सिमरन उन दोनों को टोक देती है और कहती हैं " पहले तो तुम दोनों हाथ धोले उसके बाद खाना खाना ।"
उसकी बात सुनकर दोनों के मुंह बन जाते हैं ।लेकिन उन दोनों को बहुत भूख लगी थी इसलिए वह दोनों जल्दी से उठ कर हाथ धोने लगते हैं बिना बहस किए। ( सिमरन बोहोत ही हाइजीन फ्रीक है ओर उसे सारी जिसे नीट एंड क्लीन पसंद है!)
हाथ धोने के बाद वह तीनों खाना खाने लगती हैं। खाना खाने के बाद वो तीनो 3 कोल्ड रिंग लेते हैं । और पीने लगते हैं। तभी कोई दरवाजा खोलता है। दरवाजे खुलने की आवाज सुनकर तीनों उस तरफ देखने लगते हैं । जैसे ही रिया और प्रिया दरवाजे पर खड़े शख्स को देखते हैं । तो वो लोग भागते हुए उस शख्स के गले मिल जाते हैं। वह शख्स और कोई नहीं प्रिया का भाई सुरेश था। सुरेश दोनों के सर पर हाथ फैरता है । और रिया से पूछता है "बंदरिया तू लंदन से कब आई?? ओर अपने भाई को याद तक नहीं किया तूने ।"
बंदरिया सुनकर रिया मुंह बना लेती है । और कहती है "भाई 2 साल बाद मिली हो तो भी आपको बंदरिया ही कहना है मुझको। वैसे वह सब छोड़ो मैं को लगभग 5 दिन हुए है लंदन से आए हुए । ओर मेने आपको याद भी किया था । पर आपको में याद नहीं आई। मे ऑफिस में थी तभी मुझे प्रिया मिल गई । तो प्रिया ने बोला घर पर कोई नहीं है । तो तू मेरे साथ ही रह ले । तो मैं यहां पर रहने आ गई।"
"अच्छा ये अच्छा ठीक है मेरी मां, पहले तो तुम दोनों ये बताओ कि तुम लोगों ने खाना खाया कि नहीं?" सुरेश पूछता है।
"हां भाई ! हम बस खा ही रहे थे और आप आ गए । वैसे वो सब छोड़िए इससे मिलो यह है हमारी फ्रेंड सिमरन ।" रिया कहती है।
सुरेश एक नजर सिमरन को देखता है । तो वह देखता ही रह जाता है । सिमरन भी सुरेश को ही देख रही थी। ऐसा लग रहा था जैसे वह दोनों एक-दूसरे की आंखों में खो से गए हो । मगर ये प्यार की नजर नहीं थी । ये थी एक बदले की। तभी रिया उन दोनो को ऐसे देख कर बोल पड़ती है "आप दोनो ऐसा क्यों देख रहे हो ? जैसे आप दोनो एक दूसरे को जानते हो ! ।"
रिया की बात सुन प्रिया भी बोली "हा सही कहा इसने!"
सुरेश सिमरन की आखों में देखते हुए ही बोला "शायद । हो सकता है।"
इस वक्त सुरेश के चेहरे पर कोई इमोशन नही थे। सिमरन की आखें अब तब नम हो गईं थीं। फिर प्रिया बोली "छो दो वो सब आप दोनो, भाई आप खाना खा लो! हम तीनों ने मिलकर बनाया है ।"
सुरेश बोला "नही में तो या हा कुछ जरूरी काम से आया हु, तुम दोनों का ना खाने लायक खाना खाने नहीं। बस वो निपटा कर जा ही रहा हु । ओर हा, तुम दोनो अपना खयाल रखना और ज्यादा किसी पर भरोसा मत किया करो !! कुछ लोग उसके लायक नहीं होते है ।"
ये बात सुरेश सिमरन को देख कर बोल रहा था। अपना भाई की बात सुन कर प्रिया सोच में पड़ जाती है। ' की आज उसके भाई को अचानक क्या हो गया है। '
प्रिया सुरेश से बोलती है " क्या भाई आप उल्टी सीधी बाते कर रहे है ? मेरे तो कुछ समज नही आ रहा है ।"
रिया भी प्रिया का साथ देते हुए बोली "हा भाई !प्रिया सही है क्या बोले जा रहे है आप??"
सुरेश उन दोनो को ऐसे देखता है । जैसे वो किसी पागल को देख रहा हो । लेकिन फिर वो अपने आप को कंट्रोल करता है ओर बोलता है "तुम दोनो बंदररियो को कभी कुछ समाज क्यू नही आता ?? खेर छोड़ो मेरे पास फालतू टाइम नही है ।"
तभी सिमरन बोली "रिया मुझे वॉश रूम यूज करना है । तो क्या तुम मुझे बताओगी कहा है??"
