Chapter 34 - chapter 34

आर्यन ने वो टिकेट देखते हुए कहा वो लड़की नहीं आफ़त है। उसकी वजह से मेरे ये पैसे भी लग गए अब तो मेरी पास खाने के भी पैसे नहीं बचें है। फिर आर्यन ने वो टिकेट अपनी जैब में रख ली और कॉलेज के लिए जाने लगा ।

जाते हुए आर्यन उस लड़की के बारे में ही सोच रहा था। आर्यन को उस लड़की पर बहुत गुस्सा आ रहा था। आर्यन ने सोचता था। की उन पैसे से वो कुछ कहा सकता था। अब उसको बुखा ही रहना पड़ेगा ।

ये सोचते सोचते आर्यन कॉलेज आ गया था। और सीधा जा कर कबीर के पास बैठ गया ।

कबीर आर्यन को देखते हुए बोला इतनी देर कहा लगा दी तुने आर्यन कुछ नही बोलता तो कबीर उसके ऊपर हाथ रख कर बोला अब कुछ बोलगा या नही ।

आर्यन ने कहा ऐसी बात नही है। बस मुझे नीद आ गयी थी इस लिए आने में थोड़ी देर हो गयी ।

फिर कबीर ने कुछ नहीं कहा और आगे देखने लगा ।

आर्यन का ध्यान क्लास मै कम और आज जो हुए उस पर जादा था। आर्यन मन ही मन सोच रहा था। की वो लड़की वापस से उसके सामने ना आ जाए ।

इतने मैं क्लास के टीचर ने आर्यन के पास आ कर कहा खड़े हो जाओ फिर आर्यन खड़ा हो गया ।

आर्यन ने कहा क्या हुआ सर ?

टीचर ने चिलाते हुए कहा क्या हुआ तु बता तेरा ध्यान कहा है। मान कब से पढ़ा रहा हुए ।

आर्यन ने कहा क्लास मै ही है। ये बोलकर आर्यन कबीर और मोहित की तरफ देखने लगा ।

अच्छा तेरा ध्यान क्लास में ही था। तो बता हम क्या पढ़ रहे थे आज जो पढ़ा उस की कोई भी लाइन बता दे और बैठ जा टीचर ने आर्यन को बोला ।

आर्यन सोचने लगा मैं अब क्या बोलु सर क्या पढ़ा रहे थे आर्यन ने इधर उधर देखा लेकिन उसको कुछ पता नहीं चला।

आर्यन ने कहा सॉरी सर मुझे नहीं पता आप किसी और से पूछा लो।

अगर क्लास में ध्यान होगा तो पता होगा न कुछ महीने बाद Exam है। उस में क्या करेगा खुद तो फैल होगा साथ क्लास और टीचर का भी नाम खराब करेगा टीचर को सुनाते हुए कहा ।

इस बात पर सारी क्लास हसने लगी और मोहित और कबीर आर्यन को देखने लगे।

इतने में अमर ने कहा सर इसको पता है। ये पढ़े या ना पड़े इसका कुछ नहीं होने वाला इस लिए ये पड़ता ही नही है। इस बात पर सोनम और क्लास के बाकी बच्चे हसने लगे ।

टीचर ने क्लास को चुप कर कर आर्यन से कहा पड़ ले तेरे ही काम आयेगा मेरे नही अब बैठ जा और अब अच्छे से पड़।

क्लास के बाद कबीर आर्यन से पूछता है। की क्या हुआ था। तुझे तु चुप क्यु हो गया था। तेरा ध्यान कहा रहता है। आज कल बोल अब कुछ या मैं ऐसे ही बोल रहा हूँ।

ऐसा कुछ नही है। यार बस काम की थोड़ी चिन्ता थी और वैसे भी काम का क्या है। मिल जाएगा आर्यन कबीर की और देखते हुए कहता है।

कमाल है। चिन्ता तु कर रहा है। और बोल कबीर को रहा है। की चिन्ता ना करे मोहित कहता है।

अब छोड़ो इस बात को चलो घर चलते है। आर्यन बोलता है। और आगे चलने लगता है। ं उसके पीछे पीछे ही कबीर और मोहित भी जाने लगते है।

घर जाने के बाद आर्यन जब अपनी जैब देखता है। तो उसमे एक टिकेट के अलावा कुछ नहीं होता।

आर्यन को भुक भी लगी होती है। पर वो किसी को बोल नहीं पता आर्यन सोचता था। की कबीर और मोहित उसके लिए पहले ही काफी कुछ कर चुके है। वो उन पर वो जादा बोझ नही बनाना चाहता था। इस लिए आर्यन चुप था।

