राजीव सोचते हैं कि "अरे बाप रे ! इन्होंने टॉप हाई ग्रेड की हथियार को, ऐसे जमीन पर थूक दिया जैसे कोई व्यक्ति सुबह सुबह मुंह साफ करने के लिए अपनी मुंह में पानी लेकर कुल्ला कर देता है ।
आखिर ये सीनियर हैं क्या चीज़ जो उनके लिए इसकी कोई कीमत ही नही है ।
अक्षत दोनों को हाथ से आगे चलने का इशारा करते हुए कहता है "वामिका और अंकल आप अंदर चलिए, कुछ चाय वगैरा पी लीजिए ।"
वामिका हां करती है, यहां घर आए गेस्ट का ऐसे ही वेलकम किया जाता है, चाय या फिर सुगंधित हर्ब्स का काढ़ा देकर ।
राजीव कहते हैं "सीनियर, यह अच्छा रहेगा कि आप मुझे ओल्ड राजीव बुलाए, यह आपको आसान रहेगा ।"
अक्षत सोचता है क्या ओल्ड राजीव बुलाऊं, और यह आसान रहेगा, कहीं इनके दिमाग का तार हिल तो नही गया है, अरे इससे अच्छा तो अंकल कहना ही ठीक था ।
और यह इतने भी ओल्ड नहीं हुए हैं, जो उन्हें मैं ओल्ड कहूं, और मुझे ये सीनियर क्यों बुला रहे हैं, क्या मैं इनसे बूढ़ा दिखता हूं, इन्होंने तो मेरा अपनी बेटी के सामने इंप्रेशन ही खराब कर दिया, खैर छोड़ो उन्होंने जो कहा अब से मैं वही बुलाऊंगा ।
इतने में टॉमी आकर वह टूथपिक उठा कर वहां बगल में रखे टोकरी में रख देता है, यह टोकरी अक्षत कूड़ेदान के रूप में प्रयोग करता है, इतना करने के बाद टॉमी जीभ निकाल कर अक्षत को ऐसे देख रहा था, की मानो उसने बहुत ही अच्छा काम किया हो ।
यह होते राजीव बस एकटक देखे जा रहा था, अक्षत हंसते टॉमी को शाबाशी देते हुए कहता हैं "यह मेरा डॉगी टॉमी है, इसे साफ सफाई काफी पसंद है ।"
राजीव का ध्यान अब तक टॉमी पर नहीं गया था, वो तो बस उस टॉथपिक को ही देखे जा रहे थे, और जैसे ही वो टॉमी को देखते हैं, तो उनके दिमाग के तार ही हिल जाते हैं, क्योंकि टॉमी मार्शल लेवल 9 के ऊपर का बीस्ट था ।
जो कि वो अच्छे से देख ही नहीं सकते थे कि वो कितने लेवल पर था, लेकिन जो भी हो टॉमी के लेवल के ही प्रेशर से राजीव की जान जा सकती थी, इसलिए उसे देख कर तो राजीव घबरा जाते हैं ।
लें न वो जल्द ही अपने आप को संभाल लेते हैं, आखिर वो सेक्ट लीडर जो ठहरे, ऐसे सिचुएशन में अपने आप को संभाल कर रखने का उन्हे अच्छा एक्सपीरियंस था ।
वो सोचते है की ये कैसा नाम है टॉमी, लगता है यह उनकी दुनिया में ऐसा ही नाम चलता होगा ।
अक्षत दोनों को अंदर ले आता है, बाहर एंट्रेंस से देखने पर घर काफी छोटा लग रहा था, लेकिन अंदर से काफी बड़ा है, राजीव वहां का सब नजारा देखने लगते है ।
उनकी नजर एक पेड़ पर लगे फूलों पर जाती है, और वो बड़बड़ाते हैं "यह वास्तव में पर्पल सूर्य फुल है, वो भी हाई क्वालिटी की और यह छोटा तालाब तो पूरे एनर्जी से भरी पड़ी है, ऐसा लगता है कि यह कोई तालाब नहीं बल्कि एनर्जी का पूल है ।"
"यह पूरा बगीचा तो ऐसे सजाया गया है, जैसे की कोई स्वर्ग हो ।"
अक्षत तो राजीव का चेहरा देखता है, और मन ही मन मुस्कुराता है और सोचता है यह गार्डन मैं बड़ी मेहनत से तैयार किया है, इसमें मैं ने अपनी सारी पृथ्वी वाली डिजाइन और भी कई चीजों का ध्यान रखा है, तो इस ओल्ड राजीव का तो ऐसे होना ही था ।
अक्षत कहता है "ओल्ड राजीव, क्या आप जानते हैं गार्डन डिजाइन और आर्किटेक्चर को, आपका क्या सोचा है मेरे इस गार्डेनिंग के बारे में ?"
