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Chapter 12 - Brothel Hall

टॉमी की बातों में तो वो काला कौवा और स्वेता मकड़ी भी हां में हां मिलाती है, बात तो सही ही थी वो भी तो अक्षत से प्यार कर बैठी है, तो शायद नेचर की देवी भी अक्षत से प्यार करती हों।

इस पर सूर्य मंडल पेड़ भी सोचने लगता है, फिर कहता है "यह हो तो सकता है, लेकिन मुझे यकीन है की बात कुछ और होगी ।"

तभी काला कौवा फिर से एक सवाल करता है कि "आप ऊंची दुनिया से वापस सिर्फ पावर कम होने की वजह से आ गए थे, पर ऐसा तो नहीं होना चाहिए था ।"

सूर्य मंडल पेड़ कहता है "देखो यह तो मुझे नहीं पता कि मेरी पावर वहां कैसे घट रही थी, लेकिन ऊंची दुनिया में सिर्फ वही लोग रह सकते हैं जो एक निश्चित लेवल से ऊपर हो नहीं तो सभी बाहर कर दिए जाते हैं।"

"इसका मतलब मास्टर भी यहां ऐसे आए होंगे, मैं ने तो कई बार उन्हें किसी पृथ्वी नाम की दुनिया की बाते करता सुना है।" टॉमी ने कहा ।

काला कौवा कहते हैं "मुझे तो ऐसा नहीं लगता, उनकी पावर तो हम जैसो से कहीं ऊपर है।"सूर्य मंडल पेड़ भी कहता है 'हां, अब मुझे और अमर बेल लता को ही देख लो, हम दोनों वापस से ऊंची दुनिया में जा सकते हैं, लेकिन हम जाना नहीं चाहते हैं, तो सोचो कि मास्टर की पावर तो हमसे कई गुना है, शायद वो नेचर की देवी के बराबर के होंगे।"

"और में ने भी उन्हें कई बार पृथ्वी नाम की दुनिया के बारे में कहते सुना है, लेकिन मुझे आज तक ऐसी दुनिया के बारे में पता नहीं है, जरूर वो दुनिया बहुत ही शक्तिशाली लोगो से भरी होगी, तभी तो मास्टर इतने पावरफुल हैं।"

दूसरी तरफ,

अक्षत मार्केट आ गया था, उसे देख कर एक दुकानदार कहता है "और अक्षय सर आज आप क्या लेने और बेचने आए हैं?"

अक्षत हाथ हिलाते हुए कहता है "कैसे हो आप? आज मैं फिर वही मसाले और मेडिसिंस बेचने निकला हूं।"

वो दुकानदार कहता है "चलिए अच्छी बात है, अगर मेरे लायक आपके पास कोई समान हो तो मुझे जरूर बेचिएगा, और अगर कुछ लेना हो तो मुझे जरूर बताइएगा ।"

अक्षत आगे जाते हुए कहता है "हां जरूर क्यों नहीं।"

उस दुकानदार के पास एक ग्राहक खड़ा था, जो अक्षत को बड़ी ही अजीब नजरों से देख रहा था, वो आदमी का हुलिया काफी अजीब था, शरीर से तो काफी हट्टा कट्टा था, उसकी आंखे किसी भेड़िए की तरह खूंखार लग रही थी, ऐसा लग रहा था की मानो उसने बहुत लड़ाइयां एक हो। वो दुकानदार से कहता है "यह कौन है, जिसे लगभग यहां के सभी दुकानदार नमस्ते वगैरह कर रहे हैं ?"

वो दुकानदार कहता हैं "तुम नहीं जानते क्या? लगता है तुम यहां मार्केट में पहली बार आए हो, वो यहां मार्केट में बहुत फेमस हैं, खास करके अपने मेडिसिंस और मसाले के लिए।"

"पास का जो वो होटल है न, जहां दूर दूर से लोग खाना खाने आते है, वहां प्रयोग होने वाली सारे मसाले यही देते हैं, और उनकी मेडिसिन तो इतनी कमाल की है, कि कुछ ही घंटे में घाव को ठीक कर देती है।"

यह सुन कर तो वो ग्राहक थोड़ा हैरान हो जाता है, तभी उसके चेहरे पर एक स्माइल आ जाती है, फिर वो कहता है "तब तो मुझे उनसे मिलना ही होगा ।"

दुकानदार कुछ सामान सही करते हुए कहता है "हां क्यों नही जाओ मिल लो।"

वो अभी इतना ही कह पाया था, कि उसे हवा का एक झोंका लगता है, वो सामने देखता है, तो वो ग्राहक गायब, वो इधर उधर देखता है, लेकिन वो उसे कहीं भी नहीं दिखाई देता है।

वो दुकानदार बड़बड़ता है "अरे अभी तो ये यही था, कहां गायब हो गया? छोड़ो मुझे इससे क्या ?"

