आर्यन इस बार जिस में गया था। वह उसकी पहले वाली जिंदगी जैसी ही थी लेकिन वह उसे काफी ज्यादा अलग थी जहां पर आर्यन अपनी लाइफ अच्छे से खुशी-खुशी बिता रहा था। ।
वैसा कि लाइफ में कुछ भी नहीं था। यह थोड़ी बहुत ही खुश जैसी की लेकिन इतनी भी नहीं की आर्यन इसमें खुश रह सके ।
वैसे तो दिल्ली बहुत बड़ी और सुंदर है। और यहा पर रहना किसी सपने से कम नहीं है। जो भी यहा एक बार आता है। यही का होकर रुक जाता है।
दिल्ली के ही एक छोटे से Restaurant में एक 20 साल का लड़का काम कर रहा है। उसके कपड़े बहुत गंदे और पुराने हो गए है। उन पर काफी दाग भी लग गए है। सफाई करने से ।
वो लड़का काम कर ही रहा होता है। इतने मैं एक आवाज आती है। आर्यन तु कामचोर होता जा रहा है। मेने तुझे बाहर की टेबल साफ करने को बोला था। और तु सुबह से ही यही पर लगा हुआ है। आज Sunday है। सबकी छुट्टी है। इस लिए काफी भीड़ है। तो जल्दी जा कर बाहर की सफाई कर Restaurant का मालिक बोलता है।
तुरंत ही आर्यन ये काम छोड़कर बाहर की सफाई के लिए चला जाता है।
आर्यन दिल्ली में एक छोटे से किराए के घर में रहता है। और वही से कॉलेज जाता है। और कॉलेज के बाद यहा आकर पार्ट टाइम जॉब
करता है। और इस काम से जो पैसे मिलते है। उसी मै काम चलता है।
आज Sunday है। इस लिए वीर सुबह से इसी Restaurant मै काम कर रहा है।
आर्यन काम कर रहा होता है। इतने मै आर्यन का फोन बजता है। वो देखता है। तो उस पर किरण लिखा होता है। आर्यन बोलता है। शीट यार मै भूल गया आज मुझे किरण के साथ मूवी देखने जाना था। ।
आर्यन अपने गंदे हात एक कपड़े से पूछता है। और फोन उठा लेता है। सामने से आवाज आती है। तुम आ रहे हो या में जाओ किरण बोलती है।
यार अभी मैं थोड़ा काम मै फस गया हु कुछ देर मैं आता हु आर्यन किरण से कहता है।
अगर तुम दस मिनट मै यहा नही आए तो मुझे भूल जाना किरण ये बोलकर फोन गुस्से में काट देती है।
आर्यन Restaurant के मालिक संजय सिंह के पास जाता है। और बोलता है। सर मुझे एक बहुत ज़रूरी काम आ गया है। मुझे जाना होगा मै कुछ घंटों मै आ जाऊंगा।
आज वैसे भी दूसरा काम करने वाला नहीं आया अगर तुम भी चले गए तो यहा काम क्या मैं करूँगा और तुम वैसे भी यहा कितना कम ही आते हो संजय सिंह कहता है।
आर्यन कई बार उनको मनाने की कोसिस करता है। लेकिन वो नहीं मानते फिर संजय सिंह कहते है। अगर अब तुम गए तो अपने लिए कोई नया काम ढुंढ लेना ।
आर्यन एक बड़ी मुसबीत मैं पड़ जाता है। अगर वो किरण के पास नही गया तो वो गुस्सा हो जाएगी और गया तो उसको कोई नया काम देखना पड़ेगा।
किरण मेरा प्यार है। मै किरण के लिए एक क्या ऐसी कई जॉब छोड़ सकता हु ये बोलकर आर्यन वहाँ से किरण के पास जाने के लिए निकल जाता है।
वो जगह थोड़ी दूर थी इस लिए आर्यन को काफी टाइम लग जाता है। आर्यन वहाँ आने के बाद किरण को बार बार फोन करता है। लेकिन किरण उसका फोन नहीं उठती ।
किरण ने आर्यन को यहा आने के लिए दस मिनट दिए थे लेकिन अब एक घंटे से उपर हो गया है।
आर्यन अंदर जाने लगता है। इतने मैं एक गार्ड उसको रोकता है। और बोलता है। अरे भाई कहा जा रहे हो पहले टिकेट तो दिखा दो।
भाई मेरे साथ मै एक लड़की थी मै थोड़ा लेट हो गया इस लिए वो शायद अंदर चली गयी है। टिकेट उसके पास ही है। आर्यन उसको कहता है।
तेरे जैसे यहा बहुत आते है। , या तो तु पहले जाकर एक और टिकेट लेले या अपनी दोस्त को फोन करके यहा भूला ले गार्ड कहता है।
आर्यन सोचता है। मेरे पास अभी पचास ही रूपए है। , इतने मैं तो एक और टिकेट नही आएगी और ना किरण मेरा फोन उठा रही है। कुछ देर में फिल्म खत्म हो जाएगी और जब किरण बाहर आएगी तो मै उसको मना लगा।