राजीव अब सोचने लगता है कि सीनियर यहां एक मामूली इंसान की तरह रह रहे हैं, इसलिए मुझे भी एक मामूली इंसान की तरह ही जवाब देना चाहिए, नहीं तो शायद वो मुझे पसंद न करें ।
मैं इन्हें यह नहीं कहूंगा, कि यह सभी चीज जो उन्होंने गार्डन की है, वह सब एक फॉर्मेशन के कोर की तरह काम कर रहे हैं, जो यहां एक अदृश्य कवच बना रहे हैं, और यह तालाब जिस जगह पर है वो उस कवच को चलने के लिए पर्याप्त रूप से एनर्जी दे रही है, और यह पर्पल सूर्य फुल के पेड़ हवा में फैली हुई एनर्जी को यहां एकत्रित कर रहे हैं ।
जिससे कि यहां एनर्जी की भरमार है, राजीव कहते हैं "यह घर काफी अच्छे से बना है, ये आंगन काफी सुंदर है, और यह पेड़ सही जगह पर लगाया गया है ।"
[फॉर्मेशन एक प्रकार का अदृश्य एनर्जी की दीवार होता है, फॉर्मेशन किसी को मारने के लिए भी बनाई जा सकती है, और अपने बचाव के लिए भी, फॉर्मेशन के कई रूप होते है, ये दीवार की तरह भी काम करता है, और धुंध की तरह भी, इसे बनाने के लिए फॉर्मेशन फ्लैग या सपोर्ट की जरूरत होती है, और चलाने के लिए एनर्जी की जरूरत, ये ठीक बिलकुल टेंट की तरह होते है, जहां उसके सभी खंभे फ्लैग या सपोर्ट होते हैं, और आधार उसका कोर होता है, जिससे की फॉर्मेशन को कंट्रोल किया जा सकता है ।]
अपने पिता को यह नासमझी वाली बातें करते सुन कर वामिका अपना चेहरा ढक लेती है, अक्षत तो पहले उन्हे हैरान होकर देख रहा था, और फिर वो हंसने लगता है ।
वो अब कहता है "आप दोनों अंदर चलिए, चलिए हम चाय पीते हैं ।"
वामिका अपने पिताजी का हाथ पकड़ लेती है, अक्षत सोचता है "ओल्ड राजीव एक साधारण किसान है, लगता है मैं ने उनसे कुछ ज्यादा ही एक्सपेक्ट कर लिया था, भला उन्हें डिजाइंस और आर्किटेक्चर के बारे में क्या ही पता होगा ?"