अक्षत आगे जा ही रहा था, कि कोई लड़की उसके एकदम पास आकर उसका हाथ अपने बाहों में कस लेती है, और बड़े ही सेडक्टिव आवाज में कहती है "अक्षत सर, आप आ गए, मैं

आपका बड़े दिनों से इंतजार कर रही थी, चलिए न हम दोनों आज साथ में अकेले कमरे में धूम मचाते हैं।"

यह सुन कर तो अक्षत घबरा जाता है, वो तुरंत ही चौंक कर उससे दूर होते हुए कहता है 'म म. मुझसे दूर रहो, मेरे पास मत आओ।"

इतना कह कर अक्षत अपने दोनों हाथ से अपने आप को ढकने लगता है, उसे देख कर ऐसा लग रहा था, कि जैसे वो बेचारा अपनी इज्जत बचाने की कोशिश कर रहा हो।

और ये लड़की उसकी इज्जत लूटने की कोशिश कर रही हो, वो लड़की हंसते हुए कहती है 'अरे अक्षत सर, आराम से, में आपको खा थोड़ी जाऊंगी, आप तो कितने भोले हैं, और कितना शरमाते हैं

'दुनिया तो हमारे साथ रात बिताना चाहती है, और आप है कि मुझसे दूर भाग रहे हैं।"

अक्षत सोचता है अरे मुझे यह सब नहीं करना है, और तुम्हारे साथ तो बिलकुल भी नहीं, और करूंगा उसके साथ जिसके साथ मेरी फीलिंग होगी।

तभी वो लड़की गंभीर हो जाती है, और कहती है "अक्षत सर आपको मास्टर ने बुलाया है।"

यह सुन कर अक्षत एक लंबी सांस लेता है, और उस लड़की के पीछे पीछे चलने लगता है, वैसे ये लड़की यहां की मार्केट में पास ही में एक ब्रोथल हाल से थी, यहां इस दुनिया में ब्रोथल को कोई

नीची नजर से नहीं देखता, तभी तो वो हॉल इस मार्केट में अपने दम पर बिना किसी दबाव के चल रही है।

यहां के ब्रोथल में बहुत सी यंग और खूबसूरत लड़कियां हैं, इनके एक पूरा हॉल ही है, जिसकी एक मास्टर हैं, जो सबकी लीडर है, वही सब कुछ इस ब्रोथल में संभालती है।

अक्षत चलते जा रहा था, वो सोचता है ब्रोथल हॉल की मास्टर !

उनसे में एक बार मिला हूं, वो बहुत ही खूबसूरत है, उन्हें सिर्फ देखने के लिए ही ब्रोथल में लाइन लगी रहती है, ऐसी खूबसूरती है उनकी ।

वो मात्र आधे घंटे के लिए ही दिखाई देती है, और फिर वो चली जाती है, मैं ने तो उनके बारे में सुना है, कि वो पहले एक कल्टीवेटर हुआ करती थी लेकिन फिर न जाने क्यों? वो ऐसे यहां ब्रोथल में काम करने लगी।

वैसे यहां ब्रोथल हॉल में काम करने वाली सभी लड़कियां अपनी मर्जी से काम करती है, उन पर कोई जोर जबरदस्ती नहीं है, वैसे यहां उन सबके अलावा भी कई लोग इनसे सिर्फ कुछ बाते करने, या इनकी डांस या संगीत सुनने भी आते हैं, और यहां जरूरी नहीं है की सभी लड़कियां वो काम करती हों।

मैं यहां एक बार मेडिसिंस देने गया था, तब मैं उस मास्टर से मिला था, उनकी गहरी नीली आंखें, मैं तो उनमें खो सा गया था, वो अभी यह सब सो ही रहा था, कि वो दोनों ब्रोथल हॉल में पहुंच भी गए थे।

अक्षत थोड़ा डर डर का अंदर जा रहा था, क्योंकि चारों ओर लड़कियां ही लड़कियां थी, ऐसा इसलिए था क्योंकि वो लड़की

अक्षत को सीधे उनके में बैठक में ले जा रही थी, ये अंदर का भाग था. यहां कोई ग्राहक नहीं आ सकता था।

कोई उसे आंख मार रही थी, तो कोई उसे फ्लाइंग किस दे रही थी, कुछ तो उसे अपने पास बुला भी रही थी, पर अक्षत ने अपने आप पर अच्छे से कंट्रोल करके रखा था।

लेकिन तभी एक लड़की उसको पकड़ कर अपनी बाहों में भर लेती है, और अपने उंगली से उसके गालों पर फिराते हुए कहती है "अरे अक्षय सर चलिए न मेरे साथ, हम कुछ बातें कर लेते हैं।

अक्षत बेचारा उसकी बाहों में लाल पीला हो रहा था, उसके दिमाग के सारे पुर्जे धीरे धीरे हिल रहे थे, वो अब बैठक में आ गया था और जिस लड़की ने अक्षत को बाहों में भर रखा था।