इतने मै मोहित ने कहा चलो सब खाना कहा लो आर्यन तु भी आजा खाना ठंडा होने से पहले ।

जहाँ आर्यन खाना खाने जा रहा था। वही दूसरी तरफ दो लड़किया आपस में बात कर रही थी।

वो लड़का पता नही खुद को क्या समझ रहा था। , आज मेरा बादल पुरा हो गया लड़की देखी नही की आ जाते है। पहली लड़की

ने कहा ये लड़की कोई और नही वही थी जो आर्यन से टकरी थी इस लड़की का नाम निशिका मल्होत्रा था। ये अपनी एक दोस्त के साथ बैठी थी जिसका नाम काजल होता है।

हालांकि उस दिन सारी गलती आर्यन की नही थी फिर भी एक गलतफहमी के कारण निशिका ध्रुब को ही गलत बोल रही थी।

काजल कहती है। वैसे तुने उस लड़के के साथ गलत किया तुझे ऐसा नहीं करना चाहिए था। बेचारा उसकी हालत पहले ही खराब लग रही थी इस मैं से तुने उसके इतने रूपए भी लगवा दिए।

यार अब तो मुझे भी लगता है। की मैने उसके साथ कुछ जादा कर दिया लेकिन कोई बात नही मुझे कोन सा उससे दुबारा मिलना है। निशिका ने कहा और खड़ी होकर कीचिन मै चली गयी काजल वही बैठी आर्यन के बारे में सोच रही थी।

अगले दिन आर्यन जल्दी उठ गया और नहा कर अच्छे से तैयार हो गया तब तक कबीर और मोहित भी उठ गए थे।

अरे आज तु इतनी सुबह सुबह कहा जा रहा है। तेरी कोई Date है। क्या आज मोहित ने आर्यन के साथ मस्ती करते हुए कहा ।

मै पागल थोड़ी हु जो सोनम ने किया उसके बाद मै इतनी जल्दी इन सब में थोड़ी पड़ने वाला हु मै तो कोई काम ढुंढने जा रहा हु बिना काम के कब तक ऐसे रह सकता हु आर्यन ने अपना बैग टागते हुए कहा।

इतने मैं कबीर ने पूछा और तेरा कॉलेज का क्या आज तु वहाँ नहीं जा रहा क्या ।

आर्यन ने बाहर का दरवाजा खोलते हुए कहा आज तो नहीं जा रहा पहले कोई काम मिल जाए फिर तो कॉलेज जाने पर ही हु अच्छा अब मै चलता हु Ok Bye ।

आर्यन इतना बोलकर बाहर आ गया आर्यन बाहर जाने के बाद सोचने लगा अब क्या अब मै पहले कहा जाऊ आर्यन ने कुछ देर सोचा और फिर उसने एक जगह की और जाना शुरू कर दिया।

आर्यन कुछ देर के बाद एक Restaurant के बाहर आ गया था। ये वही जगह थी जहाँ आर्यन पहले काम किया करता था। लेकिन उस टाइम उसको ये छोड़ना पड़ा आर्यन ने सोचा नई जगह से अच्छा है। यही पर काम मिल जाए ये घर के पास भी है। और अच्छी सैलरी भी मिलती थी यहाँ।

आर्यन ये सोचते हुए अंदर चला गया।

आर्यन के अंदर जाते ही एक आवाज आई तु यहाँ वापस क्यु आया है। अब तेरी यहाँ कई जगह नही यहाँ से अभी चला जा, ये आवाज किसी और की नहीं बल्कि Restaurant के मालिक मुकेश जोशी की थी।

आर्यन एक बार के लिए तो उनको देख कर के डर गया लेकिन उसको काम की जुरूरत थी इस लिए आर्यन ने कहा आप जानते है। की मैं अपना काम कितने अच्छे से करता था। उस दिन जाना मेरी मजबूरी थी मुझे उसके लिए माफ कर दिजीए आगे से ऐसा नही होगा ।

मैंने तेरी जगह कोई और लड़का रख लिए है। मुझे अब तेरी कोई जुरूरत नही अच्छा यही होगा की तु यहाँ से चला जाए मुकेश जोशी ने कहा और दूसरी तरफ देखने लगे जहाँ काफी लोग खाना खा रहे थे और दो लड़के उनको खाना सर्व कर रहे थे।

जब आर्यन ने उन लड़को को देखा तो उसको पता चल गया था। की अब कुछ नही हो सकता है। क्युकी यहाँ एक बार मै दो लड़के ही काम के लिए होते थे यहाँ जादा लोगों के लिए कुछ काम ही नहीं था।