अक्षत उन दोनों को भीतर लाता है, और दोनों को चाय बना कर देता है, उसमें उसने कई प्रकार की हर्ब्स और फूलों का प्रयोग किया था, जिसके वजह से उसकी खुशबू पूरी आंगन में घूम रही थी, और राजीव के मुंह से निकलता है "वाह! क्या खुशबू है इसकी ।"
और वो चाय पीने लगते हैं, जैसे ही राजीव ने वो चाय पी उनके मुंह से निकला "लाजवाब क्या चाय है ! आज से पहले मैं ने ऐसी चाय नहीं पी थी ।"
और तभी उन्हें अपने शरीर में कुछ महसूस होता है, और वो सोचते हैं इस चाय में इतनी शुद्ध एनर्जी एकदम साफ रूप में थी, यह तो काफी भयानक है, और इसमें इतनी शक्ति है कि यह मेरे पूरे शरीर में फ्लो कर रही है, पूरे नाड़ियों में बह रही है, मैं इसे अच्छे से महसूस कर पा रहा हूं ।
क्या यह मेरे आंतरिक रूप से लगे चोटों को ठीक कर रही है, और पुराने घाव को भी, यह चाय नहीं अमृत है अमृत, यह तो चमत्कार हो गया, इसने तो मेरी कल बैटल में लगी चोटें ही ठीक नहीं हो गई, बल्कि कई पुराने छोटे भी ठीक हुई ।
जिसके इलाज के लिए मैं ने कितने बड़े बड़े डॉक्टर को दिखाया था, राजीव कहता है "सीनियर अक्षत आपकी चाय बहुत ही लाजवाब है, यह टेस्टी नहीं सुपर टेस्टी है ।"
तभी अक्षत उनके कप में और चाय डाल देता है, राजीव उसे इसके लिए धन्यवाद करते है, उन्हे नही लगा था की उन्हे चाय दोबारा से मिल जाएगी ।
राजीव वामिका की तरफ देखने लगते हैं, और सोचते हैं कि क्या वामिका ने पहले ही चाय पी ली, देखने से लग रहा है पीने के बाद से ही उसकी आत्मा और भी स्थिर हो गई है ।
इस समय वामिका का चेहरा लाल पड़ गया था, वो अजीब सी हरकतें कर रही थी, वो अपने आत्मिक क्षेत्र में पहुंच गई थी ।
आत्मिक क्षेत्र वो जगह होती है, जहां शरीर की आत्मा रहती है, कल्टीवेटर दो प्रकार से कल्टीवेशन करते हैं, एक शरीर की और दूसरी आत्मा की और कई कल्टीवेटर दोनों की करते हैं ।
शरीर की कल्टीवेशन को कई लेवल में है, जैसे मार्शल लेवल और आत्मा का लेवल कल्टीवेशन थोड़ा अलग है, उसमें जिसका जितना ऊंचा कल्टीवेशन होगा उसका उतना ही बड़ा आत्मिक क्षेत्र होगा ।
इस आत्मिक क्षेत्र की खासियत यह होती है, कि इसमें आने वाले सभी अटैक अपने आप ही खत्म हो जाते हैं, और यही क्षेत्र वामिका का अब तक जो 1 इंच था, वह बढ़ कर अब 12 इंच हो गया था ।
जो कि किसी मार्शल लेवल 7 के कल्टीवेटर के लिए थोड़ा मुश्किल था, या कहें की बहुत ही मुश्किल था, क्योंकि ऐसे कर पाने वाले लोग बहुत कम होते थे, ऐसा सिर्फ वही कर पाते थे जो आत्मा कल्टीवेशन करते थे ।
लेकिन वामिका तो बॉडी कल्टीवेशन करती थी, इसलिए ही वामिका का चेहरा लाल हो गया था और वो अजीब सी हरकतें कर रही थी, ऐसा लग रहा था की वो अपने आत्मिक क्षेत्र को स्टेबल कर ही नही पा रही थी ।
उसके मुंह से निकलता है "आपकी कल्टीवेशन लेवल क्या है?"