रिया उसकी बात सुनकर उसे ऊपर का इशारा करती है।
तो सिमरन सीधा ऊपर चली जाती है। सुरेश भी अपने काम के लिए अपने रूम में जाता है। उनके जाने के बाद रिया प्रिया से बोल ती है "भाई कुछ अजीब वेहवार नहीं कर रहे है ? क्या कुछ हुआ था ?? जब में यह नही थी तब ।"
प्रिया जवाब देते हुए बोली "पता नहीं ?? पर कुछ तो हुआ है । वैसे तो भाई ऐसे कभी नही करते । लेकिन, मेरे हिसाब से शायद भाई और सिमरन एक दूसरे को जानते है । और अभी तु छोड़ ना यार उन दोनों को । अभी चल हम कुछ करते है। रिया भी उसकी हा में हा मिला लेती है।
दूसरी तरफ:
सिमरन रोते हुए प्रिया के रूम में जाती है । और दरवाजा बंद कर ही रही होती है । की तभी, कोई दरवाजा पकड़ लेता है और रूम में आ जाता है। सिमरन देखती है तो हैरान हो जाती है। वो इंसान और कोई नही सुरेश था । वो सिमरन को दीवार से सटा देता है और बोलता है " तुम यहां क्या कर रही हो ! ??"
सिमरन जवाब देते हुए बोली "आप को क्या ??जाए यहा से, आपकी बहने देख लेंगी!।"
सुरेश थोड़ी ऊंची आवाज में बोला "पहले तुम मेरे सवाल का जवाब दो!!"
सिमरन सुरेश की ऊंची आवाज से थोड़ा डर गई और बोली "में यहा बिजनेस के सिलसिले में आई हु ।"
सुरेश उसका जवाब सुन फिर सवाल करता है "अच्छा!! जब मुझे छोड़ कर गई थी । क्या वो भी बिजनेस के लिए था या कोई मेरे से अच्छा कोई मिल गया था ?? और हा एक बात अपने काम खोल कर सुन लो अगर मेने तुम्हे किसी और आदमी के साथ देखा तो में क्या करूंगा?? ।तुम सोच भी नही सकती!! समझी??" ये केह कर वो चला जाता है ।
और सिमरन आंखो में आंसु लिए बेड पर बैठ जाती है और अपने आप से बोलती हैे ' में कभी आप को नही खो सकती ! । मेरी कुछ मजबूरी थी !! आप समाज ते क्यू नही??' ये कहते हुए वो वॉशरूम में चली जाती है । और अपना चेहरा धो लें ती है । मगर रो ने की वजह से उसकी आखें पूरी लाल पद चुकी थी । अपना मुंह साफ कर के , वो निचे चली जाती है ।
वही सुरेश भी अपने कमरे में जाता है ।और बेड पर बैठ जाता है । और अपने आप से बोलता है ' सुरेश तु ऐसा केसे कर सकता है ??तू उससे केसे बात कर सकता है ?? क्या तू भूल गया ? की, केसे वो तुजे छोड़ कर चली गई थी । वो तुुजसे प्यार नही करती । तु उसे मजबूर कर रहा है, क्युकी अगर वो तुझ से प्यार कर ती होती । तो तूजे ऐसे छोड़ कर नही जाती।'
सुरेश ये सब अपने आप से केह ही रहा होता है । की तभी , उसे कुछ याद आता है । और वो सीधा किसी को फोन करता है । और उसे कुछ इंस्ट्रक्शन देता है । और फोन रख देता है ।फिर अपनी फाइल ले कर वह अपने कमरे के बाहर निकल जाता है । और नीचे जाने लगता है । तभी उसकी नज़र सिमरन पर जाती है । जिसकी आखें रोने की वजह से लाल थी और होठ भी एकदम लाल थे । ये देख सुरेश उसके होठों को देख ने लगता है । वही सिमरन के बाजू में रिया और प्रिया सुरेश को देख लेेती है। और आवाज लगा ती है " भाई जल्दी करो ना कितना टाइम लगता है आपको ??"
उन दोनो की आवाज सुन सिमरन और सुरेश एक दूसरे को देख ना बंद करते है। सिमरन अपनी नजरे नीचे झुका लेेती है । वही सुरेश अपना ध्यान सिमरन से हटा कर रिया और प्रिया पर देता है । और अपना सर हिलााते हुए जाने लगता है ।
तभी वो दोनो "बाई" बोल ती है । तो सुरेश भी "बाई" बोलता है और एक नजर सिमरन पर डाल कर चला जाता है।
सिमरन भी उसे जाते हुए देखती है । उन दो को देख रिया प्रिया के कान में बोलती है "कुछ तो रिश्ता है इन दोनो का, पता लगा न पड़े गा।"
तो क्या रिश्ता है सुरेश और सिमरन का??
क्या पता लगा पाएगी रिया और प्रिया इन दोनो के रिश्ते का राज??