इसके बाद आर्यन वहाँ से बहार आ गया और कहीं और काम ढुंढने के लिए चलने लगा।

इतने मैं एक कुता आर्यन के पास भागता हुआ आया और उसके पीछे से एक लड़की उसको पकड़ने के लिए आ रही थी उस लड़की ने कहा सोफ़ी रुक जा ।

वो कुता आर्यन के पास आकर रुक गया वो सफ़ेद रंग का था। जिसके लम्बे और शानिंग बाल थे उस लड़की ने उसको पकड़ते हुए कहा कहा जा रहे थे बेबी आपको कुछ हो जाता तो चलो अब घर चलो ।

जब वो कुता नहीं जा रहा था। तो उस लड़की ने उस कुते को आर्यन की और करते हुए कहा अगर तुम नहीं चले तो ये लड़का तुमको अपने साथ ले जाएगा और फिर तुमको भी ऐसे ही रहना होगा अब चलो चुप चाप घर ।

उसके बाद वो लड़की दूसरी तरफ जाने लगी और उस कुते को भी ले गयी ।

उसको जाता हुआ देख आर्यन ने सोचा अब ये लड़की भी मेरा मजाक उड़ा कर चली गयी मुझसे अच्छी तो इस कुते की लाइफ है। मेरी पता नहीं कब लाइफ अच्छी होगी ।

उसके बाद आर्यन फिर से काम ढूंढने के लिए चल दिया आर्यन को भुक लगी थी लेकिन उसके पास पैसे नहीं थे इस लिए वो काम ढूंढने पर अपना सारा ध्यान देने लगा।

आर्यन काम ढूंढने के लिए घर से जल्दी निकल गया लेकिन जल्दी निकले का भी उसको कोई फायदा नहीं हुआ बल्कि सुबह से ही आर्यन की बेजती हो रही थी पहले मुकेश जोशी ने कर दी फिर एक अजनबी लड़की ने कर दी।

आर्यन एक पार्क के बैच पर जाकर बैठ गया और सोचने लगा आज का दिन तो लगता है। खराब हो गया कोई काम भी नहीं मिला और ना कॉलेज मैं जा सका ।

फिर आर्यन ने सोचा चलो एक और try करते है। फिर आर्यन काम ढूंढने के लिए किसी और Restaurant की तरफ जाना लेगा।

आर्यन एक खाली रोड से जा रहा था। तो उसने देखा की वहाँ पर एक आदमी सीढ़ी पर खड़ा होकर एक दीवार पर रंग कर रहा था। और दूसरी तरफ से दो लड़किया आ रही थी जिसमे से आर्यन एक को देखते ही समझ गया ये कोन थी आर्यन ने सोचा ये फिर मेरे लिए मुसबीत लेकर आएगे।

क्युकी सामने से निशिका और काजल आ रही थी।

उन दोनों का ध्यान बातो में था। आर्यन ने सोचा ये ऐसे ही चलती रही तो इन मै रंग के छिटे गिर सकते है। आर्यन ज़ोर से बोला ज़रा सम्बल कर आगे देखो |

जैसे ही आर्यन ने इतना कहा निशिका का ध्यान आर्यन की तरफ चला गया और वो रास्ते में पड़े ईट से टकरा गयी और नीचे गिर गयी निशिका के दोनो हाथ नीचे पड़ी रंग की बाल्टी मै चले गए जिस से उसके हाथ पुरे रंग में भर गए।

आर्यन जल्दी से उसके पास गया और बोला मैने कहा था। ध्यान से लेकिन तुम्हारा ध्यान तो बातो मै था। इतने में काजल ने निशिका को खड़ा किया निशिका की पुरी ड्रेस पर रंग लग गया था। जिस से वो सफ़ेद और लाल ड्रेस खराब हो गयी।

निशिका ने आर्यन पर चिलाते हुए बोली तुम्हारी प्रॉब्लम क्या है। मेरे से उस दिन तुम्हारी वजह से मेरी Date खराब हो गयी मै उस लड़के से शादी करने वाली थी अब वो भी नहीं हो सकती और आज तुम्हारी ही वजह से मेरी ये सबसे मंहगी और सबसे अच्छी ड्रेस भी खराब हो गयी, आखिर मैने तुम्हारा क्या बिगड़ा है।

इस में मेरी कोई गलती नहीं थी जो कुछ भी हुआ वो अंजानें में हुआ मै तो तुम्हारी मदत करना चाहता था। इस लिए तुमको आवाज दी लेकिन तुम्हारा ही ध्यान कहीं और था। इस लिए मुझे कुछ मत बोलो ।