वो इस ब्रोथल हॉल की टॉप 3 की ब्यूटी में दूसरे नंबर पर आती है, यहां की तीन ब्रोथल क्वीन मानी जाती है, जिनकी खूबसूरती को देखने के लिए बहुत दूर दूर से लोग आते हैं, और बस कुछ बातें करने के लिए हजारों लाखों सोने के सिक्के देने को तैयार रहते हैं।

इन तीन ब्रोथल क्वीन में नंबर वन पर यहां की मास्टर है, जिसकी सिर्फ एक झलक देखने के लिए ही पचास हजार सोने के सिक्के देने होते हैं, तो उनसे साथ समय बिताने की बात ही छोड दीजिए, जबकि अक्षत का तो एक ही हजार सिक्को में पूरे महीने का खर्चा निकल जाता है, और वो पृथ्वी का कंजूस होने के कारण उसमे से भी कुछ न कुछ बचा ही लेता है।

लेकिन फिर भी लोगों की उनके लिए भीड़ कम नहीं होती है।

वो लड़की तो अब अक्षत को किस करने ही वाली थी, कि तभी एक आवाज आती है "उन्हें परेशान करना बंद करो ।"

यह सुनते ही वो लड़की अक्षत से दूर हो जाती है, कमरे में ज्यादा लोग नहीं थे, सामने एक लाल ड्रेस में जालीदार नकाब लगाए, एक लड़की आती है, जिसे देख कर ऐसा लग रहा था, कि जैसे कोई आसमान से उतरी कोई खूबसूरत परी हो।

उसके चारों ओर एक अलग ही आभा थी, उसके चलने का तरीका ही कई लोगों के दिलों को घायल कर सकता था, उसकी आदए किसी को भी अपना दीवाना बना सकती थी।

और उसकी झील से गहरी नीली आंखें, आय हाय हय हय ! उसका तो शब्दों में वर्णन ही नहीं किया जा सकता है, उसमें गहराई तो इतनी थी कि पूरा सेक्ट ही उसमें समा जाए।

अक्षत तो उसे देखते ही रह गया, उसकी दिल की धड़कने इतनी तेज हो गई थी कि ऐसा लग रहा था कि वो बाहर जाकर सबको चिल्ला कर कहेगा कि "यह सिर्फ मेरी है।"

अक्षत का पूरा चेहरा ही लाल पड़ा हुआ था, उसे थोड़ा शर्म आ रही थी, और वो नर्वस भी था, जो लड़का बेचारा लड़कियों से दूर ही रहा है, वो इतनी सारी लड़कियों में तो नर्वस हो ही जाएगा, जब सभी खूबसूरत हों ।

अक्षत सोचता है इनकी खूबसूरती का तो क्या ही कहना? पिछली बार मैं सिर्फ एक ही झलक इन्हें देख पाया था, और इस बार इन्हें अच्छे से देख पा रहा हूं, हालांकि इन्होंने नकाब लगा रखा है, लेकिन फिर भी उनकी खूबसूरती कम नहीं पड़ रही है, मैं उनकी खूबसूरत होठों की कल्पना कर सकता हूं।

तभी अक्षत को होश आता है, वो धीरे से कहता है "अरे अक्षत यह तू क्या कर रहा है, तू कहां खोते जा रहा है? अपने आप को शांत रख, तू यहां सिर्फ उनके बुलाने पर किसी काम से आया है।"

अक्षत अपने दिमाग को बहलाने के लिए सोचने लगता है "खैर जब में पिछली बार आया था, तो यह सिर्फ मेरा वेलकम करके चली गई थी, और फिर मैं ने एक लड़की का इलाज किया था, उसे काफी गहरी चोट आई थी, उस पर किसी डाकू ने हमला कर दिया था।

इस बार कौन है ? जिसका मुझे इलाज करना है, कोई इस कमरे में बीमार तो नहीं लग रहा है।

कमरे में काफी शांति थी, सामने अक्षत खड़ा था और उसके सामने ब्रोथल हॉल की मास्टर खड़ी थी, और अगल बगल दो ब्रोथल क्वीन के अलावा कुछ लड़कियां खड़ी थी।

जो सभी बस मास्टर के किसी भी आदेश का इंतजार कर रही थी, तभी वो मास्टर कहती है "आपका यहां स्वागत है अक्षत सर ।"

उसकी आवाज में एक मधुरता थी, जो किसी को भी अपना दीवाना बना सकती थी, तभी वो मास्टर कहती है "अब सभी यहां से जा सकते हैं, अक्षत सर को छोड़ कर ।"

यह सुनते ही तो अक्षत का दिमाग दौड़ने लगता है, क्या मैं और मास्टर अकेले इस कमरे में, ये क्यों सभी को बाहर भेज रही है, क्या ये मेरे साथ ।"to be continued. आगे की कहानी जानने के लिए, पढ़ते रहिए "जीरो कल्टीवा तिओं' सिर्फ पॉकेट नोवेल रीडर पर, अगर ये कहानी अच्छी लगे तो लाइक, कमेंट और रिव्यू देना मत भूलना, चलिए मिलते हैं, अगले चैप्टर में।