अक्षत उसकी बात सुन कर थोड़ा नर्वस होते हुए कहता है "अच्छा वामिक क्या तुम्हारे पास कल्टीवेशन जांचने की शक्ति स्टोन है ।"
उसकी यह बात सुन कर वामिका अपने आत्मिक क्षेत्र से बाहर आ जाती है, उसके पसीने छूट रहे थे, वो सोचती है मैं न जाने अभी और क्या करने वाली थी, जिसे शायद फिर से वो मुझे माफ नहीं करते, वो तो अच्छा हुआ की सीनियर ने आवाज लगाकर मुझे आत्मिक क्षेत्र से बाहर बुला लिया, उन्होंने मुझे जरूर देख लिया होगा कि मैं आत्मिक क्षेत्र में कमजोर पड़ रही हूं, इसलिए ही उन्होंने मेरी मदद की ।
वो अपना हाथ आगे करती हैं, और कहती है "हां मैं ने उसे रखा है ।" इतना कह कर वो हाथ आगे करके अपने रिंग से एक बड़े से स्टोन को निकाल लेती है ।
अक्षत यह देख कर सोचने लगता है कि ऐसा कहा जाता है कि कल्टीवेटरों के पास एक ऐसी स्टोरेज रिंग होती है, जिसमें वो एक पहाड़ को भी रख सकते हैं, इसका मतलब यह बात सही थी ।
स्टोरेज रिंग एक प्रकार का खजाना होता है, जिसके अंदर काफी सारी जगह होती है, बहुत कल्टीवेटर अपनी सभी जरूरत की चीज स्टोर करके रखते हैं, वो इस प्रकार की होती है कि दिखती तो रिंग ही है पर उसके अंदर काफी जगह होती है ।
शक्ति स्टोन सामने ही था, यह एक प्रकार का स्टोन होता है जो की कल्टीवेटर की कल्टीवेशन जागृत होने से लेकर उसकी लेवल तक को बताता है, इस पर हाथ रखते ही कुछ नंबर आ जाते है, इस पत्थर को रिफाइन करके ऐसा बना दिया जाता है ।
वामिका कहती है "अक्षत सर आप इस लाल वाले जगह पर अपना हाथ रख दीजिए ।"
अक्षत वैसा ही करता है, वो उस पर हाथ रख देता है एक लंबी सांस लेकर ।
वो अब सोचता है अगर मेरी कल्टीवेशन पावर जागृत हो गई होगी, तब मैं सेक्ट से जुडूंगा, और वहां के टीचर्स से सब कुछ सीखूंगा और फिर मेहनत करके पावरफुल इंसान बन जाऊंगा, फिर वहीं किसी लड़की से शादी कर लूंगा, इसके बाद तो अपनी लाइफ सेट है ।
ये सब सोचते हुए वो मन ही मन खूब खुश हो रहा था ।
उसे हाथ रखे कुछ टाइम बीत जाते हैं, लेकिन उस शक्ति स्टोन पर कुछ भी नहीं आया, ऐसे ही काफी ज्यादा टाइम बीत जाता है लेकिन अभी भी उस शक्ति स्टोन में कुछ भी नहीं आता है ।
राजीव और वामिका तो बस उसे ऐसे ही देखे जा रहे थे, की कब उन्हे सीनियर अपनी असली कल्टीवेशन पावर दिखाकर शॉक करेंगे ।
अक्षत कहता है "यह शक्ति स्टोन में काफी समय से इसमें कुछ भी नहीं हुआ है, इसका मतलब क्या यह है कि मेरा कल्टीवेशन पावर जागृत नहीं हुआ है, यानी की जीरो कल्टीवेशन ।"
वामिका तो अपना हाथ अपने मुंह पर रख लेती है, वो शॉक का इंटर कर रही थी, पर इस शॉक का नही, वो अब सोचती है कि आखिर इस दुनिया में हो क्या रहा है, क्या एक महान एक्सपर्ट का कल्टीवेशन पावर जागृत नहीं है ? जीरो कल्टीवेशन कैसे हो सकता है ?
अक्षत एक सांस छोड़ता है, और फिर बाहर जाने लगता है वो सोचता है इससे कोई दो राय नहीं है कि मास्टर भूमि मुझे क्यों छोड़ कर चली गई, मैं कचरा जो ठहरा ।
इतना सोच कर वो बाहर जाने लगा ।