इतने मैं उस रास्ते से जा रहे कुछ लड़को और लड़कियों के ग्रुप ने निशिका को देखते एक लड़की ने कहा ऐसी ड्रेस कहा से ली है। दूसरी लड़की ने कहा देख नहीं रही ये यहाँ पर रंग करने का काम करती है। इस बात पर वो सभी लड़के लड़कियों हसने लगे और वहाँ से चले गए।

इस बात पर गुस्सा होते हुए निशिका ने आर्यन से कहा तुम मेरे सबसे बड़े दुश्मन हो तुम्हारी वजह से पता नही मेरे साथ क्या क्या होने वाला है। आज के बाद तुम मेरे सामने आए तो मै तुमको पुलिस में दे दुगी ।

इतना बोलते हुए निशिका काजल के साथ वहाँ से जाने लगी और जाते हुए निशिका ने उस रंग की बाल्टी को लात मार दी जिस ने वो उछल कर गली के दूसरी तरफ गिर गयी ।

जैसे ही निशिका वहाँ से गयी तो आर्यन को एक धमाके की आवाज आई ये गली के दूसरी तरफ से आ रही थी।

आर्यन जल्दी से गली के दूसरी तरफ गया वहाँ जो आर्यन ने देख उस से आर्यन के होस उड़ गए वहाँ एक गाड़ी एक पेड़ से टकरा गयी थी जैसे ही आर्यन ने पास जाकर देखा तो गाड़ी के सीसे पर रंग गिरा हुआ था। फिर आर्यन ने जल्दी से गाड़ी में देखा तो वहाँ एक 45 साल का आदमी था। आर्यन ने उनको गाड़ी से बहार निकला और गाड़ी से दूर एक बैंच पर लेटा दिया ।

आर्यन ने देखा की उनको चोट लगी हुई थी जिस से वो आदमी बेहोस हो गया था। फिर आर्यन ने एक टैक्सी रोकी और उनको उसके अंदर डाल कर होस्पिटल ले जाने लगा आर्यन ने देखा की उसके पास तो पैसे ही नहीं है। आर्यन ने उस आदमी का वॉलेट निकला और टैक्सी वाले को पैसे दे दिए आर्यन ने देखा कि उस मै काफी सारे रूपए पड़े हुए थे ।

आर्यन ने फिर उस आदमी का ईलाज करवाया और उसकी के पैसो से दवाई और होस्पिटल का बिल भी दिया ।

उसके बाद आर्यन उस आदमी के होस मैं आने का इंतज़ार करने लगा कुछ घंटों में ही उस को होस आ गया फिर आर्यन उस आदमी के पास गया और बोला सर आप ठीक तो है। ना।

उस आदमी ने धीरे से कहा हाँ मै ठीक हु लेकिन तुम कोन हो ?

ध्रुद एक छोटी सी smile के साथ बोला सर मेरा नाम आर्यन है। जब आपकी गाड़ी उस पेड़ से टकरा गयी थी तो मै वहीं दूसरी गली मैं ही था। आवाज सुनते ही मै वहाँ आ गया मैंने जब देखा की आपको चोट लगी थी तो मैं आपको यहाँ ले आया ।

अच्छा किया बेटा पता नही मेरी गाड़ी के सीसे पर वो रंग कहा से आ गया जिस की वजह से मुझे कुछ देखा नही और गाड़ी पेड़ से टकरा गयी ।

ये सुनते ही आर्यन समझ गया था। की ये उस लड़की के कारण ही हुआ है। उसकी की वजह से इस आदमी को चोट लगी है। लेकिन आर्यन ने निशिका के बारे में कुछ नहीं बताने का सोचा ।

फिर ने उस आदमी की तरफ उसका वॉलेट करते हुए कहा मुझे माफ़ कर देना सर मैने आपसे बिना पूछे आपका वॉलेट ले लिए

उस टाइम मेरे पास पैसे नहीं थे और टैक्सी और होस्पिटल के लिए पैसे चाहिए थे इस लिए मैने इस मै से कुछ पैसे ले लिए आप

गिन सकते है। मैने जादा नही लगाए जीतने आपके ईलाज और टैक्सी मै लगे वही निकले है। इस मैं से।

आर्यन को चुप करते हुए उस आदमी ने कहा कोई बात नही बेटा अगर तुम सारे पैसे लगा भी देते तो भी मै कुछ नही कहता पैसे तो और भी कमाए जा सकते है। लेकिन लाइफ और नही मिलती।