ये सोचकर आर्यन वही बैठे जाता है। , आर्यन के पास के लड़की बैठी होती है। वो जैसे ही आर्यन को देखती है। तो वहाँ से खड़ी हो जाती है। और दूर जाकर बैठे जाती है।
आर्यन यहा जल्दी जल्दी में ऐसे ही आ गया था। उसने वही पुरने वो दाग लगे हुए कपड़े पहन रखे थे और आर्यन के बाल भी बिखरे हुए थे।
"ये फिल्म कब खत्म होगी आर्यन बोलता है। "
कुछ देर के बाद अंदर से लोग बाहर आने लगते है। आर्यन उनको देख कर खड़ा होता है। और उनमें किरण को देखने लगता है। लेकिन जा आर्यन किरण को देखता है। तो हैरान हो जाता है। उसके पैरो के नीचे से ज़मीं निकल जाती है।
किरण अंदर से एक लड़के के हात मै हात डाले हुए हुए बाहर आ रही थी आर्यन उस लड़के को देखते ही पहचान जाता है। की ये तो उसी के कॉलेज का लड़का है। , आर्यन तेजी ने किरण के सामने जाता है। और बोलता है। तुम इसके साथ क्या कर रही हो।
किरण पहले तो आर्यन को उपर से नीचे तक देखती है। और फिर बोलती है। अपनी हालत देख फटीचर तेरे साथ कोन सी लड़की रहना चाहेगी तु उसको एक टाइम का खाना तो ठीक से खिला नहीं सकता।
लेकिन तुम तो मुझसे प्यार करती थी ना और मैं भी तो तुमसे कितना प्यार करता हु आर्यन किरण से कहता है।
किरण हस्ते लगती है। और बोलती है। मे प्यार और तुझसे तेरी ओकात ही क्या है। मुझसे प्यार करने की तु एक गरीब था। और रहेगा और ना तो तेरी Taqdeer मैं पैसा है। और ना प्यार।
ये सुनकर आर्यन की आखों से आशु आ जाते है। ," आर्यन ने जिस लड़की के लिए इतना काम किया और उसी लड़की के लिए अपना काम छोड़ भी दिया उसने एक ही पल में उसको छोड़ दिया ।
आज के बाद अपनी सकल मत दिखाना किरण बोलती है।
इतने में किरण के पास खड़ा लड़का अपनी जब से एक पाँच सौ का नोट निकलता है। और वीर को दिखाते हुए उसकी जेब में डाल देता है।
मुझे नहीं लगता तुने कभी इतने पैसे देखे भी होगे और हाँ तुने आज तक किरण पर जीतने रुपये खर्च किया है। वो इस मै से काट लेना और बाकी से हमारी तरफ से नये कपडे ले लेना वो लड़का बोलता है।
इस बात पर किरण और वो लड़का हसने लगते है। और वहाँ से चले जाते है।
आर्यन वही खड़ा उनको जाते हुए देखता रहता है। और फिर आर्यन भी अपने घर जाने के लिए चला जाता है।
जब आर्यन अपने घर तक आ जाता है। तो इतने में वहाँ पाँच बड़ी और सुंदर काले रंग की गाडियों आ कर रुकती है। और उनमे से एक गाड़ी में से एक आदमी बाहर आता है। और आर्यन से बोलता है। घर पर सब आपका इंतज़ार कर रहे है। चलिए बाबा।
मैने तुमसे और उनको कितनी बार कहा है। अब मेरा उन लोगो से कोई रिस्ता नहीं है। तो आगे से यहा कभी मत आना आर्यन कहता है। और उस आदमी को देखने लगता है।
सर ने पहले ही बोला था। की आ कुछ ऐसा ही बोलने वाले हो लेकिन उन्होंने आपके लिए ये लेटर दिया है। ये आप बाद में पढ़ लेना जब भी मन करे तो वो आदमी आर्यन को बोलता है। और वो Letter उसके हात पर रख देता है।
उसके बाद वे सब वहाँ से चले जाते है। और आर्यन भी अपने घर मै आ जाता है। वो एक छोटा सा कमरा था। जिसमे एक छोटा सा बैड और कमरा देखने में काफी गंदा लग रहा था।
आर्यन वो लेटर देखता है। और उसको बिना पढ़े ही बेड फेक देता है। और अपने कपड़े बदल लेता है।
इतने मैं उसके दरवाजे पर कोई आता है। फिर आर्यन दरवाजा खोलता है। तो सामने मकान मालिक खड़ा होता है। वो बोलता है। मेरा किराया देना है। या नहीं कब से मेरे घर पर ऐसे ही पड़े हो।
मैं जल्दी ही आपका किराया दे दुगा मुझे बस थोड़ा सा टाइम चाहिए आर्यन कहता है।
नहीं रे नहीं बहुत टाइम दे लिए या तो कमरा खाली कर दे या मुझे कुछ किराया दे।
फिर आर्यन अंदर जाता है। और कुछ पैसे ढूंढने लगता है। उसको अपनी जेब में पाँच सो रूपए मिलते है। जो उसे उस लड़के ने किरण के
