हारे कुछ फर्ज है।
...(फिर एक पल रूक) - और हाँ इस बार मुझे dad ने यहाँ नहीं भेजा है बल्कि दादी ने भेजा है तुम्हे लाने के लिए। दादी और मोम तुम्हे काफी याद कर रही थी क्योंकि तुम पिछले एक हफ्ते से सिंघानिया mansion नहीं आये हो। इसलिए दादी ने मुझे strictly कहा है की मैं तुम्हे लेकर ही आऊँ और तुम अच्छे से जानते हो की मैं उनकी बात नहीं टालता हूँ इसलिए मैं तुम्हे ले जाने आया हूँ। "
अब खड़े हो और चलो चुपचाप मेरे साथ। " ऋत्विक ने सर्द आवाज़ में कहा तो अभिक ने आगे कुछ नहीं बोला और सोफे से खड़े हो -
" मैं change करके आता हूँ " बोल अभिक सीढ़ियों की तरफ बढ़ गया।
वहीं अभिक के जाने के बाद ऋत्विक ने अपना फोन निकाला और उसमें किसी की फोटो देखने लगा। फोटो देखते हुए ऋत्विक के फेस पर एक devil smile थी।
" तुमने गलत किया baby. उस दिन तुम्हे वो सब नहीं करना चाहिए था। अब इसकी कीमत तो तुम्हे चुकानी ही पड़ेगी " बोल ऋत्विक उस फोटो को गौर से देखने लगा।
तभी अभिक उपर से change कर के आया और ऋत्विक को देखते हुए-
" चले bro. "
ये सुन ऋत्विक उठा और दोनों भाई बाहर निकल car में बैठ सिंघानिया mansion की तरफ निकल गए।
हाँ ऋत्विक और अभिक दोनों भाई थे।
Done.
तो किसकी थी ये आवाज़?
क्यों थी आरोही इतनी परेशान? और किस बारे में बात कर रही थी वो? किसका msg आया था उसे?
किसकी फोटो देख रहा था ऋत्विक?
क्या सच में इरा अब अभिक से नहीं मिलेगी।
जानने के लिए पढ़िये " सनक: मोहब्बत और जुनून "