बदले दिए थे।
वो पैसे देख कर आर्यन को किरण याद आती है। और फिर आर्यन की आखों में पानी आ जाता है।
इतने मैं वो मकान मालिक बोलता है। जल्दी कर मुझे और भी कई काम है।
आर्यन वो पाँच सौ का नोट उसे देता है। फिर वो नोट देख कर खुश होता है। और बोलता है। अब तक का अपना हिसाब हो गया अब दो दिन में आगे का किराया दे देना नही तो ये कमरा खाली कर देना ये बोलकर वो मकान मालिक वहाँ से चला जाता है।
आर्यन दरवाजा बंद करता है। और बैड पर जाकर बैठ जाता है। फिर उसकी नजर उस लेटर पर पड़ती है। , आर्यन वो लेटर खोलता है। उसमे लिखा था। -
" डियर आर्यन , दस साल हो गए गए हमे मिले एक गलती के लिए कोई सब कुछ छोड़ कर थोड़ी जाता है। उस गलती के लिए तुमसे मैने कितनी बार माफी मांगी है। क्या तुम अपने पिता को माफ नहीं कर सकते जब से तुम गए हो मुझे घर आने का भी मन नहीं करता पता
नहीं, कितना और मैं जी सकता हु कुछ दिन तो मुझे भी अपने बेटे के साथ रहने दो मैं तुम्हारा इंतज़ार कर रहा हु और तुम्हारे लिए एक बैंक का कार्ड भी भेजे रहा हु इस को रख लेना और वापस आ जाना तुम्हारे पापा
फिर आर्यन वो कार्ड देखता है। और वो कार्ड देखते ही उसकी आखों में गुस्सा देखा जा सकता है। और फिर आर्यन उस कार्ड को फेक देता है। और लेटर को जला ने लगता है।
मै आपको कभी माफ नही कर सकता हूँ और न ही मुझे आपके पैसे से मतलब है। मैं कभी वापस उस घर में नहीं आउगा आर्यन बोलता है। और उस जलते हुए लेटर को देखने लगता है।
आर्यन के साथ एक ही दिन मैं कितना बुरा हो गया ये उसने सोचा नही था। पहले आर्यन ने किरण के लिए अपना काम छोड़ दिया जो उसको कितनी मुश्किल से मिला था। फिर किरण ने आर्यन को ये बोलकर छोड़ दिया की उसके पास पैसे नहीं है। और फिर ये उसके पापा का Letter उसको और दुखी कर रहा था।
हमारा दो साल का रिस्ता तुम एक ही बार मै कैसे तोड़ सकती हो किरण मेने तुम्हरे लिए जो कर सकता था। वो किया मै जो पैसे कमाता था। वो सारे तुम पर लग देता फिर भी तुमने ऐसा किया आर्यन खुद से कहता है। ठीक है। तुमको छोड़ कर जाना है। तो जाओ मैं तुमको नहीं याद करूँगा तुमने तो कभी प्यार किया ही नहीं।
रात हो गयी थी इस लिए आर्यन बिना कुछ खाये ही सो गया अगले दिन आर्यन उठ कर कॉलेज जाने के लिए तैयार हो गया और फिर कॉलेज के लिए निकल गया रास्ते मैं ही कुछ लेकर खा लिए।
आर्यन का कॉलेज में जाने का बिलकुल मन नहीं था। लेकिन अब उसके पास कुछ था। भी नही करने को तो वो कॉलेज ही आ गया।
आर्यन जैसे ही कॉलेज मैं जाता है। तो वहाँ किरण उसी लड़के के साथ एक बाइक पर बैठी थी उसके पास कुछ और भी लड़के लड़किया थी।
ये देखो आ गए महाराज किरण ने कहा।
यार आर्यन कभी तो अच्छे कपड़े पहन लिए कर तेरी वजह से कॉलेज बदनाम हो रहा है। लोग बोल रहे है। इस कॉलेज में भिखारी कब से आने लगे एक लड़के ने कहा और इस बात पर सभी हसने लगे।
मैने तुझे जो कल पैसे दिए उसका क्या किया, कोई उनसे ही कपड़े ले लेता किरण के साथ वाले लड़के ने कहा।
इस ने पक वो पैसे लग दिए होगे जब पहली बार कोई इतने पैसे देखता है। तो उससे रहा नहीं जाता किरण ने कहा।
औं आर्यन वो पैसे वापस कर उस लड़के ने कहा।
वो अभी मेरे पास नहीं है। मै तुमको बाद में दे दुगा दबी हुई आवाज मै आर्यन ने बोला ।
इस ने तो सच में वो पैसे लग दिए किरण एक लड़की ने आर्यन का मजाक बनाना के लिए बोला।
छोड़ यार इस जैसे से कोई उमीद भी क्या कर सकता है। चल निकल यहा से किरण ने कहा।
आर्यन को किरण की बात दिल पर लग रही थी लेकिन वो कुछ कर भी नहीं सकता था। इस लिए वो वहाँ से चला गया।
उसको जाता हुआ देखकर किरण और उसके दोस्त हसने लगे ।
कोन है। आर्यन के पिता?